CBSE पठन गितिविध सु र मोर एक बार एक मोर था, जो ब त सु र था, उसके पंख बेहद खूबसूरत थे। एक िदन खूब बा रश ई और मोर नाचने लगा। नाचते ए वह अपनी खूबसूरती को िनहार रहा था िक अचानक उसका ान अपनी आवाज पर गया जो िक बेहद बेसुरा और कठोर था। यह देख उसकी आंखों म आंसू आ गए। तभी अचानक, उसे एक कोयल गाती ई सुनाई दी । कोयल की मधुर आवाज को सुनकर, मोर को उसकी कमी एक बार िफर एहसास आ। वह सोचने लगा िक भगवान ने उसे संुदरता तो दी पर बेसुरा ों बनाया। तभी एक देवी कट ई और उ ोनं े मोर से पूछा, “मोर, तुम ों उदास हो?” मोर ने देवी से अपनी कठोर आवाज के बारे म िशकायत की और उनसे पूछा, “कोयल की आवाज इतनी मीठी है पर मेरी ों नही?ं इसिलए म दुखी ँ। अब मोर की बात सुनकर, देवी ने समझाया, “भगवान के ारा सभी का िह ा िनधा रत है, हर जीव अपने तरीके से खास होता है। भगवान ने उ अलग अलग बनाया है और वे एक िनि त काम के िलए ह। उ ोनं े मोर को संुदरता दी, शेर को श और कोयल को मीठी वाणी । हम भगवान के िदए इन उपहारों का स ान करना चािहए और िजतना है उतने म ही खुश रहना चािहए।” कहानी से िमली सीख----- दू सरों से तुलना नही ं करनी चािहए और जो अपने पास है उसे ीकार करना चािहए ।
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