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उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र का वैवाहिक जीवन

Published by Saurabh Upadhyay, 2022-12-14 10:06:29

Description: उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र भचक्र के 27 नक्षत्रों में से 12वां नक्षत्र है। उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र राशिचक्र की सिंह (प्रथमपद) और कन्या राशि (अंतिम तीन पद )में पड़ता है। इसका विस्तार राशिचक्र के 146.40 डिग्री से 160.00 डिग्री तक है। उत्तराफाल्गुनी में कुल चार तारे होते हैं और ये इस तरह स्थित होते हैं कि देखने में ये पलंग के सिरहाने जैसे दिखते हैं। तारों की संख्या को लेकर, विशेषज्ञों में मतभेद है जिनके अनुसार इसमें दो तारे हैं। उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र के अधिष्ठाता देव आर्यमान है। अधिक जानकारी के लिए डॉ विनय बजरंगी संपर्क करें


https://www.vinaybajrangi.com/hindi/nakshatras/uttara-phalguni-nakshatra.php

Keywords: astrology Service,vedic astrology,horoscope

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उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र का वैवाहिक जीवन उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र भचक्र के 27 नक्षत्ररों में से 12वांो नक्षत्र है। उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र राशिचक्र की शसोंह (प्रथमपद) और कन्या राशि (अोंशिम िीन पद )मंे पड़िा है। इसका शवस्तार राशिचक्र के 146.40 शिग्री से 160.00 शिग्री िक है। उत्तराफाल्गुनी में कु ल चार िारे हरिे हंै और ये इस िरह स्थथि हरिे हंै शक दे खने मंे ये पलंोग के शसरहाने जैसे शदखिे हंै। िाररंो की संोख्या कर लेकर, शविेषज्रों मंे मिभेद है शजनके अनुसार इसमें दर िारे हंै। उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र के अशिष्ठािा दे व आययमान है। इस नक्षत्र पर सूयय का प्रभुत्व है। उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र का अथय है - पीछे वाला। भारिीय खगरल मे यह 12 वा नक्षत्र ध्रुव संोज्क है। यह अत्यंोि िुभ, शवद्यादािा, राजशसक और स्त्री नक्षत्र है। यह पूवय शदिा का स्वामी है और इसके अशिकिर गुण-दरष पूवायफाल्गुनी नक्षत्र जैसे ही है। के वल अोंिर सूयय के कारण है। यह नक्षत्र प्रकाि दायक, क्ूरर, िीक्ष्ण, भाग्य दायक और ऊजाय से भरपूर है। इस नक्षत्र पर सयू य के प्रभाव के कारण ही इसमंे ये सभी गुण शवद्यमान हरिे हंै। यह सोंरक्षण और सहायिा दे ने वाला नक्षत्र है। यह नक्षत्र मुख्यिः प्रेम, शववाह, ररश्तेदारी और आनंोद का प्रिीक है। इस नक्षत्र में शववाह की बािचीि व शववाह अत्यंोि िुभ फलप्रदायी है। उत्तराफाल्गुनी में जन्मा जािक आध्यास्िक या िन्त्र-मन्त्र में अत्यशिक रुशच रखिा है। पाररवाररक जीवन- उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र / Uttara Phalguni Nakshatra मंे जन्मा जािक अपने पाररवाररक जीवन से बहुि ही सोंिुष्ट रहिा है। ऐसा जािक पररवार के प्रशि अत्योंि शजम्मेदार हरिा है। ये अपने घर पररवार के हर मामले में अत्यंोि सजग रहिे हंै। ये अपने पररवार और बच्रों के बेहिर भशवष्य के शलए अपना सवयश्रेष्ठ प्रयास करिे हैं। हालाोंशक इस नक्षत्र में जन्मे जािक कु छ क्ररिी और शजद्दी भी हरिे हंै। ये दू सरर पर हावी हरने का प्रयास करिे हैं और इनका आक्रामक स्वभाव पररवार के लरगरंो में िनाव और कशिनाइयरों का कारण बन सकिा है। जािक शकसी भी ररश्ते कर लम्बा शनभाने के शलए प्रयासरि रहिा है और यही कारण है शक इनके आपसी सम्बन्ध बहुि अच्छे रहिे हैं। यह लरग समाज मंे एक अच्छा थथान रखिे हैं और प्रशिष्ठा प्राप्त करिे हैं। जीवन साथी व सोंिान का सुख इन्हें प्राप्त हरिा है। ये अशिकिर शदखावे मंे शवश्वास करिे हैं जर इन्हें नहीों करना चाशहए। दाम्पत्य जीवन-

इस नक्षत्र मंे जन्में लरगरंो का वैवाशहक जीवन बहुि अच्छा रहिा है। संोिरषशप्रय प्रवृशत्त के कारण अपने वैवाशहक जीवन से आप अत्योंि ख़ुि रहिे हंै। इस नक्षत्र में जन्में लरगरों कर एक अच्छा जीवनसाथी शमलिा है जर घर के कामकाज मंे अत्यंोि कु िल हरिा है और िाोंशिशप्रय व मृदुभाषी हरिा है। ऐसे लरगरंो की गशणि और शवज्ान मंे शविेष रुशच हरिी है और वे अध्यापन एवंो प्रिासन के क्षेत्र में सफलिा प्राप्त कर सकिे हंै। मॉिशलोंग व अशभनय के क्षेत्र मंे भी वे सफल हरिे हैं। प्रदियन और शदखावे से दू र रहना इनके स्वभाव मंे हरिा है। इस नक्षत्र में जन्मी मशहलाओंो का ववै ाशहक जीवन अत्यंोि सामान्य बना रहिा है। हालांोशक संोिान हरने के बाद इन मशहलाओंो के दाोंपत्य जीवन मंे दुगुनी ख़ुिी आ जािी है। इनके पशि और इनके बच्े इन्हंे बेहद प्यार करिे हैं। ये मशहलाएंो अच्छी गृशहणी हरिी हंै और घर के सभी कामरंो कर बहुि शनपुणिा से संोभालिी हंै। इनका शववाह एक अमीर पररवार मंे हरिा है। इस नक्षत्र की मशहलाओंो में एक अवगुण है शक इन्हें अपने पैसरंो का शदखावा करना अत्यंोि पसोदं है। इस वजह से अक्सर दू सरी मशहलाएंो इनसे ईष्याय करिी हैं। इस कारण इनके वैवाशहक ररश्ते भी प्रभाशवि हरिे हैं। हर क्षेत्र की िरह, उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र में जन्में पुरुषरंो का वैवाशहक जीवन बहुि ही स्वथथ और सुखी व्यिीि हरिा है। जीवनसाथी के साथ इनके सोंबंोि बहुि सुगम और सरल हरिे हैं। इनके बीच आमिौर पर मनमुटाव की स्थथशि कम ही हरिी है। इनकी मशहला जीवनसोंशगनी इनके शलए अत्यंोि सौभाग्यिाली रहिी है। सकारािक पक्ष - इस नक्षत्रप में जन्मे लरग दयालु और दानी हरिे हैं। इसके अलावा ऐसे जािक साहसी, िैययवान, ऊजाय से भरे , कीशियवान, शवद्वान, चिुर, बुस्िमान, सही शनणयय लेने वाले, पूवायभास की क्षमिा रखने वाले, अध्ययनिील, गशणि, साशहत्य एवंो भाषा आशद में शविेष प्रवीण हरिे हैं। जािक अपने पुरुषाथय से िनरपाजयन करने मंे सफल हरिे हैं और सामाशजक ख्याशि भी बहुि शमलिी है। जािक का शववाह तुला राहि या तुला लग्न वाले जीवन साथी से अशि उत्तम माना गया है। नकारािक पक्ष - इस नक्षत्र में जन्में लरगरंो पर सयू य का अत्यशिक असर रहिा है। यशद सयू य और बुि की स्थथशि जन्म कुं डली मंे अच्छी ना हर िर व्यस्ि अनशै िक आचरण मंे रि रहिा है। और शववाह के अशिररि भी सम्बन्ध बना सकिा है। उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र का वैहिक मतंु ्र - ॐ िैव्या वद्धव्यूय च आगत गवंु रथेन सयर्य्ूतव्चा । मध्वायज्ञ गवुं समञ्जायतंु प्रत्नया यंु वेनहित्रुं िेवानाम । ॐ अयूमणे नम: । उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र के दुष्प्रभावरंो कर काम करने के उपाय- उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र के बुरे प्रभावरों से बचने के शलए जािक कर सययू भगवान की पूजा करनी चाशहए। सूयय भगवान् कर जल चढा़ाना उत्तम उपाय हरिा है। और साथ ही साथ आशदत्य हृदय स्त्ररत्र भी पढ़ना चाशहए। गायत्री मोंत्र का जाप करना भी िुभ पररणाम लािा है। शसंोह पर शवराजमान माँा दुगाय और काली मांो की पूजा उपासना भी इस नक्षत्र के शलए अत्योंि उपयरगी है। लाल, सुनहरे , हरे , सफे द इत्याशद रंो गरंो का उपयरग करना भी अच्छा माना गया है। बहुि अशिक भड़कीले वस्त्ररों से बचना चाशहए। इस नक्षत्र के जािक, साि रत्ती के पन्ने की अोंगूिी सरने मंे पहन सकिे हंै।


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