मानिसक स्वास्थ्य सम्बंधी प्राय: पूछे जाने वाले प्र� प्र०1: क्या कोिवड-19 के बारे में िचंितत होना सामान्य है? उ०: कोिवड-19 महामारी के प्रित िचतं ा एक सामान्य प्रितिक्रया ह।ै सभी भावनाओं क� तरह िचतं ा का भी एक कारण ह।ै िचतं ा का होना कोिवड-19 जसै े खतरे से लड़ने में मदद करता ह।ै िचतं ा हमंे सरु ि�त रहने के कदम उठाने के िलए प्रे�रत भी करती ह,ै जसै े िक सामािजक दरू ी बनाए रखना और हाथों को धोना। इसे ध्यान में रखें िक यिद िचतं ा आपक� िदनचयार् को प्रभािवत करती है अथवा जीवन पर बोझ डालती है तो िवशषे � क� सलाह लें। प्र०2: मैं अपने िप्रयजन क� मदद कै से कर सकता/सकती ह�?ँ यिद वह कोिवड-19 महामारी से बह�त िचंितत है। उ०: िनम्निलिखत सलाह दी जा सकती ह:ै - • िप्रयजनों के साथ जड़ु े रह,ंे उन्हें अपने डर एवं भावनाओं को प्रकट करने का अवसर द।ंे • यिद वे उपयोग कर सकते हंै तो हले ्पलाइन नम्बर, सरकारी िदशा-िनदश� ांे का िलंक जसै े तथ्यों क� जानकारी प्रदान करंे। • हमशे ा उनसे वातार्लाप करते रहंे और उनके मानिसक स्वास्थ्य क� जांच करते रह।ें प्र०3: मेरा एक िमत्र कोिवड-19 के बारे में बात करना बन्द नहीं कर सकता और लोगों के साथ घिटत खराब घटनाओं को बताता है। इसे मैं कै से रोक सकता/सकती ह�?ँ उ०: अिधकांशत: प�रवार के सदस्यों, दोस्तों एवं सहकिमयर् ों के साथ तनाव को साझा करना मददगार हो सकता ह,ै हालांिक इस बात का ध्यान रखें िक अन्य लोग स्वयं भी िचिं तत महससू कर रहे होंगे और इसका सामना नहीं कर पाएग।ें जब अन्य लोगों के साथ आप जानकारी साझा कर रहे होते हंै तो ऐसा हो सकता है िक उनके तथ्य सही न हों, इसिलए जब आप वायरस या महामारी के बारे मंे जानकारी प्रा� करें तो इसे ध्यान में रखें िक वह िव�सनीय �ोतों जसै े, िव� स्वास्थ्य सगं ठन या स्वास्थ्य एवं प�रवार कल्याण मतं ्रालय या कोई अन्य सरकारी �ोेतों द्वारा दी गई हो। यिद संभव हाे तो आप ऐसे लोगों के सीिमत सम्पकर् में रह।ंे प्र०4: मैं अपने कोिवड-19 के परी�ण प�रणामों का इतं जार करते समय, अपने तनाव एवं िचंता को कै से कम कर सकता/सकती ह�?ँ उ०: गम्भीर िचतं ा, िनराशा, िनरर्थकता एवं लाचारी के िवचार उन लोेगों मंे प्रमखु ल�ण हो सकते हैं जो अपने परी�ण प�रणामों का इतं जार कर रहे ह।ंै उन्हंे िनम्निलिखत सलाह दी जा सकती ह:ै - • सबसे पहले उन्हंे उनक� क्वारंटाइन एवं सामािजक दरू ी के महत्व के बारे में जानकारी द।ंे • बीमारी के बारे में पया्र� जानकारी प्रदान करें। • उन ल�णों क� व्याख्या करंे जो हािनकारक नहीं ह।ैं • रोगी को कोिवड-19 के गम्भीर ल�णों के बारे मंे बताए।ँ • सहायता हते ु प�रवार के सदस्यों, दोस्तों और िप्रयजनों से फोन या कम्प्यटू र पर सम्पकर् करने क� सलाह द।ें • िनि�त िदनचयार् बनाए रखने के िलए कह।ंे • समान िस्थित वाले अन्य लोगों के साथ बातचीत के िलए प्रोत्सािहत करंे। • उनको स्वास्थ्य सम्बंधी िवशषे �ों के साथ परामश्र करने क� सलाह द।ें ब्र�ाण्ड क� सारी शि�यां हमारी है लेिकन िफर भी गलती हमारी है क्योंिक हम अपनी आंखों पर हाथ रख लेते हंै और 41 िफर रोते हैं िक िकतना अन्धकार है ।
िकरण: मानिसक स्वास्थ्य पुनवा्रस हेल्पलाइन- ससं ाधन पुिस्तका प्र०5: मैं िचंितत महससू कर रहा ह�,ँ क्योंिक मंै कोिवड-19 पॉिजि़ टव पाया गया ह�।ँ ऐसे में मैं क्या कर सकता/ सकती ह�?ँ उ०: उन्हंे िदलासा दंे और कहंे िक वायरस से संक्रिमत होने पर िचिं तत होना सामान्य ह।ै अस्पताल में भत� होने के समय अपने आप को सकारात्मक गितिविधयों के साथ सलं ग्न रखंे और इस तनावपणू र् िस्थित के प्रभाव को कम करने के िलए अपने िप्रयजनों से सम्पक्र स्थािपत करंे, उन्हंे अपने स्वास्थ्य सम्बंधी िवशषे �ों से सलाह लेने के िलए प्रोत्सािहत करंे। कोिवड-19 क� िव�सनीय जानकारी के बारे मंे उन्हें जाग�क करंे। प्र०6: कोिवड-19 महामारी के दौरान बच्चों क� मदद कै से करंे? उ०: घर और बच्चों के िलए एक नई िदनचयार्, बच्चों के साथ िमलकर बनाएं िजसमें सोने एवं खाने के िलए समय िनधार्�रत करंे। इसमंे स्कू ल या श�ै िणक कायर् जैस-े खले , ड्राइगं , बागवानी आिद जसै ी मनोरंजक गितिविधयां,े सािथयों एवं �रश्तेदारों के साथ फोन पर बात करना या अन्य दरू सचं ार माध्यमों से प�रवार के साथ समय व्यतीत करना सिम्मिलत हो। िदनचयार् के अन्य िहस्से के �प में कु छ शारी�रक गितिविधयाँ जसै े योग, एरोिबक्स, व्यायाम, घर के अन्दर के खले आिद को प्रोत्साहन दने ा। िदनचया्र बच्चों क� �िच के अनसु ार होनी चािहए एवं समय के साथ उसमें प�रवतर्न होना चािहए। प्र०7: मुझे अच्छी नींद नहीं आ रही है या मैं आठ घण्टे क� नींद के बाद भी तरोताज़ा महससू नहीं कर रहा/रही ह�?ँ उ०: व्यि� अच्छी नींद के िलए िनम्निलिखत बातों का अनसु रण कर सकता ह।ै • कै फ�न, िनकोटीन और शराब जैसे हािनकारक पदाथ� को सोते समय लेने से बच।ंे • िदन के समय नींद/ झपक� को कम करंे। • अच्छी नींद मंे सधु ार के िलए शारी�रक गितिविधयां एवं व्यायाम करंे। • आरामदायक सोने क� िनि�त आदतंे जसै -े रात के भोजन मंे भारी, ग�र�, वसाय�ु या तले ह�ए भोजन से बच,ंे गम्र पानी से स्नान करने क� आदत डालंे। • सोने क� कोिशश करने से पहले भावनात्मक �प से परेशान करने वाली बातों से बच।ंे • शयन क� का वातावरण शान्त रख।ें प्र०8: इस अविध मंे पारस्प�रक सबं ंधों को कै से सधु ारंे? उ०: व्यि� को शान्त रहने के िलए कह,ें अपने िलए एवं अपने प�रवार के सदस्यों के िलए अलग से समय िनकालने के िलए कह।ंे एक दसू रे क� भावना का सम्मान करंे। झगड़े को खत्म करने के िलए एक दसू रे से अनावश्यक अप�े ाओं को सीिमत करंे। अपने आप को सकारात्मक मनोरंजक िक्रयाओं जसै े- खले , व्यायाम आिद में व्यस्त रख।ंे छोटी- छोटी बातों पर ध्यान न द।ें प्र०9: मंै इस महामारी के दौरान कायर् �ेत्र और व्यि�गत जीवन में समन्वय नहीं कर पा रहा/रही ह�,ँ इसके िलए मैं क्या उपाय कर सकता/सकती ह�?ँ उ०: अपने घर एवं काया्रलय से सबं ंिधत काय� के िलए िदनचयार् बनाए।ं काया्रलय के कामों के अनसु ार अपनी िदनचयार् को पनु : िनधा्र�रत करें। प�रवार के अन्य सदस्यों से मदद लेने मंे सकं ोच न करें, अपने आप मंे न घटु ंे और इससे बाहर आने के िलए अपने िप्रयजनों से मदद लें। प्र०10: ‘कै िबन िफवर मैंटेिलटी’ (घुटन भरे कायर् �ेत्र क� मानिसकता) क्या है, और इससे कै से बचा जा सकता है? उ०: घर मंे असं तोष क� भावना, बेचनै ी, उबाऊपन, िचड़िचड़ापन और िदनचयार् को �िचकर बनाने क� प्रबल आवश्यकता, 42 सपने के वल उन्हीं लोगों के साथ होते हैं जो उन्हंे पूरा करने मंे िव�ास रखते हंै अथा्रत सपने वो नहीं है जो हम नींद में देखते है, सपने वो है जो हमे नींद नहीं आने देते ।
मानिसक स्वास्थ्य सम्बंधी प्राय: पूछे जाने वाले प्र� इस मानिसकता के ल�ण ह।ैं यहाँ तक िक लाॅकडाउन मंे घर क� चीजें खरीदने के बहाने बाहर भी जा सकते ह।ैं इससे भी आपक� िदनचयार् में प�रव्तर न हो सकता ह।ै उबाऊपन से छु टकारा पाने के िलए घर पर िविवध काय्र करंे। शारी�रक गितिविधयाँ, योग और ध्यान आपको िचड़िचड़ापन और अन्य भावनात्मक समस्याओं से िनपटने मंे मदद करेगा। प्र०11: इस दौरान कोई कै से मदद ले सकता है? उ०: व्यि� को अपने िचिकत्सक या स्वास्थ्य दखे भाल प्रदाता के संपक्र मंे रहने के िलए प्रोत्सािहत करें। सरकारी एजं िे सयों के सम्पक्र में रहने के िलए उनके सबं िधत राज्यों के हले ्पलाइन नम्बर प्रदान करंे। प्र०12: इस दौरान कोई स्वस्थ समायोजन कौशल कै से िवकिसत कर सकता है? उ०: स्वास्थ्यवधक्र एवं हािनकारक िक्रयाओं क� सचू ी:- मानिसक स्वास्थ्य के मदु ्दों क� पहचान कै से करंे। स्वास्थ्य वध्रक िक्रयायंे हािनकारक िक्रयायें स्वास्थ्य गितिविधयाँ जैसे योग, ध्यान, खले आिद मंे सिम्मिलत होना शराब पीना या मादक पदाथ्र लेना संतिु लत एवं स्वस्थ आहार अिधक खाना समय पर स्वस्थ नींद लेते रहना बह�त अिधक सोना लेखन या रचनात्मक काय� द्वारा अपनी मन क� बातंे रखना अपने गसु ्से एवं िनराशा को अन्य लोगों पर िनकालना संसाधनों का सदपु योग अिधक खच्र करना समस्याओं को हल करने क� कोिशश टाल-मटोल करना आवश्यकता पड़ने पर मदद लेना िकसी क� मदद ना लेना प्र०13: जब व्यि� के जीवन क� महत्वपूण्र घटनाएं स्थिगत हो गई है, ऐसी िनराशा जनक घटनाओंसे व्यि� कै से िनपटे? उ०: व्यि� क� उस भावना एवं सवं ेदना का सम्मान करें जो उसको अपने प्रतीि�त आगामी जीवन क� घटनाओं जसै े- शादी, यात्ऱ ा- भ्रमण आिद को स्थिगत करने के कारण ह�ई ह।ंै ऐसी िस्थित के तनाव को कम करने के िलए वैकिल्पक तरीकों से मदद का प्रयास करें। वतर्मान िस्थित एवं संसाधनों के अनसु ार पनु ः योजना बनाने के िलए प्रोत्सािहत करंे। प्र०14: मैं इस िस्थित क� अिनि�तता का सामना कै से कर सकता/सकती ह�?ँ उ०: इस समय अिनि�तता सभी के साथ ह।ै अिनि�तता को सहन करने और इसे स्वीकार करने क� प्रितिक्रया मनोदशा पर िनभर्र करती ह।ै याद रखंे िक हम िचतं ा को स्वीकार करने के िलए िजतना अिधक अिनच्छु क होते ह,ैं उतना ही िचतं ा बढ़ती ह।ै शरीर में होने वाले िचतं ा के ल�णों का अवलोकन करें। प्र०15: क्या मुझे समाचार देखने चािहए? उ०: िविभन्न �ोतों से प्रा� समाचार भ्रामक एवं खतरनाक हो सकते ह,ैं जो आप में भय पदै ा कर सकते ह।ैं इसिलए समाचार दखे ने से िवराम लेने से आपको िस्थित को ध्यान से दखे ने और वास्तिवक �प से सोचने मंे मदद करने का मौका िमल सकता ह।ै लेिकन महामारी के बारे मंे दिै नक जानकारी होना भी ज�री ह।ै इसिलए बेहतर है िक आप टीवी न दखे ने क� अपे�ा, दखे ने के समय को सीिमत करंे। के वल िव�सनीय समाचार पत्रों पर िव�ास करें। आप यह नहीं कह सकते िक आपके पास समय नहीं है क्योंिक आपको भी िदन मंे उतना ही समय (24 घंटे) िमलता है 43 िजतना समय महान एवं सफल लोगों को िमलता है |
िकरण: मानिसक स्वास्थ्य पुनवार्स हेल्पलाइन- ससं ाधन पुिस्तका प्र०16: यह िस्थित मेरे िनयंत्रण से बाहर है, इसमंे मंै क्या कर सकता/सकती ह�?ँ उ०: इस समय शान्त रहना बेहतर होगा, उन चीजों पर ध्यान के िन्द्रत करने क� कोिशश करें, जो आपके िनंयत्रण में ह,ै जसै े- घर पर रहना, सामािजक दरू ी बनाए रखना एवं अनावश्यक यात्रा भ्रमण और हाथों को धोना, अपनी आखँ ों, नाक और महँु को छू ने से बच।ंे इस बारे मंे सरकार द्वारा जारी िदशा- िनदश� ों का पालन करें। प्र०17: मंै घर पर अके ला रह रहा/रही ह�ँ एवं अलग- थलग महससू कर रहा/रही ह�,ँ मुझे क्या करना चािहए? उ०: घर पर योजनाबद्ध तरीके से रह,ें जहाँ तक सभं व हो पा�रवा�रक तौर-तरीकों को बनाये रख।ें िनयिमत �प से नींद लें, पौि�क भोजन करें एवं व्यायाम जारी रख।ंे सबु ह तैयार होकर नाश्ता करंे एवं िदनचया्र मंे िवराम लें जसै -े भोजन के िलए, खाली समय मंे अपनी �िच के अनसु ार काम करें या घर के कामों में व्यस्त रह।ंे सामािजक दरू ी को बनाये रखते ह�ए घर के बाहर टहलने या दौड़ने के िलए जाए।ँ दरू सचं ार एवं अन्य वचअर्ु ल माध्यमों द्वारा अपने िप्रयजनों से जड़ु े रह।ें प्र०18: मंै िचंता करना बन्द नहीं कर पा रहा/रही ह�,ँ अत: मुझे क्या करना चािहए? उ०: िनरन्तर िचतं ा और तनाव प्रितर�ा प्रणाली को कमजोर कर सकते ह।ैं यिद आप ज�री नींद को परू ा नहीं कर रहे ह,ंै िचतं ा बन्द करने मंे असमथ्र ह,ै आप अच्छी तरह से नहीं खा रहे ह,ंै तब आप अपने आपको सीधे तनाव क� िस्थित मंे डाल रहे ह,ंै जो संक्रमण के िलए िजम्मदे ार हो सकते ह।ैं अपनी �िचयों को समय दंे और अिधक तनाव होने पर सी.बी.टी. सत्र के िलए जाए।ँ प्र०19: मुझे कै से पता चलेगा िक मंै कोिवड-19 बीमारी के बारे में िचंितत ह�?ँ उ०: यिद आप कोिवड-19 के बारे मंे ज्यादा सोच रहे हो, अत्यिधक डरे ह�ए हों, िजसे िनंयत्रण करना मिु श्कल हो रहा हो, तब आप िचतं ा का अनभु व करते ह।ंै आप में कु छ िनम्निलिखत ल�ण भी हो सकते ह,ंै जो इस प्रकार ह:ंै - • थकावट • िचड़िचड़ापन • अिनद्रा • सांस फू लना • ध्यान के िन्द्रत न कर पाना • पिै नक अटैक • बीमार होने के भय से िचिं तत रहना। प्र०20: अपनी कोिवड-19 क� िचन्ताओं का समाधान करने के िलये मंै अभी क्या कर सकता/सकती ह�?ँ उ०: अपने तनाव से बाहर िनकलने का सबसे अच्छा तरीका कोिवड-19 वायरस के डर को अपने िववके पणू र् िवचारों से दरू करना ह।ै सरकारी िदशा-िनदश� ों के अन�ु प आवश्यक तथ्यों क� जाँच करंे। स्थानीय एवं राज्य सरकार द्वारा बीमारी को रोकने के िलए िकये गये काय� क� जानकारी रख,ंे यिद सभं व हो, तो चरणबद्ध योजना बनाये, जो आपकाे और आपके प�रवार को स्वस्थ रखने में मदद करें। उन समस्याआें पर ध्यान के िन्द्रत करंे िजन्हें आप स्वयं हल कर सकते ह,ंै बजाय इसके िक आप अपने समदु ाय को पणू त्र : स्वस्थ रखने के बारे मंे सोच।ंे टहलना सिु नि�त करंे (व्यायाम भी मदद कर सकता ह।ै ) पया्र� नंीदं लंे, यह दोनों मनोदशा सधु ारने में मदद करंेगे। 44 िव�ास में वो शि� है जो अंधकार में प्रकाश अथा्रत उजड़ी ह�ई दुिनया में प्रकाश लाया जा सकता है | िव�ास पत्थर को भगवान बना सकता है और अिव�ास भगवान के बनाए इसं ान को भी पत्थर बना सकता है |
मानिसक स्वास्थ्य सम्बंधी प्राय: पूछे जाने वाले प्र� प्र०21: क्या मुझे कोिवड-19 क� िचंता करने के बारे में िकसी िचिकत्सक से बात करनी चािहए? उ०: यिद आपके िचतं ा के ल�ण आपके दिै नक जीवन कायर् और संबधों मंे हस्त�पे करते ह,ंै तो िचिकत्सक�य परामश्र आपके िलए उपयोगी हो सकता ह।ै कोिवड-19 के अपने डर एवं आशकं ाओं को िदल से िनकाल दे एवं महामारी के दौरान अपनी और दसू रों क� दखे भाल के िलए तथ्यों पर आधा�रत योजना बनायंे। थेरेपी के माध्यम से आप अपने सम्प्रेषण कौशल को बढा सकते हैं िजससे आपके अपने प�रवार के सदस्यों के साथ तनाव को कम करने में मदद िमल सकती ह,ै जो िक कोिवड-19 परेशानी के कारण उत्पन्न हो सकती ह।ै यात्रा भ्रमण सीिमत करें और सामािजक दरू ी क� आवश्यकता को महत्व द,ंे िजसमें आपको 3 फ�ट क� दरू ी दसू रों से बनानी चािहए। अपने थेरेिपस्ट से फोन एवं वीिडयो सत्र के माध्यम से जानकारी प्रा� करंे। प्र०22: क्वारंटाइन होने के कारण, बच्चों के स्कू ल तथा मेरे काया्रलय ना जा पाने क� िस्थित में अपनी िचंताओं को कै से कम कर सकता/सकती ह�?ँ उ०: यिद लाकॅ डाउन के कारण स्कू ल रद्द िकए गए हों और काम पर जाना भी संभव ना हो तो इस पर िवचार करें:- • आपको दिै नक काय्र योजना में क्या करने क� आवश्यकता ह?ै • लाॅकडाउन से सम्बंिधत प्रशासन द्वारा जारी सभी िनदश� ों को ध्यान मंे रख।ंे • ऑनलाइन क�ाओं द्वारा पढ़ें तथा घर से काय्र करें। • अपने राज्य और के न्द्र सरकार के िनयमों के अनसु ार अपने अिधकारों व कत्रव्यों को जानें, भले ही आप िनजी �ते ्र मंे काम कर रहे हों। प्र०23: यिद मुझे दूर सचं ार माध्यमों से कायर् करने के िलए िनद�श िदए गये हंै या मंै अिधका�रक �प से क्वारंटाइन ह�ँ तो मैं अपने अके लेपन एवं तनाव को कै से िनंयित्रत कर सकता/सकती ह�?ँ उ०: डर, घबराहट, िचड़-िचड़ापन, गसु ्सा, िनराशा, उदासी, भावनात्मक तनाव, परेशानी, सनु ्नपन, िनिष्क्रयता इत्यािद समस्याएँ क्वारंटाइन मंे रहने वाले अिधकतर लोग महससू कर सकते ह।ैं ये समस्याएं एक नैदािनक मानिसक स्वास्थ्य िवकार के कारण नहीं, अिपतु िस्थित जन्य परेशानी के कारण हो सकती हैं इसिलए अपने सहयोिगयों से फोन एवं वीिडयो चटै पर बात करें िक क्या वे आनॅ लाइन बात करने के िलए समय िनधार्�रत करने के इच्छु क ह।ंै अपने सगं ठन / काय्रस्थल क� आनॅ लाइन बैठकों मंे भाग लेते रह।ें प्र०24: मंै घर से काम कर रहा/रही ह�,ँ मेरे बच्चे भी स्कू ल न जाने के कारण पूरा िदन घर पर रहने के िलए बाध्य हैं, इस तनाव को मंै कै से कम कर सकता/सकती ह�?ँ उ०: परू े िदन अपने बच्चों को व्यस्त रखने के िलए िदनचया्र बनाने क� कोिशश करें। ये गितिविधयाँ आपके बच्चे क� �िच के अनसु ार हो सकती ह।ंै चीजों को उनके महत्व के अनसु ार प्राथिमकता दंे व अपने िलए काय्रक्रम बनाए।ँ स्वयं क� आलोचना ना करंे, भले ही आप असाधारण िस्थित को ठीक करने मंे स�म ना हों। अपने बच्चों के साथ-साथ स्वयं से भी अपनी उम्मीदों के बारे में यथा्रथवादी बनें। यिद आपके बच्चे बड़े ह,ैं तो उनसे इस बारे में पछू ें िक जब वे अपना काम खदु करते हैं तो वे कै से आनन्द लेते हैं या स्कू ल का काय्र कै से पणू र् करते ह?ंै प्र०25: यिद मेरा पित/पत्नी, प�रवार का कोई सदस्य या कोई करीबी दोस्त कोिवड-19 वायरस को लेकर िचंता का अनुभव कर रहा/रही है, तो मैं कै से मदद कर सकता/सकती ह�?ँ उ०: कोिवड-19 सम्बन्धी िचतं ा से िनपटने का सबसे अच्छा तरीका ह,ै िक पहले आप स्वयं के तनाव को दरू करंे। रोग सबं ंधी तथ्यों पर प�रवार के सदस्यों से बहस करने क� अपे�ा उनके साथ स्वस्थ रहने और िचतं ा न करने के सकारात्मक उपायों को अपनाने पर चचार् करंे। आप िकन समाचार माध्यमों से कोिवड-19 के िवषय मंे जानकारी प्रा� कर रहे ह,ंै यह भी बताए।ँ यिद उनके दिै नक काय� पर िफर भी प्रभाव पड़ता है तो उन्हें मानिसक स्वास्थ्य िवशषे �ों से सम्पक्र करने के िलए प्रे�रत कर सकते ह।ैं बा�रश के समय मंे जहाँ सारे प�ी आश्रय क� तलाश करते हंै वहीं बाज़ बादलों के ऊपर उड़कर बा�रश से बचते हंै | 45 समस्या सामान्य है बस सोच का अंतर है |
िकरण: मानिसक स्वास्थ्य पुनवार्स हेल्पलाइन- ससं ाधन पुिस्तका प्र०26: यिद मुझे लगता है िक कोिवड-19 के बारंे में मेरी िचंता मेरे बच्चों को प्रभािवत कर रही है तो मुझे ऐसे में क्या करना चािहए? उ०: अपनी िचतं ा का समाधान करना, अपने बच्चों को कोिवड-19 के बारे में न डरने से मदद करने का सबसे अच्छा तरीका ह।ै बच्चों के सम� एक आदश्र के �प में रह।ंे यिद आपके बच्चे कोिवड-19 को समझ सकते ह,ैं तो उनसे बीमारी के बारे में पछू ें िक वे बीमारी के बारे मंे क्या जानते ह,ंै और उनक� गलत धारणा को ठीक करें। स्वस्थ एवं सरु ि�त रहने के िलए अपने प�रवार क� योजना के बारे मंे बात करें, अपने बच्चों से पछू ंे िक क्या उनके पास कोई सझु ाव हंै और यिद हैं तो उसके िलए उन्हें धन्यवाद द।ें प्र०27: मैं पहले से ही कु छ रोगों से ग्रिसत ह�ँ जो मुझे कोिवड-19 के िलए अिधक सवं ेदनशील बनाते हंै। मैं अपनी िचंता कै से कम कर सकता/सकती ह�?ँ उ०: कोिवड-19 के बारे मंे सामान्य �प से एवं अपने प�रप्रे�य मंे तथ्यों क� जानकारी आपको सबसे खराब िस्थित के बारे मंे िचतं ा करने के बजाय समस्या- समाधान पर ध्यान कें िद्रत करने में मदद कर सकती ह।ै िफलहाल दशे के अिधकांश िहस्सों मंे उन लोगों काे आत्म-अलगाव के िलए प्रोत्सािहत िकया जा रहा है िजन्हें िकसी प्रकार क� पहले से कोई स्वास्थ्य सम्बंधी परेशानी है जसै े र�चाप, मधमु हे आिद । अपने प्रारिम्भक दखे भाल िचिकत्सक या अपनी िस्थित का इलाज करने वाले िवशषे � से बात करें िक आपको क्या करना चािहए। यिद आपको वायरस के दो प्रमखु ल�णों- बखु ार, एवं सांस लेने मंे किठनाई का अनभु व हो। साथ ही साथ, आप इस िविश� िस्थित मंे कौन से अित�र� िनवारक उपाय कर सकते ह।ैं सिु नि�त करंे िक आपके पास सझु ाई गई दवाओं क� पया्र� आपिू त्र हो। यिद आप कायर्रत हंै तो एक कमच्र ारी के �प में दरू संचार माध्यम से काय्र करने एवं बीमारी में अवकाश से संबिधत अिधकारांे को समझ।ंे साथ ही अपनी िचतं ाओंके बारे मंे दोस्तों एवं प�रवार के सदस्यांे से बात करंे और उन्हंे सझु ाव दंे िक यिद आप बीमार या क्वारंटाइन हो जाते हंै तो वे कै से आपक� मदद कर सकते ह।ैं प्र०28: मैं पहले से ही मानिसक �प से अस्वस्थ ह�,ँ मंै ऐसा क्या क�ँ िक कोिवड-19 क� िचंता मेरी इस िस्थित को और अिधक गम्भीर न बनाए? उ०: सिु नि�त करंे िक व्यि� दवा ले रहा ह।ै फालॅ ोअप के िलए अपने िचिकत्सक और परामशद्र ाता के सम्पक्र मंे रह।ें अपनी दवायें पहले से खरीद।ें अपने आप को संक्रमण से बचाने के िलए सरकार द्वारा जारी िदशा- िनदश� ों का पालन करंे। अपनी िचतं ा को कम करने के िलए खदु को रचनात्मक काय� जसै े लेखन, खाना बनाना आिद में व्यस्त रख।ें प्र०29: इस महामारी के दौरान सामािजक दूरी से कै से िनपटें? उ०: फोन या आनॅ लाइन संचार के माध्यम से अपने दोस्तों एवं प�रवार के सदस्यों के सम्पक्र में रह।ंे वीिडयो चटै के माध्यम से अपने दोस्तों, सहकिमयर् ों के साथ मज़दे ार गितिविधयाँ करने क� कोिशश करंे। सामािजक समहू बनाएँ और इस महामारी मंे ज�रतमदं लोगों क� मदद करने क� कोिशश करंे। इससे आपको सतं िु � का अनभु व होगा। प्र०30: मानिसक स्वास्थ्य सबं ंधी समस्याओं को कै से पहचानंे? उ०: उदासी, िचतं ा, िकसी संक्रमण होने का डर, रोग के बारे में सोचना, असमथर्ता, हार मानना, िशिथलता, नींद और भखू मंे गड़बडी, भावनात्मक परेशािनयाँ एक तनावपणू ्र जीवन को प्रदिशतर् करती ह।ंै तनाव के दरू होने पर ये ल�ण सामान्यत: गायब हो जाते ह,ैं लेिकन आपक� िदनचया्र मंे समस्या पैदा करते ह,ंै और आपके जीवन को महत्वपणू र् �प से प्रभािवत करते ह।ैं 46 खुशी या प्रसन्नता कोई पहले से िनिम्रत चीज नहीं है | बिल्क यह हमंे हमारे ही कम� से िमलती है ।
मानिसक स्वास्थ्य सम्बंधी प्राय: पूछे जाने वाले प्र� प्र०31: मनोवै�ािनक समस्याओं से सबसे अिधक प्रभािवत लोग कौन हो सकते हैं? उ०: िजन व्यि�यों को पा�रवा�रक और सामािजक सहायता कम उपलब्ध ह,ै बच्चों म,ंे िकशोरो म,ंे कमज़ोर मनोदशा वाले लोगों म,ें गभवर् ती मिहलाओं म,ंे िदव्यांग व्यि�यों में मनोव�ै ािनक समस्याएँ होने क� सम्भावना अिधक हो सकती ह।ैं प्र०32: इस अविध के दौरान गभर्वती मिहलाओं के स्वास्थ्य क� देखभाल कै से करें? उ०: भय और िचतं ा, दखु , सकं ्रमण क� िचतं ा, िचड़िचड़ापन, बेचनै ी, आराम करने में परेशानी, नींद में कमी, िशशु के स्वास्थ्य क� िनरन्तर िचतं ा- ये ल�ण गभवर् ती मिहलाओं में हो सकते ह।ैं उन्हें सबसे पहले अपने िचिकत्सक के सम्पकर् मंे आने क� सलाह द।ंे उन्हें घर पर रहने और िवशषे �ों के परामशा्रनसु ार हल्के व्यायाम, योग और ध्यान मंे सलं ग्न हाने े क� सलाह द।ंे िकसी भी शारी�रक समस्या से बचने के िलए अपनी पोषण सम्बन्धी ज�रतों पर ध्यान द।ंे हाथ क� स्वच्छता एवं साफ सफाई पर सरकार के िदशा-िनदश� ों का पालन करंे। उन्हंे महससू करायें िक यह जीवन का महत्वपणू र् चरण ह,ै इसीिलए अच्छी यादंे संजोने क� कोिशश करें। उन्हें बच्चे के आने क� योजना बनाने और माततृ ्व सखु ों के िलए प्रोत्सािहत करंे। िबना परामश्र के कोई दवा न लंे। प्र०33: मंै एक पुिलस अिधकारी ह�,ँ जो िक हाटॅ स्पाट इलाके में िपछले तीन हफ्तों से ड्यूटी कर रहा/रही ह�।ँ मंै मानिसक �प से थकावट महससू कर रहा/रही ह�।ँ मैं क्या उपाय कर सकता/सकती ह�?ँ उ०: फ्रं टलाइन किमय्र ों के स्वयं एवं प�रवार के जोिखम के बारे में िचतं ा, लम्बे समय तक काम करना, व्यि�गत सरु �ा सामग्री क� अपया्र�ता क� िचतं ा, अके लापन जसै ी समस्याओं का सामना करना पड़ता ह।ै एक िनि�त िदनचया्र रखने क� कोिशश करें, आराम एवं पया्र� नींद सिु नि�त करंे, अपने िप्रयजनों के सम्पकर् में रह।ें िनयिमत �प से व्यायाम करंे, अपने पोषण का ध्यान रख।ें अपनी �िचयों के अनसु ार कायर् करें, योग और धािमकर् गितिविधयों जसै -े गहरी सांस लेने का अभ्यास करें और िवश्राम करें। प्र०34: मेरे पित को शराब पीने क� आदत थी। वह इसका िनयिमत इलाज भी करवा रहे थे, लेिकन अब उन्हांेने पुनः शराब पीना शु� कर िदया है। इसे कै से रोका जाए? उ०: उपचार करने वाले िचिकत्सक से फोन पर संपक्र करने क� कोिशश करंे और पहले के उपचार एवं सावधािनयों के बारे मंे चचार् करंे। उनक� सलाह के अनसु ार दवा श�ु करंे। पित का सहयोग करें और फोन पर परामश्र लेने के िलए प्रे�रत करने का प्रयास करें। प्र०35: मेरे प�रवार के लोग कहते हैं िक इन िदनों मुझे ज़्यादा गुस्सा आने लगा है। कृ पया इससे िनपटने के सझु ाव दें? उ०: एक डायरी बनाएँ और उन घटनाओंको िलख,ंे िजनसे आप को गसु ्सा आता ह,ै इसका बह�त सावधानी से िव�ेषण करंे और इन घटनाओं मंे आने वाले िजम्मदे ार कारणों का पता लगाने क� कोिशश करें। यह आपको उस िस्थित से बचने में मदद करेगा जो आपके गसु ्से वाले व्यवहार के िलए िजम्मदे ार ह।ै गहरी सांस लेने एवं िवश्राम करने का अभ्यास करंे। अपने आपको समय दने े क� कोिशश करें। यह आपको अनकु ू ल व्यवहार करने मंे मदद करेगा। प्र०36: क्या ‘योग और ध्यान’ मेरी मनोवै�ािनक समस्याओं से िनपटने में मेरी मदद कर सकते है? उ०: ‘योग और ध्यान’ अभ्यास का उद्दशे ्य व्यि� के मन एवं शरीर को स्वस्थ बनाये रखने मंे मदद करना ह।ै यह जीवन क� गणु व�ा में सधु ार करता ह।ै बीमारी के समय लड़ने क� शि� दते ा ह।ै इसे प्रिशि�त प्रिश�क क� दखे -रेख मंे करना चािहए। हम चाहे तो अपनी मेहनत और आत्मिव�ास के बल पर अपना भाग्य खुद बदल और िलख सकते हैं | अगर हमंे मेहनत 47 करनी नहीं आती तो हम अपना भाग्य नहीं िलख सकते और प�रिस्थितयां हमारा भाग्य िलख देती हंै ।
िकरण: मानिसक स्वास्थ्य पुनवा्रस हेल्पलाइन- ससं ाधन पुिस्तका प्र०37: कोिवड-19 महामारी में बुजुगर् लोगों क� मदद कै से करें? उ०: यह आ�स्त करंे िक इन िस्थितयों में अनभु व क� गई अिधकांश मानिसक स्वास्थ्य समस्याएँ असमान्य तनाव क� सामान्य प्रितिक्रया ह।ै िविभन्न अिव�सनीय स्रोतों के माध्यम से फै ले िविभन्न प्रकार के झठू े संदशे ों के बारे मंे उन्हंे उिचत जानकारी एवं स्प�ीकरण द।ंे िदनचयार्, शारी�रक व्यायाम, योग, ध्यान, पौि�क आहार और उिचत सरु �ा सावधािनयों के साथ घर पर क� जाने वाली गितिविधयों के माध्यम से मानिसक स्वास्थ्य बनाये रखने के िलए प्रोत्सािहत करना अित आवश्यक ह।ै मनोवै�ािनक संकट से िनपटने के िलए उन्हंे सहायता प्रदान करंे। प्र०38: कोिवड-19 महामारी के दौरान िदव्यांगजनों क� मदद कै से करें? उ०: इस दौरान िदव्यांगजनों के तनाव को स्वीकार करंे और सहानभु िू त िदखाए।ँ उनक� समस्याओं को ध्यान से सनु ें, क्योंिक भावनाओं को प्रदिशतर् करने से उन्हंे राहत िमल सकती ह।ै उनक� िदव्यांगता के अनसु ार िविश� सलाह प्रदान करंे जैसे �ि� बािधत िदव्यांगजन अपने हाथों क� स्वच्छता का ख्याल कै से रख सकते ह,ैं क्योंिक वे स्पश्र के माध्यम से आगे बढ़तंे ह।ंै उन्हंे चलने के िलए दसू रों पर िनभर्र ता कम करने के िलए छड़ी का उपयोग करने के िलए प्रोत्सािहत करें। उनके सबं िधत राज्य में सहायता प्रदान करने वाले समहू ों के बारे में बताए।ँ प्र०39: मेरी 15 साल क� बेटी मंे बौिद्धक अ�मता है। वह िवशेष स्कू ल मंे नहीं जा पा रही है िजसके कारण वह बह�त जल्दी गुस्सा करती है। कृ पया सलाह दें िक इस समस्या का िनराकरण कै से हो? उ०: उसके िलए एक काय्रक्रम तैयार करें िजसमंे स्कू ल के समय के दौरान क� गई सभी गितिविधयाँ शािमल हों जसै -े ध्यान अभ्यास, संवेदी एक�करण क� गितिविधयाँ, श�ै िणक खले (भाई-बहनों क� मदद स)े आिद। उसके िविश� िश�क से सलाह लंे। अॉनलाइन उसके िचिकत्सक क� सलाह तथा उसके व्यवसाियक एवं शारी�रक उपचार पर आधा�रत गाितिविधयों को जारी रखने क� कोिशश करंे। उसे िदन के समय अपने साथ अन्य शारी�रक और घरेलू गितिविधयों मंे व्यस्त रख।ंे गितिविधयों के परू ा होने पर उसे प्रोत्सािहत करने हते ु परु स्कार दंे और प्रे�रत करें। 48 जब तक हम अपनी समस्याओं एवं किठनाइयों क� वजह दूसरों को मानते रहेंगे, तब तक हम अपनी समस्याओं एवं किठनाइयों को िमटा नहीं सकते ।
भागः 2 ब मानिसक स्वास्थ्य किमर्यों के िलए पूवा्रपेि�त शत� एवं मानिसक स्वास्थ्य प्राथिमक िचिकत्सा प्रोटोकॉल अगर आप उन बातों एवं प�रिस्थितयों क� वजह से िचंितत हो जाते है, जो आपके िनयंत्रण मंे नहीं तो इसका प�रणाम 49 समय क� बबार्दी एवं पछतावा है |
िकरण: मानिसक स्वास्थ्य पुनवार्स हेल्पलाइन- ससं ाधन पुिस्तका 50 रवैया, खुशी, आशावाद, दयालुता, सम्मान एक िवकल्प है । आप जो भी िवकल्प चुनते हैं, वह आपको बनाता है। बुिद्धमानी से चुनें ।
मानिसक स्वास्थ्य किम्रयों के िलए पूवार्पेि�त शत� िवषय सचू ी क्रमांक िवषय-वस्तु प�ृ स.ं 2 ब (I) मानिसक स्वास्थ्य किमर्यों के िलए पूवा्रपेि�त शत� 55 क- कोिवड-19 क� वै�ािनक जानकारी 55 1-कोिवड-19 महामारी का दीघक्र ािलक मनोसामािजक और व्यवहारगत प्रभावः- 55 2- िविभन्न जनसखं ्या मंे मनोसामािजक और व्यवहािरक प्रभाव सचू क:- 3. तनाव से िनपटने क� रणनीितयाँ 55 59 4- पीिड़त के िलए मानक सलाह 60 ख- व्यवसाय से सम्बिन्धत नैितक मूल्यों का �ान- क्या करंे / क्या न करंे 61 1- िजम्मदे ारी पवू क्र कै से मदद करंे 61 2- सम्मान करंे 61 3- क्या करें और क्या न करंे 61 4- उपय�ु सम्प्रेषण 62 5- कहने और करने योग्य बातंे 62 6- न कहने अथवा न करने योग्य बातें 62 ग- मनोवै�ािनक प्राथिमक िचिकत्सा का �ान 63 1- मनोव�ै ािनक प्राथिमक िचिकत्सा क्या ह?ै 63 2- संकट काल लोगों को कै से प्रभािवत करता ह?ंै 3- मनोवै�ािनक प्राथिमक िचिकत्सा कब प्रदान क� जाती ह?ै 63 64 4- अन्य आपातकालीन प्रितिक्रया उपायों के बारे में जाग�क रहें 64 5- संकट स्थल मंे प्रवेश करने से पहले, िनम्निलिखत के बारे में जानंेः 6- प�रिस्थित का सामना 64 65 2 ब (II) मानिसक स्वास्थ्य प्राथिमक िचिकत्सा प्रोटोकॉल 67 क आत्महत्या और अवसाद (िडप्रेशन) रोकथाम प्रोटोकॉल 69 आत्महत्या सम्बंधी गलत धारणाएँ 69 सकं ट में मदद करने के प्रमखु 5 चरण िनम्न िलिखत ह:ै - 70 क 1 आत्महत्या-प्रोटोकालॅ 71 अाकलन प्र� 1- क्या व्यि� ने हाल ही में आत्महत्या या स्वाघात का प्रयास िकया ह?ै 72 अाकलन प्र� 2- व्यि� से सीधे पछू ंे िक क्या वह आत्महत्या या स्वाघात के बारे में सोच रहे ह?ै 72 आकलन प्र� 3- क्या समवत� प�रिस्थित आत्महत्या या स्वाघात के साथ सम्बिन्धत ह?ैं 72 बुिनयादी प्रबंधन योजना 73 1- यिद व्यि� ने आत्महत्या का प्रयास िकया ह,ै तो आवश्यक िचिकत्सक�य दखे भाल, िनगरानी 73 करें और मनोसामािजक समथर्न प्रदान करंेः- 2- यिद व्यि� आत्महत्या या स्वाघात के संभािवत जोिखम में ह,ै ताे मनोसामािजक सहायता प्रदान 74 करें तथा िनगरानी रख:ें 3- व्यि� के िलए एक सरु ि�त और सहायक वातावरण बनाए।ँ 4- दखे भाल करने वालों के िलए िदशा-िनदश� 74 74 5- िनयिमत सपं क्र और अनवु त्रन या फालॅ ोअप बनाये रखंे 75 आपको आपके िसवाए कोई और सफलता नहीं िदला सकता है । 51
िकरण: मानिसक स्वास्थ्य पुनवार्स हेल्पलाइन- ससं ाधन पुिस्तका 76 77 क 2 मध्यम-गंभीर अवसादग्रस्तता िवकार- प्रोटोकालॅ 78 आकलन प्र� 1- क्या व्यि� को मध्यम-गभं ीर अवसादग्रस्तता िवकार ह?ै 79 आकलन प्र� 2- क्या इन ल�णों के िलए अन्य सभं ािवत स्प�ीकरण ह?ैं (मध्यम से गभं ीर 79 अवसादग्रस्तता िवकार के अित�र�) 79 अाकलन प्र� 3- क्या प्रबन्धन के िलए समवत� मानिसक, स्नायिवक िस्थित क� आवश्यकता ह?ै 80 बुिनयादी प्रबंधन योजना 81 1- मनो-िश�ा प्रदान करें 81 2. मनोसामािजक - सहायता प्रदान करंे। 82 83 ख तीव्र तनाव हेतु प्रोटोकॉल 83 आकलन प्र� 1- क्या व्यि� ने हाल मंे िकसी आघात या ददनर् ाक घटना का अनभु व िकया ह?ै 83 आकलन प्र� 2- यिद घटना एक महीने के अदं र ह�ई है तो क्या व्यि� के अदं र महत्वपणू र् तीव्र तनाव 84 के ल�ण ह?ै 84 आकलन प्र� 3- क्या यह कोई समवत� (िकसी अन्य रोग के साथ होने वाली) िस्थित है या कोई 84 अन्य परेशानी ह?ै बुिनयादी प्रबंधन योजना 84 1- सभी मामलों में 2- यिद तीव्र तनाव मंे अिनद्रा क� समस्या है तो िनम्निलिखत अित�र� प्रबंधन क� आवश्यकता हःै 86 3- तीव्र तनाव क� वजह से यिद बच्चा िबस्तर गीला करता हो तो िनम्निलिखत अित�र� प्रबंधन 86 अपनाएःं 87 4- अितवातायन /सांस फू लना (हाइपरवंिे टलेशन) क� िस्थित (िजसमें बह�त तेज सांस लेना अथवा 87 अिनयंित्रत सांस लेना यह तीव्र तनाव क� िस्थित ह)ै इसके िलए िनम्निलिखत अित�र� प्रबंधन के 87 बारे में बताएःं 90 5- ऐसे मामलों म,ंे जहाँ शरीर से सम्बिन्धत िवघटनकारी घटक तीव्र तनाव के ल�ण हों (जैसे- िक 90 िचिकत्सक�य �प से अस्प� प�ाघात, बोलने या दखे ने मंे असमथ्रता, िमग� जैसे िमथ्या ल�ण 90 Pseudoseizures आिद), तो िनम्निलिखत प्रबंधन प्रस्ततु करंे- 91 91 ग शोक-अविध के िलए प्रोटोकॉल 91 आकलन प्र� 1- क्या व्यि� ने हाल ही में िकसी बड़े नकु सान का अनभु व िकया ह?ै 92 आकलन प्र� 2- यिद व्यि� ने िवगत 6 महीनों मंे बड़ी घटना का अनभु व िकया है तो क्या व्यि� में द:ु ख के महत्वपणू र् ल�ण ह?ै आकलन प्र� 3: क्या कोई समवत� िस्थित ह?ै बुिनयादी प्रबंधन योजना घ आघातोपरान्त तनाव िवकार (पोस्ट ट्रॉमेिटक स्ट्रेस िडसॉडर्र) आकलन प्र� 1- क्या िकसी व्यि� के साथ 1 महीना पहले कोई ददनर् ाक घटना घिटत ह�ई? आकलन प्र� 2- यिद एक माह पवू र् िकसी ने कोई मानिसक आघात अनभु व िकया है तो क्या वह आघातोपरान्त तनाव जिनत िवकार से ग्रिसत हो सकता ह?ै आकलन प्र� 3: क्या ऐसी कोई सम�प प�रिस्थित ह?ै बुिनयादी प्रबंधन योजना 1- आघातोपरान्त तनाव िवकार (पी टी एस डी) के बारे में मनोिशि�त करंे। 2- मनोवै�ािनक सहयोग के िलए- 52 अपने मन का पालन करंे, अपने भीतर क� आवाज सनु ो, दूसरों को क्या लगता है इसके बारे मंे परवाह बंद करो ।
मानिसक स्वास्थ्य किमर्यों के िलए पूवार्पेि�त शत� मानिसक स्वास्थ्य किमर्यों के िलए पूवा्रपेि�त शत� कल्पना क�िजए िक आपका जीवन हर िलहाज से एकदम सही है; वह जीवन कै सा िदखेगा । 53
िकरण: मानिसक स्वास्थ्य पुनवार्स हेल्पलाइन- ससं ाधन पुिस्तका COVID-19 Mental Health Helpline Prerequisite to handle COVID-19 Mental Health Helpline Scientific Knowledge of Knowledge of Knowledge of Professional Ethics Psychological COVID-19 and dos and don’ts First Aid Greeting /Listening and Rapport Building Referral Mental Health Counselling Psychiatrist for Local NGOs for Medical man- administration for other support agement Govt Schemes Acute Stress Grief Depression PTSD Suicide Protocol-1 Protocol-2 Protocol-3 Protocol-4 Protocol-5 Follow up Termination Presenting the case in the group of experts for knowledge building 54 क्रोध, पछतावा, िचंता और िशकायत में अपना समय बबा्रद न करें। जीवन दुखी होने के िलए कम है
मानिसक स्वास्थ्य किमर्यों के िलए पूवार्पेि�त शत� 2 ब (I)- मानिसक स्वास्थ्य किम्रयों के िलए पूवार्पेि�त शत� क कोिवड-19 क� वै�ािनक जानकारी सभी मानिसक स्वास्थ्य व्यवसाियकों को कोिवड-19 के सबं ंध में व�ै ािनक जानकारी के साथ अद्यतन िकया जाना चािहए तािक व�ै ािनक �ान को बड़े पैमाने पर समाज मंे स्थानांत�रत िकया जा सके । इस पिु स्तका के भाग 1 (मिे डकल फै क्ट शीट फाॅर मटें ल हले ्थ टेली काउंसिलंग) मंे इस पहलू पर िवस्तार से जानकारी दी गई ह।ै 1- कोिवड-19 महामारी का दीघ्रकािलक मनोसामािजक और व्यवहारगत प्रभावः- िकसी भी अन्य तेजी से बढ़ते सकं ्रमण क� तरह कोिवड -19 एक िचिकत्सीय संकट के साथ-साथ मानिसक स्वास्थ्य के भय के साथ आता ह।ै संक्रमण के डर के अलावा कु छ अन्य अित�र� भय ह-ंै जैसे िक िप्रय लोगों को खोना, दिै नक ज�रतों और ससं ाधनों का सकं ट, आिथ्रक सकं ट आिद। स्वास्थ्य क� िचतं ा, नींद से सम्बिन्धत समस्या, घबराहट के दौरे, अवसाद (िडप्रेशन), ओसीडी और अके लापन इत्यािद इस महामारी के कारण होने वाली मानिसक समस्याएं ह।ै यद्यिप िचिकत्सक�य सिु वधाएँ आम लोगों तक पह�चँ ाना आवश्यक ह,ै लेिकन हम जनसंख्या क� मानिसक स्वास्थ्य को नजरअदं ाज नहीं कर सकते क्योंिक यह सावर्जिनक स्वास्थ्य का सबसे आम सकं े तक ह।ै इसिलए, इन िविभन्न तरीकों पर ध्यान दने ा ज�री ह,ै िजसमें कोिवड-19 महामारी लोगों के मानिसक स्वास्थ्य और सामािजक व्यवहार को प्रभािवत कर सकती ह।ै कोिवड-19 अत्यिधक मनोवै�ािनक और व्यवहार सबं ंधी समस्याएं पैदा कर रहा ह।ै कोिवड-19 का मनोसामािजक प्रभाव सामान्य लोगों क� तरह सभी वग�, संक्रिमत लोगों, स्वास्थ्य िवशषे �ों, अिग्रम पिं � कायर्कतार्ओं और अन्य अिन्तम पंि� कमचर् ा�रयों के बीच स्प� �प से िदखाई दते ा ह।ै 2 िविभन्न जनसखं ्या मंे मनोसामािजक और व्यवहािरक प्रभाव के िनम्निलिखत सचू क हो सकते हंै:- सद�, खांसी या सामािजक छींक जसै े ल�णों या भौितक दरू ी से िलए लोगों क� सम्बिन्धत दिु �ंता नकारात्मक प्रविृ � आजीिवका खोने का डर घर से बाहर जाने कोिवड-19 अपने और िप्रयजनों का डर- मझु े महामारी का के िलए असरु �ा क� मनोसामािजक प्रभाव कोिवड-19 हो सकती भावना है बिु नयादी ज�रतों रोग के क� कमी संक्रमण का का डर डर िचत्रः कोिवड-19 के मनोसामािजक प्रभाव के सचू क िकसी भी काम को शु� करने के िलए बात करना छोड़ दो और काम करना शु� करो । 55
िकरण: मानिसक स्वास्थ्य पुनवा्रस हेल्पलाइन- ससं ाधन पुिस्तका सामान्य लोगः • मलू भतू आवश्यकताओं क� कमी का लगातार भय। • बीमारी के संक्रमण का डर और इसके िनदान के िलए संसाधनों क� कमी। • स्वयं और िप्रयजनों के िलए असरु �ा क� भावना। • आजीिवका खोने का डर। • प�रवार या दोस्तों के साथ सपं कर् क� कमी के प�रणामस्व�प, सामािजक / शारी�रक �प से दरू होने क� िचतं ा, जो दरू रहने वाले प�रवार के लोग ह,ैं उनसे सम्बिन्धत िचतं ा। • घर से बाहर जाने का डर, सद�, खांसी या छींक जैसे ल�णों वाले लोगों के प्रित नकारात्मक प्रविृ त ह,ै जो शायद एक साधारण फ्लू हो सकता ह।ै जीवन से सम्बिन्धत अिनि�तता मधमु हे , र�चाप, अस्थमा इस चरण के दौरान जसै ी अन्य पहले से जड़ु ी मतृ ्यु का डर िस्थितयों में विृ द्ध इस िस्थित को सहन न कर कोिवड-19 से कोिवड-19 से पाना, इसे और खराब कर संक्रिमत बजु गु ्र लोगों के संक्रिमत व्यि� सकता है और उनके बीच मामले मंे अके लेपन क� भावना िचन्ता के स्तर को बढ़ा गहरा सकती है और िस्थित समाज के साथ-साथ प�रवार के सदस्यों से सकता ह।ै खराब हो सकती ह।ै अलगाव भी व्यि� के मानिसक स्वास्थ्य को प्रभािवत कर सकता ह।ै िचत्रः कोिवड-19 से संक्रिमत व्यि� संभवत: िनम्निलिखत समस्या अनभु व कर सकते हैं 56 िनराशावादी हर अवसर मंे किठनाई देखता है । आशावादी हर मुिश्कल में अवसर देखता है “
मानिसक स्वास्थ्य किमर्यों के िलए पूवा्रपेि�त शत� • जीवन क� अिनि�तता। • इस समय के दौरान मतृ ्यु का डर। • इस समय क� अिनि�तता, प�रिस्थितयों को और खराब कर सकती है व िचतं ा बढ़ा सकती ह।ै • समाज के साथ-साथ प�रवार के सदस्यों से अलगाव भी व्यि� के मानिसक स्वास्थ्य को प्रभािवत कर सकता ह।ै • कोिवड -19 से सकं ्रिमत बजु गु र् लोगों के मामले में अके लापन गहरा सकता है और िस्थित खराब हो सकती ह।ै • मधमु हे , र�चाप, अस्थमा जसै ी अन्य पहले से जड़ु ी िस्थितयों मंे विृ द्ध। प्राथिमक स्वास्थ्यकम� और अिग्रम पंि� कायर्कतार्:- प्राथिमक स्वास्थ्यकम� और अिग्रम पिं � कायर्कतार् अन्य अिधका�रयों, पिु लस बल, मीिडयाकम� और सरु �ा अिधका�रयों क� तरह महामारी के दषु्प्रभाव का अनभु व कर सकते ह।ंै लंबे समय तक काम सकं ्रिमत लोगांे के साथ कोिवड-19 करने और सावजर् िनक सीधा संपकर् उनके िलए के कारण उनके संकट से िनपटने मंे महत्वपणू र् िस्थित से िनपटना और अिधक रोगी क� मतृ ्यु उन्हंे भिू मका िनभाने से वे िचतं ा, व शारी�रक और मानिसक �प परेशानी ज्यादा महससू कर किठन बना दते ा ह।ै से जोिखम मंे डाल सकते ह।ंै कोरोना वा�रयसर् पर सकती ह।ै कोिवड-19 महामारी का अलगाव, लांछन आिद का सीिमत व्यि�गत भी सामना करना पड़ सकता प्रभाव सरु �ा उपकरण और समथर्न प्रणाली क� वजह से ह।ै रोगी काे बचाने में िस्थित और िबगड़ सकती स�म नहीं होने के कारण अपराध क� भावना उनके बीच ह।ै तनाव के स्तर को बढ़ा सकती ह।ै िचत्र: कोरोना योद्धाओं पर कोिवड-19 महामारी का मनोसामािजक प्रभाव अपने कल को अपने आज पर हावी होने न दें । 57
िकरण: मानिसक स्वास्थ्य पुनवार्स हेल्पलाइन- ससं ाधन पुिस्तका • सकं ्रिमत लोगांे के साथ सीधा संपकर् उनके िलए िस्थित से िनपटना और अिधक किठन बना दते ा ह।ै • कोिवड-19 के कारण उनके रोगी क� मतृ ्यु उन्हंे शारी�रक और मानिसक �प से किठनाई मंे डाल सकती ह।ै • सीिमत व्यि�गत सरु �ा उपकरण और सहायक प्रणाली क� वजह से िस्थित और िबगड़ सकती ह।ै • रोगी को बचाने मंे स�म नहीं होने के कारण अपराध बोध क� भावना उनके बीच तनाव के स्तर को बढ़ा सकती ह।ै • अलगाव, दोषारोपण आिद का भी सामना करना पड़ सकता ह।ै • लंबे समय तक काम करने और सावज्र िनक संकट से िनपटने मंे महत्वपणू ्र भिू मका िनभाने से वे िचतं ा व परेशानी ज्यादा महससू कर सकते ह।ंै • सकं ्रिमत लोगांे के साथ सीधा सपं कर् उनके िलए िस्थित से िनपटना और अिधक किठन बना दते ा ह।ै • अन्य अिन्तम पिं � कमचर् ारी, अन्य व्यवसाियक जसै े हले ्पलाइन मंे काम करने वाले लोग, आईटी कायर्कतार्, बैंक कमचर् ारी भी िविभन्न परेशािनयों का सामना कर सकते हैं जैसःे सकं ट क� िस्थित में भारी काम के कारण िनिष्क्रय होना आिद। उनके प�रवार के कोिवड-19 प्रेरणा रिहत होना: सदस्यों में सकं ्रमण से महामारी का अिन्तम क्योंिक वे ना तो अिग्रम पंि� व्यवसाियकों पर पिं � मंे हंै और ना अिं तम गजु रने का डर। मनोसामािजक प्रभाव पंि� म।ंे काय्र क� िजम्मदे ा�रयों के कारण स्वयं को दसू रों से अलग न रख पाने से सकं ्रमण होने क� िचतं ा िचत्र: कोिवड-19 महामारी का अिन्तम पिं � व्यवसाियकों पर मनोसामािजक प्रभाव 58 आप सफलता से ज्यादा असफलता से सीखते हैं।
मानिसक स्वास्थ्य किमर्यों के िलए पूवा्रपेि�त शत� • वे हतोत्सािहत है क्योंिक ना तो अिग्रम पिं � मंे हैं और ना अिन्तम पिं � म।ें • कायर् क� िजम्मदे ा�रयों के कारण स्वयं को दसू रों से अलग न रख पाने से सकं ्रमण होने क� िचतं ा • उनके प�रवार के सदस्यों में संक्रमण से गजु रने का डर। • संकट क� िस्थित में अिधक कायर्भार आिद। कोिवड-19 महामारी के दौरान िदव्यांगता सम्बंधी िवचारणीय िबन्दु बिु नयादी स्वच्छता उपायांे को लागू करने में बाधाए।ं कोिवड-19 मौजदू ा कोिवड-19 के प्रकोप के अित�र� सहायता क� स्वास्थ्य आवश्यकताओं दौरान िदव्यांगता सम्बंधी ज�रत के कारण को बढ़ाता ह।ै िवचारणीय िबन्दु सामािजक दरू ी रखने मंे किठनाई। सावजर् िनक स्वास्थ्य वातावरण से जानकारी सचू ना और दखे भाल को प्रा� करने के िलए प्रा� करने मंे बाधाएँ । वस्तओु ं को छू ने क� आवश्यकता । िचत्र: कोिवड-19 के प्रकोप के दौरान िदव्यांगता सम्बंधी िवचारणीय िबन्दु 3. तनाव से िनपटने क� रणनीितयाँ कोिवड-19 से सम्बिन्धत तनाव से िनपटने क� कु छ सही व गलत रणनीितयांे क� सचू ी- उिचत रणनीितयाँ अनुिचत रणनीितयाँ स्वस्थ गितिविधयों जसै े योग, ध्यान, खले आिद में व्यस्त शराब पीना या मादक पदाथ� आिद का उपयोग करना रहें सतं िु लत और पौि�क आहार का सवे न अिधक भोजन करना स्वस्थ िनद्रा चक्र अिधक िनद्रा लेना िलखने या रचनात्मक काय� से मन को हल्का करना दसू रों पर अपना गसु ्सा िनकालना ससं ाधनों का ध्यान पवू ्कर उपयोग अिधक खच्र करना समस्या-समाधान मंे सलं ग्न रहना प�रिस्थितयों से भागना ज�रत पड़ने पर मदद मांगना दरू रहना और मदद न माँगना क. �ते ्र मंे उपलब्ध सहायता सवे ाए।ँ ख. परामश्र सवे ाएँ यिद आप नीचे िगर भी जाए,ं हमेशा ऊपर उठने क� कोिशश करें। 59
िकरण: मानिसक स्वास्थ्य पुनवार्स हेल्पलाइन- ससं ाधन पुिस्तका 4- पीिड़त के िलए मानक सलाह क्या करंे/क्या ना करें- सलाह अाओ िवचार करते हैं िक हम कोरोना वायरस के डर के प्रित अपनी मनो-प्रितर�ा प्रणाली को कै से सधु ारें और कोिवड -19 के कारण बढ़ती िचतं ा को कै से कम करंे:- 1. शारी�रक स्वच्छता बनाए रखने के िलए िवशषे � के िनदश� ों का पालन करें: अपनी शारी�रक स्वच्छता क� दखे भाल करना महत्वपणू र् ह।ै इसिलए, अपने हाथों को िनयिमत �प से धोए,ं सामािजक दरू ी बनाए रखंे और व्यि�गत स्वच्छता बनाए रखने के िलए अपने राज्य और राष्ट्रीय सरकार के िदशािनदश� ों का पालन करंे। यह हमंे मनोव�ै ािनक आराम और सतं िु � दगे ा िक हम स्वयं को और समाज को संक्रिमत होने से रोकने क� परू ी कोिशश कर रहे ह।ंै 2. जानकारी के के वल प्रामािणक और िव�सनीय स्रोतांे को दखे ःंे ‘‘अिधक जानकारी अिधक भ्रम’’ इसिलए डब्ल्यएू चओ साइट, आपके राज्य और राष्ट्र द्वारा दी जाने वाली जानकारी के वधै स्रोतों पर िव�ास करंे। सचू ना के ये िव�सनीय स्रोत, भय और िचतं ा से िनपटने के िलए महत्वपणू र् ह।ंै 3. कु छ समय के िलए मीिडया और सोशल मीिडया से दरू ी बनाकर रख:ें इन स्रोतों से प्रा� समाचार बह�त िचतं ाजनक लग सकते हैं और आप में भय पदै ा कर सकते ह।ैं इसिलए समाचारों से िवराम लेने से आपको िस्थित को ध्यान से दखे ने और वास्तिवक �प से सोचने में मदद िमल सकती ह।ै 4. सकारात्मक सोच और सकारात्मक व्यवहार करंेः नकारात्मक सोच हमें तनाव चक्र मंे प्रवेश करने क� ओर ले जाती है िजससे प्रितरोधक र�ा प्रणाली पर बरु ा प्रभाव पड़ सकता ह।ै इसिलए हमें िस्थित के सकारात्मक प� को दखे ने क� आवश्यकता है जैसे िक इस िस्थित में िशकायत करने के बजाय हमंे इसे घर पर रहने और अपने प�रवार के साथ समय िबताने के अवसर के �प मंे दखे ना चािहए। 5. भय पदै ा करने के बजाय सकारात्मक और प्रामािणक जानकारी फै लाएःँ अपने प�रवार, बच्चों और अन्य लोगों के साथ सकारात्मक संवाद करें। डर के बारे मंे बात करने के बजाय िनवारक और उपचार के उपायों पर ध्यान द।ंे 6. आशावादी िस्थित के िलए खदु को और दसू रों को तैयार करेंः सकारात्मकता पर ध्यान द।ें वास्तिवक प�रिस्थितयों मंे यिद कु छ गलत हो तो सही करने क� योजना बनाएं अाैर यह सोचंे िक यिद यह िस्थित आपके या आपके िप्रय लोगों के िलए उत्पन्न होती है तो आप उसका सामना कै से कर सकते ह।ंै उस िस्थित से िनपटने के तरीकों क� सचू ी तैयार करंे। 7. ज�रत पड़ने पर िचिकत्सक से मदद लेंः योग्य सरकारी स्वास्थ्य कमचर् ा�रयों और सलाहकारों द्वारा प्रदान िकए गए सरु �ा और रोकथाम सझु ावों का पालन करें। फोन द्वारा या िमलकर परामशद्र ाता या मनोवै�ािनक क� सहायता ले सकते ह।ैं 8. अपने आप को शांत रखःंे िवश्राम, व्यायाम, �सन सम्बन्धी व्यायाम, योग, ध्यान, सगं ीत सनु ना, अच्छा सािहत्य पढ़ना, अपने शौक का अभ्यास करना आिद क� मदद से स्वयं काे मानिसक �प से स्वस्थ बनाए रखने क� कोिशश करें। 9. सचते रहःंे अिधक सोचने व कायर् करने से स्वयं को बचाए।ँ भिवष्य के नकारात्मक प�रणामों को बढ़ा-चढ़ाकर सोचने क� बजाय आप सकारात्मक प�रणाम और तािकर् क समाधानों के बारे में सोच।ंे 10. अच्छी नींद का अभ्यास करें- शराब, कै फ�न, टैिनन वाले उत्पादों के उपयोग को प्रितबंिधत करंे क्योंिक यह आपक� चते ना और नींद के तरीको में हस्त�पे कर सकता ह।ै यह सीधे आपक� प्रितर�ा प्रणाली को प्रभािवत करेगा और आपको संक्रमण क� ओर ले जा सकता ह।ै जाँच के समय ऊपर िदए गए अस्वस्थ तरीकों के विणतर् ल�ण यिद िकसी मंे िदखाई दे तो वह सहायता के िलए सम्बिन्धत व्यवसाियकों से सम्पक्र कर सकता ह।ै 60 यिद आप िकसी ऐसी चीज़ पर काम कर रहे हंै िजसक� आप वास्तव में परवाह करते हंै, तो आपको ज�र प्रा� होगी।
मानिसक स्वास्थ्य किम्रयों के िलए पूवा्रपेि�त शत� ख- व्यवसाय से सम्बिन्धत नैितक मूल्यों का �ान- क्या करंे / क्या न करंे 1- िजम्मेदारी पूव्रक कै से मदद करंे जब आप उन प�रिस्थितयों मंे मदद करने क� िजम्मदे ारी लेते ह,ंै जहाँ लोग एक सकं टपणू र् घटना से प्रभािवत ह�ए ह,ैं तो उन तरीकों से कायर् करना महत्वपणू र् होता है िजनके द्वारा मदद कर रहे लोगों क� सरु �ा, ग�रमा और अिधकारों का सम्मान हो सके । िनम्निलिखत िसद्धांत मानवतावादी प्रितिक्रया में शािमल िकसी भी व्यि� या एजंसे ी पर लागू होते ह,ैं िजनमें मनोव�ै ािनक प्राथिमक िचिकत्सक (पी एफ ए) शिमल हःंै 2- सम्मान करें... लोगों क� सरु �ा का... • अपने काय� के प�रणामस्व�प लोगों को जोिखम में डालने से बच।ंे • अपनी परू ी �मता से सिु नि�त करें िक आपके द्वारा मदद िकए जाने वाले वयस्क और बच्चे सरु ि�त हैं और उन्हंे शारी�रक या मनोव�ै ािनक हािन न पह�चँ ।े लोगों क� ग�रमा का- • लोगों से सम्मानपवू र्क तथा उनके सांस्कृ ितक और सामािजक मानदडं ों के अनसु ार व्यवहार करंे। लोगों के अिधकार का • सिु नि�त करंे िक लोग िनष्प� �प से और िबना भदे भाव के मदद कर सकते ह।ंै • लोगों क� मदद करें, तािक वह अपने अिधकारों को समझें तथा उपलब्ध सहायता का प्रयोग करें। • िजस भी व्यि� से आपका सामना हो, उसके िहत में काय्र करें। 3- क्या करें 1. ईमानदार और िव�सनीय बनें। 2. लोगों के िनणयर् लेने के अिधकार का सम्मान करें। 3. अपने भदे भाव एवं पवू ा्रग्रहों को दरिकनार करते ह�ए सचते रह।ें 4. लोगों को यह स्प� करें िक भले ही वे अभी मदद लेने से इनकार कर द,ें िफर भी वे भिवष्य मंे सहायता प्रा� कर सकते ह।ंै 5. व्यि� क� गोपनीयता का सम्मान करें और यिद उिचत हाे तो व्यि� क� समस्या को गोपनीय रख।ें 6. व्यि� क� संस्कृ ित, आयु और िलंग को ध्यान मंे रखते ह�ए उिचत व्यवहार करंे। क्या न करें 1. सहायक के �प मंे अपने संबंध का द�ु पयोग न करें। 2. व्यि� से धन या िकसी भी प्रकार क� सहायता क� अप�े ा न करें। 3. झठू े आ�ासन व गलत जानकारी न द।ंे 4. अपने कौशल का िदखावा ना करंे। 5. अपनी मदद को लोगों पर न थोपंे व न ही दबाव बनाए।ं 6. लोगों को अपनी समस्या बताने के िलए उन पर दबाव न डालें। 7. व्यि� क� समस्या को दसू रों के साथ साझा न करें। 8. लोगों के बारे में भावनाओं व काय� के आधार पर गलत राय ना बनाए।ं िजन्दगी में कभी िकसी बुरे िदन से �ब� हो जाओ तो इतना हौसला ज�र रखना िक िदन बुरा है िजन्दगी नहीं। 61
िकरण: मानिसक स्वास्थ्य पुनवार्स हेल्पलाइन- ससं ाधन पुिस्तका 4- उपयु� सम्प्रेषण सकं ट के समय में आप िकस तरह से बात करते हंै यह महत्वपणू ्र ह।ै जो लोग िकसी सकं ट क� घटना से गजु रे हंै वे बह�त परेशान, िचिं तत या भ्रिमत हो सकते ह।ंै कु छ लोग अपने आप को उन चीजों के िलए दोषी ठहरा सकते हैं जो संकट के दौरान ह�ई थीं। संकट के समय मंे साथ रहने व समझदारी िदखाने से लोग ज्यादा सरु ि�त महससू करते हंै िजससे उिचत �प से दखे भाल करने में मदद िमल सकती ह।ै कोई व्यि� जो िकसी संकटपणू ्र घटना से गजु रा हो अाैर वह आपको अपनी कहानी बताना चाहता हो ताे आपके द्वारा उसक� बातों को सनु ना भी एक बड़ा सहयोग हो सकता ह।ै हालाँिक, यह महत्वपणू ्र है िक िकसी को भी यह बताने के िलए दबाव न डालंे िक उनके साथ क्या घिटत ह�आ ह।ै कु छ लोग यह नहीं बताना चाहते हैं िक क्या ह�आ है या उनक� प�रिस्थितयाँ क्या ह।ंै जबिक वे इस बात को महत्व दते े हंै िक आप उनके साथ ह,ैं उनसे बात करते हैं और उनके खान-पान में सहायता दते े ह।ंै बह�त ज्यादा बात न करंे, मौन रह।ें कु छ समय के िलए चपु रहने से भी व्यि� को राहत िमल सकती है और यिद वे चाहें तो उन्हें आपके साथ िवचार साझा करने के िलए प्रोत्सािहत कर सकते ह।ंै अच्छी तरह से संवाद करने के िलए अपने शब्दों और शारी�रक हाव-भाव दोनों से अवगत रह,ंे जैसे िक चहे रे के भाव, आखं ों के सपं क्र , इशारे, आपके बैठने या खड़े होने का तरीका। प्रत्येक संस्कृ ित के व्यवहार के अपने िवशषे तरीके हैं जो उिचत और सम्मानजनक ह।ंै िकसी व्यि� क� संस्कृ ित, आय,ु िलंग, रीित-�रवाजों और धमर् को ध्यान में रखते ह�ए बोलंे और व्यवहार करंे। आपको क्या कहना है क्या नहीं, इससे सम्बिन्धत िनदश� नीचे िदए गए ह।ैं सहायता व दखे भाल प्रदान करते समय सकारात्मक व यथोिचत व्यवहार करें। 5- कहने और करने योग्य बातें- • गोपनीयता का सम्मान करें और यिद यह उिचत हाे तो व्यि� क� बातों को गोपनीय रख।ंे • बात करते समय, उन्हें लगे िक आप सनु रहे ह,ैं इसके िलए, ‘‘हम्मम’’ इत्यािद का प्रयोग करंे। • धयै र्वान और शांत रह।ें • यिद आपके पास तथ्यात्मक जानकारी हाे ताे प्रदान करें। आप जो जानते हैं उसके बारे में ईमानदार रहंे और यिद आपको तथ्यों क� जानकारी न हो ताे उन्हंे बतायंे, िक ‘‘मंै नहीं जानता, लेिकन मैं आपके िलए इसके बारे मंे जानने क� कोिशश क�ं गा।” • इस तरह से जानकारी दें िजससे व्यि� समझ सके - इसे सरल रख।ें • उन्हंे उनक� �मताओं से प�रिचत कराएँ तथा यह बताने का प्रयास करे िक वे स्वयं अपनी सहायता िकस प्रकार से कर सकते ह।ंै • शांत रह।ें 6- न कहने अथवा न करने योग्य बातंे- • िकसी को अपनी बात बताने के िलए दबाव न डालें। • िकसी क� बातों को बीच में न काटंे (उदाहरण के िलए, बह�त तेजी से न बोलें)। • उन्होंने क्या िकया है अथवा क्या नहीं िकया है या कै सा महससू कर रहे हंै इसके बारे मंे पवू ा्रग्रह से ग्रिसत न हों। उन्हें यह न कहें िक ‘आपको ऐसा नहीं सोचना चािहए अथवा आप भाग्यशाली है िक बच गए’। • उन चीजों को न करंे िजन्हंे आप नहीं जानते ह।ंै 62 असफलता मुझसे कभी आगे नहीं िनकल पाएगी यिद मेरा सफल होने का िन�य काफ� �ढ़ है ।
मानिसक स्वास्थ्य किम्रयों के िलए पूवा्रपेि�त शत� • तकनीक� शब्दों का प्रयोग न करंे। • उन्हंे िकसी और क� कहानी न बताए।ं • अपनी परेशािनयों के बारे में बात न करें। • झठू े वादे या झठू े आ�ासन न द।ें • ऐसा ना सोचें िक आपको व्यि� क� सभी समस्याओं का समाधान करना चािहए। • व्यि� क� �मता और स्वयं क� दखे भाल करने मंे स�म होने क� भावना को कम न करंे। • गलत शब्दों का प्रयोग ना करंे (उदाहरण के िलए, उन्हें ‘‘पागल’’न कह)ंे । ग- मनोवै�ािनक प्राथिमक िचिकत्सा का �ान (पी एफ ए) 1- मनोवै�ािनक प्राथिमक िचिकत्सा क्या है? स्फे यर (2011) और आईएएससी (2007) के अनसु ार- वह व्यि� जो पीिड़त है तथा िजसे सहायता क� आवश्यकता हो, ऐसे व्यि� के िलए जो मानवीय सहायक प्रितिक्रया दी जाती ह,ै वह मनोवै�ािनक प्राथिमक िचिकत्सा कहलाती ह।ै मनोवै�ािनक प्राथिमक िचिकत्सा मंे िनम्निलिखत शािमल हैंः • व्यवहा�रक दखे भाल और सहायता प्रदान करना, जो जबरदस्ती नहीं क� जाती। • ज�रतों और िचतं ाओं का आकलन करना। • बिु नयादी आवश्यकताअांे काे (उदाहरण के िलए, भोजन और पानी, सचू ना) प्रा� करने मंे लोगों क� मदद करना। • लोगों को सनु ना, लेिकन उन पर बात करने के िलए दबाव न डालना। • लोगों को आराम दने ा और उन्हंे शांत महससू करने मंे मदद करना। • लोगों को सचू ना, सवे ाओं और सामािजक सहायता से जोड़ने मंे मदद करना। • लोगों को और अिधक हािन से बचाना। 2- सकं ट काल लोगों को कै से प्रभािवत करता है? दिु नया में िविभन्न प्रकार क� संकटपणू ्र घटनाएँ होती ह,ैं जैसे यदु ्ध, प्राकृ ितक आपदाए,ँ दघु ट्र नाए,ँ आग और पारस्प�रक िहसं ा (उदाहरण के िलए, यौन िहसं ा)। िजससे व्यि�, प�रवार या परू े समदु ाय प्रभािवत हो सकते ह।ंै इस प्रकार क� घटनाओं में लोग अपने घर या िप्रयजनों को खो दते े ह,ंै प�रवार और समदु ाय से अलग हो सकते ह,ंै या िहसं ा, िवनाश या मतृ ्यु के सा�ी बन सकते ह।ंै हालांिक हर व्यि� इन घटनाओं से िकसी न िकसी तरह से प्रभािवत होता ह,ै िफर भी हर व्यि� क� प्रितिक्रया और भावनाओं को व्य� करने क� व्यापक सीमा होती ह।ै बह�त से लोग अिभभतू , भ्रिमत या बह�त अिनि�त महससू कर सकते हैं िक क्या हो रहा ह,ै वे बह�त भयभीत या िचिं तत, या स्तब्ध और अलग महससू कर सकते ह।ैं कु छ लोगों में हल्क� प्रितिक्रयाएं हो सकती ह,ंै जबिक अन्य में गभं ीर प्रितिक्रयाएं हो सकती ह।ंै कोई कै सी प्रितिक्रया करता ह,ै यह कई कारणों पर िनभर्र करता ह,ै िजसमें िनम्न शािमल हःंै • अनभु व क� गई घटना क� प्रकृ ित व गंभीरता। • िपछली सकं टपणू र् घटनाओं के साथ उनका अनभु व। • दसू रों से प्रा� समथ्रन। • उनका शारी�रक स्वास्थ्य। सब कु छ आपका हो सकता है, बस सब कु छ एक बार में आपका नहीं हो सकता है । 63
िकरण: मानिसक स्वास्थ्य पुनवा्रस हेल्पलाइन- ससं ाधन पुिस्तका • मानिसक स्वास्थ्य समस्याओं का व्यि�गत व पा�रवा�रक इितहास। • उनक� सांस्कृ ितक प�ृ भिू म और परम्पराए।ं • उनक� आयु (उदाहरण के िलए, िविभन्न आयु वग्र के बच्चे अलग-अलग प्रितिक्रया करते ह)ैं । हर व्यि� के पास जीवन क� चनु ौितयों से िनपटने मंे मदद करने के िलए शि� और �मताएं हाते ी ह।ैं हालांिक, कु छ लोग सकं ट क� िस्थित मंे िवशषे �प से कमजोर होते हंै और उन्हंे अित�र� मदद क� आवश्यकता हो सकती ह।ै इसमें वे लोग शािमल हंै जो अपनी आयु (बच्चों, बजु गु �) के कारण किठनाई मंे पड़ सकते हंै या वे मानिसक समस्या, शारी�रक िदव्यांगता अथवा ऐसे समहू ों से सम्बिन्धत हैं जो विं चत हंै अथवा िहसं ा के िशकार हो सकते ह।ंै 3- मनोवै�ािनक प्राथिमक िचिकत्सा कब प्रदान क� जाती है? लोगों को िकसी घटना के बाद लंबे समय तक मदद और समथ्रन क� आवश्यकता होती ह।ै पीएफए का उद्दशे ्य उन लोगों क� मदद करना है जो हाल ही में एक सकं ट क� घटना से प्रभािवत ह�ए ह।ैं जब आप पहली बार बह�त व्यिथत लोगों से संपक्र करते हंै तो आप पीएफए प्रदान कर सकते ह।ंै यह आमतौर पर िकसी घटना के दौरान या तरु ंत बाद होता ह,ै यह कभी-कभी एक िदन या स�ाह के बाद हो सकता ह।ै यह इस बात पर िनभरर् करता है िक घटना िकतनी दरे तक जारी रही और िकतनी गंभीर थी। 4- अन्य आपातकालीन प्रितिक्रया उपायों के बारे में जाग�क रहें सकं ट क� िस्थित में जब भी सभं व होः- • संकट का प्रबंधन करने वाले संबद्ध अिधका�रयों के िदशा-िनदश� ांे का पालन करें। • जानंे िक, क्या समस्याओं का आपातकालीन समाधान िकया जा रहा है और लोगों को मदद करने के िलए यिद कोई संसाधन उपलब्ध हंै तो वे कौन से ह।ैं • खोज और बचाव या आपातकालीन िचिकत्सा किमयर् ों के काय� मंे हस्त�पे न करंे और अपनी भिू मका व उनक� भिू मका क� सीमाओं को जानें। िस्थित के बारे मंे जानंे और तत्पर रहंे। • संकट क� घटना के बारे में जानें। • उपलब्ध सवे ाओं और सहायता के बारे में जानें। • सरु �ा से सम्बिन्धत िचतं ाओं के बारे में जानंे। 5- सकं ट स्थल में प्रवेश करने से पहले, िनम्निलिखत के बारे में जानंेः महत्वपूणर् प्र� सकं ट क� घटना • क्या ह�आ? • यह कब और कहाँ घिटत ह�ई? • िकतने लोगों के प्रभािवत होने क� सम्भावना है और वे कौन ह?ंै 64 कल्पना क�िजए िक आपका जीवन हर िलहाज से एकदम सही है; वह जीवन कै सा िदखेगा ।
मानिसक स्वास्थ्य किम्रयों के िलए पूवा्रपेि�त शत� उपलब्ध समथ्रन और सेवाएँ • आपातकालीन िचिकत्सा दखे भाल, भोजन, पानी, आश्रय या प�रवार के सदस्यों का पता लगाने जसै ी बिु नयादी आवश्यकताएँ कौन प्रदान कर रहा ह?ै • उन सवे ाओं तक लोग कहाँ और कै से पह�चँ सकते ह?ंै • और कौन मदद कर रहा ह?ै क्या समदु ाय के सदस्य मदद दने े मंे शािमल ह?ंै सरु �ा और सरु �ा क� िचंता • सकं ट खत्म हो गया है या चल रहा ह?ै • वातावरण में क्या अन्य खतरे हो सकते ह?ंै • क्या वहाँ पर ऐसे �ेत्र हंै जो प्रवशे के िलए सरु ि�त नहीं ह?ै 6- प�रिस्थित का सामना हर िकसी के पास समस्या-समाधान करने के अपने तरीके ह।ंै नकारात्मक रणनीितयों से बचने के िलए लोगों को अपनी सकारात्मक रणनीितयों का उपयोग करने के िलए प्रोत्सािहत करंे । इससे उन्हें सश� महससू करने और िनयंित्रत रहने में मदद िमलेगी। व्यि� के रहन-सहन तथा सकं ट क� िस्थित में क्या सभं व ह,ै इसका ध्यान रखने के िलए आपको िनम्निलिखत सझु ावों को अपनाना चािहए। सकारात्मक रणनीितयों को प्रोत्सािहत करंे • पया्र� आराम करंे। • िजतना हो सके िनयिमत �प से खाएं और पानी िपए।ं • प�रवार और दोस्तों के साथ बात करंे और समय िबताए।ं • िकसी ऐसे व्यि� के साथ समस्याओं पर चचार् करंे िजस पर आप भरोसा करते हां।े • ऐसी गितिविधयाँ करें जो आपको आराम करने मंे मदद करें (जसै -े चलना, गाना, प्राथ्रना करना, बच्चों के साथ खले ना)। • शारी�रक व्यायाम करंे। • सकं ट में दसू रों क� मदद करने और सामदु ाियक गितिविधयों मंे शािमल होने के िलए सरु ि�त तरीके खोजंे। नकारात्मक रणनीितयों को हतोत्सािहत करंे • मादक पदाथ�, धमू ्रपान या शराब का सेवन न करंे। • िदनभर न सोयें। • िबना िकसी आराम या िवश्राम के हर समय काम न करें। • स्वयं को दोस्तों और िप्रयजनों से अलग न करंे। • बिु नयादी व्यि�गत स्वच्छता क� उप�े ा न करंे। • िहसं ा ना करंे। सही फै सला लेने मंे समय बबार्द नहीं करें, िनण्रय लें और उसे सही बनाए।ं 65
िकरण: मानिसक स्वास्थ्य पुनवा्रस हेल्पलाइन- ससं ाधन पुिस्तका 66 कल्पना क�िजए िक आपका जीवन हर िलहाज से एकदम सही है; वह जीवन कै सा िदखेगा ।
मानिसक स्वास्थ्य प्राथिमक िचिकत्सा प्रोटोकॉल मानिसक स्वास्थ्य प्राथिमक िचिकत्सा प्रोटोकॉल अपना ख़याल रखना आपको अपने जीवन में हर िकसी के िलए मजबूत बनाता है… इसमें आप भी शािमल हैं। 67
िकरण: मानिसक स्वास्थ्य पुनवार्स हेल्पलाइन- ससं ाधन पुिस्तका 68 “मैं तुम्हंे िसखा सकता ह�ँ िक कै से सम्मान करना है लेिकन आत्म-सम्मान अपने आप सीखा जाता है।
मानिसक स्वास्थ्य प्राथिमक िचिकत्सा प्रोटोकॉल 2 ब (II)- मानिसक स्वास्थ्य प्राथिमक िचिकत्सा प्रोटोकॉल क आत्महत्या और अवसाद (िडप्रेशन) रोकथाम प्रोटोकॉल प्रस्तावनाः यिद वत्रमान संदभ्र मंे बात करें तो कु छ ऐसी मानिसक समस्याएें हाे जो हमारी यवु ा पीढ़ी को प्रभािवत कर रही है जसै े दिु �ंता व अवसाद (िडप्रेशन) या आत्महत्या। पहला प्रोटोकॉल इन्हीं समस्याओं से सम्बिन्धत ह।ै आत्महत्या एक ऐसी मानिसक स्वास्थ्य समस्या है िजससे प्रितवषर् अनमु ािनत 8,00,000 लोगों क� मतृ ्यु होती ह।ै 2012 क� लैंसेट �रपोटर् के अनसु ार, भारत मंे सबसे अिधक 15-29 आयु वग्र के यवु ा आत्महत्या के िशकार होते ह।ंै �रपोट्र में कहा गया है िक प�ु षों में 40% आत्महत्या 15-29 वष्र क� आयु के व्यि�यों द्वारा क� गई, जबिक मिहलाओं के िलए यह लगभग 60% थी। 2017 मंे लोकनीित-सीएसडीएस ने एक सव�� ण जारी िकया िजसमें िदखाया गया िक 10 मंे से 4 छात्र अवसाद (िडप्रेशन) के िशकार थे। 15-34 वषर् आयु वगर् में िकए गए सव��ण में यह भी पाया गया िक हर चार मंे से एक यवु ा अवसाद (िडप्रेशन), अके लेपन, िनरथर्कता व आत्मघाती िवचार से पीिड़त ह।ंै उनमंे से छह फ�सदी मंे कम से कम एक बार आत्मघाती िवचार आया ह।ै आत्महत्या यवु ा लोगों में मतृ ्यु का दसू रा प्रमखु कारण ह।ै आत्महत्या का एक प्रमखु कारण मानिसक बीमारी, सामान्यत: अवसाद (िडप्रेशन) ह।ै आत्महत्या के िवचारों से जझू रहे लोग बह�त दखु ी होते हैं अारै वे मरने को ही समाधान समझने लगते हंै जबिक वे यह भलू जाते हंै िक यह एक अिस्थर समस्या के िलए आत्महत्या एक बह�त बड़ी गलती ह।ै अिधकांश लोग जो आत्महत्या करने क� कोिशश करते ह,ंै बाद मंे कहते हैं िक उन्हंे खशु ी है िक वे जीिवत ह।ंै यह माना जाता है िक ज्यादातर लोग जो आत्महत्या से मर जाते थे, उनक� मदद क� जा सकती थी। आत्महत्या पर िवचार करने वाला व्यि� अक्सर एक एसे े दोस्त क� तलाश करता ह,ै जो उपचार क� तलाश करने के िलए उन्हें समझाने में स�म हो सकता ह।ै जब जोिखम अिधक हो, तो सम्बिन्धत िमत्रों और �रश्तेदारों को मानिसक स्वास्थ्य कमचर् ारी क� तलाश करनी चािहए। आत्महत्या के िवचार �णभगं रु या अिधक तीव्र, िनिष्क्रय (जसै े अगर मंै मर गया तो क्या होगा) या सिक्रय (जैसे स्वयं को मारने के तरीके , योजना बनाना) हाे सकते ह,ंै जो िक ध्यान दने े योग्य ह।ै अवसाद (िडप्रेशन) से ग्रिसत व्यि� में अचानक से हलचल होना एक सकं े त हो सकता है िक वह अात्महत्या करना चाहता ह।ै अात्महत्या क� सोच के िकसी भी स्तर को गंभीरता से लेना चािहए। कु छ स्वास्थ्य दखे भाल कमच्र ा�रयों को इस बात से डर लगता है िक आत्महत्या के बारे में पछू ने से कहीं व्यि� के मन में सच मंे ऐसा करने का ख्याल ना आ जाए, जबिक इसके िवपरीत व्यि� से ऐसे बात करने से उनक� िचतं ा कम होती है और वह बेहतर महससू करते हंै व समस्या पर आगे चचा्र करने के अवसर खलु ते ह।ैं वयस्कांे और िकशोरांे में मानिसक, स्नायिवक या मादक द्रव्यों के सेवन क� िस्थितयों मंे आत्महत्या करने या स्वयं को हािन पह�चं ाने का खतरा होता ह।ै आत्महत्या सम्बन्धी गलत धारणाएँ ‘‘आत्महत्या क� बात करने वाले आत्महत्या नहीं िकया करते’’ यह एक गलत धारणा ह।ै आत्महत्या के िवचार को हमशे ा गंभीरता से लेना चािहए। सच्चाई यह है िक कु छ लोग आत्महत्या का िनणय्र कर चकु े होते हैं या प्रयास कर चकु े होते ह,ैं वे भी सहायता के िलए पकु ारते ह।ंै “जो लोग वास्तव में खदु क� जान लेना चाहते ह,ंै उनक� मदद नहीं हो सकती”, ऐसा नहीं ह।ै आत्मघाती आवेग तीव्र लेिकन अल्पकािलक हो सकते ह।ैं िवस्ता�रत अविध के िलए आत्महत्या करने वाले व्यि�यों मंे से अिधकांश ठीक हो जाते हैं और उपचार से लाभ प्रा� कर सकते ह।ैं ना भागना है ना �कना है बस चलते रहना है चलते रहना है। 69
िकरण: मानिसक स्वास्थ्य पुनवार्स हेल्पलाइन- ससं ाधन पुिस्तका “आत्महत्या एक िवशुद्ध �प से व्यि�गत िनणर्य है।’’ इस तकर् का उपयोग कभी-कभी (‘‘अलग रह’ें ’) �ि�कोण को सही ठहराने के िलए िकया जाता ह।ै यह एक गलत अवधारणा ह,ै क्योंिक आत्महत्या िसफर् उस व्यि� को प्रभािवत नहीं करती है जो मर जाता ह;ै यह दसू रों को भी प्रभािवत करती ह।ै “आत्महत्या के बारे में पूछना या बात करना िकसी के िदमाग मंे िवचार डाल सकता है।’’ अनसु ंधान प्रमािणत करते हैं िक िकसी को आत्महत्या के बारे मंे पछू ना “उनके मिस्तष्क मंे यह िवचार नहीं पैदा करता।’’ वास्तव में जब कोई पछू ता है तो आत्महत्या के िवचार वाले कई लोग अिधकतर राहत महससू करते ह।ैं आत्महत्या करने वाले व्यि�, मौत के िवचारों के साथ एक िनजी सघं ष्र में लगे ह�ए हाेते ह।ंै आत्महत्या क� सभं ावना के बारे मंे बात करने से अके लेपन का सघं ष्र दरू हो सकता है तथा मदद प्रा� करने मंे यह पहला कदम हो सकता ह।ै सकं ट मंे मदद करने के प्रमुख 5 चरण िनम्न िलिखत है:- 1- सीधा सवाल पूछें- जब आपको पता हो िक कोई व्यि� भावनात्मक पीड़ा में ह,ै तो उनसे सीधा पछू ेंः “क्या आप खदु क� जान लेने के बारे मंे सोच रहे ह?ंै ’’ 2- उन्हंे सरु ि�त रखें- पछू ें िक क्या वे जानते हंै िक वे इसे कै से करंेग,े और उन्हें उन चीजों से अलग करंे िजससे वह स्वयं को चोट पह�चं ाने मंे इस्तेमाल कर सकते ह।ैं अगर लगता है िक वह खतरे मंे है तो, तरु ंत मदद के िलए पकु ारंे। 3- उनके पास जाकर उनके िनराश होने के कारणों को सनु ो- िबना िनणयर् िलए क�णा व सहानभु िू त के साथ सनु े। 4- सहायता प्रणाली से जुड़ने में मदद करें- प�रवार, दोस्त, पादरी, कोच, सहकम�, िचिकत्सक- कोई भी हों सहायता दे सकते ह।ंै 5- अनुवतर्न (फाॅलोअप)- िकसी संकट से गजु रने के बाद भी िनरंतर उनके साथ िनयिमत �प से सम्पक्र बनाए रख।ें आत्महत्या क� भिवष्यवाणी करना अक्सर किठन होता है, िफर भी कु छ चेतावनी सकं े त हंै िजन्हंे ध्यान मंे रखना चािहएः- • उदास होना या अन्य मानिसक िवकार होना • प्रत्य� या परो� �प से मरने या “आसपास नहीं’’ होने क� बात करना • सामािजक अलगाव बढ़ना • स्वच्छता व अपनी दखे -रेख में महत्वपणू ्र प�रवत्रन • मलू ्यवान सपं ि� त्यागना; मतृ ्यु क� अन्य तैयारी करना • मनोदशा में अचानक बदलाव 70 यह जीवन के बारे में एक मजेदार बात है, एक बार जब आप उन चीजों को देखते हंै, िजनके बारे में आप आभारी हंै, तो आप उन चीजों को भूल जाते हंै िजनक� आपके पास कमी है।
मानिसक स्वास्थ्य प्राथिमक िचिकत्सा प्रोटोकॉल क 1- आत्महत्या-प्रोटोकॉल आत्महत्या जानबझू कर िकसी के अपने जीवन को समा� करने का कायर् ह।ै आत्महत्या के िवचार और व्यवहार (“आत्मघाती व्यवहार’’) को िवशषे �प से 3 श्रिे णयों मंे वग�कृ त िकया जाता हःै (1) आत्महत्या का िवचार, िजसमंे अपने जीवन को समा� करने का इरादा ह;ै (2) आत्महत्या क� योजना, िविश� िविध िजसके माध्यम से कोई मरने का इरादा रखता ह;ै (3) आत्महत्या का प्रयास, आत्म-हािनकारक व्यवहार िजसमंे मरने का इरादा कम से कम हाे। अिधकांश शोधकता्र और िचिकत्सक आत्मघाती व्यवहार को गैर आत्मघाती चोट पह�चँ ाने से अलग मानते हैं (उदाहरण स्वयं को शारी�रक आघात पह�चं ाना)। इसमें एक व्यि� का मरने का कोई इरादा नहीं ह;ै परन्तु इस तरह का व्यवहार आत्मघात के �प में आत्महत्या हो सकता ह।ै यह िसफा�रश क� गई है िक आत्मघाती जोिखम वाले हर मरीज का मलू ्यांकन आत्महत्या के िलए िकया जाए। आत्महत्या व स्वयं को नुकसान पह�चँ ाने वाले व्यि�यों क� प्रमुख समस्याए:ँ - • गहन िनराशा या उदासी और व्यथर्हीनता का भाव- (जीवन क� एक भी सकारात्मक घटना को याद न कर पाना) • अत्यिधक परेशान या व्यिथत या उ�िे जत महससू करना • आत्म-हािन के िपछले प्रयास (जसै े तीव्र क�टनाशक नशा, दवा ओवरडोज, स्वयं को जख्मी करने वाले घाव) • सामािजक गितिविधयों से अत्यिधक दरू ी या इसके िवपरीत व्यवहार करना • जान लेवा िवचार • नींद क� समस्या आत्महत्या कोई भी कर सकता है, परन्तु जो आत्महत्या करते हंै, उनके कु छ सभं ािवत जोिखम होते हंै। आत्महत्या क� भावना काे बढ़ाने और खुद को नुकसान पह�ंचाने वाला व्यवहार:- • मानिसक बीमारी • िपछला आत्महत्या का प्रयास • मानिसक बीमारी का सही उपचार न िकया गया हो • एक प�रवार का सदस्य या दोस्त िजसने हाल ही में खदु को मार डाला; िविभन्न समदु ाय में आत्महत्याएं • पा�रवा�रक और सामािजक समथर्न में कमी • परु ाने शारी�रक िवकारों क� उपिस्थित • पारस्प�रक या �रश्तांे से सम्बिन्धत परेशािनयाँ • हाल में ह�ई जीवन क� महत्वपणू ्र घटना, महत्वपणू ्र नकु सान जसै े �रश्ता टूट जाना या बेरोजगार होना • आत्महत्या का समथ्रन करने वाले सांस्कृ ितक और धािमक्र िव�ास (जसै े, िव�ास है िक आत्महत्या एक व्यि�गत दिु वधा का महत्वपणू र् संकल्प ह)ै • शराब और नशीली दवाओं का द�ु पयोग • आत्महत्या के साधनों का हाेना जसै े- बंदकू , अत्यिधक दवा क� गाेिलयाँ खाना • मानिसक स्वास्थ्य से सम्बिन्धत उपायों के प्रित उदासीनता या बाधाएँ होना आपक� क�मत इसमंे है िक आप क्या है, इसमें नहीं है िक आपके पास क्या-क्या है। 71
िकरण: मानिसक स्वास्थ्य पुनवा्रस हेल्पलाइन- ससं ाधन पुिस्तका अाकलन अाकलन प्र� 1- क्या व्यि� ने हाल ही में आत्महत्या या स्वाघात का प्रयास िकया है? आकलन करंेः- • िवषा�ता, शराब / नशीली दवाओं का नशा, दवा क� अिधकता या अन्य स्वाघात • वह सकं े त िजन्हंे तरु न्त िचिकत्सा िनदान क� ज�रत ह:ै - * अपने द्वारा िकये गये घाव से र��ाव * अचते न होना * ससु ्त होना अाकलन प्र� 2- व्यि� से सीधे पूछंे िक क्या वह आत्महत्या या स्वाघात के बारे में सोच रहे है? • िवचार या आत्महत्या क� योजना (वतर्मान में या िपछले महीने म)ंे • बीते साल में आत्महत्या करने क� कारर्वाई, आत्महत्या के प्रयास का कोई इितहास • आत्महत्या के साधनों तक पह�चं (जसै े क�टनाशक, रस्सी, हिथयार, चाकू , दवाएं और मादक पदाथर्) इन व्यवहारांे पर नजर रखंेः • गंभीर �प से भावनात्मक क� या िनराशा। • िहसं क व्यवहार या उग्रता • बातचीत करने क� अिनच्छा • वे व्यि� आत्महत्या या स्वाघात के िनकटस्थ खतरे मंे माने जाते हंै, िजसमें इन दोनों में से कोई एक मौजूद है- * आत्महत्या के िलए वतर्मान में अाए िवचार, योजना या कायर् * व्यि� जो अब अित उ�िे जत, िहसं क, व्यिथत और एकांतिप्रय ह,ै उसके एक माह के स्वाघात के िवचारों का इितहास या िवगत एक वष्र के उसके स्वाघात सम्बंधी कायर् आकलन प्र� 3- क्या समवत� प�रिस्थित आत्महत्या या स्वाघात के साथ सम्बिन्धत हैं? • समवत� िस्थितयों का आकलन और प्रबंधन करंेः- * परु ाना ददर् या िदव्यांगता (उदाहरण के िलए हाल ही मंे मानवीय आपातकाल) के कारण आई चोटंे * मध्यम-गभं ीर अवसादग्रस्त िवकार। * मनोिवि��ता। * शराब या मादक पदाथर् का हािनकारक उपयोग। * आघातोपरांत तनाव िवकार। * तीव्र भावनात्मक परेशानी। 72 एक बाधा और एक अवसर के बीच क्या अंतर है? इसके प्रित हमारा �ि�कोण। हर मौके पर िदक्कत होती है और हर मुिश्कल मंे मौका होता है।
मानिसक स्वास्थ्य प्राथिमक िचिकत्सा प्रोटोकॉल आत्महत्या या स्वाघात के बारे मंे कै से बात करंे? 1- िवचारों को साझा करने के िलए व्यि� के िलए एक सरु ि�त और िनजी माहौल बनाए:ं - • व्यि� के प्रित कोई गलत राय ना बनाए।ं • व्यि� के साथ अके ले मंे या उसक� पसंद के अन्य लोगों के साथ रहते ह�ए बात करने के िलए कह।ें 2- प्र�ों क� एक श्रंखृ ला का उपयोग करंे, जहाँ कोई भी उ�र स्वाभािवक �प से दूसरे प्र� क� ओर जाता है। उदाहरणः- • आप कै सा महससू करते ह?ंै .....(वतर्मान के साथ श�ु करें) • आप दखु ी/परेशान िदखते ह।ंै मैं आपसे इस बारे मंे कु छ सवाल पछू ना चाहती/चाहता ह�।ँ .....(व्यि� क� भावनाओं को स्वीकार करें) • आप अपना भिवष्य कै से दखे ते ह?ैं अाप भिवष्य से क्या आशाएँ रखते ह?ंै • इसी तरह क� समस्याओंवाले कु छ लोगों ने मझु े बताया है िक उन्हें लगा िक जीवन जीने योग्य नहीं था। क्या आप यह सोचकर सोते हैं िक काश आप सबु ह न जागें? • क्या आप खदु को चोट पह�चँ ाने के बारे में सोचते ह?ैं • क्या आपने अपना जीवन समा� करने के िलए कोई योजना बनाई ह?ै • यिद हां, तो आप इसे कै से िक्रयािन्वत करंेग?े • क्या आपके पास अपने जीवन को समा� करने का साधन ह?ै • क्या आपने सोचा है िक कब करना ह?ै • क्या आपने कभी आत्महत्या का प्रयास िकया ह?ै यिद व्यि� ने आत्मघाती िवचार व्य� िकया हैः- • शांत और सहायक �ि�कोण बनाए रख।ें • झठू े आ�ासन न द।ें बुिनयादी प्रबंधन योजना 1- यिद व्यि� ने आत्महत्या का प्रयास िकया है, तो आवश्यक िचिकत्सक�य देखभाल, िनगरानी करंे और मनोसामािजक समथर्न प्रदान करंेः- • िचिकत्सक�य दखे भाल प्रदान करंे: * स्वाघात का प्रयास करने वाले व्यि�यों क� दखे भाल, उनका सम्मान और उनक� िनजता को उसी प्रकार बनाए रखें जसै ा िक िकसी अन्य व्यि� क�। उन्हें दण्ड न द।ें * चोट या िवषा�ता का इलाज करें। * एक िनधार्�रत दवा के अिधकता के मामले म,ें जहाँ दवा क� आवश्यकता होती ह,ै कम से कम हािनकारक वैकिल्पक दवा चनु ंे। िकसी दवा के आरंभ करने पर अिधकता (ओवरडोज) के प्रभाव को सीिमत रखने के िलए दवा कम समय और कम मात्रा में लंे (जैसे कु छ िदन से 1 स�ाह के िलए)। िजससे अिधक मात्रा को रोकने में सहायता िमलंे नकारात्मक िवचारों मंे िव�ास सफलता के िलए एक सबसे बड़ी बाधा है। 73
िकरण: मानिसक स्वास्थ्य पुनवा्रस हेल्पलाइन- ससं ाधन पुिस्तका • एसे े व्यि� क� लगातार िनगरानी करें जाे अभी भी आत्महत्या के आसन्न (िनकटवत�) जोिखम पर हैं (मागद्र शनर् के िलए नीचे दखे )ंे । * मनोसामािजक सहायता प्रदान करंे (माग्दर शन्र के िलए नीचे दखे )ंे । * यिद उपलब्ध हो, तो मानिसक स्वास्थ्य िवशषे � से सलाह लंे। 2- यिद व्यि� आत्महत्या या स्वाघात के आसन्न जोिखम में है, ताे मनोसामािजक सहायता प्रदान करें तथा िनगरानी रखें: 3- व्यि� के िलए एक सरु ि�त और सहायक वातावरण बनाए।ं • व्यि� क� िनगरानी करें: * व्यि� के िलए एक सरु ि�त एवं सहायक वातावरण बनाए।ँ आत्मघात / आत्महत्या के संभािवत साधन को हटायें और, यिद सभं व हो तो व्यि� को एक अलग शांत कमरे में रख।ंे व्यि� को अके ला न छोड़ंे। दखे भाल करने वाले हों या अन्य कमच्र ारी हर समय व्यि� के साथ रह।ें * सामान्य �प से बचाव के िलए लोगों को सामान्य िचिकत्सा वाड� में भत� न करंे, अस्पताल कमचर् ारी आत्महत्या क� िनगरानी करने मंे स�म नहीं हो सकते ह।ंै हालांिक, अगर एक सामान्य वाड्र मंे िचिकत्सा के िलए भत� करते ह,ंै तो उस पर िनगरानी रखें िजससे उसे स्वाघात के प्रयास से बचाया जा सके । * स्थान क� परवाह िकए िबना, सिु नि�त करंे िक उस व्यि� क� 24 घटं े िनगरानी क� जाती ह,ै जब तक वे आत्महत्या के जोिखम से बच नहीं जाते। • मनोसामािजक सहायता प्रदान करेंः * व्यि� क� समस्याओं के संभािवत समाधानों क� पशे कश श�ु अात में न करें। इसके बजाय, उम्मीद जगाने क� कोिशश क�िजए। उदाहरण के िलएः • कई लोग जो समान िस्थितयों मंे रहे ह-ैं िनराशा महससू करते ह,ंै मर जाना चाहते ह-ंै समय के साथ उन्हें समझ आता ह,ै उनक� भावनाओं मंे सधु ार हो रहा ह।ै • जीिवत रहने के कारणों क� पहचान करने के िलए व्यि� क� सहायता करें। • समस्याओं के समाधान को िमलकर खोज।ें • दखे भाल करने वाले िमत्रों, प�रवार के सदस्यों को बलु ाएं व उन्हें बताएं िक 24 घटं े िनगरानी क� आवश्यकता ह।ै सिु नि�त करें, वे एक पणू ्र एवं व्यवहा�रक योजना के साथ आएँ (उदाहरण- व्यि� क� िनगरानी कौन कब कर रहा ह)ै । • अित�र� मनोसामािजक सहायता प्रदान करें। • यिद उपलब्ध हो तो मानिसक स्वास्थ्य िवशषे � से सलाह लंे। 4- देखभाल करने वालों के िलए िदशा-िनद�श:- • दवाओं के सेवन पर नजर रखने क� िजम्मदे ारी लंे • आत्महत्या के श�ु आती ल�णों पर नजर रखें • व्यवहार मंे आए महत्वपणू ्र प�रवत्रन जसै े अलगाव पर पैनी नजर रख।ें • रोगी द्वारा श�ु क� गई आत्महत्या पर बातचीत क� उपे�ा न करें। • रोगी को अके ला न छोड़ें 74 जब हमारे पास वो ना हो जो हम पसदं करते हैं, तो हमें वो पसदं करना चािहए जो हमारे पास है।
मानिसक स्वास्थ्य प्राथिमक िचिकत्सा प्रोटोकॉल 5- िनयिमत सपं कर् और अनुवतर्न या फाॅलोअप बनाये रखें • सिु नि�त करें, िक अनवु त� सत्रों के िलए एक ठोस योजना हो और अनवु त� कारर्वाई सिु नि�त करने क� िजम्मदे ारी, दखे भाल करने वालों पर रह।े • व्यि� से टेलीफोन, िलिखत सदं शे अािद के माध्यम से िनयिमत सपं क्र बनाए रख।ें • श�ु आत में जाँच क� प्रिक्रया समय-समय पर बार-बार करते रहंे (जैस-े श�ु आत के 1-2 महीनों मंे सा�ािहक) और िफर धीरे-धीरे जसै े व्यि� में सधु ार आए जाँच क� अविध को कम कर दें (जैसे- 2-4 स�ाह के उपरान्त)। • जब तक आत्महत्या का खतरा बना रहता ह,ै तब तक जाँच क� प्रिक्रया का पालन करें। आत्मघाती िवचारों और योजनाओं का िनयिमत मलू ्यांकन, जब भी सम्पकर् मंे आए,ं करते रह।ें कभी भी उस शि� को कम न आंकें जो आपक� िजंदगी को नई िदशा मंे ले जाती है । 75
िकरण: मानिसक स्वास्थ्य पुनवार्स हेल्पलाइन- ससं ाधन पुिस्तका क 2- मध्यम-गंभीर अवसादग्रस्तता िवकार- प्रोटोकॉल • मध्यम-गभं ीर अवसादग्रस्तता िवकार वयस्कों, िकशोरों और बच्चों में भी िवकिसत हो सकते ह,ंै जो िकसी िवशषे तनाव के संपकर् मंे नहीं आए ह।ैं िकसी भी समदु ाय मंे मध्यम-गभं ीर अवसादग्रस्तता िवकार से पीिड़त लोग होते ह।ैं तथािप, मानवीय आपात िस्थितयों के दौरान अनभु व िकए गए महत्वपणू र् नकु सान और तनाव, दःु ख, भय, अपराध, शमर् और िनराशा के प�रणामस्व�प होते ह।ंै मध्यम-गम्भीर अवसादग्रस्तता िवकार िवकिसत होने का खतरा बढ़ जाता ह।ै िफर भी, ये भावनाएँ हाल ही मंे अनभु व क� गई प्रितकू ल प�रिस्थितयों के िलए सामान्य प्रितिक्रयाएँ भी हो सकती ह।ै प्रबंधन के िलए अवसादग्रस्तता िवकार पर के वल तभी िवचार िकया जाना चािहए, जब व्यि� अवसादग्रस्त बना रह।े कई हफ्तों तक ल�णों के प�रणामस्व�प काफ� किठनाइयों का सामना करता रहे तथा दिै नक गितिविधयों को पणू र् करने मंे किठनाई का सामना करे। • ल�णों को पहचानना महत्वपणू ्र ह।ै दभु ार्ग्यवश लगभग आधे अवसादग्रस्त लोगों में इसका िनदान तथा उपचार नहीं हो पाता। अतः अवसाद (िडप्रेशन) के ल�णों को समझना महत्वपणू ्र हो जाता ह।ै अवसाद (िडप्रेशन) के ल�णः- • ध्यान कंे िद्रत करने, िववरण याद रखने और िनणय्र लेने मंे परेशानी • थकान • अपराध बोध, व्यथ्रता और लाचारी क� भावनाएँ • िनराशा और िनराशावादी अिभविृ � • अिनद्रा, असमय नींद का टूटना या बह�त अिधक सोना • िचड़िचड़ापन • बेचनै ी • रितिक्रया सिहत आनंददायक चीजों में �िच कम हाने ा • भखू का बह�त ज्यादा या कम लगना • दद,र् िसरददर् या ऐठं न • पाचन समस्याएं जो उपचार के बाद भी ठीक नहीं होती हैं • लगातार द:ु खी, िचिं तत, या “शनू ्यता का बोध’’ • आत्मघाती िवचार या प्रयास मध्यम-गंभीर अवसादग्रस्तता िवकार के िविश� ल�णः • कम ऊजार्, थकान, नींद क� समस्या • लगातार बने रहने वाले कई शारी�रक ल�ण, िजनका कोई स्प� कारण न हो (जैसे ददर् इत्यािद) • लगातार उदासी या उदास मन, िचतं ा • गितिविधयों में कम �िच या कम खशु ी 76 खुश रिहये, यह �ानी होने का एक तरीका है।
मानिसक स्वास्थ्य प्राथिमक िचिकत्सा प्रोटोकॉल आकलन आकलन प्र� 1- क्या व्यि� को मध्यम-गंभीर अवसादग्रस्तता का िवकार है? िनम्निलिखत के िलए जाँच करेंः क- व्यि� मंे अवसाद (िडप्रेशन) के िनम्निलिखत मुख्य ल�णों में से कम से कम एक ल�ण हो, वह भी कम से कम 2 स�ाह से हांेः 1. लगातार उदास रहना • बच्चों और िकशोरों में या तो िचड़िचड़ापन या उदास मनोदशा 2. उन दैिनक गितिविधयों में कमी, िजनमें पहले �िच थी और जो सखु द थीं • यौन इच्छा में कमी। ख- िनम्निलिखत में से मरीज मंे कई ल�ण मौजूद होने चािहए, कम से कम दो स�ाह के िलए- 1. नींद में गड़बड़ी या बह�त ज्यादा नींद आना 2. भखू या वजन में महत्वपणू र् प�रवत्रन (कमी या विृ द्ध) 3. िनरथ्रकता का भाव या अत्यिधक अपराध बोध 4. थकान या ऊजार् क� कमी 5. काय� पर ध्यान कें िद्रत करने और बनाए रखने क� �मता मंे कमी 6. अिनणय्र क� िस्थित 7. शारी�रक बेचनै ी 8. सामान्य से कम बात करना व गितिविधयाँ करना 9. भिवष्य के बारे में आशाहीनता 10. आत्मघाती िवचार या कायर्। ग- व्यि� को सामािजक, शैि�क, व्यवसाियक या अन्य महत्वपूण्र दैिनक जीवन के काम-काज करने मंे परेशानी होती है। • यिद, ए, बी और सी सभी 3 - कम से कम 2 स�ाह के िलए मौजदू ह,ैं तो मध्यम-गभं ीर अवसादग्रस्तता िवकार क� संभावना ह।ै 1. भ्रम या िवभ्रम उपिस्थत हो सकता ह।ै इनके िलए जाँच करें। यिद ल�ण हंै तो, अवसादग्रस्तता िवकार के िलए उपचार को अनकु ू ल बनाने क� आवश्यकता ह।ै िकसी िवशषे � से सलाह लें। 2. यिद व्यि� के ल�ण मध्यम-गंभीर िवकार के मानदडं ों को परू ा नहीं करते हैं ताे मलू ्यांकन और प्रबंधन के िलए माडॅ ्यलू के अन्य प्रकार को अपनायंे। चीजें खुद नहीं होतीं , उन्हें करना पड़ता है। 77
िकरण: मानिसक स्वास्थ्य पुनवा्रस हेल्पलाइन- ससं ाधन पुिस्तका आकलन प्र� 2- क्या इन ल�णों के िलए अन्य सभं ािवत स्प�ीकरण हैं? (मध्यम से गंभीर अवसादग्रस्तता िवकार के अित�र�) • ऐसे अन्य शारी�रक िवकारों का पता करंे, िजसमंे ऐसे ल�ण हो सकते ह।ंै • एनीिमया, कु पोषण, हाइपोथायरायिडज्म क� जाँच करंे और प्रबंधन करंे। अन्य दवाओं के साइड इफै क्ट्स भी हो सकते ह।ैं • उन्माद का कोई पवू ्र इितहास न हो। • मलू ्यांकन करें िक क्या अतीत मंे िनम्न में से कई ल�ण एक साथ प्रस्ततु ह�ए ह:ैं - क. नींद क� ज�रत मंे कमी। ख. अित उत्साही, उन्म�ु या िचड़िचड़ी मनाेदशा। ग. आसानी से िवचिलत होना, अत्यिधक िवचार आना। घ. बढ़ी ह�ई गितिविध, बढ़ी ह�ई ऊजा्र या तेज- तेज बोलने क� भावना। ङ. आवेगपणू र् या लापरवाह व्यवहार जसै े अत्यिधक जआु या खच,्र पया्र� योजना के िबना महत्वपणू र् िनणय्र लेना। च. अनिु चत �प से बढ़ा ह�आ आत्मसम्मान। • इस बात का आकलन करें िक िकस हद तक यह ल�ण दिै नक काम-काज को प्रभािवत कर रहे हैं या व्यि� स्वयं के िलए या दसू रों के िलए खतरनाक हःै - उदाहरणाथर्ः क. क्या आपक� अितसिक्रय गितिविध (Excessive Actvity) आपके या आपके प�रवार के िलए एक समस्या थी? ख. क्या िकसी ने भी उस समय के दौरान आपके व्यवहार के कारण अस्पताल में भत� करने या उसे सीिमत करने का प्रयास नहीं िकया? • िनम्न दोनों घटनाओं के होने पर उन्माद (मिे नया) का पवू र् इितहास �ात होता हःै - क. उपरो� 6 ल�णों मंे से कई 1 स�ाह से अिधक समय तक मौजदू थे। ख ये ल�ण व्यि� के िलए जोिखमपणू ्र थे व दिै नक जीवन क� गितिविधयों मंे �कावट डालते थे। • यिद उन्माद क� घटना ह�ई है तो यह एक अलग प्रकार का िवकार ह,ै िजसे िद्वध्रवु ीय िवकार कहते ह,ंै िजसक� जाँच व उपचार अलग होता ह।ै • शोक/ दखु , िवयोग जसै े िवकारों क� भी जाँच करें। क. दखु द प्रितिक्रया बड़े नकु सान के िलए एक सामान्य प्रितिक्रया हो सकती है यिद:- i. िबना िकसी नैदािनक हस्त�ेप के ठीक होने क� सम्भावनाएँ होती ह।ै ii. िनम्निलिखत ल�णों मंे से कोई भी मौजदू नहीं हःै - 1. स्वयं को बेकार समझना 2. आत्महत्या का िवचार 3. सामान्य से कम धीरे-धीरे बात करना या चलना 4. मनोिवि�� ल�ण-भ्रम या िवभ्रम 5. अवसादग्रस्तता िवकार या उन्माद का कोई िपछला इितहास नहीं है 6. दिै नक जीवन के िक्रयाकलापों में किठनाई ना पदै ा करते हों 78 सकारात्मकता के एक सागर पर ध्यान कें िद्रत करें, नकारात्मकता के पोखर पर नहीं ।
मानिसक स्वास्थ्य प्राथिमक िचिकत्सा प्रोटोकॉल अपवाद- यिद सांस्कृ ितक मानदण्डों के अनसु ार है तो दिै नक जीवन मंे परेशानी शोक के बाद का सामान्य ल�ण ह।ै • दीघक्र ािलक शोक िवकार को जाँच:े - मतृ क व्यि� से सम्बिन्धत भावनात्मक पीड़ा, िजससे दिै नक जीवन में परेशानी हो, यह अवस्था लगभग 6 महीने तक बनी रहे या िफर इतने अिधक समय तक बनी रहे जो सामािजक मानदण्डों से ज्यादा हो, तो इस संभािवत िवकार हते ु िवशषे � से सम्पक्र करंे:- अाकलन प्र� 3- क्या कोई समवत� मानिसक, स्नायिवक िस्थित और दुव्य्रसन क� आशंका है, िजसके प्रबंधन क� आवश्यकता है? • आत्महत्या या आत्महत्या के िवचारों या योजनाओं का आकलन करें। • शराब या हािनकारक नशीली दवाओं के उपयोग का आकलन करें। • यिद एक समवत� मानिसक, स्नायिवक िस्थित पाई जाती ह,ै तो दोनों का उपचार करंे। बुिनयादी प्रबंधन योजना 1- मनो-िश�ा प्रदान करें • व्यि� और दखे भालकतार्ओं को मखु ्य सदं शे ः * अवसाद (िडप्रेशन) एक बह�त ही सामान्य िस्थित है जो िकसी को भी हो सकती ह।ै * अवसाद (िडप्रेशन) क� घटना का मतलब यह नहीं है िक व्यि� कमजोर है या आलसी। * अवसाद (िडप्रेशन) ऐसा रोग नहीं है जो घाव या अिस्थभगं क� तरह िदखाई द,े अतः लोगों को पीिड़त व्यि� के प्रित नकारात्मक �ि�कोण प्रदिशत्र करने से रोकंे । भ्रम- ‘िडप्रेशन आपके मन के कारण ह,ै अतः आप अपने मन को मजबतू करंे। तथ्य- मानिसक समस्या जानबझू कर नहीं होती तथा कह दने े मात्र से हम अपने मन को द:ु ख या खशु ी नहीं िदला सकते। * अवसाद (िडप्रेशन) से ग्रिसत व्यि�यों क� स्वयं, भिवष्य व जीवन के बारे में नकारात्मक सोच होती ह।ै सम्भव है िक वत्रमान प�रिस्थितयाँ किठन हों लेिकन अवसाद (िडप्रेशन) के कारण, असहाय, असामथ्यर्वान व िनराशावादी िवचार आते ह,ंै िकन्तु अवसाद (िडप्रेशन) ठीक होने पर ये भावनाएं ठीक हो जाती ह।ैं * किठन होने पर भी, व्यि� को िनम्निलिखत में से कु छ ना कु छ करने का प्रयास करते रहना चािहए। ऐसा करने से मन को खशु ी क� अनभु िू त होती हःै - पहले से श�ु क� गई गितिविधयों को िफर से श�ु करने (या जारी रखने) का प्रयास करंे। िनयिमत सोने और जागने के समय को बनाए रखने का प्रयास करंे। यथासभं व शारी�रक �प से सिक्रय रहने का प्रयास करें। भखू मंे बदलाव के बावजदू िनयिमत �प से भोजन करें। िव�सनीय िमत्रों और प�रवार के साथ समय िबताने का प्रयास करें। िजतना सभं व हो सामदु ाियक और अन्य सामािजक गितिविधयों में भाग लेने का प्रयास करें। • व्यि� को आत्महत्या या आत्महत्या के िवचारों के बारे में सजग होना चािहए। यिद वे ऐसे िवचारों को महससू करंे तो उन्हें िकसी िव�सनीय व्यि� को बताना चािहए व तरु न्त सहायता लेनी चािहए। सही रवैये के िबना कु छ भी अच्छा नहीं है । आप जानते हो यह कै से करना है, लेिकन अगर रवैया 79 नकारात्मक है, तो आप यह नही कर सकते”
िकरण: मानिसक स्वास्थ्य पुनवा्रस हेल्पलाइन- ससं ाधन पुिस्तका 2- मनोसामािजक - सहायता प्रदान करें। • मनोवै�ािनक तनाव के कारणों का पता लगाए।ं • सामािजक सहयोग को मजबतू बनाने का प्रयास करें। * व्यि� के िपछले सामािजक मले जोल को िफर से सिक्रय करने का प्रयास करंे। पवू ्र में क� जाने वाली सामािजक गितिविधयों को पहचानें, जो प्रत्य� व अप्रत्य� �प में मनोसामािजक सहायता प्रदान कर सकती ह।ै • तनाव प्रबंधन िसखाए।ं यिद प्रिशि�त पय्रवे�ण िचिकत्सक उपलब्ध हैं, तथा िनम्निलिखत मंे से िकसी में प्रिशि�त मनोवै�ािनक उपलब्ध है तो इनके माध्यम से उपचार करंेः • समस्या-समाधान परामशर् • पारस्प�रक िचिकत्सा (IPT) • सं�ानात्मक व्यवहार थेरेपी (CBT) • व्यवहार में सिक्रयता। 80 “अपने जीवन में हर अच्छी बात के बारे में अभी सोचो । अपने आप को िचंता करने से मु� करें। सकारात्मक रहो, सब ठीक है ।
मानिसक स्वास्थ्य प्राथिमक िचिकत्सा प्रोटोकॉल ख- तीव्र तनाव हेतु प्रोटोकॉल मानवीय आपदा में वयस्क, िकशोर और बच्चे सामान्यतया तनाव महससू करते ह,ैं िजसक� वजह से सवं ेगात्मक, सं�ानात्मक, व्यवहारात्मक और शारी�रक प्रितिक्रया दखे ने को िमलती ह।ै यद्यिप ये सारी प्रितिक्रयाएँ आत्म के िन्द्रत रहती ह।ै गंभीर प्रितिक्रया व्य� करने वाले स्वास्थ्य सेवाओं क� सहायता लेते ह।ंै बह�त सारी मानवीय आपदा मंे लोग अनेक प्रकार के तीव्र तनाव, नकु सान और आघात का सामना करते ह,ैं िजसक� वजह से उन्हें तनाव और दखु होता ह।ै तीव्र तनाव के ल�ण, जांच और प्रबंधन सामान्यतया एक जैसे होते ह।ंै आघात वाली िस्थित के बाद िचिकत्सकों को िनम्न क� पहचान करना आवश्यक हःैं तीव्र तनाव के महत्वपूण्र ल�णोंं क� पहचान (ए सी यू) इन ल�णों वाले लोगों मंे गरै -िविश� मनोव�ै ािनक और िचिकत्सक�य �प से अस्प� शारी�रक िशकायतों का एक िवस्तार िदखाई दते ा ह।ै इन ल�णों मंे िवगत माह में ह�ई सम्भािवत ददन्र ाक घटना क� प्रितिक्रयाएँ सिम्मिलत हंै िजसके िलए लोग सहायता माँगते हंै या िजनके कारण उन्हें दिै नक कायर् करने मंे किठनाई होती है तथा ये ल�ण इस मागर्दिशकर् ा में शािमल अन्य ल�णों के मानदण्डों को परू ा नहीं करते ह।ंै वत्रमान माॅड्यलू में तीव्र तनाव के महत्वपणू र् ल�णों का आकलन एवं प्रबंधन सिम्मिलत ह।ै तीव्र आघात के बाद का तनाव िवकार (पी टी एस डी) सम्भािवत ददनर् ाक घटना के एक माह के उपरांत भी यिद कु छ ल�णों का पनु ः अनभु व, टालना और बढ़े ह�ए वतर्मान खतरे क� भावना आिद कायम रहती/िदखाई दते ी है और िजनके कारण दिै नक काय� को करने में किठनाई होती ह,ै तो हो सकता है िक व्यि� में आघातो�र तनाव िवकार का िवकास हो। तीव्र आघात के बाद क� समस्या और िवकार (उदाहरण के िलए सभं ािवत तीव्र आघात) लेिकन यह िबना सभं ािवत तीव्र आघात के भी हो सकता है। मध्यम, गंभीर िनराशाजिनत बीमारी, मनोव�ै ािनक �प से नकु सानदायक अल्कोहल और दवाईयांे का प्रयोग, आत्महत्या और अन्य मानिसक स्वास्थ्य से संबिधत िशकायतें इसमें शािमल ह।ै प्रितिक्रयाए,ँ जो िक िचिकत्सक�य �प से महत्वपूण्र नहीं है और िजनको िचिकत्सक�य प्रबंधन क� आवश्यकता नहीं हैं। ये प्रितिक्रयाएँ अिधकतर एक जसै ी होती ह।ंै िजसमंे उन लोगों क� �िणक प्रितिक्रयाएँ शािमल होती हंै जो न तो िकसी प्रकार क� सहायता खोजते हैं और न ही उनको रोजमरार् के काम मंे बाधा आती ह।ै ऐसे मामलों मंे स्वास्थ्यकिमय्र ों को सहयोगी होना चािहए और व्यि� क� आवश्यकताओं काे ध्यान में रखना चािहए तथा स्वाभािवक �प से होने वाली स्वास्थ्य पिू त्र क� िनगरानी करनी चािहए। आकलन प्र� 1- क्या व्यि� ने हाल मंे िकसी आघात या ददर्नाक घटना का अनुभव िकया है? • व्यि� से पछू ें िक क्या उसने हाल में िकसी आघात या ददन्र ाक घटना का अनभु व िकया ह?ै आघात में शारी�रक अथवा यौन िहसं ा हो सकती है (घरेलू िहसं ा भी शािमल ह)ै । िजसमंे क्रू रता िदखती हो या बह�त ज्यादा चोट लगी हो। िनम्न बातें पूछने पर िवचार करें- * आपने िकस प्रकार का तनाव महससू िकया? दुिनया मंे बह�त ज्यादा नकारात्मकता है। 81 यह सिु नि�त करने के िलए अपना सव्रश्रे� करंे िक आप इसमें योगदान नहीं दे रहे हैं।
िकरण: मानिसक स्वास्थ्य पुनवा्रस हेल्पलाइन- ससं ाधन पुिस्तका * क्या आपका जीवन खतरे मंे ह?ै * क्या आपके िलए कु छ बह�त ही भयावह था जो आपको बह�त बरु ा लगा? * क्या आप घर मंे सरु ि�त महससू करते ह?ंै * इस घटना को घटे िकतना समय हो गया? * यिद यह घटना एक महीने के अदं र ह�ई हो तो आकलन प्र� 2 को पछू ें। * यिद नकु सान बड़ा हो जैसे (िकसी नजदीक� क� मतृ ्य)ु तो उसके दखु का आकलन करें। • यिद आघात को एक महीने से ज्यादा हो गया हो तो इस मागदर् िशकर् ा में दी गयी दसू री िस्थितयों (िडप्रेशन आिद) के बारे में िवचार करें। आकलन प्र� 2- यिद घटना एक महीने के अंदर ह�ई है तो क्या व्यि� के अंदर महत्वपूणर् तीव्र तनाव के ल�ण है? ध्यान देने योग्यः 1. पीड़ादायी घटनाओं से संबिधत जाेिखमों के बारे में िचतं ा 2. नींद क� समस्या 3. एकाग्रता क� समस्या 4. भयावह सपने आना, अतीत में खोना अथवा पीड़ादायी घटना के समय क� बार-बार आने वाली स्मिृ तयां, जो िक भय और आतं क का कारण थी। 5. उन िवचारों, स्मिृ तयों, गितिविधयों या प�रिस्थितयों को जानबझू कर टालना जो उन्हंे घटनाओंक� याद िदलाएँ (उदाहरण- याद िदलाने वाले मदु ्दों को टालना, जहाँ घटना घटी थी उन जगहों पर जाने से बचना), खतरे के प्रित अत्यिधक िचन्ता एवं सतकर् ता या ऊँ ची आवाजों पर तीखी प्रितिक्रया या अनपेि�त �प से चलना-िफरना। 6. सदमे मंे जाना अथवा चौंकना, द:ु खी महससू करना अथवा कु छ भी महससू करने क� कमी या उस िकसी भी बात को सोचना जो िक सवं ेगों या िवचारोंं को उ�िे जत करे (जसै ा लगातार डरना, गसु ्सा होना)। 7. व्यवहार मंे बदलाव जैसःे क. आक्रामक होना ख. सामािजक �प से एकांतवास अथवा अपने को अलग करना ग. िकशोरावस्था में जोिखम लेने जैसे व्यवहार घ. प्रितगामी व्यवहार जैसे िबस्तर गीला करना ङ. रोना 8. अितवातायनता (सांस फू लना) जैसे (लम्बी और छोटी सांसे जल्दी-जल्दी लेना) 9. बह�त सारी ऐसी िशकायतों को बताना जो िक िचिकत्सा िव�ान क� जांच के अनसु ार उस व्यि� मंे न हों- क. िसर चकराना, जोर से िदल धड़कना ख. िसरददर् 82 अगर आप उन बातों एवं प�रिस्थितयों क� वजह से िचंितत हो जाते है, जो आपके िनयंत्रण में नहीं तो इसका प�रणाम समय क� बबार्दी है
मानिसक स्वास्थ्य प्राथिमक िचिकत्सा प्रोटोकॉल ग. अन्य ल�ण जैसे (िचिकत्सा िव�ान मंे विणत्र लकवा, दखे ने अथवा बोलने क� �मता मंे कमी, िमग� जैसे दौरे आिद) 10. यिद व्यि� िनम्निलिखत ल�णों को अिभव्य� करता है तो ये महत्वपणू ्र �प से तीव्र तनाव क� िस्थित को दशा्रता ह-ै क. तीव्र आघात लगभग एक महीने के अदं र ह�आ हो। ख. ये ल�ण घटना के बाद श�ु ह�ए हों। ग. ल�ण के कारण रोजमरा्र के कामोें मंे किठनाई हो। आकलन प्र� 3- क्या यह कोई समवत� (िकसी अन्य रोग के साथ होने वाली) िस्थित है या कोई अन्य परेशानी है? • शारी�रक िस्थित क� जांच करंे, दखे ें िक ये ल�ण िकसी अन्य रोग के कारण तो नहीं ह?ै यिद ऐसा है तो उसके अनसु ार ही इलाज व प्रबंधन करें। • िकसी मानिसक, स्नायिवक या िकये गये नशे क� जांच करंे (िडप्रेशन) जैसा िक इस मागद्र िशक्र ा मंे विणत्र ह,ै पाये जाने पर उसके अनसु ार ही प्रबंधन करें। बुिनयादी प्रबंधन योजना तीव्र तनाव के इलाज के िलए तब तक दवा न दंे, जब तक िक नीचे विण्रत ल�ण न िदखायी दें। 1- सभी मामलों में मूल मनोवै�ािनक सहयोग प्रदान करें:- • व्यि� को ध्यानपवू रक् सनु े, िकन्तु उस पर बोलने का दबाव न डालें। • व्यि� से उसक� ज�रतों को पछू ें। • व्यि� क� मलू आवश्यकताओं क� पिू तर् में सहायता करें। उसके प�रवार से सम्पकर् करंे और उसे सामािजक सहयोग प्रदान करंे। • व्यि� को आगे आने वाले िकसी भी खतरे से सरं �ण प्रदान करें। अित�र� मनोवै�ािनक सहयोग प्रदान करने तथा तनाव दूर करने के िसद्धांत और सामािजक सहयोग को बढ़ावा देने के िलए िनम्निलिखत उपाय करें:- • वत्रमान मनोसामािजक तनाव का पता लगाना। • सामािजक सहयोग को बढ़ाना • तनाव प्रबंधन िसखाना • व्यि� को द:ु ख और सामान्य तनाव के बारे में िशि�त करना जसै ेः * लोगों में इस प्रकार क� प्रितिक्रया आम बात ह।ै * अिधकतर मामलों में समय के साथ यह तनाव अपने आप ही खत्म हो जाता ह।ै * समवत� िस्थित का प्रबंधन करंे। अपनी कल्पना का उपयोग करंे, हमेशा िवकल्प पर िवचार करें, और िव�ास रखें । 83
िकरण: मानिसक स्वास्थ्य पुनवार्स हेल्पलाइन- ससं ाधन पुिस्तका 2- यिद तीव्र तनाव मंे अिनद्रा क� समस्या है तो िनम्निलिखत अित�र� प्रबंधन क� आवश्यकता हैः • उनको बताइये सामान्यतया लोगों में तीव्र तनाव मंे अिनद्रा क� समस्या िवकिसत हो जाती ह।ै • अिनंद्रा के िलए िजम्मदे ार वातावरण को पहचानें, जैसे शोरगलु आिद। • अिनद्रा के िलए िजम्मदे ार िकसी शारी�रक कारण क� पहचान करंे, जसै े शारी�रक दद्र या अन्य शारी�रक रोग। • स्वस्थ नींद के बारे में बताए,ं िजसमें सोने क� िदनचया्र जसै े (समय से िबस्तर पर जाना और उठना) कॉफ�, िनकोिटन और शराब के सवे न से बचना। ध्यान दें- सोने के समय शराब नींद मंे बाधा उत्पन्न करती ह।ै • बह�त ज्यादा समस्या वाले मामलों मंे मनोवै�ािनक हस्त�ेप करंे जसै -े आराम पाने क� तकनीक (Relaxation Technique)। िजस मामले में यह तकनीक कारगर अथवा प्रभावशाली न हो और व्यि� को रोजमरार् के काम करने मंे समस्या आ रही हो तो उसे मनोिचिकत्सक के पास भजे ं।े 3- तीव्र तनाव क� वजह से यिद बच्चा िबस्तर गीला करता हो तो िनम्निलिखत अित�र� प्रबंधन अपनाएःं • बच्चे के व्यवहार का परू ा इितहास प्रा� करंे िक क्या बच्चा जब िकसी तनाव पणू र् घटना के बारे में सोचता है तब िबस्तर गीला करता है ? उसे पहचानें और उसके अनसु ार प्रबंधन करें या अन्य कारण पहचाने जसै े - क्या उसके पेशाब के रास्ते में कोई इफं े क्शन तो नहीं ह?ै यह समझाए-ँ • िबस्तर गीला करना बच्चों में एक सामान्य प्रितिक्रया है जो बच्चों मंे तनाव के कारण होती ह।ै • बच्चे को िबस्तर गीला करने के िलए सजा नहीं दने ी चािहए। सजा दने े से बच्चे में तनाव बढ़ेगा। • दखे भाल करने वालों को सरल व्यवहारात्मक हस्त�ेप द्वारा प्रिश�ण दने े पर िवचार करना चािहए। 4- अितवातायन /सांस फू लना (हाइपरवेंिटलेशन) क� िस्थित िजसमें (बह�त तेज सांस लेना अथवा अिनयंित्रत सांस लेना) यह तीव्र तनाव क� िस्थित है। इसके िलए िनम्निलिखत अित�र� प्रबंधन के बारे में बताएःं • उस समस्या को तरु ंत पहचानंे, जो तनावपणू र् �ण के बाद अितवातायन का कारण ह।ै यिद यह समस्या बह�त लम्बे समय तक है तो उसके िलए हमशे ा आवश्यक िचिकत्सक�य जांच करें। • यिद कोई शारी�रक कारण क� पहचान न हो तो उस व्यि� को आ�स्त करें िक कभी-कभी अत्यिधक तनाव का अनभु व करने के बाद हाइपरवंेिटलेशन होता है तथा यह आवश्यक नहीं है िक यह कोई गंभीर िचिकत्सक�य समस्या हो। • शांत होकर िचतं ा के कारणों को दरू करने का प्रयास करंे। व्यि� क� सहायता करें तथा उसे सामान्य सांस लेने का अभ्यास करने को कह।ें (पपे र बैग मंे सांस लेने क� सलाह न द)ें 5- ऐसे मामलों में जहाँ शरीर से सम्बिन्धत िवघटनकारी घटक तीव्र तनाव के ल�ण हों (जैसे िक िचिकत्सक�य �प से अस्प� प�ाघात, बोलने या देखने मंे असमथ्रता, िमग� जैसे अस्वभािवक ल�ण Pseudoseizures) आिद। िनम्निलिखत प्रबंधन प्रस्तुत करंे- • तनावपणू ्र िस्थित के सभं ािवत कारणों का पता लगायें और उसका प्रबंधन करें, चाहे तनावपणू ्र घटना के तरु ंत बाद ही इस तरह के ल�ण क्यों न िदखायी िदये हों। हमशे ा सभं ािवत िचिकत्सक�य जांच करें तथा संभािवत भौितक कारणों क� पहचान करें। िमग� के दौरों क� िचिकत्सक�य जांच करें। 84 एक सकारात्मक �ि�कोण हमारी सभी समस्याओं का समाधान नहीं हो सकता है, लेिकन यह एकमात्र िवकल्प है िक हम समस्याओं से बाहर िनकलना चाहते हंै ।
मानिसक स्वास्थ्य प्राथिमक िचिकत्सा प्रोटोकॉल • व्यि� क� समस्या को पहचाने तथा उसके प्रित एक सम्मानपवू र्क �ि�कोण को बनाए रख।ंे इन समस्याओं के कारण िकसी प्रकार के अन्य अस्वभािवक लाभ लेने क� प्रविृ त को प्रोत्सािहत न करेंा • व्यि� को स्वयं ल�णों क� व्याख्या करने के िलए कहें तथा मनो-शारी�रक समस्या के समाधान हते ु सामान्य िनदश� ों के अनसु ार िचिकत्सक�य प्रबंधन करें। • व्यि� को यह समझाएं िक अित-तनाव के कारण ये ल�ण होना सामान्य बात ह।ै आवश्यक नहीं िक यह िकसी गंभीर िचिकत्सक�य समस्या को उत्पन करे। • व्यि� के प�रवेश व परम्परा के अनसु ार यिद कोई उपचार हो, िजससे िक कोई हािन न पह�चं ती हो। ऐसे उपाय भी िकए जा सकते ह।ैं • व्यि� को सलाह दंे िक यिद उसक� ये समस्याएं 2-4 स�ाह तक भी ठीक न हों या समस्याएं और अिधक गम्भीर होने लगंे तो तरु न्त िवशषे � से परामशर् लंे। जीवन आ�य्र से भरा है । 85
िकरण: मानिसक स्वास्थ्य पुनवार्स हेल्पलाइन- ससं ाधन पुिस्तका ग- शोक-अविध के िलए प्रोटोकॉल • मानवीय िवपदाओंमंे वयस्क, िकशोर और बच्चे बह�त नकु सान उठाते ह।ंै िकसी नकु सान के बाद द:ु ख भावनात्मक तकलीफ के �प मंे आता ह।ै यद्यिप द:ु ख/शोक क� अिधकांश प्रितिक्रयाएँ मानिसक िवकार न बनकर आत्म के िन्द्रत होती ह।ै यिद ल�ण लम्बे समय तक रहते भी हैं तो व्यि� को स्वास्थ्य सेवाओं क� मदद लेनी चािहए। िकसी भी हािन के प�ात िचिकत्सकों को िनम्निलिखत क� पहचान करनी चािहए:- शोक के महत्वपूणर् ल�ण:- • तीव्र तनाव में व्यि� अनेक मनोव�ै ािनक और िचिकत्सक�य ल�णों को व्य� करता है जो िक विणत्र नहीं ह।ैं नकु सान के बाद व्यि� दखु क� वज़ह से सामान्य दिै नक िक्रयाकलापों में किठनाई अनभु व करता है जसै ा िक उसके समाज द्वारा उससे अपेि�त है और यिद संभव है तो वह मदद क� खोज करता ह।ै वतर्मान प्रा�प मंे शोक के महत्वपणू र् ल�णों का आकलन व प्रबंधन संकिलत (मौजदू ) ह।ै शोक िवकार क� अविध:- • यिद शोक क� अविध लंबी हो जाती है तो उसके कारण व्यि� में तीव्र अवसाद (िडप्रेशन) उत्पन्न होता ह।ै इस िस्थित से व्यि� मंे भावनात्मक समस्या पैदा होती है और यिद यह समय 6 महीने से ज्यादा हो जाता है तो व्यि� सामान्य �प से अपने समाज के मापदण्डों के अन�ु प दिै नक िक्रयाकलाप नहीं कर पाता है (व्यि� के प�रवेश व परम्परा के अन�ु प यिद यह अविध अिधक हो) इस िस्थित मंे स्वास्थ्य किमय्र ों को चािहए िक वे िकसी िवशषे � क� सलाह लंे। • प्राय: तनाव/ िवयोग से सामना करने के उपरान्त या इनके िबना भी जो समस्याएं और िवकार उत्पन्न होते ह,ंै इसमें शािमल ह-ै * गभं ीर अवसाद (िडप्रेशन), मनोिवकृ ित, दवाओं और शराब का नकु सानदायक प्रयोग, आत्म नकु सान/ आत्महत्या और अन्य मानिसक स्वास्थ्य से सम्बिन्धत िशकायतें। * इन प्रितिक्रयाओंमंे कु छ सामान्य होती ह,ै िजसमें व्यि� को िकसी भी प्रकार क� सहायता क� आवश्यकता नहीं होती और न ही उसके दिै नक िक्रयाकलाप बािधत होते ह।ंै ऐसे मामलों में स्वास्थ्य किमय्र ों को सहयोगी रवैया अपनाना चािहए तथा उन्हंे व्यि� क� आवश्यकताओं और िचन्ताओं को पहचानना चािहए। ऐसे मामलों में िकसी िचिकत्सक�य प्रबंधन क� आवश्यकता नहीं होती ह।ै आकलन आकलन प्र� 1- क्या व्यि� ने हाल ही में िकसी बड़े नुकसान का अनुभव िकया है? • व्यि� से पछू ंे क्या िकसी बड़ी घटना का अनभु व िकया ह-ै * क्या कभी मानवीय िवपदाअों और सघं ष्र का आप पर प्रभाव ह�आ ह?ै * क्या आपको प�रवार, घर, पसै ा, नौकरी, आजीिवका अथवा समदु ाय क� �ित ह�ई ह?ै * इस �ित का आप पर क्या प्रभाव पड़ा ह?ै * क्या आपके प�रवार का कोई सदस्य या दोस्त खो गया ह?ै * इस घटना को घटे िकतना समय हो गया ह?ै • यिद 6 महीने पहले कोई बड़ी घटना घिटत ह�ई है तो आकलन प्र� 2 मंे जाइये। 86 अपने आप को हर रोज समझाएं िक आप एक अच्छे जीवन के योग्य हंै। सकारात्मक रहो, सब ठीक है ।
मानिसक स्वास्थ्य प्राथिमक िचिकत्सा प्रोटोकॉल आकलन प्र� 2- यिद व्यि� ने िवगत 6 महीनों मंे बड़ी घटना का अनुभव िकया है तो क्या व्यि� में दु:ख के महत्वपूण्र ल�ण है? • जांच करें: * उदासी, िचतं ा, क्रोध, िनराशा * िवषाद और पहले के व्यावसाियक नकु सान से सम्बिन्धत दखु * स्मिृ तयां, कल्पना और िवचारों का अवांछनीय हस्त�पे * भखू क� कमी * ऊजार् क� कमी * अिनद्रा * ध्यान के िन्द्रत करने क� समस्या * सामािजक �प से एकांतवास अथवा अपने को अलग करना * ऐसे ल�ण जो िक िचिकत्सा िव�ान मंे विणत्र नहीं हैं जैसे ( घबराहट, िसरदद,्र अन्य सामान्य द:ु ख, ददर् आिद) * प�रवशे व परम्परानसु ार िविश� द:ु ख क� प्रितिक्रया जसै े (मतृ व्यि� क� आवाज सनु ना, सपने मंे मतृ व्यि� को दखे ना) • यिद व्यि� इन सभी मापदण्डों को पूरा करता है तो उसमंे शोक के महत्वपूण्र ल�ण हंै: * िपछले 6 महीने मंे एक या एक से अिधक �ित * ऊपर विणतर् अन्य कोई ल�ण, जो �ित के बाद श�ु ह�ए हैं * ल�णों के कारण दिै नक िक्रयाओं मंे किठनाई महससू करना (समाज द्वारा अपिे �त) या ल�णों के सधु ार हते ु िकसी क� सहायता क� आवश्यकता होना आकलन प्र� 3: क्या कोई समवत� िस्थित है? • िकसी शारी�रक कारण का पता लगाएं जो ल�णों को दशा्रते हों और उसके अनसु ार प्रबंधन योजना बनाए।ं • िकसी अन्य मानिसक, स्नायिवक या नशे से सम्बिन्धत समस्या का पता लगाएं और उसके अनसु ार प्रबंधन योजना बनाए।ं बुिनयादी प्रबंधन योजना • शोक के ल�णों में िकसी प्रकार क� दवा क� सलाह न द।ंे 1. मूल मनोसामािजक सहयोग प्रदान करें- • व्यि� को ध्यान पवू र्क सनु ंे, उस पर बोलने का दबाव न डालें। • व्यि� से उसक� ज�रतों और िचन्ताओं के बारे में पछू ें। • व्यि� क� मलू आवश्यकताओं को जाने, सेवाओं को प्रा� करने में सहायता करंे, उसके प�रवार से सम्पकर् करें और उसे सामािजक सहयोग प्रदान करें। • व्यि� को आगे आने वाले िकसी भी खतरे से संर�ण प्रदान करें। अपने रोजमरा्र जीवन को असाधारण तरीके से िजए।ं 87
िकरण: मानिसक स्वास्थ्य पुनवा्रस हेल्पलाइन- ससं ाधन पुिस्तका 2. प्रदान िकए जाने वाले मनोसामािजक सहयोग जैसे:- • वत्रमान मनोसामािजक तनाव का पता करना • सामािजक सहयोग को बढ़ाना • तनाव प्रबंधन िसखाना 3. व्यि� को �ित/घटना से सम्बिन्धत सामान्य प्रितिक्रयाओं के बारे में िशि�त करंे जैसे:- • �ित/घटना के बाद लोग अलग-अलग तरीके से प्रितिक्रया दते े हंै • कु छ लोग बह�त िहम्मत से काम लेते ह,ैं जबिक दसू रे ऐसा नहीं करते • रोने का आशय यह नहीं िक आप कमजोर हैं • जो लोग नहीं रोते, वे ज्यादा भावनात्मक तकलीफ़ उठाते हैं और वे अपने दखु को दसू रे तरीके से व्य� करते हंै • कभी-कभी हमंे लगता है िक यह द:ु ख और पीड़ा कभी कम नहीं होगी, परन्तु समय के साथ यह भावनाएँ स्वयं ही कम होती जाती हैं • कभी-कभी व्यि� कु छ समय के िलए अच्छा महससू करता ह,ै परन्तु िकसी कारणवश व्यि� को वह घटना पनु ः याद आ जाती ह,ै िजससे वह द:ु खी हो जाता ह।ै यह एक सामान्य बात है और समय के साथ-साथ यह सभी चीजंे ठीक होने लगती ह।ंै • द:ु ख अनभु व करने का कोई सही या गलत तरीका नहीं ह।ै िकसी समय आप अच्छा महससू करते हंै और कु छ समय बाद ही पनु ः उसी द:ु ख को याद करके उसमंे डूब जाते ह,ंै उस �ण के िलए अपने आपको दोषारोिपत न करंे 4. समवत� िस्थित का प्रबंधन 5. प�रवेश व परम्परागत �प से उिचत समायोजन / शोक क� प्रिक्रया के कम्रकांड के बारे में चचा्र करंे:- • बताएं िक आपके प�रवेश व परम्परा में शोक तथा अिं तम ससं ्कार क� क्या व्यवस्था ह,ै और आपको उसके अनसु ार योजना बनानी चािहए। यिद यह मामला ऐसा नहीं है तो बताएं िक आप इस िस्थित से कै से बाहर िनकलंेगे 6. पहले वाली िस्थित में आने के िलए प्रोत्सािहत करें। जैसे सामान्य िक्रयाकलाप (समाज काय्र घर से या समाज में जाकर) यिद सभं व है। 7. यिद िवशेष �प से अिनद्रा क� समस्या, िबस्तर गीला करने क� समस्या, अितवातायनता (सांस लेने मंे परेशानी) और अन्य कोई ल�ण जो �ित/घटना के कारण हंै तो उसके िलए इस प्रोटोकॉल के सबं द्ध प�ृ का अवलोकन करंे। 8. यिद मरीज छोटा बच्चा है तो: • बच्चे के सवालों का सही जबाब दें उसके िवकास स्तर के अनसु ार समझाए।ं जब िकसी �ित/घटना के बारे मंे बात करंे तो झठू न बोलें जैसे (मरे ी माता कहां ह?ै ) ऐसे जबाव बच्चे में अनावश्यक �प से भ्रम पदै ा करंेगे तथा स्वास्थ्य कम� के प्रित भरोसे मंे कमी पदै ा करेंग।े • बच्चों मंे सामान्यत: िवद्यमान “कल्पनात्मक सोच” क� जांच करंे और उसे सही करंे। बच्चा यह सोचता है िक उसके अपने िकसी िप्रयजन के नकु सान के िलए वह िजम्मदे ार है तथा उनक� मतृ ्यु उसक� शरारत के कारण ह�ई, क्योंिक वह उनक� बात नहीं मानता था, िजससे वे नाराज रहते थे 88 सफलता हमारा प�रचय दुिनया को करवाती है और असफलता हमें दुिनया का प�रचय करवाती है|
मानिसक स्वास्थ्य प्राथिमक िचिकत्सा प्रोटोकॉल 9. ऐसे बच्चे, िकशोर और अित सवं देनशील लोग िजन्होंने अपने िप्रयजन या देखभाल करने वालों को खो िदया, उन्हें सरु �ा क� आवश्यकता है, िजसमंे सामािजक-आिथर्क सहयोग अपेि�त है। • यिद आवश्यक हो तो ऐसे व्यि� या एजंसे ी से सम्पक्र करंे जो बच्चे को संर�ण दे पाएँ 10. यिद शोकजन्य िवकार क� अविध लम्बी हो तो िकसी िवशेष� से सम्पकर् करंे िजससे िक उसक� आगे क� जांच और प्रबंधन हो सके । • िकसी िप्रयजन क� मतृ ्यु के उपरान्त यिद उसके प्रित शोकाकु ल बच्च,े िकशोर और अित सवं दने शील लोग मतृ व्यि� क� यादों में िनरन्तर खोये रहते है तथा उसे भलु ा नहीं पाते ह,ैं अित तीव्र सवं ेिगक पीड़ा, िनत्य काय्र को करने में अत्यिधक असमथर् महससू करते हंै तथा यिद इस तरह के ल�ण 6 माह से अिधक रहते हैं तो ऐसे व्यि� को दीघकर् ािलक शोकजन्य िवकार क� श्रणे ी मंे रखा जा सकता ह।ै • यिद दो से चार स�ाह के बाद भी ल�णों मंे कोई कमी न आए तो वह व्यि� पनु ः सलाह प्रा� कर सकता ह।ै एक आवश्यक अनुशासन के �प में किठनाई को स्वीकार क�िजए । 89
िकरण: मानिसक स्वास्थ्य पुनवा्रस हेल्पलाइन- ससं ाधन पुिस्तका घ- आघातोपरान्त तनाव िवकार (पोस्ट ट्रॉमेिटक स्ट्रेस िडसॉड्रर) • मानवीय िवपदा के दौरान तीव्र तनाव के ल�णों के अनभु व के उपरान्त सामान्य वयस्क, िकशोर एवं बच्चों के िलए िवस्ततृ मनोव�ै ािनक प्रितिक्रयाएं िवकिसत क� गई ह।ंै अिधकतर लोग इसी प्रकार के ल�णों का सचं रण करते हंै जब एक माह के अतं राल मंे िविश� प्रकार के ल�ण िदखाई दते े हंै तो व्यि� मंे आघात के बाद उत्पन्न ह�आ तनाव िवकिसत होता है • यघिप यह आवश्यक नहीं है िक िकसी भी ददन्र ाक घटना के बाद व्यि� को आघातोपरान्त तनाव िवकार (पी.टी.एस.डी.) ही हो। ऐसी घटनाएँ कई अन्य मानिसक, स्नायिवक (न्यरू ोलॉिजकल) एवं नशे से सम्बिन्धत समस्याओं को जन्म दते ी ह,ंै जो इस पिु स्तका में दी गई ह।ैं आघातोपरान्त तनाव िवकार के प्रमुख ल�ण • ऐसे जो लोग आघातोपरान्त तनाव िवकार से ग्रिसत ह,ंै उन्हंे अन्य प्रकार के रोगी से अलग कर पाना मिु श्कल होता ह,ै क्योंिक वह श�ु आत में सामान्य ल�ण प्रदिशत्र करते ह,ैं जसै े: * अिनद्रा (कम नींद आना) * िचड़िचड़ापन, िचन्ता या िनराशाजनक मनोदशा आिद * या तो िबना िकसी शारी�रक कारण के शारी�रक ल�ण प्रदिशत्र करना जसै े- िसर दद,र् तेजी से िदल धड़कना इत्यािद * तथािप आगे प्र� पछू ने पर व्यि� यह बता सकता है िक वह आघातोपरान्त तनाव िवकार के अन्य कौन-कौन से ल�णों का सामना कर रहा है आकलन: आकलन प्र� 1- क्या िकसी व्यि� के साथ 1 महीना पहले कोई ददर्नाक घटना घिटत ह�ई? • आप पछू ें िक क्या व्यि� के साथ कोई ददन्र ाक घटना घटी ह,ै यह िकसी भी प्रकार क� शारी�रक या यौन िहसं ा अथवा घरेलू िहसं ा हो सकती है अथवा िजसमें व्यि� के घर क� �ित या बड़ी दघु ट्र ना ह�ई हो, तो पछू ें: * आप पर इस िवपदा/संघषर् का िकतना प्रभाव पड़ा? * क्या आपकाे एसे ा लगता है िक आपका जीवन खतरे मंे ह?ै * क्या आपको अपने घर अथवा समदु ाय में कभी ऐसा अनभु व होता है िजससे आपने डर या असहज अनभु व िकया हो? • यिद व्यि� के साथ ददनर् ाक घटना घटी है तो यह घटना कब घिटत ह�ई? आकलन प्र� 2- यिद एक माह पूवर् िकसी ने कोई मानिसक आघात अनुभव िकया है तो क्या वह आघातोपरान्त तनाव जिनत िवकार से ग्रिसत हो सकता है? 90 मेहनत इतनी ख़ामोशी से करो िक कामयाबी शोर मचा दे।
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