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Mai-ki-kahani-H-4mb

Published by THE MANTHAN SCHOOL, 2021-06-10 07:47:41

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भाई की कहानी भाइकर, हहदॊ ी: विदषू क

जजस ददन भैं भाई से ऩहरी फाय मभरा वो ददन भंै कबी नहीॊ बरू गूॊ ा. भंै जजस फस भंे मात्रा कय यहा था वो ख़याफ हो गई थी. उसी वजह से भैं भाई के गावॉ भें ऩहॊचा. हभ दोनों भें तयॊत दोस्ती हो गई. महाॉ भैं तम्हंे भाई की कहानी सनाऊॉ गा. रो सनो.

भाई के गावॉ का नाभ है - कभऩभंेतो सन-फ्ाॊमसस्को औय वो स्नो से ढॊकी ऩहाड़ी औय एक फड़े शहय के फीच फसा है. वो कोई खास जगह नहीॊ है. ऩय भाई के मरए वो उसका घय है. भाई के गािॉ भंे कोई सुन्दय फगीचा मा ऩेड़ नहीॊ है. िहाॊ कोई ऩक्की सड़क बी नहीॊ है, ससपफ एक कच्ची ऩगडडॊ ी है. मह भाई के ऩाऩा हैं अऩने ट्रक के साथ. िो योज़ कफाड़ फेंचने के सरए शहय जाते हैं.

अफ जहाॉ शहय है वहाॊ कबी खेत होते थे. ऩय धीये-धीये शहय फड़ा हआ औय फहत पै रा. अफ भाई का ऩरयवाय शहय के पें के हए कचये ऩय ही जजदॊ ा है. मह भाई का घय है. भाई की भाॉ उनका घय, पें की हई रकड़ी की क्रे टों, ऩयाने फनै य औय अन्म पें की हई चीज़ों से फना है.

भाई का स्कू र पु टफार का खेर फच्चों को सफसे ऩसॊद है. मह िो बट्टी है जहाॉ गािॊ िारे अऩनी ब्रेड (योटी) सकंे ते हैं. कचये के ढेय भंे सभरी चीज़ों की भयम्भत फच्चे फड़ी कु शरता से कयते हैं.

भाई के ऩाऩा जफ घय वापऩस आते हैं तो कबी तो उनकी जेफ भंे ऩसै े होते हैं. ऩय अक्सय उनकी जेफ खारी ही होती है औय वो उदास होते हैं. हय शाभ भाई, अऩने ऩाऩा से सभरने के सरए दौड़कय जाती है. भाई के पऩता का सऩना है – एक ददन ईंट का ऩक्का भकान फनाने का.

ऩतझड़ के शरू भंे एक ददन जफ भाई के ऩाऩा घय आए तो उनके चेहये ऩय एक अजीफ सी भस्कान थी. उन्होंने अऩनी जकै े ट खोरी औय उसभें से एक सन्दय कत्ते के पऩल्रे को फाहय ननकारा! ऩाऩा को वो पऩल्रा शहय सी सड़कों ऩय अके रा घूभता हआ मभरा था.

भाई ने पऩल्रे की नाक ऩय ऩच्ची दी. क्मॊूकक वो फहत छोटा था इसमरए भाई ने उसका नाभ “ऩोको” यखा.

भाई ने अऩने पऩल्रे को सफ रोगों को ददखामा. जल्द ही ऩोको उनकी जज़न्दगी का दहस्सा फन गमा. ऩोको को बी नमा ऩरयिाय ऩसॊद आमा. ऩहरे ऩोको ने भाई के चेहये को चाटा. फपय भाॉ के औय उसके फाद ऩाऩा के चेहये को चाटा.

हेरो साॊचो! फपय भाई ने ऩोको को साॊचो घोड़े को हदखामा. ऩोको हय सभम भाई के ऩीछे -ऩीछे दौड़ता है – िो स्कू र बी जाता. ऩोको फहुत अच्छा है. िो फाहय चुऩचाऩ स्कू र ख़त्भ होने का इॊतज़ाय कयता है.

कपय जाड़ों भें एक कड़कदाय सदी वारे ददन कु त्तों का एक झडुॊ उस तयप गमा है. कोको कहीॊ गामफ हो गमा. भाई ने उसे ऩयू े शामद तमु ्हाया कु त्ता उसभें हो. गावॉ भें खोजा, कपय वो साॊचो ऩय सवाय होकय कचये के ऩूये ढेय भंे कोको को ढूॉढने ननकरी. क्मा आऩने भेये छोटे कु त्ते को देखा है? भेया कु त्ता छोटा, बूये यॊग के चकत्तों िारा है.

चरो साचॊ ो हभ उसे खोज ननकारंेगे. ऩोको! ऩोको!

ऩोको को ढूॉढ़ते-ढूॉढ़ते भाई घय से फहत दयू ननकर गई.





अतॊ भें उसने खद को एक ऩहाड़ी के ऊऩय ऩामा. वो उतनी ऊॊ चाई ऩय ऩहरे कबी नहीॊ गई थी. उतनी ऊॊ चाई से वो नीचे उन फादरों को देख सकती थी, जो उसकी घाटी भंे हभेशा छाए यहते थे.

उन फादरों के ऊऩय हवा इतनी साफ़ थी कक उसे देखकय भाई को ऩहरे तो मकीन ही नहीॊ हआ. उसके चायों ओय सफ़े द कच्ची फपफ मानन स्नो बफखयी हई थी. वो अऩने घोड़े साॊचो से नीचे कू दी औय उसने स्नो को अऩनी दोनों भदिमों भंे बया. कपय वो सफ़े द स्नो के कारीन ऩय कापी देय तक रोटती यही. साचॊ ो ऩहरे तो भाई को देखता यहा. कपय घोड़ा बी स्नो भंे रोटा औय उसने अऩनी टाॊगें हवा भें उछारीॊ. भाई कापी देय तक स्नो भें अऩने हाथ-ऩैय पै राकय रेटी यही. उसने इतना नीरा आसभान ऩहरे कबी नहीॊ देखा था.



कपय यात ढरने तक औय तायों के ननकरने तक भाई कोको को खोजती यही. फाद भंे उसने अऩनी खोज फदॊ की. अफ तक भाई थककय चूय हो गई थी ऩय उसे ऩता था कक साचॊ ो उसे सयक्षऺत घय वापऩस रे जामेगा. वो धीभी यफ़्ताय से आगे फढ़े. कपय अचानक साचॊ ो रुका औय उसने ज़भीन भें कछ सघूॊ ा. अफ स्नो की फजाए उनके चायों ओय पू रों का एक सन्दय कारीन बफछा था. भाई ने उतयकय सावधानी से कछ पू र के ऩौधों को उनकी जड़ों सभेत उखाड़ा. उसे रगा कक वे पू र औय आसभान के ताये उसके भन भंे कोको की माद सदा को फयक़याय यखेंगे.



अगरे ददन भाई ने उन पू रों के ऩौधों को फोमा. कु छ ऩौधों को उसने टीन के डडब्फों भंे फोमा. उसने उनकी अच्छी देखबार की औय उन्हंे ऩानी हदमा.

धीये-धीये पू र के ऩौधे फड़े हुए औय फपय ऩतझड़ के सभम तेज़ हिा के झोंकों ने गसभमफ ों भंे उनभंे ढेयों पू र रगे. पू रों के फीजों को ऩूये गािॉ भें पै रामा.

इस तयह पू र फहत तेज़ी से चायोँ ओय पै रे. कपय वसतॊ भंे गाॉव के ऩास कचये की ऩहाड़ी ऩय पू र-ही-पू र उगने रगे. भरफे का ऩहाड़ पू रों से ऩूयी तयह ढॉक गमा - बफल्कर वैसे, जसै े वो ऊॊ ची ऩहाड़ी स्नो से ढॊकी थी.

भाई को पू रों की देखबार कयने भें फहत भज़ा आता ऩय कपय बी उसे अऩने ऩोको की फहत माद सताती थी. वो योजाना कोको को उसका नाभ रेकय ऩकायती थी.

एक ददन जफ पऩता शहय भें कफाड़ फेंचने जा यहे थे तफ भाई ने बी उनके साथ आने का आग्रह ककमा. वो शहय भें पू र फंेचना चाहती थी. उसने ऩयाने टीन औय प्राजस्टक के डिब्फों भें उगे पू र, ऩाऩा को ददखाए. ऩहरे तो ऩाऩा हॉसे कपय फाद भंे वो भाई को शहय रे जाने के मरए तमै ाय हो गए.



भाई ने पू रों के गभरों को एक चचफ की सीदढ़मों ऩय यखा. वहीॊ ऩास भें ऩाऩा ने अऩना कफाड़ का साभान पै रामा. तुभ सपर हो!

शहय का भखु ्म चौक व्माऩारयमों से िहाॊ हभेशा गाने-फजाने िारे खचाखच बया था. सगॊ ीतज्ञ ज़रूय होते थे. चाहें फारयश हो मा धूऩ. फकतना सनु ्दय फच्चा है! आज ज्मादा बफक्री नहीॊ हुई?

जल्द ही भाई की दकान ऩय पू र खयीदने वारों की बीड़ रग गई. कछ देय फाद ऩाऩा ने कफाड़ का काभ फदॊ कयके पू र फेंचने भें भाई की भदद की. रोग अक्सय एक ही सवार ऩॊछू ते, “मह सन्दय पू र कहाॉ से आए हंै?” तफ भाई जवाफ देती, “मह पू र आसभान के तायों से आए हंै.”

उस ददन के फाद से भाई औय ऩाऩा पू र फेंचने का काभ कयने रगे. उसभें ज्मादा कभाई होती थी. शामद उससे ऩक्के भकान का उनका सऩना कबी ऩूया हो. जफ भाई को कबी कोई कत्तों का झिॊ ददखता तो उसे तफ अऩने ऩोको की माद ज़रूय आती....

कपय एक ददन उनभंे से एक कत्ता रुका औय उसने पू र सघॊू े. उसने भाई का भहॊ चाटा औय कपय वहीँी उसके ऩास आकय रेट गमा.

भनएु र औय उसके ऩरयिाय के सरए. काश तुभ एक हदन ईंटों के ऩक्के घय भें यह सको.

चरो, जल्दी चरो ऩोको! भाई के ऩाऩा का ऩक्का भकान भें यहने का सऩना ज़रूय ऩूया हो. मह सनु ्दय पू र आसभान के तायों से आते हैं.


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