मेघालय की संस्कृ ति
मेघालय की जनजातियाँा मेघालय भारि के पूर्वोत्तर मंे स्थिि एक पर्वविीय राज्य हैं जहाँा की मुख्य जनजातियााँ खासी, गारो और जयस्िया हंै । प्रत्येक जनजाति अपनी संस्कृ ति और लोक परम्परा से समृद्ध है। भैंस के सीगं ो,ं बााँसुरी और मृदंगों से तनकली स्वर लहररयों के साि नृत्य और मतदरापान यहााँ के सामातजक समारोहों र्व धातमवक अनुष्ठानों का अतभन्न अंग है।
मेघालय के त्यौहार पंबल गं न गं क्ेरम मेघालय मंे पंबलोगं नोगं क्ेरम खातसयों का एक प्रमुख धातमवक त्योहार है जो पांच तदन के तलए तिलांग से लगभग 11 तकलोमीटर की दू री पर स्थिि ‘स्िट’ नामक गांर्व मंे मनाया जािा है।
िाद सुख तमनतसम िाद सुख तमनतसम खातसयों का और एक महत्त्वपूर्व त्योहार है जो हर साल अप्रैल के दू सरे हफ़्ते में तिलांग में मनाया जािा है।
बेहतियन खलाम बेहतियन खलाम जयंतिया' आतदर्वातसयों का महत्त्वपूर्व त्योहार जो जुलाई माह मंे जयंतिया पहातियों के जोर्वाई कस्बे में मनाया जािा है।
र्वांग्ला गारो आतदर्वासी साल्जंग नामक सूयव देर्विा के सम्मान मंे अक्टू बर-नर्वंबर मंे र्वांग्ला नामक त्योहार एक हफ्ते िक मनािे हैं I
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