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Library E-Newsletter (July - September 2021)

Published by arushikaushik1234567, 2021-11-20 15:01:58

Description: JULY TO SEPTEMBER NEWSLETTER

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A QUATERLY LIBRARY E-NEWSLETTER Kendriya Vidyalaya Sector 8 , Rohini Library Newsletter: 2021-2022 Volume 2 Issue 2 (July to September) Page Sub-Heading Principal’s Desk No. 01 From the Principal’s Desk 02-03 World Population Day 04-05 Kargil Vijay Diwas 06 International Tigar Day Dear Students, 07-08 Premchand’s Birthday Education is the manifestation of the perfection already existing in man. All the 09 Harry Potter’s Birth Day performance of great human art and unbelievable Celebration discoveries which we regard as wonders are nothing but 10-11 perseverance in disguise. Indomitable determination, Independence Day Celebra- firm will-power and adequate preparation is the key 12-13 tion success. Set your goals in right time and work hard to 14-17 achieve them. Regular, steady and sincere efforts always About S.R.RadhKrishnan bear fruits. Never put off your work till tomorrow. Realize the importance of time. In this world of tough Hindi Pakhwara Celebration competition, there is no place for mediocrity. Be true to yourself, sincere towards your study, respectful to your 18-20 Important Days teachers and honest to your parents. Groom yourself into a responsible and respectable citizen of the country 21 Student Corner and the world by imbibing love for healthy traditions of our rich and glorious heritage. Always do good to make 22 Teacher’s Corner your family, school and nation proud of you. LIBRARY ACTIVITIES (Apr-June) Uttam Kumar (Principal)  Knowing important days  Poster Making  Greeting Card Making  Slogan Writing  Sketch Making  Career Counselling

QUARTERLY EDITION HORIZON (JULT TO SEPETEMBER) PAGE 2 World Population Day is an annual event, observed on July 11 every year, which seeks to raise awareness of global population issues. The event was established by the Governing Council of the United Nations Development Programme in 1989[2]. It was inspired by the public inter- est in Five Billion Day on July 11, 1987, the approximate date on which the world's population reached five billion people. World Population Day aims to increase people's awareness on various population issues such as the importance of family planning, gender equali- ty, poverty, maternal health and human rights.The day was suggested TOP 10 MOST POPULATED COUNTRIES COUNTRY POPULATION DENSITY AREA 1 China 1,439,323,776 153 9,388,211 2 India 1,380,004,385 464 2,973,190 3 United 331,002,651 36 9,147,420 States 4 Indonesia 273,523,615 151 1,811,570 5 Pakistan 220,892,340 287 770,880 6 Brazil 212,559,417 25 8,358,140 7 Nigeria 206,139,589 226 910,770 8 Bangladesh 164,689,383 1,265 130,170 9 Russia 145,934,462 9 16,376,870 10 Mexico 128,932,753 66 1,943,950

QUARTERLY EDITION HORIZON (JULT TO SEPETEMBER) PAGE 3 ON ACCOUNT OF WORLD POPULATION DAY

QUARTERLY EDITION HORIZON (JULT TO SEPETEMBER) PAGE 4 KARGIL VIJAY DIWAS Kargil Vijay Diwas is commemorated every 26 July in India, to observe India's victory over Pakistan in the Kargil War for oust- ing Pakistani Forces from their occupied positions on the moun- tain tops of Northern Kargil District in Ladakh in 1999. Kargil Vijay Diwas is celebrated in honour of the Kargil War's Heroes. This day is celebrated all over India and in national cap- ital, New Delhi, where the Prime Minister of India pays homage to the soldiers at Amar Jawan Jyoti at the India Gate every year. Functions are also organized all over the country to commemo- rate the contributions of the Indian Armed Forces.

QUARTERLY EDITION HORIZON (JULT TO SEPETEMBER) PAGE 5 Poster Making on account of Kargil Vijay Diwas

QUARTERLY EDITION HORIZON (JULT TO SEPETEMBER) PAGE 6 INTERNATIONAL TIGER DAY 29 JULY 2021 International Tiger Day is celebrated on July 29 every year to generate awareness re- garding the dwindling population of the species. The population of the national ani- mal of India has been affected by several factors like illegal wildlife trade, human wild- life conflict, habitat loss, and fragmentation. Blog Post on INTERNATIONAL TIGAR DAY CLICK HERE TO SEE BLOG POST

QUARTERLY EDITION HORIZON (JULT TO SEPETEMBER) PAGE 7 Students Activities on Account of Birth Anniversary of Munshi Premchand

QUARTERLY EDITION HORIZON (JULT TO SEPETEMBER) PAGE 8 प्रमे चंाद जी के बारे मंे जीवन पररचय प्रेमचॊद का जन्म ३१ जुऱाई १८८० को वाराणसी जजऱे (उत्तर प्रदेश) के ऱमही गाॉव मंे एक कायस्थ ऩररवार में हुआ था। उनकी माता का नाम आनन्दी देवी तथा पऩता का नाम मशॊु ी अजायबराय था जो ऱमही मंे डाकमशॊु ी थ।े उनका वास्तपवक नाम धनऩत राय श्रीवास्तव था। प्रमे चदॊ की आरॊभिक भशऺा फारसी में हुई। प्जब वे सात साऱ के थ,े तिी उनकी माता का स्वगवग ास हो गया। जब ऩदॊ ्रह साऱ के हुए तब उनकी शादी कर दी गई और सोऱह साऱ के होने ऩर उनके पऩता का िी देहातॊ हो गया।इसके कारण उनका प्रारॊभिक जीवन सघॊ षमग य रहा। प्रमे चदॊ के जीवन का साहहत्य से क्या सॊबधॊ है \"सौतेऱी माॉ का व्यवहार, बचऩन मंे शादी, ऩॊड-े ऩुरोहहत का कमकग ाडॊ , ककसानों और क्ऱकों का दखु ी जीवन-यह सब प्रेमचदॊ ने सोऱह साऱ की उम्र में ही देख भऱया था। इसीभऱए उनके ये अनिु व एक जबदगस्त सचाई भऱए हुए उनके कथा-साहहत्य मंे झऱक उठे थ।े \"[2] उनकी बचऩन से ही ऩढ़ने मंे बहुत रुचच थी। १३ साऱ की उम्र मंे ही उन्होंने ितभऱस्म-ए-होशरुबा ऩढ़ भऱया और उन्होंने उदगद के मशहदर रचनाकार रतननाथ 'शरसार', भमर्ाग हादी रुस्वा और मौऱाना शरर के उऩन्यासों से ऩररचय प्राप्त कर भऱया[3]। उनका ऩहऱा पववाह ऩदॊ ्रह साऱ की उम्र मंे हुआ। १९०६ में उनका दसद रा पववाह भशवरानी देवी से हुआ जो बाऱ-पवधवा थी।ॊ वे सुभशक्षऺत महहऱा थीॊ जजन्होंने कु छ कहािनयाॉ और प्रमे चदॊ घर में शीषकग ऩुस्तक िी भऱखी। उनकी तीन सतॊ ाने हुईं-श्रीऩत राय, अमतृ राय और कमऱा देवी श्रीवास्तव। १८९८ मंे मैहिक की ऩरीऺा उत्तीणग करने के बाद वे एक स्थानीय पवद्याऱय में भशऺक िनयकु ्त हो गए। साहिहययक जीवन प्रमे चॊद के साहहजत्यक जीवन का आरॊि १९०१ से हो चकु ा था[7] आरॊि मंे वे नवाब राय के नाम से उदगद में भऱखते थ।े उनका ऩहऱा उऩऱब्ध ऱेखन उदगद उऩन्यास 'असरारे मआिबद'[9] है प्रेमचदॊ का दसद रा उऩन्यास 'हमखमु ाग व हमसवाब' है जजसका हहदॊ ी पाऩाॊतरण 'प्रेमा' नाम से १९०७ मंे प्रकाभशत हुआ। १९०८ ई. मंे उनका ऩहऱा कहानी सॊग्रह सोर्-े वतन प्रकाभशत हुआ।देशिजक्त की िावना से ओतप्रोत इस सगॊ ्रह को अगॊ ्रेर् सरकार ने प्रितबचॊ धत कर हदया और इसकी सिी प्रितयाॉ जब्त कर ऱीॊ और इसके ऱेखक नवाब राय को िपवष्य मंे ऱेखन न करने की चते ावनी दी। इसके कारण उन्हंे नाम बदऱकर प्रमे चदॊ के नाम से भऱखना ऩडा। उनका यह नाम दयानारायन िनगम ने रखा था।[10] 'प्रमे चॊद' नाम से उनकी ऩहऱी कहानी बडे घर की बटे ी र्माना ऩििका के हदसम्बर १९१० के अकॊ मंे प्रकाभशत हुई। १९१८ ई. मंे उनका ऩहऱा हहदॊ ी उऩन्यास सवे ासदन प्रकाभशत हुआ। कृ हियांा प्रेमचॊद की कृ ितयाॊ िारत के सवाचग धक पवशाऱ और पवस्ततृ वगग की कृ ितयाॊ हैं। उन्होंने उऩन्यास, कहानी, नाटक, समीऺा, ऱेख, सम्ऩादकीय, ससॊ ्मरण आहद अनके पवधाओॊ में साहहत्य की सजृ ष्ट की, ककन्तु प्रमुख पाऩ से वह कथाकार हैं। उन्हें अऩने जीवन काऱ में ही उऩन्यास सम्राट की ऩदवी भमऱ गई थी। उन्होंने कु ऱ 15 उऩन्यास, 300 से कु छ अचधक कहािनयाॊ, 3 नाटक, 10 अनवु ाद, 7 बाऱ- ऩुस्तकें तथा हर्ारों ऩषृ ्ठों के ऱखे , सम्ऩादकीय, िाषण, िभद मका, ऩि आहद की रचना की। परु स्कार मॊुशी प्रमे चॊद की स्मिृ त मंे िारतीय डाक पविाग की ओर से 31 जुऱाई, 1980 को उनकी जन्मशती के अवसर ऩर 30 ऩसै े मलद ्य का एक डाक हटकट जारी ककया। गोरखऩुर के जजस स्कद ऱ में वे भशऺक थे, वहाॊ प्रमे चॊद साहहत्य सॊस्थान की स्थाऩना की गई है। इसके बरामदे मंे एक भिजत्तऱेख है। यहाॊ उनसे सबॊ चॊ धत वस्तओु ॊ का एक सॊग्रहाऱय िी है। जहाॊ उनकी एक आवऺप्रितमा िी है। प्रेमचदॊ की ऩत्नी भशवरानी देवी ने प्रेमचदॊ घर मंे नाम से उनकी जीवनी भऱखी और उनके व्यजक्तत्व के उस हहस्से को उजागर ककया है, जजससे ऱोग अनभिऻ थे। उनके ही बटे े अमतृ राय ने '़ऱम का भसऩाही' नाम से पऩता की जीवनी भऱखी है। उनकी सिी ऩुस्तकों के अॊग्रेर्ी व उदगद पाऩातॊ र तो हुए ही हैं, चीनी, पासी आहद अनेक पवदेशी िाषाओॊ मंे उनकी कहािनयाॊ ऱोकपप्रय हुई हंै।

QUARTERLY EDITION HORIZON (JULT TO SEPETEMBER) PAGE 9 Wakelet link Click here to go to wakelet collection on Munshi Premchand exclusively for kids.

QUARTERLY EDITION HORIZON (JULT TO SEPETEMBER) PAGE 10 GREETING CARD MAKING

QUARTERLY EDITION HORIZON (JULT TO SEPETEMBER) PAGE 11 K.V. SECTOR-8 ROHINI CELEBRATES 75th INDEPENDENC DAY POSTER MAKING BY THE STUDENTS

QUARTERLY EDITION HORIZON (JULT TO SEPETEMBER) PAGE 12 डॉ सर्वपल्ली राधाकृ ष्णन जीर्न पररचय आजाद भारत के पहले उपराष्ट्रपतत और दूसरे राष्ट्रपतत के तौर पर डॉ सर्वपल्ली राधाकृ ष्ट्णन का नाम भारिीय इहििास मंे स्र्णव अक्षरों से तलखा गया ह.ै राधाकृ ष्ट्णन प्रतसध्य तिक्षक भी थे, यही र्जह ह,ै उनकी याद मंे िर वर्ष 5 हसिम्बर को हिक्षक हदवस मनाया जाता ह|ै उनका मानना था तक तिक्षकों का तदमाग देि मंे सबसे अच्छा होना चाइये, कयतूं क देि को बनाने मंे उन्हीं का सबसे बड़ा योगदान होता ह.ै जीवन ऩररचय िबदॊ ु राधाकृ ष्णन जीवन ऩररचय ऩदरा नाम डॉ सवऩग ल्ऱी राधाकृ ष्णन जन्म जन्म स्थान 5 भसतम्बर 1888 माता-पऩता ितरुमनी गाॉव, मद्रास पववाह भसताम्मा, सवऩग ल्ऱी पवरास्वामी भसवाकमु (1904) डॉ राधाकृ ष्ट्णन का जन्म 5 तसतम्बर 1888 को ततमलनाडु के छोटे से गाूरं ् ततरुमनी मंे ब्राह्मण पररर्ार में हुआ था. इनके तपता का नाम सर्वपल्ली तर्रास्र्ामी था, र्े गरीब जरुर थे तकंू तु तर्द्वान ब्राम्हण भी थे. इनके तपता के ऊपर पुरे पररर्ार की तजम्मदारी थी, इस कारण राधाकृ ष्ट्णन को बचपन से ही ज्यादा सुख सुतर्धा नहीं तमली. राधाकृ ष्ट्णन ने 16 साल की उम्र मंे अपनी दूर की चचेरी बहन तसर्ाकमु से िादी कर ली. तजनसे उन्हंे 5 बेटी र् 1 बेटा हुआ. इनके बेटे का नाम सर्वपल्ली गोपाल ह,ै जो भारत के महान इततहासकारक थे. डॉ सवषपल्ली राधाकृ ष्णन जी की हिक्षा डॉ राधाकृ ष्ट्णन का बचपन ततरुमनी गाूरं ् मंे ही व्यतीत हुआ. र्हीं से इन्होंने अपनी तिक्षा की प्रारूं भ की. आगे की तिक्षा के तलए इनके तपता जी ने तितियन तमिनरी संूस्था लथु नव तमिन स्कू ल, ततरुपतत मंे दातखला करा तदया. जहांू र्े 1896 से 1900 तक रहे| सन 1900 मंे डॉ सर्वपल्ली राधाकृ ष्ट्णन ने र्ेल्लरू के कॉलेज से तिक्षा ग्रहण की. तत्पिात मद्रास तितियन कॉलेज, मद्रास से अपनी आगे की तिक्षा परू ी की. र्ह िुरू से ही एक मंेधार्ी छात्र थे. इन्होंने 1906 मंे दिवन िास्त्र मंे M.A तकया था. डॉ राधाकृ ष्ट्णन ने अपने जीर्न के 40 र्र्व एक तिक्षक बन कर रहे. तिक्षा के क्षेत्र मंे और एक आदिव तिक्षक के रूप में डॉ राधाकृ ष्ट्णन को हमंेिा याद तकया जाएगा.

QUARTERLY EDITION HORIZON (JULT TO SEPETEMBER) PAGE 13 डॉ सवषपल्ली राधाकृ ष्णन के कररयर की िरु ुवाि – 1909 मंे राधाकृ ष्ट्णन जी को मद्रास प्रेसीडेंसी कॉलेज मंे दिवनिास्त्र का अध्यापक बना तदया गया| सन 1916 मंे मद्रास रतजडेसी कालेज मंे ये दिवन िास्त्र के सहायक प्राध्यापक बने. 1918 मसै रू यतू नर्तसवटी के द्वारा उन्हंे दिवनिास्त्र के प्रोफे सर के रूप मंे चनु ा गया| तत्पिात र्े इंूग्लडैं के oxford university मंे भारतीय दिवन िास्त्र के तिक्षक बन गए. तजस कालेज से इन्होंने M.A तकया था र्ही का इन्हंे उपकु लपतत बना तदया गया. तकन्तु डॉ राधाकृ ष्ट्णन ने एक र्र्व के अूंदर ही इसे छोड़ कर बनारस तर्श्वतर्द्यालय में उपकु लपतत बन गए. इसी दौरान र्े दिवनिास्त्र पर बहुत सी पुस्तकें भी तलखा करते थे| डॉ राधाकृ ष्णन का राजनीहि में आगमन – जब भारत को स्र्तंूत्रता तमली उस समय जवािरलाल निे रू ने राधाकृ ष्ट्णन से यह आग्रह तकया, तक र्ह तर्तिष्ट राजदतू के रूप में सोतर्यत संूघ के साथ राजनतयक कायों की पतू तव करंे . नेहरूजी की बात को स्र्ीकारते हुए डॉ.राधाकृ ष्ट्णन ने 1947 से 1949 तक संूतर्धान तनमावत्री सभा के सदस्य के रूप मंे कायव तकया. संूसद में सभी लोग उनके कायव और व्यव्हार की बेहद प्रंूिसा करते थे. अपने सफल अकादतमक कै ररयर के बाद उन्होंने राजनीततक मंे अपना कदम रखा| 13 मई 1952 से 13 मई 1962 तक र्े देि के उपराष्ट्रपतत रहे | 13 मई 1962 को ही र्े भारत के राष्ट्रपतत तनर्ावतचत हु ए. . डॉ.राधाकृ ष्णन को हमले सम्मान व अवाडष तिक्षा और राजनीतत में उत्कृ ष्ट योगदान देने के तलए डॉ. राधाकृ ष्ट्णन को सन 1954 में सर्ोच्च अलंकू रण “भारत रत्न” से सम्मातनत तकया गया. 1962 से राधाकृ ष्ट्णन जी के सम्मान में उनके जन्म तदर्स 5 तसतम्बर को तिक्षक तदर्स के रूप मंे मनाने की घोर्णा की गई| सन 1962 मंे डॉ. राधाकृ ष्ट्णन को “तब्रतटि एके डमी” का सदस्य बनाया गया. पोप जॉन पाल ने इनको “गोल्डन स्पर” भेट तकया. इूंग्लडंै सरकार द्वारा इनको “आडवर ऑफ़ मंेररट” का सम्मान प्राप्त हुआ. डॉ. राधाकृ ष्ट्णन ने भारतीय दिवन िास्त्र एर्ूं धमव के उपर अनेक तकताबे तलखी जसै े “गौतम बुद्धा: जीर्न और दिवन” , “धमव और समाज”, “भारत और तर्श्व” आतद. र्े अकसर तकताबे अंूग्रेज़ी में तलखते थे. डॉ सवषपल्ली राधाकृ ष्णन की मयृ यु 17 अप्रलै 1975 को एक लम्बी बीमारी के बाद डॉ राधाकृ ष्ट्णन का तनधन हो गया. तिक्षा के क्षेत्र में उनका योगदान हमंेिा याद तकया जाता ह.ै इसतलए 5 तसतंूबर को तिक्षक तदर्स मनाकर डॉ.राधाकृ ष्ट्णन के प्रतत सम्मान व्यक्त तकया जाता ह.ै इस तदन देि के तर्ख्यात और उत्कृ ष्ट तिक्षकों को उनके योगदान के तलए पुरुस्कार प्रदान तकए जाते ह.ंै राधाकृ ष्ट्णन को मरणोपरातंू 1975 मंे अमेंररकी सरकार द्वारा टमे ्पलटन परु स्कार से सम्मातनत तकया गया, जो तक धमव के क्षेत्र में उत्थान के तलए प्रदान तकया जाता ह.ै इस पुरस्कार को ग्रहण करने र्ाले यह प्रथम गरै -ईसाई सम्प्रदाय के व्यतक्त थे.

QUARTERLY EDITION HORIZON (JULT TO SEPETEMBER) PAGE 14

QUARTERLY EDITION HORIZON (JULT TO SEPETEMBER) PAGE 15 हिन्दी ऱेखकों की चित्र बनाने की प्रतियोचगिा

QUARTERLY EDITION HORIZON (JULT TO SEPETEMBER) PAGE 16 नारा ऱेखन प्रतियोचगिा

QUARTERLY EDITION HORIZON (JULT TO SEPETEMBER) PAGE 17

QUARTERLY EDITION HORIZON (JULT TO SEPETEMBER) PAGE 18 IMPORTANT DAYS Date Special Days in July Doctor's day, National Postal Worker Day, July 1 Canada day & Chattered Accountant Day July 2 World UFO Day July 4 USA’s Independence Day July 6 July 11 World Zoonoses Day July 12 World Population Day July 14 National Simplicity Day & Paper Bag Day July 17 July 18 Bastille Day July 22 World Day for International Justice July 24 International Nelson Mandela Day July 26 Pi Approximation Day July 28 National Thermal Engineer Day July 29 Kargil Vijay Diwas, National Parents Day World Nature Conservation Day & World Hepatitis Day International Tiger Day

QUARTERLY EDITION HORIZON (JULT TO SEPETEMBER) PAGE 19 IMPORTANT DAYS DATE Name of the Event 4 August National Mountain Climbing Day & Yorkshire Day 4 August 6 August Friendship Day & U.S. Coast Guard Day 7 August Hiroshima Day 9 August International Beer Day Quit India Movement Day, Nagasaki Day & Day of 12 August 13 August the World’s Indigenous Peoples 14 August International Youth Day 15 August International Lefthanders Day Youm-e-Azadi (Pakistan Independence Day) 16 August (UK) - Victory over Japan Day and Day of the As- 17 August 19 August sumption of the Virgin Mary Bennington Battle Day 20 August Indonesian Independence Day 23 August World Photography Day & World Humanitarian Day World Mosquito Day, Sadbhavana Divas & Indian 26 August 29 August Akshay Urja Day 30 August International Day for the Remembrance of the Slave 31 August Trade and its Abolition & European Day of Remem- brance for Victims of Stalinism and Nazism Women's Equality Day National Sports Day Small Industry Day Hari Merdeka (Malaysia National Day)

QUARTERLY EDITION HORIZON (JULT TO SEPETEMBER) PAGE 20 IMPORTANT DAYS Dates Special Days in September 2020 September 1 September 2 National Nutrition Week September 3 September 7 Victory over Japan Day, World Coconut Day September 8 September 10 Skyscraper Day September 14 Brazilian Independence Day September 15 International Literacy Day September 16 World Suicide Prevention Day (WSPD) September 21 World First Aid Day & Hindi Diwas Engineers Day (India), International Day of Democ- September 22 racy September 26 World Ozone Day International Day of Peace (UN) & World Alzhei- September 27 mer's Day September 28 September 29 Rose Day (Melinda Rose) European Day of Languages, World Contraception Day & World Maritime Day (Fourth Saturday of September) World Tourism Day & World Rivers Day (Fourth Sunday of September) & Last day of the Internation- al Week of the Deaf or Deaf Awareness Week World Rabies Day World Heart Day

QUARTERLY EDITION HORIZON (JULT TO SEPETEMBER) PAGE 21 Collage of all activities

QUARTERLY EDITION HORIZON (JULT TO SEPETEMBER) PAGE 22 CORONA GO AWAY..!! CORONA CORONA GO AWAY-2 NEVER COME ANOTHER DAY, WE WASH OUR HAND REGULAR IN A DAY, WEAR MASK TO KEEP CORONA AWAY.. AWAY.. AWAY.. ITS THOUGH TIME IN OUR LIFE, WE STRUGGLING, WE LEARNING, WE FIGHTING AT EVERY STAGE, WE ARE SURE WIN TO CORONA A DAY.. A DAY.. A DAY, CORONA CORONA GO AWAY-2 RASHI 8A

QUARTERLY EDITION HORIZON (JULT TO SEPETEMBER) PAGE 23 आलखे र्तवमान र्तै श्वक पररर्ेिगत तर्र्म पररतस्थततयों को दरतकनार करते हुए तर्द्यालयी गतततर्तधयों के तलए न्यज़ू लेटर का प्रकािन आत्मीय संूतोर् एर्ंू हर्व का तर्र्य है l ऑनलाइन-ऑफलाइन के अनुभर्ों को समेटे एक नए सफ़र के दौरान कंू िीट के उगत-े बढ़ते जूगं लों मंे, अत्याधतु नक याूतं त्रकता के कतिन दौर में तर्द्यातथवयों की सूंर्ेदनिीलता, अनुभतू तयों, कल्पनाओ,ूं अनुभर्ों एर्ूं स्र्प्नों की मतू व अतभव्यतक्त भतर्ष्ट्य के प्रतत आश्वस्त करती है तक अभी भी मन की भार्ना एर्ूं मतस्तष्ट्क की स्र्तंतू ्र चेतना को उर्वरता के साथ तर्कतसत होने के तलए पयावप्त ज़मी उपलब्ध है l तर्द्यातथवयों की रचनात्मकता, िकै ्षतणक-सातहतत्यक र् बौतद्धक-िारीररक क्षमताओंू के तर्कास के तलए तर्द्यालय द्वारा समय-समय पर पाि् यिम मंे सतम्मतलत तर्तभन्न गतततर्तधयों का आयोजन तकया जाता है l उनकी उपलतब्धयों की प्रस्तुतत से इन तर्द्यातथवयों को मानर्ीय सम्बन्धों की ऊष्ट्मा से उत्पन्न र्चै ाररक उजाव से युक्त भार्ी तर्श्व मंे न के र्ल अपनी पहचान बनाने में सहायक होगी बतल्क तर्द्यातथवयों के तलए संूजीर्नी के सदृि बन जाएगी l इस प्रकािन मंे तर्द्यातथवयों एर्ंू तिक्षक-र्गव की सजृ नात्मकता को पनपने, तर्कतसत होने के तलए पयावप्त अर्सरों, समुतचत मागवदिवन के सन्दभों को ही आधार बनाया गया है l रचनात्मक अतभव्यतक्त को अपने नसै तगवक स्र्रूप में प्रस्ततु करने के तलए तर्द्यातथवयों एर्ूं तिक्षकों की गतततर्तधयों की सहभातगता कु छ नया, कु छ लीक से हट कर, तजसे नए नाम देने की ललक की बजाय स्र्ीकृ तत की कामना जागती है l के .तर्.सूं. की नीततयों, प्राचायव महोदय के संूरक्षण, उप-प्राचायव द्वय के मागवदिवन, तिक्षकों की प्रततबद्धता,और तर्द्यातथवयों के अनुिातसत प्रयासों से ही इस सत्र के िकै ्षतणक एर्ूं तिक्षेत्तर पररणामों ने हमें गौरर्ातन्र्त तकया है और तर्द्यालय ने तर्तभन्न गतततर्तधयों में अपनी अतमट छाप छोड़ने में सफलता प्राप्त की है l तर्द्यालय पुस्तकालय प्रभारी श्रीमती रे खा िमाव (प्रथम पाली) एर्ंू श्रीमती बसूुंधरा (तद्वतीय पाली) के प्रतत हातदवक आभार व्यक्त करते ह,ंै तजनके अनथक प्रयासों के तबना इस प्रकािन का स्र्रूप र्ांतू छत आकार में नहीं ढल पाता l हमें पणू व तर्श्वास है तक यह न्यज़ू लेटर के न्द्रीय तर्द्यालय सेकटर-8, रोतहणी, तदल्ली की तर्तभन्न क्षेत्रों में सहभातगता के अर्सरों को स्मतृ तजन्य बनाते हुए अपनी तर्तिष्टताओूं एर्ंू उपलतब्धयों को उके रने, सम्प्रेतर्त करने की कोतिि मंे सफल होगा और भतर्ष्ट्य के स्र्तणवम-पुष्ट्पों से युक्त आिा-लता गुल्मों को पल्लतर्त करे गा l िुभकामनाओूं सतहत, संूजय कु मार, स्नातकोत्तर तिक्षक तहूंदी

QUARTERLY EDITION HORIZON (JULT TO SEPETEMBER) PAGE 24 Rekha Sharma (Librarian I Shift ) Basundhara Singh ( Librarian II Shift)


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