नाम - वेदिका मिश्रा विभाग - जनसं चार स्नातक चतुर्थ छमाही महात्मा गांधी अं तरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय
प्रथम संगोष्ठी पत्र पाठ्यचर्या:- फ़ ोटो पत्रकारिता विषय - फ़ोटो फीचर निर्देशक - डॉ. धरवेश कठे रिया एसोसिएट प्रोफे सर महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा
चलिए प्रवेश करते हैं में
वारासिवनी भारतीय राज्य मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले में एक तहसील (प्रशासनिक प्रभाग) और नगर पालिका परिषद (नगर पालिका) है। यह जिला मुख्यालय से 16 किमी (10 मील) दूर स्थित है। वारासिवनी बालाघाट जिले में बालाघाट के बाद दूसरा सबसे अधिक आबादी वाला शहर है।
चंदन नदी जीवन दायनी चं दन नदी जिसके तट पर पूरा वारासिवनी बसा हुआ है
क्रांति का पुल गोटाडोर अं ग्रेजों के ज़ माने का यह पूल आज़ादी की लड़ाई के दौरान क्रां तिकारियों का अड्डा हुआ करता था । वायसरॉय के आगमन पर क्रां तिकारी साथीयो न यहां नारियल की छाल में बम रखा था जो किसी कारणवश सफल नहीं हुआ
शॉर्ट कट बनाम रेलवे स्टेशन दृश्य खूबसूरत है लेकिन उपयोग के वल शॉर्ट कट रास्ते हेतु होता है। दिन में ट्रेन आती है के वल 3 वो भी एक ही रास्ते की ओर
नगर पालिका वारासिवनी एक वक्त पर यह वारासिवनी नगर पालिका अं ग्रेजों का कार्यालय हुआ करती थी । वारासिवनी अं ग्रेजों के ज़ माने से ही एक तहसील है । इस नगरपालिका का निर्माण अं ग्रेजो द्वारा किया गया था।
अमर शहीद डाकिया दशाराम फु लमारी वारासिवनी को स्वतं त्रता सं ग्राम सेनानियों की खदान के नाम से भी जाना जाता है। वारासिवनी के लाल डाकिया दशराम फु लमारी शहर के वीर सपूत अं ग्रेजो से युद्ध के दौरान शाहिद हो गए थे । नगरवासी इन्हे देवता की तरह पूजते है । यह उस कठिन दौर में भी अं ग्रेजों से न डरे और ईमानदारी से अपने कर्तव्य का निर्वहन किया ।
राजा भोज कृ षि महाविद्यालय बालाघाट जिले का एक मात्र कृ षि महाविद्यालय जिसे जवाहरलाल नेहरू कृ षि विश्वविद्यालय , जबलपुर से मान्यता प्राप्त है । यहां PAT परीक्षा में उत्तीर्ण होने वाले छात्र दूर - दूर से आते हैं।
इं डोर स्टे डियम, वारासिवनी इसका निर्माण 2021 में हुआ था । यहां इंडोर खेलों के कई टू र्नामेंट अयोजित किए जाते है जिनमें राष्ट्रीय स्तर की स्पर्धाएं भी शामिल है साथ ही नगर के खेल प्रेम शाम होते है स्टेडियम में अपना डेरा जमा लेते हैं।
किसान मंडी वारासिवनी नवनिर्मित किसान मं डी जहां तहसील भर के किसान अपना माल उचित दामों में बेचने हेतु आते है
चंदू की बादशाही चाय गर्रा के पोहे के बाद यदि बालाघाट जिला में कोई भोज्य पदार्थ प्रसिद्ध है तो वह है चं दू की बादशाही चाय । एक बार पीने वाला दीवाना हो जाए और बार बार आए।
श्रीराम मंदिर वारासिवनी वारासिवनी के मध्य में स्थित श्री राम मं दिर जिसमे अनेकों अनेक अनुष्ठान कार्यक्रम आदि अयोजित किए जाते हैं ।
मृदा परीक्षण प्रयोगशाला वारासिवनी की भूमि में विभिन्न प्रकार की मृदाए पाई जाती हैं उन्हीं के इस परीक्षण हेतु इस प्रयोगशाला को स्थापित किया गया है । यहां मृदा सं बं धी अनेकों शोध कार्य किए जाते है ।
7 जन्मों के लिए बांधने वाला सावित्री मंडप विवाह के लिए नगर का एकमात्र वैध मं दिर । इसे गायत्री सेवा सं स्थान द्वारा स्थापित किया गया था । वारासिवनी नगर में के वल इस मं दिर में किए गए विवाह ही कानूनी तौर पर वैध रूप से मान्य होंगे
हमारे दिल में वारासिवनी हर दिल में वारासिवनी और ये थी हमारे छोटा और प्यारा से वारासिवनी शहर की एक आभासी यात्रा । उम्मीद है आप सबको पसं द आई होगी ।
धन्यवाद
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