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हिन्‍दी संसाधन पुस्तिका हिंदी कवर सहित

Published by busy men, 2020-09-09 01:26:26

Description: हिन्‍दी संसाधन पुस्तिका हिंदी कवर सहित

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मानिसक वा य पुनवास ( कोिवड -19 महामारी हे पलाइन : ससं ाधन पुि तका के िवशेष स दभ म) टोल- िद यांगजन सशि करण िवभाग सामािजक याय एवं अिधका रता मं ालय, भारत सरकार रा ीय बहिद यांगजन सशि करण सं थान, चे नई (तिमलनाडु) रा ीय मानिसक वा य पुनवास सं थान, सीहोर, (म य देश) 1800 599 0019



मानिसक स्वास्थ्य पुनवा्रस हेल्पलाइन- ससं ाधन पुिस्तका (कोिवड -19 महामारी के िवशेष सदं भ्र में) िदव्यांगजन सशि�करण िवभाग सामािजक न्याय एवं अिधका�रता मंत्रालय, भारत सरकार दूरभाष: 011-24369055, 011-24369056 www.disabilityaffairs.gov.in द्वारा िक्रयािन्वत प�रयोजना राष्ट्रीय बह�िदव्यांगजन सशि�करण ससं ्थान ( एन.आई.ई.पी.एम.डी) चेन्नई (तिमलनाडु) राष्ट्रीय मानिसक स्वास्थ्य पुनवार्स ससं ्थान, सीहोर, (मध्यप्रदेश) टोल-फ्र� नं. 1800 599 0019 वह समृद्ध है जो सतं ु� है ।

िकरण: मानिसक स्वास्थ्य पुनवार्स हेल्पलाइन- ससं ाधन पुिस्तका

िकरण 24 X 7 मानिसक स्वास्थ्य पुनवा्रस हेल्पलाइन प्रेरणा �ोत डॉ. थावरचंद गेहलोत माननीय कै िबनेट मतं ्री सामािजक न्याय एवं अिधका�रता मतं ्रालय भारत सरकार श्री कृ ष्ण पाल गुज्रर माननीय राज्य मतं ्री सामािजक न्याय एवं अिधका�रता मतं ्रालय भारत सरकार

िकरण: मानिसक स्वास्थ्य पुनवा्रस हेल्पलाइन- ससं ाधन पुिस्तका आत्मसम्मान हमारे व्यि�त्व िवकास के िलए आवश्यक है। यह शारी�रक, मानिसक स्वास्थ्य और खुशी के िलए आवश्यक है ।

िकरण: मानिसक स्वास्थ्य पुनवार्स हेल्पलाइन- ससं ाधन पुिस्तका प�रयोजना:- िदव्यांगजन एवं उनके प�रवार, स्वास्थ्य कम� और दखे भाल करने वालों व अन्य के िलए मानिसक स्वास्थ्य पनु वार्स हले ्पलाइन -िकरण प�रयोजना सकं ल्पन श्रीमती शकु न्ताला डी. गामिलन सिचव, डीईपीडब्लडू ी भारत सरकार प�रयोजना िनद�शन डाॅ. प्रबोध सेठ सयं �ु सिचव, डीईपीडब्लडू ी भारत सरकार प�रयोजना सयं ोजन डाॅ. िहमांग्शु दास िनदशे क, एनआईईपीवीडी, दहे रादनू डा.ॅ रोशन िबजली ससं ाधन पुिस्तका हेतु योगदानकता्र डा.ॅ सरु ेन्द्र कु मार ढालवाल िनदशे क, सीआरसी, श्रीमती प्रगित पाण्डे सहायक प्राध्यापक, िचिकत्सा मनोिव�ान, कोिझकोड, के रल एनआईईपीवीडी, दहे रादनू , उ�राखण्ड सहायक प्राध्यापक, िचिकत्सा मनोिव�ान, एनआईएमएचआर, िसहोर, मध्यप्रदशे सकारात्मक सोच है, तो मानिसक बीमारी दूर है, और जो शारी�रक - मानिसक �प से स्वस्थ है, वही सखु ी है।

िकरण: मानिसक स्वास्थ्य पुनवा्रस हेल्पलाइन- ससं ाधन पुिस्तका सोच अच्छी होनी चािहए क्योंिक नज़र का इलाज मुमिकन है लेिकन नज़�रये का नहीं।

िकरण: मानिसक स्वास्थ्य पुनवा्रस हेल्पलाइन- ससं ाधन पुिस्तका िवषय सचू ी क्रमांक िवषय-वस्तु प�ृ स.ं I मानिसक स्वास्थ्य सम्बंधी सवं ेदीकरण व जाग�कता 1 II िदव्यांगजन सशि�करण िवभाग, भारत सरकार क� िकरण: मानिसक 5 स्वास्थ्य पुनवार्स हेल्पलाइन के सम्बंध मंे जानकारी III भाग – 1 9 कोिवड-19 मानिसक स्वास्थ्य टेली-परामशर् के िलए िचिकत्सक�य तथ्य-सचू ी भाग:-2 37 IV भाग:-2 अ मानिसक स्वास्थ्य सम्बंधी प्राय: पूछे जाने वाले प्र� भागः-2 ब 49 V 2 ब (I) : मानिसक स्वास्थ्य किम्रयों के िलए पूवार्पेि�त शत� 53 2 ब (II) : मानिसक स्वास्थ्य प्राथिमक िचिकत्सा प्रोटोकॉल 67 शब्दावली 93 अनुबन्ध:- 99 1. मानिसक स्वास्थ्य पुनवार्स हेल्पलाइन का प्रितिचत्रण (मैिपंग) 101 2. के न्द्र अनुसार समिप्रत मानव ससं ाधन 107 3. स्वैिच्छक सेवा हेतु िचिकत्सा / पुनवार्स मनोवै�ािनकों क� सचू ी 139 4. स्वैिच्छक सेवा हेतु मनोिचिकत्सकांे क� सचू ी िजंदगी में मंिजलंे िकतनी ऊँ ची हों, रास्ते हमेशा पैरों के नीचे से िनकलते हैं।

िकरण: मानिसक स्वास्थ्य पुनवा्रस हेल्पलाइन- ससं ाधन पुिस्तका कल्पना क�िजए िक आपका जीवन हर िलहाज से एकदम सही है; वह जीवन कै सा िदखेगा ।

मानिसक स्वास्थ्य पुनवार्स हेल्पलाइन- ससं ाधन पुिस्तका मानिसक स्वास्थ्य सम्बंधी सवं ेदीकरण व जाग�कता मानिसक स्वस्थता क्या है? मानिसक स्वस्थता है- मानिसक रोग ना होने क� अवस्था से अिधक तथा सकारात्मक मानिसक स्वास्थ्य क� िस्थित है, इसमें िनम्निलिखत तथ्य सिम्मिलत है-  आनन्द क� अनभु िू त;  जीवन के सामान्य तनावों से िनपटने क� योग्यता;  लाभकारी व कु शल �प से कायर् करना;  स्वयं क� योग्यताओं व उपलिब्धयों को अनभु व करना;  समाज मंे योगदान प्रदान करना। मानिसक रोग क्या है? भावनात्मक, मनोव�ै ािनक तथा सामािजक स्वास्थ्य िवकार का होना ही मानिसक राेग ह।ै हम कै से सोचते ह,ंै क्या महससू करते हंै व दसू रों से िकस प्रकार व्यवहार करते ह,ंै यह हमारे मानिसक स्वास्थ्य पर िनभरर् करता ह।ै हमें तनाव से कै से िनपटना ह,ै अन्य लोगों से कै से मले -िमलाप रखना है तथा पसदं -नापसंद का चनु ाव कै से करना ह,ै यह भी हमारे मानिसक स्वास्थ्य पर िनभरर् करता ह।ै बाल्यावस्था, िकशोरावस्था, यवु ावस्था और प्रौढ़ावस्था जीवन के इन सभी चरणों मंे मानिसक स्वास्थ्य का मह�व ह।ै यह हेल्पलाइन क्या प्रदान करती है? यह हले ्पलाइन िनम्निलिखत मानिसक व्यािधयों के समाधान हते ु परामशर् प्रदान करती ह:ै  दिु �ंता  मनोग्रिसतता व बािधता िवकार (ओ.सी.डी.)  आत्महत्या व आत्माघात क� रोकथाम  अवसाद (िडप्रेशन) या उदासी  पैिनक अटैक  समायोजन िवकार  आघातोपरांत तनाव िवकार  व्यसन उपरो� के अित�र� यह हेल्पलाइन अन्य मानिसक समस्याओं के उपचार हेतु भी कायर् करती है, जैसे:  अित तनाव ग्रस्त व्यि�यों क� सहायता  महामारी जन्य मनोवै�ािनक प्रभाव  मानिसक स्वास्थ्य सम्बिन्धत आपातकाल मानिसक स्वास्थ्य से सम्बिन्धत भ्रम व तथ्य भ्रम: मझु े मानिसक स्वास्थ्य सम्बिन्धत समस्या नहीं हो सकती। तथ्य: मानिसक स्वास्थ्य से सम्बिन्धत समस्याएँ सवर् साधारण ह।ैं  5 में से 1 वयस्क िकसी ना िकसी प्रकार के मानिसक स्वास्थ्य सम्बिन्धत समस्या से प्रभािवत ह।ंै  10 यवु ाओं मंे से प्रत्येक 1 यवु ा अवसाद (िडप्रेशन) के गभं ीर दौर से गजु रता ह।ै  25 में से 1 व्यि� को गम्भीर मानिसक रोग जैसे िसजोफ्रे िनया, िद्वध्रवु ीय िवकार व गम्भीर अवसाद (िडप्रेशन) अपना ख़याल रखना आपको अपने जीवन में हर िकसी के िलए मजबूत बनाता है… इसमंे आप भी शािमल हैं। 1

िकरण: मानिसक स्वास्थ्य पुनवार्स हेल्पलाइन- ससं ाधन पुिस्तका होने क� सम्भावना रहती ह।ै  भारत में प्रित एक लाख व्यि�यों मंे लगभग 10.5, जबिक सम्पणू र् िव� में 11.6 लोग प्रितवषर् आत्महत्या करते ह।ंै भ्रम: बच्चों को मानिसक स्वास्थ्य सम्बिन्धत समस्याएँ नहीं होती। तथ्य: मानिसक स्वास्थ्य समस्या िकसी भी आयु मंे िकसी को भी हो सकती ह।ै यहाँ तक िक िशशओु ं में भी मानिसक स्वास्थ्य समस्या के ल�ण िदखाई दे सकते ह।ंै  50 प्रितशत से अिधक मानिसक स्वास्थ्य सम्बिन्धत िवकार व रोगों के श�ु आती ल�ण 14 वष्र क� आयु से पवू ्र ही िदखाई दने े लगते ह।ैं  75 प्रितशत से अिधक मानिसक स्वास्थ्य िवकार/रोग 24 वषर् क� आयु से पवू ्र हो जाते ह।ंै  यह दभु ा्रग्यपणू ्र है िक पहचान योग्य मानिसक िवकार/ रोगों के ल�णय�ु िकशोरों में के वल 20 प्रितशत या उससे भी कम को मानिसक स्वास्थ्य सवे ाएँ प्रा� हो पाती ह।ंै भ्रम : मानिसक स्वास्थ्य समस्या से ग्रिसत लोग िकसी भी कायर् को कु शलता पवू र्क करने मंे स�म नहीं होते ह।ंै तथ्य : मानिसक स्वास्थ्य समस्या से पीिड़त व्यि� भी अन्य कमच्र ा�रयों क� भाँित कु शल होते ह।ंै जब मानिसक समस्या/रोग से ग्रिसत कमच्र ारी उिचत इलाज करवाता है तो िनम्निलिखत सकारात्मक प�रणाम होने क� सम्भावनाएं बढ़ जाती ह:ंै  िचिकत्सा व्यय में कमी  �मता मंे बढो�री  अनपु िस्थित दर मंे कमी  िदव्यांगता सबं ंधी व्यय मंे कमी भ्रम : मानिसक स्वास्थ्य समस्याओंसे पीिड़त व्यि� के स्वस्थ होने क� कोई सम्भावना नहीं होती। एक बार मानिसक रोग होने के उपरान्त ठीक हाेने क� काेई उम्मीद नहीं हाते ी। तथ्य : उिचत उपचार से मानिसक समस्या से ग्रिसत व्यि�यों के स्वास्थ्य मंे सधु ार आता है तथा अिधकांश िस्थित मंे पणू त्र ः इलाज संभव होता ह।ै भ्रम : मानिसक समस्या से पीिड़त व्यि� क� मैं कोई सहायता नहीं कर सकता। तथ्य : िमत्र व प�रजन मानिसक समस्या से पीिड़त व्यि� के जीवन मंे महत्वपणू ्र प�रवतर्न ला सकते ह।ंै िमत्र व प�रजन मानिसक समस्या से पीिड़त व्यि� को उिचत िचिकत्सा सवे ाएँ प्रा� करवानंे में महत्वपणू ्र भिू मका प्रदान कर सकते ह।ैं  प�रजन व िमत्र यह अिभव्य� कर सकते हंै िक वे समस्या ग्रस्त व्यि� क� सहायता के िलए उपलब्ध हंै  मानिसक स्वास्थ्य सेवा प्राि� में सहयोग  मानिसक स्वास्थ्य सम्बिन्धत तथ्य समझने व समझाने मंे सहायता  उनके प्रित सम्मान पवू कर् व्यवहार प्रदिशत्र करना  पीिड़त व्यि� को उसके िनदान (डायग्नॉिसस) से नहीं पहचानना या अपमान जनक शब्दों (जैसे पागल) का उपयोग ना करना भ्रम : मानिसक रोग होने का तात्पय्र है िक आप ‘पागल’ ह।ंै तथ्य : प्रत्येक मनषु ्य िकसी ना िकसी रोग के िलए सवं दे नशील ह।ै अत: मानिसक रोग भी अन्य रोगों क� तरह एक रोग ह।ै अन्य रोगों क� भांित, मानिसक रोग आपको और हमें भी हो सकता ह।ै भ्रम : मनोरोग से ग्रिसत व्यि� िहसं क तथा खतरनाक होते ह।ंै तथ्य : मनोरोग से ग्रिसत अिधकांशतः व्यि� िहसं क तथा खतरनाक नहीं होते। दभु ा्रग्यपणू ्र तो यह है िक वे अक्सर सामान्य कहे जाने वाले लोगों क� िहसं ा व उत्पीड़न का िशकार हो जाते ह।ैं भ्रम : िद्वध्रवु ीय िवकार (िडप्रेशन व मिे नया) से ग्रिसत व्यि� स्वेच्छा से कायर् करते ह।ैं 2 एक सकारात्मक �ि�कोण कौशल से अिधक महत्वपूणर् है।

मानिसक स्वास्थ्य पुनवार्स हेल्पलाइन- ससं ाधन पुिस्तका तथ्य : िद्वध्रवु ीय िवकार से जल्दी- जल्दी मनादे शा में प�रवत्रन (मडू िस्वगं स) नहीं होते। अिपतु इस िवकार मंे हफ्तों व महीनों तक लम्बे भावनात्मक िवकार का एक काल चक्र होता ह।ै मन के ये अित छोर एक के बाद एक आ सकते ह।ंै अतः ये िदन में शीघ्र व बारम्बार होने वाले भावनात्मक बदलाव से िभन्न ह।ैं भ्रम : आघातोपरांत तनाव िवकार (PTSD) के वल सिै नकों को ही होता ह।ै तथ्य : आघातोपरांत तनाव (PTSD) िकसी को भी हो सकता ह।ै बलात्कार, यौन व्यिभचार पीिड़त, घरेलू िहसं ा पीिड़त, प्राकृ ितक आपदा से पीिड़त और िकसी �ित या आपदा या दघु टर् ना के प्रत्य�दश� को भी आघातोपरांत तनाव हो सकता ह।ै भ्रम : मानिसक रोग हते ु दी जाने वाली औषिधयाँ हािनकारक होती ह।ंै तथ्य : अन्य रोगों क� भाँित ही मानिसक रोग भी एक साध्य रोग ह।ै जैसे मधमु हे रोगी को इसं िु लन लेनी पड़ती ह,ै वसै े ही मानिसक रोगी को अनेक िस्थितयों मंे औषिधयों क� आवश्य�ा होती ह।ै भ्रम : मानिसक स्वास्थ्य हते ु सहायता मांगना अपमानजनक माना जाता ह,ै जो रोग को गम्भीर बना सकता ह।ै तथ्य : िनि�त �प से िकसी के सम� अपनी पीड़ा को अिभव्य� करने में किठनाई होती है तथा यह भी आवश्यक नहीं िक सामने वाला आपक� भावनाओं को समझ पाए। लोग यह समझते हैं िक पीिड़त व्यि� क� जो िस्थित है वह उसके व्यि�त्व, स्वभाव व अिभविृ � के कारण ह,ै िकं तु जब आप िकसी के सम� स्वयं को अिभव्य� करते हैं तो यह मानिसक रोग से सम्बिन्धत नकारात्मक अिभविृ � को कम करता ह,ै जाग�कता बढ़ाता ह,ै आपको सश� बनाता ह,ै आपके समग्र व्यि�त्व का िवकास करता है तथा मानिसक स्वास्थ्य से सम्बिन्धत समझ को भी स�ु ढ़ करता ह।ै सहायता क्यों माँगनी चािहए? सहायता माँगना एक सकारात्मक कदम ह।ै यह आपके स्वास्थ्य, कु शल-�ेम तथा प्रसन्नता को बढ़ावा दते ा ह,ै चाहे समस्या कै सी भी हो सहायता माँगना, आपके साहस एवं �मता को दशार्ता ह।ै सहायता कब लेनी चािहए जब आप स्वयं अथवा अपने िप्रयजनों मंे िनम्निलिखत ल�ण पाएँ तो अवश्य सहायता माँगें  िनद्रा अथवा भखू में प�रवत्रन  स्वयं क� दखे भाल मंे कमी  मनोदशा में तीव्र बदलाव  स्वयं अथवा अपने आसपास के वातावरण से िवरि�  सामान्य गितिविध में कमी  दिै नक काय्र प्रणाली में कमी  ध्यान, स्मिृ त, तािक्र क िवचार अथवा वाचन में समस्या  अित उ�जे क िस्थितयों से दरू भागना  िकसी भी िक्रया को आरम्भ करने अथवा उसमें प्रितभाग करने क� इच्छा में कमी  अतािकर् क िवचार अथवा अितिव�ास होना  लोगों पर सन्दहे करना अथवा उनसे डरना  असगं त एवं अनपु य�ु व्यवहार करना याद रखने योग्य बातंे  स्वस्थ जीवन शलै ी अपनाकर व प्रारिम्भक ल�णों क� पहचान कर मानिसक स्वास्थ्य सम्बिन्धत समस्याओंक� रोकथाम क� जा सकती है।  अन्य रोगों क� तरह मानिसक रोगों का भी अिधकांशतः उपचार सम्भव है। एक सकारात्मक सोच वाला व्यि� अ�श्य को देख लेता है,अमूतर् को महससू करता है, और असभं व को पा लेता है । 3

िकरण: मानिसक स्वास्थ्य पुनवार्स हेल्पलाइन- ससं ाधन पुिस्तका  मनोिचिकत्सा, औषिधयों के उपयोग से व प�रवार क� सहायता से उपचार सम्भव है।  अन्य रोगों क� भाँित मानिसक रोगों के िनवारण हते ु िवशषे � सेवाएँ उपलब्ध हैं।  मानिसक रोिगयों का इलाज के बाद पुनवार्स एवं समावेश सम्भव है।  प्रत्येक व्यि� समाज के उत्थान हते ु महत्वपणू र् ह;ै अतः िकसी भी मानिसक रोगी को समाज से अलग- थलग ना करें।  अिधकांशतः मानिसक रोगों का उपचार घर, प�रवार, िवद्यालय व समदु ाय के बीच रहकर िवशषे � क� सहायता से सम्भव ह;ै अतः आवश्यक नहीं है िक रोगी को िकसी ससं ्थान में ही भत� करवाया जाए।  मनोिचिकत्सा एवं औषिधयों क� सहायता से मनोव्यािध ग्रिसत व्यि� भी कु शलता पवू ्कर रोजगार को प्रा� कर सकते हंै या उसे जारी रख सकते हंै। मानिसक स्वास्थ्य हेतु िवचारणीय िबंदु  कम से कम आठ घटं े क� पया्र� िनद्रा लंे।  स्वस्थ मिस्तष्क हते ु पौि�क भोजन आवश्यक ह।ै  चसु ्त रिहए- व्यायाम करना आपके मिस्तष्क एवं शरीर को स्वस्थ बनाता है एवं आपक� मनोदशा को सकारात्मक बनाता ह।ै  सामािजक बिनए- िजन लोगों क� आप परवाह करते ह,ंै उनके साथ समय व्यतीत करंे। सवं ाद िकसी भी समस्या का समाधान खोजने मंे मदद करता ह।ै  िकसी नए कौशल को सीख,ें �िच को अपनाएं या िजन कला-कौशल मंे आप िनपणु ह,ैं उसमें लीन हो जाए,ँ स्वयं मंे आनंिदत होना आपके तनाव को कम कर सकता ह।ै  दसू रों क� दखे भाल करंे या उनके िलए कु छ करें। दसू रों क� मदद करने से हमारे संबंध बेहतर होते ह।ैं  शराब, धमु ्रपान और अन्य व्यसनों का उपयोग ना करंे। ये समस्या का समाधान नहीं ह।ैं शराब, धमू ्रपान व मादक द्रव्यों के सेवन से असवाद और अिधक बढ़ता ह।ै  हसं ना सव��म औषिध ह।ै इसीिलए हसं ते रह।ंे  अपनी भावनाओंके बारे मंे बात करंे। िकसी को अपने द:ु ख या पीड़ा क� जानकारी दने ा, वास्तव में आपक� मदद करता ह।ै  सम्पक्र मंे बनंे रह-ंे सलाह या सहायता प्रा� करें- सहायता मांगना कमजोरी क� िनशानी नहीं है अिपतु यह आपको स�ु ढ बनाने में सहायक होता ह।ै  स्वयं के िलए समय िनकालें एवं कु छ नया करंे।  स्वयं को स्वीकारंे- स्वयं के िलए अच्छा महससू करंे, अपने आत्मिव�ास को बढाएं एवं स्वयं पर गव्र महससू करें। 4 “मैं तुम्हें िसखा सकता ह�ँ िक कै से सम्मान करना है लेिकन आत्म-सम्मान अपने आप सीखा जाता है।

मानिसक स्वास्थ्य पुनवार्स हेल्पलाइन- ससं ाधन पुिस्तका िदव्यांगजन सशि�करण िवभाग, भारत सरकार क� िकरण: मानिसक स्वास्थ्य पुनवा्रस हेल्पलाइन के सम्बंध मंे जानकारी टोल-फ्र� नंबर: 1800 599 0019 िदव्यांगजन सशि�करण िवभाग, सामािजक न्याय एवं अिधका�रता मन्त्रालय, भारत सरकार ने मानिसक स्वस्थता को बढ़ावा दने े तथा मानिसक िदव्यांगजनों के पनु वार्स के प्रित अपनी प्रितबद्धता के अतं गत्र 24 घटं े x 7 िदन काय्र करने वाली टोल - फ्र� मानिसक स्वास्थ्य पनु वा्रस हले ्पलाइन क� श�ु आत क� ह।ै प्रारम्भ मंे यह टोल-फ्र� हले ्पलाइन (1800 599 0019) दशे भर में संचािलत अपने 25 संस्थानों के माध्यम से काय्र करेगी। शु�आत मंे यह हेल्पलाइन िनम्निलिखत 13 भाषाओं मंे उपलब्ध है:  िहदं ी  अगं ्रजे ी  तेलगु ू  कन्नड़  तिमल  मलयालम  बांग्ला  मराठी  गजु राती  उदर्ू  ओिड़या  पजं ाबी  असिमया िव�ास वह शि� है िजससे उजड़ी ह�ई दुिनया में प्रकाश लाया जा सकता है। 5

िकरण: मानिसक स्वास्थ्य पुनवार्स हेल्पलाइन- ससं ाधन पुिस्तका मानिसक स्वास्थ्य पुनवा्रस हेल्पलाइन का उद्देश्य:  मानिसक स्वास्थ्य सम्बिन्धत िवषयों क� शीघ्र पहचान  प्राथिमक उपचार  मनोवै�ािनक सहयोग  तनाव प्रबंधन  मानिसक स्वास्थ्य का उत्थान  सधु ारात्मक व्यवहारों को बढ़ावा दने ा  मनोव�ै ािनक आपदा प्रबंधन  मानिसक स्वास्थ्य िवशषे �ों के पास रेफर करना यह हेल्पलाइन िकस तरह क� सेवाएँ प्रदान करेगी? यह हले ्पलाइन मानिसक स्वास्थ्य से सम्बिन्धत िनम्निलिखत समस्याओं के िनवारण हते ु काय्र करेगी:  िचन्ता  मनोग्रिसतता बाध्यता िवकार (ओब्सेिसव कम्पिल्सव िडसऑड्रर)  आत्महत्या क� रोकथाम  उदासी या अवसाद (िडप्रेशन)  पिै नक अटैक  समायोजन सम्बन्धी िवकार  दघु टर् ना के बाद का तनाव सम्बन्धी िवकार  मादक द्रव्यों का सवे न इसके अित�र� यह हेल्पलाइन िनम्निलिखत मंे भी सहायक होगी:  अित तनाव ग्रिसत व्यि�यों हते ु सहायता  महामारी जन्य मनोवै�ािनक समस्याएँ  मानिसक स्वास्थ्य सम्बन्धी आपात समस्या  प्रारंिभक जाँच ल�य समूह: जम्म,ू लद्दाख, कश्मीर, पवू ��र के 8 राज्य, अडं मान तथा िनकोबार एवं ल�यद्वीप सिहत सम्पणू र् भारत वषर् का कोई भी व्यि�/ प�रवार / एन.जी.ओ. / अिभभावक सगं ठन / व्यावसाियक संघ / पनु वा्रस ससं ्थान अथवा अस्पताल, िजन्हें मानिसक स्वास्थ्य से सम्बिन्धत परामशर् क� आवश्यकता हो, वह इसके ल�य समहू होंग।े कायर् काल: यह हले ्पलाइन 24 घटं े स�ाह के सातों िदन और रात िनरन्तर काय्ररत रहगे ी। मानिसक स्वास्थ्य पनु वा्रस हले ्पलाइन क� अनवरत सेवाओं को जारी रखने के िलए एक िविश� मोबाइल नंबर तथा हडैं सेट प्रत्येक हले ्पलाइन सटंे र मंे उपलब्ध होगा। समन्वयकारी एजेंसी: 1- राष्ट्रीय बह�िदव्यांगजन सशि�करण संस्थान (िदव्यांगजन), (एन.आई.ई.पी.एम.डी., चने ्नई) 2- राष्ट्रीय मानिसक स्वास्थ्य पनु वार्स संस्थान, सीहोर, मध्यप्रदशे हेल्पलाइन के न्द्र: समस्त राष्ट्रीय ससं ्थान / संय�ु पनु वा्रस के न्द्र / �ते ्रीय के न्द्र / डी.ई.पी.डब्ल्य.ू डी. के अधीन समस्त �ते ्रीय के न्द्र (वत्रमान समय में 25 के न्द्र हले ्पलाइन सवे ा हते ु तैयार ह)ंै । 6 सोच अच्छी होनी चािहए, क्योंिक नज़र का इलाज़ मुमिकन है, लेिकन नज़�रये का नहीं।

मानिसक स्वास्थ्य पुनवा्रस हेल्पलाइन- ससं ाधन पुिस्तका तकनीक� समन्वयः भारत सचं ार िनगम िलिमटेड (बी.एस.एन.एल.)- कॉल सेटं र व्यवस्था का प्रबंधन बी.एस.एन. सहयोगी एजंेसी: एल, चने ्नई (तिमलनाडु) द्वारा िकया जायेगा । 1. इिं डयन एसोिसएशन ऑफ िक्लिनकल साइकोलॉिजस्ट (आई.ए.सी.पी.) 2. इिं डयन साइके िट्रस्ट एसोिसएशन (आई.पी.ए.) 3. इिं डयन साइके िट्रक सोशल वक्र र एसोिसएशन (आई.पी.एस.डब्ल्य.ू ए.) सचं ालन क� रणनीित: प्रथम चरण ः समस्त कॉल टोल फ्र� नंबर - 1800 599 0019 पर संचािलत क� जायंेगी। िद्वतीय चरण ः समस्त कॉलर को िहदं ी तथा अगं ्रेजी में स्वागत सदं शे सनु ाई दगे ा। तृतीय चरण ः कॉलर को IVRS के माध्यम से वांिछत भाषा चनु ने का िवकल्प प्रदान िकया जायेगा। चाैथा चरण ः भाषा का िवकल्प चनु ने के बाद कॉलर IVRS के माध्यम से राज्य/के न्द्र शािसत प्रदशे का चयन करेंग।े पांचवां चरण ः इसके बाद कॉल लोके शन मपै (प्रितिचत्रण) के आधार पर िनधार्�रत संस्थान को स्वत: स्थानान्त�रत कर िदया जायेगा। छठवां चरण ः हले ्पलाइन सेटं र पर मौजदू िवशषे � प्रोटोकॉल के अनसु ार मानिसक स्वास्थ्य सवे ाएँ प्रदान करेगा। सातवां चरण ः कॉल संटे र में कॉल करने वाले क� आवश्यकता के आधार पर सहयोगी एजसंे ी अथवा नािमत िवशषे �ों को कॉल से जोड़ सकते हैं (कॉल करने वाले क� आवश्यकतानसु ार नैदािनक मनोव�ै ािनक/ पनु वार्स मनोवै�ािनक / मनोिचिकत्सक)। सचं ालन हेतु िदशा-िनद�श: चरण 1: लोके शन मिै पगं (प्रितिचत्रण) के आधार पर (प्रथम चरण क� सहायता) नािमत स्टाफ (उस ससं ्थान के नैदािनक मनोव�ै ािनक / पनु वा्रस मनोव�ै ािनक / पनु वा्रस अिधकारी) कॉल �रसीव करंेगे तथा िनम्निलिखत चरणों का पालन करंेगे:  सामान्य जानकारी एकत्र करना।  लाभाथ� का आकलन करना।  ऑनलाइन िनदश� न - परामश्र / मानिसक उपचार इत्यािद प्रदान करना।  लाभाथ� क� आवश्यकता के आधार पर फॉलोअप सवे ाएँ प्रदान करना।  आवश्यक सहगामी सेवाओं हते ु मनोव�ै ािनक /मनोिचिकत्सक के पास रेफर करना। चरण 2: नािमत स्टाफ (प्रथम चरण क� सहायता) कॉल संेटर मंे कॉल करने वाले क� आवश्यकता के अनसु ार मनोव�ै ािनक/ मनोिचिकत्सक (िद्वतीय स्तर क� सहायता) के पास कॉल कनेक्ट करेंगे। प्रथम चरण क� सहायता प्रदान करने वाले समस्त अिधकारी, िद्वतीय स्तर क� सहायता (स्वयंसवे ी मनोव�ै ािनक / नैदािनक मनोवै�ािनक /मनोिचिकत्सक) हते ु अथवा िकसी अन्य बाहरी सहायता हते ु कॉल स्थानांत�रत करने के िलए स�म होंगे । हले ्पलाइन प्रबंधन प्रणाली बी.एस.एन.एल. के द्वारा प्रद� नंबर पर डायल करके कॉल स्थानांत�रत तथा कॉल अग्रसा�रत करने जसै ी सिु वधाओं से समिथर्त होगी। “सकारात्मक” या “नकारात्मक” िसफर् मन क� अपनी िस्थित है, हमें वास्तिवकता के साथ इससे िनपटना चािहए। 7

िकरण: मानिसक स्वास्थ्य पुनवार्स हेल्पलाइन- ससं ाधन पुिस्तका चरण 3: आवश्यकतानसु ार कॉलर को मानिसक स्वास्थ्य िवशषे � / ससं ्थान / समाज कल्याण बोड्र /बाल कल्याण सिमित अथवा िकसी अन्य फोरम क� यथोिचत सहायता प्रदान क� जाएगी। फालॅ ो-अप एवं सपोट्र: अनवु त� एवं सहायक सवे ाओं (फालॅ ो-अप एवं सपोटर्) के माध्यम से फोन करने वाले को एक िनि�त समय िदया जाएगा, िजससे उसे मनोिचिकत्सक, मनोवै�ािनक और अन्य दसू री सेवाओंके सवे ा प्रदाताओंसे जोड़ा जा सके । हले ्पलाइन में काॅल बैक करने क� भी सिु वधा होगी, िजससे िवशषे � को फोन करने वाले के सम्पक्र मंे रहने का मौका िमलेगा तथा उनक� व्यि�गत/व्यावसाियक पहचान गोपनीय रखी जाएगी। प्रितफल सकं े तक (आउट कम इडं ीके टस्र) सकं े तक 1: टोलफ्र� नम्बर पर आने वाली काॅलों क� संख्या। सकं े तक 2: मानिसक स्वास्थ्य हले ्प लाइन से जड़ु े ह�ए मनोिचिकत्सक और नैदािनक मनोवै�ािनकों क� संख्या। सकं े तक 3: अन्य व्यावसाियकों तथा अन्य फोरमस् को िकये गये सन्दभ� क� संख्या। सकं े तक 4: अनवु त� सवे ाओं क� कु ल संख्या। काय्र प्रबंधन टोल-फ्र� लाइन का प्रबंधन: टोल-फ्र� लाइन का प्रबंधन बी.एस.एन.एल. के सहयोग से एन आई ई पी एम डी, चने ्नई क� तकनीक� टीम द्वारा िकया जाएगा। आने वाली काॅल का प्रबंधन: आने वाले काॅल को लेना तथा नािमत िवशषे �ोें /प्रोफे शनल के साथ उसे िलंक करने क� पणू तर् ः िजम्मवे ारी लोके शन मिै पगं के आधार पर िनधा्र�रत के न्द्रों क� होगी। तकनीक� समस्याओं का समाधान: अ- टेलीफोन लाइन्स तथा संपक्र से सम्बिन्धत समस्या-एन.आई.ई.पी.एम.डी. ब- स्थानीय टेलीफोन का प्रबंधन-िनधार्�रत के न्द्र सचं ालन �मता टोल-फ्र� नम्बर सभी 25 के न्द्रों ( जो िक इस समय इससे जड़ु े हंै ) द्वारा प्रयोग िकया जा सकता ह,ै िजसक� �मता को 30 के न्द्रों तक बढ़ाया जा सकता ह।ै  10 लाभाथ� (प्रित घटं ा) क� �मता के साथ कु ल 30 चनै ल उपलब्ध ह,ंै (अथा्रत एक बार मंे एक साथ 300 लाभािथ्रयोें को सवे ा प्रदान क� जा सकती ह)ै  वतर्मान �मता-25 चनै लों के साथ 10 लाभाथ� प्रित घटं ा अथा्रत 2500 लाभाथ� प्रितिदन। मानिसक स्वास्थ्य पुनवा्रस हेल्पलाइन मानव ससं ाधनः  प्रथम चरण क� सहायता: इसमें मानिसक स्वास्थ्य पनु वार्स हले ्पलाइन के 25 मानिसक स्वास्थ्य पनु वार्स हले ्पलाइन के न्द्रों के िलए 3 व्यावसाियक प्रित के न्द्र के िहसाब से कु ल 75 व्यावसाियक प्रितिनयिु � िकये गए ह,ै तािक वे 25 के न्द्रों क� हले ्पलाइन का सचु ा� प्रबंधन कर सकें ।  िद्वतीय चरण क� सहायता: इस हले ्पलाइन में राष्ट्रीय ससं ्थानों एवं समिे कत �ते ्रीय के न्द्रों के इन 75 व्यावसाियकों के अित�र�, स्वैिच्छक सेवा हते ु क्रमश: 640 नैदािनक/पनु वार्स मनोव�ै ािनकों तथा 668 मनोिचिकत्सकों द्वारा सहमित दी गयी ह।ै हेल्पलाइन प्रोटोकाॅल और माड्यूल्स: इस ससं ाधन पिु स्तका, हले ्पलाइन के प्रोटोकालॅ और माड्यलू ्स, तकनीक� सिमित के तीन सदस्यों द्वारा बनाये गये ह।ैं संसाधन पिु स्तका हले ्पलाइन के तीन महीने के सचं ालन तथा प्रा� प्रितिक्रयाओंके आधार पर पनु ः सशं ोिधत क� जाएगी। 8 आप इस मन का उपयोग या तो अपने कल्याण के िलए या दुख पैदा करने के िलए कर सकते हैं, हर िकसी के पास यह िवकल्प है।

कोिवड-19 मानिसक स्वास्थ्य टेली-परामशर् के िलए िचिकत्सक�य तथ्य सचू ी भाग – 1 कोिवड-19 मानिसक स्वास्थ्य टेली-परामश्र के िलए िचिकत्सक�य तथ्य सचू ी जब िदमाग काम न करे तो ऊपर वाले पर भरोसा करो और आगे बढ़ो। 9

िकरण: मानिसक स्वास्थ्य पुनवा्रस हेल्पलाइन- ससं ाधन पुिस्तका 10 अपनी शारी�रक, मानिसक और आध्याित्मक भलाई के िलए, आपको जीवन के सभी �ेत्रों में सिक्रय बनने क� आवश्यकता है।

कोिवड-19 मानिसक स्वास्थ्य टेली-परामशर् के िलए िचिकत्सक�य तथ्य सचू ी कोिवड-19 के दौरान मानिसक स्वास्थ्य टेली परामशर् के िलए िचिकत्सक�य तथ्य सचू ी िव� स्वास्थ्य सगं ठन के अनसु ार, मानिसक स्वास्थ्य सेवाओं क� आवश्यकता एवं इन सवे ाओं हते ु प्रिशि�त िवशषे �ों क� उपलब्धता मंे बह�त बड़ा अतं र ह।ै भारत में भी प्रिशि�त मानिसक स्वास्थ्य िवशषे �ों क� बह�त भारी कमी ह।ै अत: सामािजक मानिसक भ्रािन्तयां, मानिसक स्वास्थ्य िवशषे �ों क� कमी, आिथ्रक तंगी, महामारी जसै े काल में सामािजक दरू ी रखने क� बाध्यता आिद ऐसी किठनाईयाँ ह,ंै जो पीिड़त को िचिकत्सक के पास जाकर मानिसक स्वास्थ्य सेवाओंके लाभ लेने से वंिचत कर दते ी ह।ैं इन प�रिस्थितयों मंे मानिसक स्वास्थ्य पनु वा्रस हले ्पलाइन या टेली परामशर् सेवाएँ लोगों के मानिसक स्वास्थ्य हते ु प्राथिमक िचिकत्सा का एक सश� माध्यम िसद्ध हो सकता ह।ै कोिवड-19 पर अक्सर पछू े जाने वाले प्र� और िचिकत्सक�य तथ्य इस ससं ाधन पिु स्तका मंे संकिलत िकए गए ह।ैं इनका उपयोग सभी राष्ट्रीय संस्थानों एवं सी.आर.सी. के द्वारा उ�रों में एक�पता के िलए िकया जा सकता ह।ै कोिवड-19 से संबिधत िवषयवस्तु िव� स्वास्थ्य सगं ठन (WHO), इिं डयन काउंिसल आफॅ मिे डकल �रसचर् (ICMR), इिं डयन मिे डकल एसोिसएशन (IMA) आिद जसै े प्रभावी संस्थानों के प्रकाशनों द्वारा प्रकािशत तथ्यों पर आधा�रत ह।ै िव� स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा उसके बेवसाइट पर अपनाए गए प्र�ो�रों के बिु नयादी प्रा�प को ही इस संसाधन पिु स्तका द्वारा अपनाया गया ह।ै िवषय सचू ी क्रमांक िवषय प�ृ स.ं क कोरोना वायरस एवं कोिवड-19 के बारे मंे सामान्य िववरण 15 क 1. कोरोना वायरस क्या ह?ै 15 क 2- कोिवड-19 क्या ह?ै 16 क 3- बीमारी को कोिवड-19 क्यों कहा जा रहा ह?ै 16 क 4- सासर्-कोिवड - 2 क्या ह?ै 16 क 5- कोरोना वायरस क� उत्पि� कहाँ ह�ई ह?ै 16 ख कोिवड -19 के नैदािनक ल�ण/ प्रसार/ इनक्यूबेशन पी�रयड/ जोिखम कारकः 17 ख 1- कोिवड-19 के ल�ण / नैदािनक िवशषे ताएँ क्या ह?ंै 17 ख 2- कोई व्यि� कब संक्रिमत होता है (इन्क्यबू ेशन पी�रयड)? 19 ख 3- कोिवड-19 कै से फै लता ह?ै 19 ख 4- यिद मझु मंे कोिवड-19 के ल�ण िदखाई द,े तो मझु े क्या करना चािहए और मझु े कब 19 िचिकत्सक�य परामशर् लेना चािहए? ख 5- गभं ीर संक्रमण का खतरा िकन लोगों को ह?ै 20 ख 6- कोिवड -19 का खतरा िकसे ह?ै 20 ख 7- क्या कोिवड -19 का िशकार बच्चे और िकशोर भी हो सकते हैं ? 20 ख 8- गभवर् ती मिहलाओं को क्या ध्यान में रखना चािहए ? 20 एक आवश्यक अनुशासन के �प में किठनाई को स्वीकार क�िजए । 11

िकरण: मानिसक स्वास्थ्य पुनवा्रस हेल्पलाइन- ससं ाधन पुिस्तका 21 ख 9- क्या कोिवड-19 िकसी ऐसे व्यि� में भी पाया जा सकता ह,ै िजनके अन्दर कोई ल�ण मौजदू 21 नहीं हो? 21 ख 10- क्या शरीर से िनकलने वाले �ाव से भी सकं ्रमण हो सकता ह?ै 21 ख 11- क्या कोिवड-19 से संक्रिमत व्यि� जो ठीक हो चकु ा ह,ै िफर से संक्रिमत हो सकता ह?ै 21 ख 12- क्या िकसी संक्रिमत व्यि� के मल से भी हमें कोिवड-19 हो सकता ह?ै 22 ख 13- िकसी सतह पर िवषाणु िकतनी दरे तक जीिवत रह सकता ह?ै 22 ग कोिवड-19 वायरस के सकं ्रमण के माध्यम 22 ग 1- कोिवड-19 मंे ड्राॅपलेट ट्रांसिमशन क्या ह?ै 23 ग 2- हवा मंे फै लने वाला संक्रमण क्या ह?ै घ ऐसी िस्थित मंे, जब िकसी कोिवड-19 सकं ्रिमत व्यि� के सम्पक्र में आए,ँ तो क्या करना 23 चािहए? हमंे लगता है िक मंै भी कोिवड-19 से सकं ्रिमत हो जाऊं गा? 24 घ 1- जब हम कोिवड-19 से सकं ्रिमत व्यि� के सम्पकर् में आते ह,ंै तो हमंे क्या करना चािहए? घ 2- हमारे अन्दर कोिवड -19 के कोई ल�ण नहीं ह;ै लेिकन हमंे लगता है िक हम संक्रिमत हो चकु े 24 ह,ैं तो हमंे क्या करना चािहए? 24 25 ङ िचिकत्सा / सहगामी िस्थितयां / जाँच / वैक्सीन 25 ङ 1- क्या कोिवड-19 रोग का कोई इलाज है ? 25 ङ 2- क्या कोिवड-19 के इलाज अथवा प्रितर�ण मंे एटं ीबायोिटक प्रभावी ह?ै ङ 3- क्या �दय रोग, मधमु हे अथवा उच्च तनाव कोरोना वायरस के सकं ्रमण के खतरे को बढ़ाता ह?ै 26 ङ 4- उपरो� रोगों वाले व्यि�यों मंे क्या रोग क� गंभीरता अथवा जिटलता बढ़ जाने क� सम्भावना 26 होती ह?ै 26 ङ 5- क्या मधमु हे रोिगयों को कोिवड-19 से अिधक खतरा ह?ै 26 ङ 6- मधमु हे पीिड़त, उच्च तनाव तथा �दय रोिगयों के िलए सझु ाव: 26 ङ 7- क्या कोिवड संक्रमण के दौरान र� चाप क� दवा लेने से इसक� गभं ीरता बढ़ सकती ह?ै 27 ङ 8- दद्र अथवा बखु ार में िकस तरह क� दवा ली जा सकती है ? 27 ङ 9. क्या र�चाप के िलए र� शकर् रा को िनयंित्रत रखने एवं िनयिमत व्यायाम क� ज�रत होती ह?ै 27 ङ 10- हमें कोिवड-19 क� जाँच कब करानी चािहए? ङ 11- इसक� जाँच कहाँ करायी जानी चािहए? ङ 12- कोरोना संक्रमण क� जानकारी हते ु िकस-िकस जाँच का होना आवश्यक ह?ै 12 जो इसं ान अच्छे स्वास्थ्य का आनंद लेता है, वही सबसे बड़ा अमीर है, भले ही वह यह बात ना जानता हो।

कोिवड-19 मानिसक स्वास्थ्य टेली-परामश्र के िलए िचिकत्सक�य तथ्य सचू ी ङ 13- क्या वायरस के िलए कोई टीका ह?ै टीका िवकिसत करने में िकतना समय लगेगा? 28 ङ 14- अगर मझु े इस वषर् इन्फ्लएू जं ा का टीका लगा तो क्या मंै कोिवड -19 से सरु ि�त ह�?ँ 28 च कोिवड 19 से सम्बिन्धत सामान्य िनयम 28 च 1- सामािजक दरू ी 28 च 2- एकान्तवास 28 च 3- �रवस्र क्वारंटाइन 28 च 4- अलगाव (आइसोलेशन) 29 च 5- अलगाव और एकान्तवास मंे अतं र 29 च 6- लाकॅ डाउन 29 च 7- हम लाॅकडाउन मंे क्यों थे? 29 छ रोकथाम व सरं �ण के उपाय 30 छ 1- मैं खदु को बचाने और बीमारी के प्रसार को रोकने के िलए क्या कर सकता / सकती ह�?ँ 30 छ 2- साबनु और पानी / सिै नटाइजर से हाथ धोने से हम वायरस से कै से बचते ह?ैं 31 छ 3- प्रभावी तरीके से साबनु और पानी से हाथ कै से धोए?ं 31 छ 4- क्या कोिवड -19 से बचाव के िलए फे स-मास्क प्रभावी ह?ंै 32 छ 5- मास्क कै से लगाए,ं इस्तेमाल कै से करंे, उतारें कै से और िनपटान कै से करंे? 32 छ 6- मास्क के प्रकार 32 छ 7- यिद हम नहीं जानते िक कौन सकं ्रिमत ह,ै तो हम दसू रों और खदु क� र�ा कै से कर सकते ह?ैं 33 छ 8- यिद मझु े सामदु ाियक सकं ्रमण पर सदं हे हो रहा है तो मझु े क्या सावधािनयाँ बरतनी चािहए? 33 छ 9- यिद मैं हाल ही मंे स्थानीय या सामदु ाियक संक्रमण के �ते ्र मंे रहा / रही ह�ँ तो क्या होगा? 33 छ 10- प्रभािवत �ते ्रों से आयाितत खाद्य उत्पादों से कोिवड -19 संक्रमण का खतरा कौन-सा ह?ै 34 ज कोिवड-19 के दौरान पालतु एवं जंगली जानवरों का प्रभाव 34 ज 1- कोिवड-19 और जानवरों के बीच क्या सबं ंध ह?ै 34 ज 2- क्या मझु े अपने पालतु जानवर से कोिवड-19 हो सकता ह?ै 34 झ नवीन कोरोना वायरस द्वारा जोिखमों का िववरणः 34 झ 1- कोरोना वायरस रोग िकतना खतरनाक ह?ै 34 कभी-कभी प्र� जिटल होते हंै और उ�र सरल। 13

िकरण: मानिसक स्वास्थ्य पुनवार्स हेल्पलाइन- ससं ाधन पुिस्तका 14

कोिवड-19 मानिसक स्वास्थ्य टेली-परामशर् के िलए िचिकत्सक�य तथ्य सचू ी क- कोरोना वायरस एवं कोिवड-19 के बारे मंे सामान्य िववरण क 1- कोरोना वायरस क्या है? • कोरोना वायरस, वायरस का एक बड़ा प�रवार है जो जानवरों या मनषु ्यों में बीमारी का कारण हो सकता ह।ै मनषु ्यों मंे कई कोरोना िवषाणओु ं को जकु ाम से लेकर गभं ीर बीमा�रयों जैसे- मसर् और सासर् �सन संक्रमण का कारण माना जाता ह।ै हाल ही मंे खोजे गए कोरोना वायरस संक्रमण के कारण कोरोना वायरस रोग काे कोिवड-19 कहा जाता ह।ै िवस्तृत िववरण (यिद आवश्यक हो) • कोरोना वायरस, कोरोनावा�रडे, िनडोवायरल्स और �रबोिव�रया में उपप�रवार आथॅ �कोरोनिव�रना का गठन करते ह।ंै वे सकारात्मक- समझ वाले एकल आरएनए जीनोम और हिे लकल िसिमट्री के न्यिू क्लयोकै िप्सड के साथ ढ़के ह�ए वायरस ह।ैं यह एक आइकोसाहडे ्रल प्रोटीन आवरण में िलपटा ह�आ ह।ै • कोरोना वायरस के जीनोम का आकार लगभग 26 से 32 वेसेस तक होता ह,ै जो आरएनए वायरस के बीच सबसे बड़ा ह।ै उनके पास अपनी सतह से प्रोजके ्ट करने वाले क्लब के आकार के स्पाइक्स होते ह,ंै जो इलेक्ट्रानॅ माइक्रोग्राफ में सोलर कोरोना क� याद िदलाते ह�ए एक छिव बनाते ह,ंै िजससे उनका नाम िलया गया ह।ै अिधकांश मानव कोरोनावायरस दो सेरोटाइप में से एक मंे आते ह,ंै जसै -े 43 ओसी तथा 229 ई। • गुणनः िवषाणु मानव कोिशका मंे प्रवशे करता ह,ै और असबं द्ध जीनोम को स्थानांत�रत और प�रवित्रत कर दते ा ह।ै M&RNAs एक िविश� “नेस्टेड सटे ” बनाते हंै जो एक सामान्य िसरा साझा करते ह।ंै मनषु ्य कोिशका िझल्ली से नवोिदत �प से नए िवषाणु बनाते ह।ंै कोरोना वायरस का इलेक्ट्रॉन माइक्रोस्कोिपक िचत्रण वही करें जो आपक� आत्मा को रोशन करता है। 15

िकरण: मानिसक स्वास्थ्य पुनवार्स हेल्पलाइन- ससं ाधन पुिस्तका क 2- कोिवड-19 क्या है? कोिवड-19 हाल ही मंे खोजे गए कोरोना वायरस के कारण होने वाला संक्रामक रोग ह।ै यह नवीन वायरस और बीमारी िदसबं र 2019 मंे चीन के वहु ान में फै लने से पहले अ�ात था। कोिवड-19 अब वैि�क स्तर पर कई दशे ों को प्रभािवत करने वाली महामारी बन गई ह।ै • कोिवड-19 वायरस से संक्रिमत अिधकांश लोग हल्क� से मध्यम �सन बीमारी काे महससू करते हंै और िवशषे उपचार क� आवश्यकता के िबना ठीक हो जाते ह।ंै वदृ ्ध लोगों एवं �दय रोग, मधमु हे , परु ानी सांस क� बीमारी और कंै सर जैसी अतं िनर्िहत िचिकत्सा समस्याओंसे ग्रस्त व्यि�यों मंे इस बीमारी के िवकिसत होने क� अिधक सभं ावना हाते ी ह।ै • कोिवड-19 के सकं ्रमण को रोकने और धीमा करने का सबसे अच्छा तरीका है िक कोिवड-19 वायरस, बीमारी, कारण और फै लने के माध्यम के बारे मंे अच्छी तरह से बताया जाना चािहए। अपने हाथों को धोने या अल्कोहल आधा�रत सेिनटाइजर का उपयोग करके और अपने चहे रे को न छू कर, अपने आप को और दसू रों को संक्रमण से बचाए।ं अपने हाथांे को एल्कोहलय�ु सेिनटाइजर से साफ करें और बार-बार चहे रे को न छु ए।ं ऐसा करने से आप स्वयं को व दसू रों को संक्रमण से बचा सकते ह।ैं • कोिवड-19 वायरस मखु ्य �प से लार क� बंदू ों या नाक से तब फै लता है जब िकसी सकं ्रिमत व्यि� को खांसी या छींक आती ह।ै इसिलए यह महत्वपणू ्र है िक आप �सन िश�ाचार (उदाहरण के िलए, कोहनी को मोड़कर उसमंे खांसी करके ) का अभ्यास करें। रोग ग्रस्त �ेत्रों मंे सकं ्रमण से बचने के िलए मास्क का उपयोग करें। क 3- बीमारी को कोिवड-19 क्यों कहा जा रहा है? • 11 फरवरी 2020 को, िव� स्वास्थ्य संगठन ने एक अिधका�रक घोषणा क�, िक नवीन कोरोना वायरस-2019 प्रकोप का कारण बन रहा ह।ै यह पहली बार वहु ान, चीन में पहचाना गया। इस बीमारी का नया नाम कोरोना वायरस रोग 2019 ह,ै िजसे कोिवड-19 कहा जाता ह।ै • कई प्रकार के मानव कोरोना वायरस ह,ैं िजनमंे से कु छ सामान्य �प से अल्प �प से ऊपरी �सन तंत्र क� बीमा�रयों का कारण बनते ह।ंै कोिवड-19 एक नई बीमारी ह,ै जो एक नोवले (या नया) कोरोना वायरस है िजसे पहले मनषु ्यों मंे नहीं दखे ा गया। इस रोग का नामकरण नवीन मानव सकं ्रमण रोगों के िलए िव� स्वास्थ्य संगठन क� स्थािपत प्रिक्रया के अनसु ार िकसी बा� आइकन का प्रयाेग करके िकया गया ह।ै • कोरोना वायरस 229E, NL63, OC43 या HKUI कोिवड-19 के समान नहीं ह।ै कोिवड-19 वाले मरीजों का मलू ्यांकन, दखे भाल व िनदान सामान्य कोरोना वायरस के रोिगयों क� तलु ना मंे अलग तरह से िकया जाता ह।ै क 4- सासर्-कोिवड - 2 क्या है? • गम्भीर ती�ण �सन ल�ण कोरोनावायरस -2 (सास्-र कोिवड - 2) 2019 नोवेल कोरोना वायरस को िदया गया नाम ह।ै क 5- कोरोना वायरस क� उत्पि� कहाँ ह�ई है? • कोरोना वायरस, वायरस का एक बड़ा प�रवार है जो मनषु ्यों और जानवरों क� िविभन्न प्रजाितयों मंे आम ह,ै िजनमंे ऊं ट, मवशे ी, िबिल्लयाँ और चमगादड़ शािमल ह।ैं सामान्यतः कोरोना वायरस पशओु ंसे मनषु ्यों मंे नही फैे लता, िकन्तु MERS & CoV, SARS & CoV और अब यह नवीन कोरोना वायरस इस प्रकार के गणु ों से प�रपणू र् है िक यह पशओु ं से मनषु ्य और िफर मनषु ्य से मनषु ्य में फै लने क� �मता रखता ह।ै 16 सबसे ज़�री चीज़ है अपने जीवन का आनंद लेना – खुश रहना – बस यही मायने रखता है।

कोिवड-19 मानिसक स्वास्थ्य टेली-परामश्र के िलए िचिकत्सक�य तथ्य सचू ी • SARS & CoV-2 वायरस बीटा कोरोना वायरस ह,ै जैसे MERS & CoV और SARS & CoV. इन तीनों िवषाणओु ं क� उत्पि� चमगादड़ों मंे होती ह।ै प्रारम्भ मंे चीन मंे वहु ान के ह�बेई प्रांत के एक बड़े बाजार िजसमंे भोजन के िलए समदु ्री जीव व जीिवत पशओु ं को बेचा जाता था । उस बाजार के व्यापा�रयों और खरीदारों में इस बीमारी के ल�ण दखे े गए। इससे यह पता चलता है िक यह वायरस पशओु ं से व्यि�यों में फै ल गया। बाद म,ें रोिगयों क� सखं ्या बढ़ती गई, जो इस वायरस के व्यि�-से-व्यि� में फै लने का सकं े त दते ा ह।ै तत्प�ात् ह�बेई प्रांत मंे और िफर चीन के बाहर के दशे ों मंे ये वायरस तेजी से फै ल गया। कु छ दशे ों में अब यह वायरस स्प� �प से सामदु ाियक सकं ्रमण का �प ले चकु ा ह।ै • सामदु ाियक प्रसार का अथ्र है िक कु छ लोग सकं ्रिमत हो गए हैं और यह �ात नहीं है िक वे कहाँ से संक्रिमत ह�ए? ख- कोिवड -19 के नैदािनक ल�ण/ प्रसार/ इनक्यूबेशन पी�रयड/ जोिखम कारकः ख 1- कोिवड-19 के ल�ण / नैदािनक िवशेषताएँ क्या है? • कोिवड -19 के नैदािनक स्पेक्ट्रम मंे हल्के रोग से लेकर गरै -िविश� ल�ण और तीव्र �सन रोग के ल�ण, गभं ीर िनमोिनया तथा सांस लेने में असमथ्रता और सेिप्टक शाॅक शािमल ह।ंै कोिवड -19 के साथ स्पश�न्मखु संक्रमण क� कई �रपोट� भी आई ह।ैं कोिवड 19 के सबसे आम ल�ण हंैः • बखु ार • सखू ी खांसी • थकान कु छ रोिगयों मंे हो सकता है • ददर् एवं पीड़ा • नाक बंद • गले में खराश • दस्त आिद िव�ास वह शि� है िजससे अंधकारमय दुिनया में भी प्रकाश लाया जा सकता है। 17

िकरण: मानिसक स्वास्थ्य पुनवा्रस हेल्पलाइन- ससं ाधन पुिस्तका 18 जीवन इतना गंभीर नहीं हैं, िजतना आपका मन आपको जता रहा है।

कोिवड-19 मानिसक स्वास्थ्य टेली-परामशर् के िलए िचिकत्सक�य तथ्य सचू ी • ये ल�ण आमतौर पर हल्के और धीरे-धीरे श�ु होते ह।ंै कु छ लोग सकं ्रिमत हो जाते हंै लेिकन ये ल�ण के वल बह�त हल्के होते ह।ंै • अिधकांश लोग (लगभग 80%) िबना अस्पताल में इलाज के बीमारी से ठीक हो जाते ह।ंै कोिवड -19 से पीिड़त हर 5 में से 1 व्यि� गंभीर �प से बीमार होता है और उसे सांस लेने में किठनाई होती ह।ै • हालांिक, िकसी को भी कोिवड -19 हो सकता है और वह गभं ीर �प से बीमार हो सकता ह।ै यहाँ तक िक कोिवड-19 के बह�त हल्के ल�णों वाले लोग भी संक्रमण फै ला सकते ह।ैं • बखु ार, खांसी और सांस लेने में किठनाई का अनभु व करने वाले प्रत्येक आयु वगर् के लोगों को िचिकत्सक क� सलाह लेनी चािहए। ख 2- कोई व्यि� कब सकं ्रिमत होता है (इन्क्यूबेशन पी�रयड)? • SARS & CoV- 2 और अन्य कोरोना वायरस (जसै े MERS & CoV, SARS & CoV) के बारे मंे उपलब्ध दस्तावेज़ बताते हंै िक ऊष्मायन अविध (इन्क्यबू ेशन पी�रयड) 2 से 14 िदनों तक हो सकती ह।ै • वायरल सकं ्रमण क� श�ु आत और अविध तथा कोिवड-19 के िलए संक्रामकता क� सही अविध अभी तक परू ी तरह से �ात नहीं ह।ै यह सभं व है िक SARS & CoV- 2 आरएनए MERS & CoV, SARS & CoV के संक्रमण के समान, बीमारी क� श�ु आत के बाद से हफ्तों तक के िलए ऊपरी या िनचले �सन नली में पाये जा सकते ह।ैं हालांिक, वायरल आरएनए का पता लगाने का मतलब यह नहीं है िक संक्रामक वायरस मौजदू ह।ै SARS & CoV- 2 के साथ स्पश�न्मखु संक्रमण क� सचू ना दी गई ह,ै लेिकन यह अभी तक परू ी तरह से समझा नहीं गया है िक स्पश�न्मखु सकं ्रमण क्या भिू मका िनभाता ह?ै • इसी तरह, पवू -र् ल�णीय संक्रमण बीमारी क� श�ु आत से पहले ऊष्मायन अविध (इन्क्यबू ेशन पी�रयड) के दौरान संक्रमण का पता लगाने क� भिू मका परू ी तरह से �ात नहीं ह।ै यह माना जाता है िक एक संक्रिमत व्यि� बीमारी के ल�णों को उसके पवू -्र ल�ण अविध मंे श�ु होने से 1 से 2 िदन पहले संक्रिमत कर सकता ह।ै ख 3- कोिवड-19 कै से फै लता है? • वायरस से संक्रिमत लाेग अन्य लोगों में कोिवड-19 फै ला सकते ह।ंै यह बीमारी मखु ्य �प से नाक या महँु से छोटी बंदू ों के माध्यम से एक व्यि� से दसू रे व्यि� में फै लती ह,ै िजसे वह खांसने, छींकने, बोलने या जोर से हसं ने से फै लाता ह।ै यही कारण है िक फे स-मास्क लगाना महत्वपणू ्र ह।ै • ये बंदू े अपे�ाकृ त भारी होती हंै तथा दरू तक नहीं जा पाती हैं और जल्दी से जमीन पर िगर जाती ह।ैं वायरस से संक्रिमत व्यि� द्वारा उत्सिज्रत बंदू ों को अन्य व्यि� द्वारा सांस से अदं र ग्रहण करने पर वह कोिवड-19 से सकं ्रिमत हो सकता ह।ै यही कारण है िक दसू रों से कम से कम 1 मीटर (3 फ�ट) दरू रहना ज�री ह।ै ये बंदू ंे व्यि� के चारों ओर क� वस्तओु ंऔर सतहों पर जैसे टेबल, डोरनाॅब और रेिलंग पर फै ल सकती ह।ंै लोग इन वस्तओु ं या सतहों को छू ने, िफर उनक� आखँ , नाक या महँु को स्पश्र करने से सकं ्रिमत हो सकते ह।ंै यही कारण है िक अपने हाथों को साबनु और पानी से िनयिमत �प से धोएं या अल्कोहल-आधा�रत सिै नटाइजर से साफ करंे। ख 4- यिद मुझ में कोिवड-19 के ल�ण िदखाई दे, तो मुझे क्या करना चािहए और मुझे कब िचिकत्सक�य परामशर् लेना चािहए? यिद आपके अन्दर सामान्य ल�ण है, जैसे • थोड़ी खांसी या • हल्का बखु ार इसं ान अपने िवचारों से िनिम्रत प्राणी है, वो जैसा सोचता है वैसा बन जाता है । 19

िकरण: मानिसक स्वास्थ्य पुनवा्रस हेल्पलाइन- ससं ाधन पुिस्तका ऐसी िस्थित मंे आपको िचिकत्सक�य दखे रेख क� आवश्यकता नहीं है । घर पर रिहये, अपने आप को सबसे अलग रिखये और अपने ल�णों पर नजर रिखये। अपने आप को अलग रखने के िलए राष्ट्रीय िदशा- िनदश� ों का पालन क�िजये। यिद आप ऐसी जगह पर रह रहे हों, जहाँ मले�रया अथवा डंेगू बखु ार इत्यािद फै ला हो तो यह आवश्यक है िक आप बखु ार के ल�णों को अनदखे ा न करंे । तत्काल िचिकत्सक�य सलाह लीिजये । जब आप िचिकत्सा करा रहे हों, तो- • यथासंभव मास्क का प्रयोग करें • अन्य व्यि�यों से न्यनू तम एक मीटर क� दरू ी बनाकर रखंे • अपने हाथों से िकसी सतह को स्पश्र न करंे यिद कोई बच्चा बीमार हो जाये तो उसे भी ऐसा ही करने क� सलाह दीिजये। यिद आप सांस लेने में परेशानी महससू कर रहे हों, अथवा सीने में दद्र / दाब महससू कर रहे हों तो तत्काल िचिकत्सक�य सेवा लंे। यिद सभं व हो, तो िचिकत्सक�य सहायक को ऐसी प�रिस्थित में पहले से ही बलु ाकर रख,ें तािक वह स्वास्थ्य सेवा से सम्बिन्धत उिचत सलाह दे सके । ख 5- सबसे ज्यादा गंभीर सकं ्रमण का खतरा िकन लोगों को है? • वतर्मान समय मंे उपलब्ध आकं ड़े इतने पयार्� नहीं है िजसके आधार पर गम्भीर खतरे वाले सभं ािवत लोगों को पहले से िचिन्हत िकया जा सके । कोिवड-19 से सकं ्रिमत जो सीिमत आकं ड़े उपलब्ध ह,ंै और कोरोना वायरस से सम्बिन्धत अन्य संक्रमण जैसे सास-्र कोव तथा मस-र् कोव के उपलब्ध आकं ड़ों के आधार पर यह कहना सभं व है िक- * 60 वष्र से अिधक क� बजु गु र् आबादी, * सहगामी बीमा�रयाँ जसै े अत्यिधक तनाव, अिनयंित्रत मधमु हे , कैं सर के मरीज, �दय/ गदु ा्र/ आतं / लीवर क� बीमारी/ रोग प्रितरोधी �मता मंे कमी अथवा शि�बािधत प्रितर�ा दवाओंपर िनभर्र रहने वाले मरीज इत्यािद ज्यादा गभं ीर खतरे क� िस्थित में हो सकते ह।ैं ख 6- कोिवड -19 का खतरा िकसे है? वतर्मान समय मंे वे सबसे ज्यादा खतरे मंे हैं जो- • िकसी कोिवड -19 के सकं ्रिमत मरीज के साथ, िजसमें स्प� ल�ण मौजदू हों, उनके साथ यिद लंबे समय तक िबना िकसी सरु �ा के नजदीक� सम्पकर् मंे रहे हों। • ऐसे �ेत्र मंे रह रहे हों अथवा कु छ समय पहले तक रहे हों, जहाँ िनरन्तर कोिवड-19 का सकं ्रमण हो रहा ह।ै ख 7- क्या कोिवड -19 का िशकार बच्चे और िकशोर भी हो सकते हंै? • शोध यह दशार्ता ह,ै िक बच्चे और िकशोर भी अन्य आयु वाले लोगों क� तरह ही सकं ्रिमत हो सकते हैं तथा सकं ्रमण फै ला सकते ह।ंै • अब तक िमले सा�य यह सकं े त दते े हंै िक बच्चे तथा यवु ाअांे मंे गम्भीर संक्रमण के ल�ण नहीं िमले ह,ंै िकन्तु इनमंे भी सकं ्रमण का खतरा हो सकता ह।ै • यिद सकं ्रमण हो जाये अथवा उसके ल�ण िदखाई दने े लगे तो बच्चे तथा यवु ाओं को भी एकांतवास अथवा अपने को अलग रखने के िलए समान िदशा िनदश� ों का पालन करना चािहए। • यह अत्यन्त महत्वपणू ्र है िक बच्चों को संक्रिमत बजु गु � अथवा गंभीर बीमारी वाले मरीजों के सम्पकर् मंे आने से बचाव करना चािहए। ख 8- गभर्वती मिहलाओं को क्या ध्यान मंे रखना चािहए? • गभार्वस्था के दौरान पड़ने वाले गंभीर प्रभावों के बारे में अभी तक ऐसा कोई सा�य मौजदू नहीं ह।ै ऐसे में यह सलाह दी जाती है िक समस्त गभव्र ती ि�याँ भी कोिवड -19 के संक्रमण से बचाव हते ु िदशािनदश� ों का पालन 20 दुिनया में अगर सबसे अच्छा सोचना है तो सवर्प्रथम िकसी का बुरा सोचना बंद करना होगा।

कोिवड-19 मानिसक स्वास्थ्य टेली-परामशर् के िलए िचिकत्सक�य तथ्य सचू ी करंे। साथ ही स्वास्थ्यकम� क� सलाह िमलने तक बार- बार हाथ धोना, बीमार व्यि�यों से दरू रहना तथा िकसी असामान्य ल�ण के िदखाई दने े पर अपने आप को अलग- थलग कर लेना जसै े- सरु �ा मानकों को अपनाना चािहए। ख 9- क्या कोिवड -19 िकसी ऐसे व्यि� में भी पाया जा सकता है, िजनके अन्दर कोई ल�ण मौजूद नहीं हो? • कोिवड -19 मखु ्यतः ऐसे िकसी मरीज के खांसने अथवा छींकने से िनकली ह�ई बंदू ांे के कारण फै लता है िजनमें बखु ार, थकान जैसे ल�ण मौजदू हों। कोिवड-19 के बह�त सारे मरीजों मंे के वल हल्के ल�ण दखे ने को िमलते ह।ंै खासकर सकं ्रमण के श�ु आती िदनों मंे ये ल�ण दखे ने को िमलते ह।ंै िकसी व्यि� मंे हल्क� खांसी के ल�ण के आधार पर कोिवड -19 क� पहचान कर पाना संभव ह।ै • कई �रपोट्र यह भी दशार्ती हंै िक िबना िकसी ल�ण वाले मरीज भी इस बीमारी को फै लाते ह।ंै हालाँिक अभी तक स्प� नहीं है िक यह िकस हद तक फै ला सकते ह।ैं ख 10- क्या शरीर से िनकलने वाले �ाव से भी सकं ्रमण हो सकता है? • अभी तक ऐसी कोई जानकारी नहीं िमली है िक शरीर से िनकलने वाले गैर �सन शारी�रक �ाव जसै े उल्टी, पशे ाब, माँ का दधू अथवा शकु ्राणु इत्यािद से कािे वड-19 सकं ्रमण फै ल सकता ह।ै • िविश� जानकारी: सास्र कोव-2 तथा सकं ्रामक िवषाणु से सम्बिन्धत बह�त कम आकं ड़े िचिकत्सक�य नमनू े मंे मौजदू हंै । सासर् कोव-2 के आर.एन.ए. क� खोज ऊपरी तथा िनचले �सन तंत्र के संक्रमण से सम्बिन्धत नमनू े में से क� गयी है तथा सासर् कोव-2 को ऊपरी �सन तंत्र एवं फे फड़े और एिल्वओली के अदं र �ाव मंे से सकं ्रमण के �प मंे पाया गया है । सास्र कोव-2 के आर.एन.ए. क� पहचान खनू तथा मल क� जाँच के नमनू े से क� गई ह,ै जबिक एक्स्ट्रा पल्मोनरी नमनू े में मौजदू संक्रामक िवषाणु अभी भी �ात नहीं ह।ंै सास्र कोव-2 के आर.एन.ए. के ऊपरी तथा िनचले �सन तंत्र एवं एक्स्ट्रा पल्मोनरी मंे पहचान करने मंे लगने वाला समय अभी स्प� नहीं है िकन्तु जैसा िक मस्र- कोव एवं सास्-र कोव के सकं ्रमण में दखे ा गया है िक इसमें कई स�ाह लग सकते ह।ैं जबिक व्यावहा�रक �प से सास-र् कोव को के वल �सन, खनू , पशे ाब तथा मल के नमनू े से अलग िकया गया है लेिकन मस-्र कोव को के वल �सन तंत्र के संक्रमण से अलग िकया गया ह।ै ख 11- क्या कोिवड-19 से सकं ्रिमत व्यि�, जो ठीक हो चुका है, िफर से सकं ्रिमत हो सकता है? • कोिवड-19 के प्रित रोग प्रितरोधक क� प्रितिक्रया अभी स्प� नहीं ह।ै मसर-् कोव के संक्रिमत मरीज ठीक होने के बाद जल्दी ही पनु ः सकं ्रिमत हो सकते ह,ंै लेिकन अभी इसका कोई प्रमाण नहीं है िक सभी कोिवड-19 के मरीजों मंे समान प्रितरोधक �मता दखे ने को िमले। इस िवषय पर शोध जारी ह।ै ख 12- क्या िकसी सकं ्रिमत व्यि� के मल से भी हमंे कोिवड-19 हो सकता है? • प्रारिम्भक जाँच मंे यह पता चला है िक िकसी संक्रिमत व्यि� के मल में िवषाणु उपिस्थत रह सकता ह,ै िकन्तु अभी तक ऐसी कोई �रपोट्र नहीं आयी है िजसमंे मल अथवा मतू ्र से सकं ्रमण ह�आ हो। इसके अलावा इस बात का भी कोई प्रमाण नहीं िमला है िक कोिवड-19 के िवषाणु पानी अथवा कचरे में जीिवत रहते ह।ैं ख 13- िकसी सतह पर िवषाणु िकतनी देर तक जीिवत रह सकता है? • अध्ययन से प्रा� जानकारी के अनसु ार कोिवड-19 - * प्लािस्टक, स्टेनलेस स्टील पर 72 घटं े तक * तांबे पर 4 घटं े या उससे कम * ग�े पर 24 घन्टे या उससे कम अविध तक जीिवत रह सकता ह।ै िकसी से भी िकसी भी तरह क� प्रितस्पधा्र क� आवश्यकता नहीं है। आप स्वयं में जैसे हंै एकदम सहीं है, खुद को 21 स्वीका�रए।

िकरण: मानिसक स्वास्थ्य पुनवार्स हेल्पलाइन- ससं ाधन पुिस्तका • कोरोना वायरस के बारे मंे सबसे महत्वपणू ्र बात जो जानना ज�री है िक इसे िकसी भी सामान्य घरेलू सफाई मंे इस्तेमाल होने वाले घरेलु िडटरजटें से साफ िकया जा सकता ह।ै • अपने हाथों को हमशे ा अल्कोहल य�ु सिे नटाइजर से अथवा साबनु और पानी से धोते रिहये । अपने आखँ , महँु तथा नाक काे छू ने से बच।ंे ग- कोिवड-19 वायरस के सकं ्रमण के माध्यम:- ग 1- कोिवड-19 मंे ड्राॅपलेट ट्रांसिमशन क्या है? • ड्रापॅ लेट के द्वारा संक्रमण ही कोरोना िवषाणु के सकं ्रमण का मखु ्य तरीका ह।ै • �सन से सम्बिन्धत संक्रमण िकसी भी आकार के ड्राॅपलेट के द्वारा फै ल सकता है या जब ड्रापॅ लेट का आकार 5 से 10µm से कम हो तो उसे ड्रापॅ लेट कहा जाता है जबिक यिद जलकण का आकार 5µm से कम हो तो उसे ड्राॅपलेट न्यिु क्लयाई कहते ह।ैं वतर्मान तथ्यों के आधार पर व्यि�यों मंे िवषाणु का सकं ्रमण ड्रापॅ लेट को �सन द्वारा ग्रहण करने अथवा सीधा सम्पकर् मंे आने के कारण होता ह।ै चीन मंे 75,465 सकं ्रिमत के स के अध्ययन के आधार पर इसके हवा में फै लने के सा�य नहीं िमले हैं । • ड्रापॅ लेट के द्वारा सकं ्रमण तभी सभं व है जब कोई व्यि� िकसी ऐसे व्यि� के 1 मीटर के दायरे मंे आता हो, जो �सन सकं ्रिमत (खांसना अथवा छींकना) ह।ै अत: महँु , नाक अथवा आखँ के सकं ्रमण का खतरा बढ़ जाता ह,ै िकसी संक्रिमत व्यि� के दायरे मंे जाने पर भी खतरा बरकरार रहता है । • इसिलए यह कहा जा सकता है िक कोिवड -19 का संक्रमण या तो संक्रिमत व्यि� के साथ सीधा सम्पकर् स्थािपत करने से होता है या सकं ्रिमत �ेत्र मंे सतहों एवं वस्तओु ं को स्पशर् करने से जसै े थमार्मीटर, स्टेथॉस्कोप आिद। ग 2- हवा मंे फै लने वाला सकं ्रमण क्या है? • कोरोना का संक्रमण हवा के माध्यम से भी हो सकता ह।ै • यह ड्राॅपलेट सकं ्रमण से िभन्न है क्योंिक इसका अिभप्राय 5µm से कम आकार के जलकण से है जो हवा मंे लंबे समय तक जीिवत रह सकता है और एक मीटर से अिधक �ते ्र मंे संचा�रत हो सकता है । • कोिवड -19 के सन्दभ्र में यह माना जाता है िक इसका हवा मंे संचरण िविश� प�रिस्थितयों, �ेत्र अथवा सपोटर् 22 यिद जुनून आपको आगे ले जाता है तो उसे हमेशा पकड़े रिहए।

कोिवड-19 मानिसक स्वास्थ्य टेली-परामशर् के िलए िचिकत्सक�य तथ्य सचू ी ट्रीटमटें , िजसके दौरान एरोसोल िनिमतर् होता ह,ै के वल उन्हीं िस्थितयों में ही सभं व ह।ै ये िस्थितयाँ इडं ोट्रैिकयल इनट्यबू ेशन, ब्रोंकोस्कोपी, ओपन सक्शिनंग, नेबलु ाइज्ड िचिकत्सा, इनटुबेशन के पवू ्र िकया जाने वाला मनै ्यअु ल वंिे टलेशन, मरीज को पेट के बल िलटाना, मरीज को वंेटीलेटर ट्रेिकयोस्टोमी, कािडर्योपल्मोनरी �रसक्सीटेशन जैसे तमाम उपचार हैं जो एक उच्च संभािवत खतरे वाले मरीज को प्रदान िकये जाते ह।ंै इस प�रिस्थित मंे काम करने वाले िवशषे �ों के िलए पस्नर ल प्रोटेक्शन इिक्वपमटंे (पी.पी.ई.) का इस्तेमाल करना अत्यावश्यक ह।ै घ- ऐसी िस्थित में, जब िकसी कोिवड-19 सकं ्रिमत व्यि� के सम्पकर् में आए,ँ तो क्या करना चािहए? हमंे लगता है िक मैं भी कोिवड-19 से सकं ्रिमत हो जाऊँ गा? घ 1- जब हम कोिवड-19 से िकसी सकं ्रिमत व्यि� के नजदीक� सम्पक्र में आते हैं, तो हमें क्या करना चािहए? • यिद आप कोिवड-19 से सकं ्रिमत िकसी व्यि� के नजदीक� सम्पकर् मंे आते हैं तो आप भी संक्रिमत हो सकते ह।ैं • नजदीक� सम्पकर् का अिभप्राय है उस सकं ्रिमत व्यि� के साथ रहना या उसके एक मीटर के दायरे में आना। ऐसी िस्थित मंे बेहतर ह,ै िक आप घर पर ही रह।ंे • हालांिक, यिद आप ऐसे �ेत्र मंे िनवास करते ह,ैं जहाँ मले�रया अथवा डेंगू बखु ार के मामले ह,ैं तो यह ज�री है िक आप बखु ार के ल�णों को अनदखे ा ना करंे। तरु ंत िचिकत्सक�य सहायता लीिजये। जब आप िचिकत्सा ले रहे हों, तो यथासंभव मास्क का इस्तेमाल क�िजये । दसू रे व्यि�यों से कम से कम एक मीटर क� दरू ी बनाकर रिखये। िकसी भी सतह को हाथ ना लगायें। अगर कोई बच्चा बीमार ह,ै तो उसे भी इन िनदश� ों का पालन करने के िलए कह।ंे यिद आप मले�रया अथवा डेंगू वाले �ेत्र मंे नहीं रहते हंै तो िनम्निलिखत का ध्यान रखें- • यिद आप बीमार ह,ैं िजसके बह�त ही हल्के ल�ण प्रतीत हो रहे ह,ैं तब भी अपने आप को अलग क�िजये। • यिद आपको लगता है िक आप कोिवड-19 से ग्रिसत नहीं ह,ैं लेिकन ल�ण उभर रहे ह,ैं तो िफर भी अपने आप को अलग क�िजये और ल�णों क� जाँच करते रह।ंे • श�ु आती दौर में आपसे लोगों के संक्रिमत होने का खतरा ज्यादा ह,ै जबिक आपके अदं र मामलू ी ल�ण िदखाई दते े हों, अत: तब भी अलग होना बह�त ज�री ह।ै • यिद आपके अन्दर कोई ल�ण मौजदू नहीं ह,ै लेिकन आप संक्रिमत व्यि� के सपं क्र मंे आये ह,ैं तो भी 14 िदन के एकांतवास मंे रहना आवश्यक ह।ै • यिद आप िनि�त �प से संक्रिमत (टेस्ट द्वारा प्रमािणत) ह,ैं तथा समस्त ल�ण इलाज के बाद समा� हो चकु े ह,ैं तो भी सरु �ा को ध्यान में रखते ह�ए 14 िदन का एकांतवास आवश्यक है । यह अभी तक पता नहीं है िक इलाज से ठीक होने के बाद भी िकतने िदनों तक व्यि� सकं ्रिमत रह सकता ह।ै स्वतः एकांतवास का क्या अिभप्राय है? • स्वतः एकांतवास कोिवड -19 से सकं ्रिमत व्यि�यों के द्वारा उठाया गया एक महत्वपणू ्र कदम है तािक इसे प�रवार अथवा समदु ाय मंे फै लने से रोका जा सके । • व्यि�यों के स्वतः एकांतवास से अिभप्राय है िजसमें उन सकं ्रिमत व्यि�, िजसमें बखु ार, खांसी अथवा कोिवड- 19 के अन्य ल�ण िदखाई दते े हों, िक वे घर पर रह,ंे बाहर काम करने, िवद्यालय अथवा िकसी सावर्जिनक स्थान पर न जायें। यह स्वयं अथवा िचिकत्सक क� सलाह से हो सकता ह।ै अगर आप डंेगू अथवा मले�रया इस दुिनया में सबसे ज़्यादा पीड़ा आपको अपने िवचार देते हैं। 23

िकरण: मानिसक स्वास्थ्य पुनवार्स हेल्पलाइन- ससं ाधन पुिस्तका वाले �ेत्र मंे रह रहे ह,ंै तो बखु ार के ल�णों को नजरअदं ाज ना करंे। यिद आप िचिकत्सा लेने जाए,ँ तो यथासंभव मास्क का उपयोग करें। अन्य व्यि�यों से कम से कम एक मीटर क� दरू ी बनाये रख।ंे अपने हाथों से िकसी सतह को स्पश्र ना करें। मरीज अगर बच्चा है तो उसे भी ऐसा ही करने के िलए सलाह दें । यिद आप मले�रया अथवा डेंगू वाले �ते ्र मंे नहीं रहते हैं तो िनम्निलिखत का ध्यान रख-ंे • अगर कोई व्यि� स्वतः एकांतवास मंे हो, क्योंिक वह बीमार है लेिकन गंभीर अवस्था मंे नहीं ह,ै िचिकत्सा सहायता क� आवश्यकता ह,ै तो- * बड़े व हवादार कमरे का चयन क�िजये, िजसमें साफ-सफाई तथा शौचालय क� व्यवस्था मौजदू हो। * यिद यह संभव नहीं ह,ै तो अपना िबस्तर कम से कम एक मीटर क� दरू ी पर रख।ंे * लोगों स,े यहाँ तक िक अपने प�रवार के सदस्यों से कम से कम एक मीटर क� दरू ी बनाये रख।ें * प्रितिदन अपने ल�णों क� िनगरानी करंे। * यिद आप स्वस्थ महससू कर रहे हों, तो भी कम से कम 14 िदन का एकांतवास सिु नि�त क�िजये। * यिद सांस लेने में तकलीफ हो, तो तत्काल अपने िचिकत्सक से सम्पकर् करंे। * अपने सगे सम्बिन्धयों से फोन से सम्पक्र में रहते ह�ए योगाभ्यास के द्वारा सकारात्मक और ऊजा्रवान बने रिहये। घ 2- हमारे अन्दर कोिवड -19 के कोई ल�ण नहीं है लेिकन हमंे लगता है िक हम सकं ्रिमत हो चुके हैं, तो हमंे क्या करना चािहए? • यिद आपके अन्दर कोई भी ल�ण मौजदू नहीं ह,ै और आपको लगता है िक आप सकं ्रिमत व्यि� के सम्पक्र में आये हंै तो खदु को क्वारंटाइन क�िजये। अथार्त अपने आप को सभी से अलग कर लीिजये। स्वतः एकांतवास का ल�य सकं ्रमण को रोकना ह।ै एक संक्रिमत व्यि�, दसू रे को संक्रिमत कर सकता ह,ै अतः ऐसे में तत्काल स्वतः एकांतवास का िनणय्र सकं ्रमण को फै लने से रोके गा । इस िस्थित में: • बड़े एवं हवादार कमरे का चयन क�िजये िजसमे साफ-सफाई तथा शौचालय क� व्यवस्था मौजदू हो। • यिद यह सभं व नहीं ह,ै तो अपना िबस्तर कम से कम एक मीटर क� दरू ी पर रख।ंे • लोगों से, यहाँ तक िक अपने प�रवार के सदस्यों से कम से कम एक मीटर क� दरू ी बनाये रख।ें • प्रितिदन अपने ल�णों क� िनगरानी करें। • यिद आप अपने आप को स्वस्थ महससू कर रहे ह,ैं तो भी कम से कम 14 िदनों का एकांतवास अवश्य लीिजये। • यिद सांस लेने मंे तकलीफ हो, तो तत्काल अपने िचिकत्सक से सम्पकर् करंे। • अपने सगे सम्बिन्धयों से फोन से सम्पकर् में रहते ह�ए योग्याभ्यास के द्वारा सकारात्मक और ऊजार्वान बने रिहये। हालांिक, यिद आप डेंगू अथवा मले�रया वाले �ते ्र मंे रह रहे ह,ंै तो बखु ार के ल�णों को नजरअदं ाज ना करंे । यिद आप िचिकत्सा लेने जाए,ँ तो यथासंभव मास्क का उपयोग करें । अन्य व्यि�यों से कम से कम एक मीटर क� दरू ी बनाये रख।ंे अपने हाथों से िकसी सतह को स्पश्र ना करंे । मरीज अगर बच्चा है तो उसे भी ऐसा ही करने के िलए सलाह दें । ङ- िचिकत्सा / सहगामी िस्थितयाँ / जाँच / वैक्सीन सहगामी िस्थितयों मंे िचिकत्सा तथा दवा द्वारा इलाज ङ 1- क्या कोिवड-19 रोग का कोई इलाज है ? • इस रोग का कोई िनि�त इलाज नहीं है 24 हर िदन अच्छा नहीं हो सकता, लेिकन हर िदन मंे कु छ न कु छ अच्छा ज�र होता है।

कोिवड-19 मानिसक स्वास्थ्य टेली-परामश्र के िलए िचिकत्सक�य तथ्य सचू ी • िचिकत्सक के वल मरीज के नैदािनक ल�णों (जसै े सांस लेने मंे किठनाई) के आधार पर इलाज करते हैं । • ऐसे मरीजों, िजनमंे ल�ण स्प� प�रलि�त हो रहे हों, उनके िलए सपोिटर्व दखे भाल (जसै े फ्लडू मनै ेजमटंे , ऑक्सीजन थेरेपी इत्यािद) बह�त ही सहायक होती ह।ै गंभीर मरीजों को हाॅिस्पटल में भत� करना आवश्यक हो जाता ह,ै तािक उन्हें जीवन र�क िचिकत्सा जसै े वंटे ीलेटर इत्यािद क� सिु वधा प्रदान क� जा सके । ऐसी िस्थित में िचिकत्सा व्यवस्था का आभारी होना चािहए िक ज्यादातर मरीज ठीक हो जाते ह।ैं • वतर्मान समय मंे कु छ िविश� दवाओंपर शोध िकया जा रहा है । ये ऐसी दवाएं हैं िजन्हंे पहले िकसी अन्य रोग के इलाज हते ु अनमु ोिदत िकया जा चकु ा ह,ै लेिकन उनका सकारात्मक प्रभाव कोिवड के मरीजों पर भी दखे ने को िमला ह।ै उनमंे मखु ्यतः- * हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वीन, िजसका इस्तेमाल मले�रया के इलाज में होता ह।ै * रेम्डेसी वायरस ईबोला के इलाज में इस्तेमाल होती ह।ै * एटं ी रेट्रोवायरल का इस्तेमाल एच.आई.वी. के इलाज में होता ह।ै * इन्टरफे रोंस का इस्तेमाल, मिै लगनैन्सीज के इलाज मंे इस्तेमाल होने वाली कु छ प्रमखु दवाएँ ह,ैं िजनका ट्रायल जारी है और िजसके कु छ सकारात्मक प�रणाम भी आये ह।ंै * कान्वलेसेटं प्लाज्मा थेरेपी के अन्तग्रत कोिवड-19 से सकं ्रिमत होकर ठीक ह�ए व्यि�यों के प्लाज्मा का इस्तेमाल इलाज के िलए िकया जा रहा ह।ै • कोिवड-19 में मलू अनसु न्धान पर भी प्रयोगशाला में अध्ययन जारी ह,ै िजसके प�रणाम आने मंे अभी समय लगने क� संभावना ह।ै ङ 2- क्या कोिवड-19 के इलाज अथवा प्रितर�ण मंे एटं ीबायोिटक प्रभावी है? • नहीं • वायरस के िखलाफ एटं ीबायोिटक काम नहीं करता ह।ै ये के वल बैक्टी�रयल संक्रमण में ही कारगर होते ह।ैं कोिवड-19 का प्रमखु कारण वायरस ह,ै अतः यह काम नहीं करेगा। इसका इस्तेमाल कोिवड -19 क� िचिकत्सा अथवा बचाव में नहीं िकया जाना चािहए । अस्पतालों में कई बार िचिकत्सक गंभीर अवस्था मंे एटं ीबायोिटक का उपयोग वैकिल्पक उपचार के �प मंे बैक्टी�रयल सकं ्रमण के इलाज हते ु करते ह,ंै जो कोिवड के साथ एक समस्या के �प में हो सकता ह।ै उनका इस्तेमाल के वल एक िफिजिशयन क� िनगरानी मंे ही बैक्टी�रयल सकं ्रमण से बचाव हते ु होना चािहए। ङ 3- क्या �दय रोग, मधुमेह अथवा उच्च तनाव कोरोना वायरस के सकं ्रमण के खतरे को बढ़ाता है? • नहीं • �दय रोग, मधमु हे अथवा उच्च तनाव वाले लोग िकसी िविश� खतरे मंे नहीं हंै । के वल उनमें अिनयंित्रत सहगामी रोगों क� िस्थित बढ़ जाने क� सम्भावना होती है । ङ 4- उपरो� रोगों वाले व्यि�यों मंे क्या रोग क� गंभीरता अथवा जिटलता बढ़ जाने क� सम्भावना होती है? • ज्यादातर (80%) लोग जो कोिवड पाेिजिटव पाये गये हां,े वे कम गभं ीर �सन सम्बन्धी संक्रमण (जसै े बखु ार, गले में संक्रमण, खांसी इत्यािद) से ग्रिसत होते ह।ंै कु छ लोग िजनमंे मधमु हे , उच्च तनाव अथवा �दय रोग पाया जाता ह,ै उनक� गभं ीरता ज्यादा होती ह।ै िजन लोगों के �दय कमजोर होते हैं उनमंे अत्यिधक गभं ीर ल�ण और जिटलतायंे दखे ी जा सकती ह।ैं • अतः इन मरीजों के िलए िवशषे दखे भाल आवश्यक ह।ै आप सब कु छ िनयंित्रत नहीं कर सकते। कई बार आपको िसफर् आराम एवं िव�ास क� ज�रत हाते ी हैं िक 25 सब कु छ ठीक हो जाएगा। जीवन को अपनी गित से चलने दो।

िकरण: मानिसक स्वास्थ्य पुनवार्स हेल्पलाइन- ससं ाधन पुिस्तका ङ 5- क्या मधुमेह रोिगयों को कोिवड -19 से अिधक खतरा है? • सामान्यतः यह माना जाता है िक अिनयंित्रत मधमु हे के मरीजों को ज्यादा खतरा होता है । मधमु हे रोिगयों को संक्रमण का खतरा ज्यादा नहीं होता ह,ै िकन्तु कु छ मरीजों में संक्रमण हो जाने के बाद ठीक होने क� दर बह�त धीमी हो जाती है । • अतः भोजन तथा व्यायाम जैसी िनयिमत िक्रयाओंका यथासंभव अवश्य पालन िकया जाना चािहए । िनयिमत �प से अपनी दवा लें तथा अपना मधमु हे का स्तर िनयिमत �प से जांचते रह,ंे तािक वह िनयंत्रण मंे रह।े • जब मधमु हे से पीिड़त व्यि� बीमार पड़ता ह,ै तो उन्हें िनयिमत अन्तराल पर खनू मंे शकर् रा क� मात्रा क� जाँच, इन्सिु लन, थोड़ी- थोड़ी दरे पर खाना खाना एवं आवश्यकता अनसु ार पानी लेना आवश्यक ह।ै ङ 6- मधुमेह पीिड़त, उच्च तनाव तथा �दय रोिगयों के िलए सझु ाव: अपनी दवा िनयिमत �प से लंे- यह अत्यन्त महत्वपूणर् है • इससे पहले िक आपके अदं र ल�ण िदखाई दने े लग,े िचिकत्सक द्वारा प्रद� सलाह के अनसु ार िनयिमत �प से अपनी दवा लेना सिु नि�त क�िजये । िबना िचिकत्सक क� सलाह के िकसी भी दवा को बंद न करंे। • अगर आप डाकॅ ्टर के पास नहीं जा पा रहे हैं तो भी पवू ्र मंे दी गई अपने र� चाप, मधमु हे , तथा �दय रोग क� दवा जारी रख।ंे • कोलेस्ट्रोल से बचाव हते ु दवा लेते रिहये। ङ 7- क्या कोिवड सकं ्रमण के दौरान र� चाप क� दवा लेने से इसक� गंभीरता बढ़ सकती है? • वतर्मान आकं ड़ों क� समी�ा करने के उपरान्त वै�ािनकों तथा �दयरोग िवशषे �ों क� राय के आधार पर ऐसा कोई सा�य नहीं िमलता है िक दो अलग- अलग दवाओं का मले ACE इिन्हिबटसर् (जसै े रैिमिप्रल, एनालािप्रल, इत्यािद) तथा Angiotensin Receptor Blocker (ABRs) (जैसे लोसटर्न, टेल्मीसटर्न आिद) िमलकर कोिवड क� जिटलता को बढ़ा दते ा ह।ै ये दवाएं �दय क� कायर्�मता को बढ़ाती हैं तथा र�चाप को िनयिन्त्रत करती हंै । • स्वयं दवा को रोकना समस्याजनक हो सकता है । यह आपके �दय क� िस्थित को जिटल बना सकता है । ङ 8- दद्र अथवा बुखार में कौन-सी दवा ली जा सकती है ? • कु छ दद्र िनवारक (िजन्हें NSAIDs कहा जाता ह)ै जैसे Ibuprofen लेना कोिवड-19 के दौर मंे बेहतर नहीं ह।ै इन दवाओं को �दय के मरीजों के िलए नकु सानदायक माना जाता है तथा इससे मरीज क� िस्थित िबगड़ सकती ह।ै उनका गदु ार् प्रभािवत हो सकता ह।ै • NSAID को लेना विजत्र िकया जाना चािहए अथवा िचिकत्सक के परामशर् से ही लेना चािहए। • Paracitamol एक सरु ि�त ददर् िनवारक है िजसका उपयोग आवश्यकतानसु ार िकया जा सकता ह।ै ङ 9. क्या र�चाप के िलए र� शक्र रा को िनयंित्रत रखने एवं िनयिमत व्यायाम क� ज�रत होती है? आपके ऊपर आने वाले खतरे को कम करने हेतु यह ज�री है िक - • धमू ्रपान तथा अल्कोहल विजर्त करंे। • र�चाप तथा र� शकर् रा को िनयंित्रत रख।ें • िकसी न िकसी �प में िनयिमत व्यायाम करें (अपनी दिै नक गितिविधयांे को सामािजक दरू ी के िदशािनदश� ों के अन�ु प प�रमािजर्त करें)। • सलाह के अनसु ार अाहार तथा नमक क� मात्रा लें। 26 एक िनराशावादी को हर अवसर मंे किठनाई िदखाई देती है ; एक आशावादी को हर किठनाई मंे अवसर िदखाई देता है ।

कोिवड-19 मानिसक स्वास्थ्य टेली-परामशर् के िलए िचिकत्सक�य तथ्य सचू ी • यिद आप मांसाहारी हैं तो आप इसका सेवन कर सकते ह।ैं • अाहार मंे फाइबर तथा प्रोटीन क� मात्रा बढ़ाए।ं इसके िलए फल तथा सिब्जयों को लेना सिु नि�त करें। टेस्ट (जाँच) ङ 10- हमंे कोिवड-19 क� जाँच कब करानी चािहए? इस सबं ंध मंे के न्द्र सरकार व राज्य सरकार के आदेशों का पालन करें। • वत्रमान समय में आप िजस �ते ्र मंे रह रहे हैं वहाँ क� संक्रमण क� िस्थित अथवा दशे मंे सकं ्रमण क� िस्थित के अनसु ार टेिस्टंग क� सलाह दी जाती ह।ै दशे में महामारी क� िस्थित िभन्न हो सकती है तथा दशे क� नीित के अनसु ार टेिस्टंग क� नीित प�रवित्रत हो सकती ह।ै यह �ते ्रीय तथा दशे के स्तर पर िस्थित के अनसु ार अपनाया जाना चािहए । यिद आप ऐसी जगह अथवा दशे में रह रहे ह,ंै जहाँ सकं ्रमण नहीं के बराबर अथवा बह�त कम है तो ECDC टेस्ट कराया जा सकता ह।ै जब आपको- 1. सांस नली में गंभीर संक्रमण हो (अचानक ह�आ हो तथा साथ मंे खांसी, बखु ार एवं सांस लेने मंे किठनाई हो) तथा आपक� बीमारी का कोई और उिचत कारण न हो, अथवा ल�ण िदखाई दने े के 14 िदन पहले का यात्रा का िववरण हो या ऐसी जगह रहने का िववरण उपलब्ध हो, जहाँ सामदु ाियक स्तर पर सकं ्रमण फै ला हो। 2. �सन से सम्बिन्धत कोई गभं ीर बीमारी हो और ल�ण स्प� होने के संबंध मंे 14 िदन पहले तक का कोिवड-19 से संक्रिमत मरीज के सम्पक्र में रहने का िववरण मौजदू हो। 3. �सन नली मंे अत्यन्त गंभीर स्तर का संक्रमण बखु ार के साथ सांस से सम्बन्धी बीमारी का न्यनू तम एक ल�ण मौजदू हो, जैसे खांसी / बखु ार अथवा सांस लेने में किठनाई तथा हाॅिस्पटल मंे िचिकत्सा लेना आवश्यक हो एवं िचिकत्सक को आपक� बीमारी का कोई और कारण स्प� न हो रहा हो। • सामदु ाियक संक्रमण उस िस्थित को कहते हैं जब एक बड़ी आबादी अ�ात स्रोत से सकं ्रिमत हो जाती ह।ैं (वे अनजाने मंे िकसी संक्रिमत के स के सम्पकर् मंे आ जाते हंै अथवा िकसी प्रभािवत �ेत्र में यात्रा करते ह)ैं • यिद आप िकसी ऐसे दशे अथवा �ेत्र मंे रहते ह,ैं जहाँ सामदु ाियक सकं ्रमण का दौर िनरन्तर जारी ह।ै प्राथिमक जाँच मंे समस्त मरीज गभं ीर �सन समस्याओं से ग्रिसत हैं अथवा पहली बार प्राथिमक स्वास्थ्य के न्द्र जाने पर संदहे ास्पद के स के �प में िचिन्हत िकए गए ह,ंै ताे उनक� जाँच िकया जाना सिु नि�त होता ह।ै ङ 11- इसक� जाँच कहाँ करायी जानी चािहए ? • यिद आपके िचिकत्सक को ऐसा लगता ह,ै िक प्रयोगशाला जाँच ज�री ह,ै तो वह आगे क� िविध बताएगँ े। उनक� सलाह का अनसु रण क�िजये। • जाँच हमशे ा राज्य द्वारा िनधा्र�रत िनयमों के अन�ु प ही होने ी चािहए, जो समय-समय पर प�रिस्थितयों के अन�ु प प�रवितर्त होते रहते ह।ैं ङ 12- कोरोना सकं ्रमण क� जानकारी हेतु िकस-िकस जाँच का होना आवश्यक है? • इसके िलए तीन तरह क� जाँच उपलब्ध है- 1. RTPCR - �रयल टाइम �रजवर् ट्रांसिक्रप्टास पोिलमरे ेस चने �रएक्शन के साथ वायरस के आर.एन.ए. क� जाँच 2. एटं ीबाॅडी टेस्ट- इसमंे शरीर द्वारा वायरस के प्रितरोध मंे उत्पन्न िकये जाने वाले एटं ीबाडॅ ी क� जाँच क� जाती है (जैसे एल.जी.जी., एल.जी.एम.) कल्पना क� शि� हमें अनंत बनाती है । 27

िकरण: मानिसक स्वास्थ्य पुनवार्स हेल्पलाइन- ससं ाधन पुिस्तका इसमें िनम्निलिखत जाँच शािमल होती हंै- • रैिपड एटं ीबाडॅ ी काडर् टेस्ट • रैिपड एिलसा एटं ीबाडॅ ी टेस्ट • एटं ीबाडॅ ी न्यटू ्रलाईजेशन टेस्ट 1. एटं ीजने टेस्ट: इसमें वायरस के अन्दर एन्टीजेन क� जाँच क� जाती है (यह जांच अभी अपने दशे मंे उपलब्ध नहीं ह)ै । 2. टीके (Vaccines)। ङ 13- क्या वायरस के िलए कोई टीका है? टीका िवकिसत करने मंे िकतना समय लगेगा? • वत्रमान मंे मनषु ्यों हते ु कोरोना वायरस के िलए कोई टीका नहीं ह,ै िजसमें कोिवड-19 भी सिम्मिलत ह।ै इसिलए यह महत्वपणू ्र है िक संक्रमण से बचा जाए एवं इसे फै लने से भी रोका जाए। • टीकों के िवकास मंे समय लगता ह।ै दिु नया भर क� कई सरकारंे और दवा कं पिनयाँ वैक्सीन िनमा्रण का काम कर रही ह।ंै हालांिक, िकसी भी वकै ्सीन का व्यापक �प से उपयोग करने से पहले महीनों लग सकते ह,ैं क्योंिक इसके सरु ि�त प्रभाव को िनधार्�रत करने के िलए व्यापक परी�ण से गजु रना पड़ता ह।ै कोिवड-19 से स्वयं को और दसू रों को बचाने के िलए प्रभावी तरीके िनम्न अनसु ार हःंै • अपने हाथों को बार-बार साफ करें। • अपनी आखं ,ंे महँु और नाक को छू ने से बचें • खांसते समय अपने महँु को, कोहनी को मोड़कर या पपे र नैपिकन से ढकें । यिद एक पेपर नैपिकन का उपयोग िकया जाता ह,ै तो इसे तरु ंत डस्टिबन में फें क दंे और अपने हाथों को धो लंे। • दसू रों से कम से कम 1 मीटर (3 फ�ट) क� दरू ी अवश्य बनाए रख।ें ङ 14- अगर मुझे इस साल इन्फ्लूएजं ा का टीका लगा तो क्या मंै कोिवड -19 से सरु ि�त ह�?ँ • नहीं। • इन्फ्लएु जं ा और कोिवड -19 का कारण बनने वाले वायरस दो अलग वायरस हैं और सामान्य इन्फ्लएू जं ा वैक्सीन कोिवड -19 से र�ा नहीं करेगा। च- कोिवड 19 से सम्बिन्धत सामान्य िनयम च 1- सामािजक दूरी • सामािजक दरू ी के िलए भीड़ से बाहर रहना शािमल है (भीड़भाड़ वाले सावजर् िनक स्थान, जहाँ दसू रों के साथ िनकट संपकर् हो सकता ह,ै जैसे शाॅिपंग संेटर, मवू ी िथएटर, स्टेिडयम, पजू ा स्थल, सामिू हक समारोह इत्यािद) जब भी सम्भव हो, दसू रों से कम से कम 1 मीटर क� दरू ी बनाये रखंे (लगभग 3 फ�ट)। च 2- एकान्तवास • यिद व्यि� में रोग के ल�ण ना होने के बावजदू भी यह महससू होता है िक वह संक्रिमत है और दसू रों मंे संक्रमण फै ला सकता है तो उसे अलग (क्वारंटाइन) मंे रखा जाता ह।ै इसे एकांतवास कहते ह।ंै च 3- �रवर्स क्वारंटाइन • यह एक उपाय है िजसमंे बजु गु र् और अन्य कमजोर समहू ों को घरों के भीतर बाक� लोगों से अलग रखकर और उन्हें सकं ्रमण से बचाने के िलए सरु ि�त रखने क� कोिशश क� जाती ह।ै 28 एक ल�य एक समय सीमा के साथ देखा गया एक सपना है ।

कोिवड-19 मानिसक स्वास्थ्य टेली-परामशर् के िलए िचिकत्सक�य तथ्य सचू ी च 4- अलगाव (आइसोलेशन) • ऐसे व्यि� या समहू , िजन्हंे यथोिचत �प से संक्रामक रोग से ग्रिसत माना जाता है और सभं ािवत �प से सकं ्रामक हंै और जो संचारी रोग के प्रसार को फै ला सकते ह,ंै उन्हंे अलग करने को अलगाव कहा जाता ह।ै सावज्र िनक स्वास्थ्य उद्दशे ्यों के िलए अलगाव सघं ीय, राज्य या स्थानीय सावज्र िनक स्वास्थ्य शासनादशे के अनसु ार या स्विै च्छक �प से हो सकता है । च 5- अलगाव और एकान्तवास मंे अंतर • एकान्तवास का सन्दभर् गितिविधयों को प्रितबंिधत करना या उन लोगों को अलग करना है जो स्वयं बीमार नहीं ह,ंै लेिकन कोिवड -19 से सकं ्रिमत व्यि� के सपं कर् में आ सकते ह।ैं इसका ल�य उस समय बीमारी के प्रसार को रोकना ह,ै जब लोगों में िसफ्र ल�ण प्रकट होते ह।ंै • अलगाव का मतलब उन लोगों को अलग करना है जो कोिवड -19 के ल�णों से बीमार हंै और सकं ्रिमत होने के कारण रोग का प्रसार कर सकते हैं । च 6- लाॅकडाउन • लाॅकडाउन एक ऐसा शब्द है िजसके अन्तगर्त आवागमन और आवश्यक सवे ाओं को उनक� अिनवायर्ता तक सीिमत रखने के िलए परू े समाज पर प्रितबंध लगाया जाता ह।ै यह उपाय संक्रमण के प्रसार को रोकने के िलए िकया जाता है । च 7- हम लाकॅ डाउन में क्यों थे? • कोिवड-19 अपे�ाकृ त एक सकं ्रामक रोग है जो फ्लू क� तलु ना मंे दोगनु ा एवं मस्र क� तलु ना में कम संक्रामक होता है । • अप�े ाकृ त बड़ी संख्या में लोगों में (अनमु ािनत 20 % तक) अस्पताल में उपचार क� आवश्यकता होती ह।ै अगर मामलों को अिनयंित्रत छोड़ िदया जायंे और फै लने िदया जाए तो कोरोना वायरस बह�त ही कम समय में राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्रणाली को खतरे में डाल सकता ह।ै • हालांिक, आवागमन को सीिमत करके बीमारी क� गित को प्रितबिन्धत िकया जा सकता ह,ै िजससे अस्पताल भी रोिगयों के अिधक बोझ से बच सकते ह।ंै • लॉकडाउन के द्वारा वायरस के प्रसार क� गित को सीिमत िकया जा सकता ह।ै अगर आप सरू ज क� तरह चमकना चाहते है तो सरू ज क� तरह जलना । 29

िकरण: मानिसक स्वास्थ्य पुनवा्रस हेल्पलाइन- ससं ाधन पुिस्तका छ- रोकथाम व सरं �ण के उपाय छ 1- मंै खुद को बचाने और बीमारी के प्रसार को रोकने के िलए क्या कर सकता / सकती ह�?ँ आप कु छ सरल सावधािनयाँ अपनाकर कोिवड-19 से सकं ्रिमत होने या फै लने क� संभावनाओं को कम कर सकते हःैं • िनयिमत अंतराल में साबुन और पानी / सेनेटाइजर से हाथ साफ करंे। * अपने हाथों को अल्कोहल य�ु सने ेटाइजर से िनयिमत �प से और अच्छी तरह से साफ करंे या उन्हंे साबनु और पानी से धोएं । क्योंिक यह वायरस को मारता है जो आपके हाथों पर हो सकता ह।ै • सोशल िडस्टेिन्सगं (सामािजक दूरी) * अपने और दसू रों के बीच कम से कम 1 मीटर (3 फ�ट) क� दरू ी बनाए रख।ें क्यों? जसै ा िक पहले उल्लेख िकया गया ह,ै जब कोई खांसता ह,ै छींकता ह,ै या बोलता है तो वे अपनी नाक या महँु से छोटी तरल बंदू ों को उत्सिजत्र करता ह,ै िजसमें वायरस हो सकता ह।ै यिद आप बह�त करीब ह,ंै तो व्यि� को बीमारी होने पर आप कोिवड-19 वायरस सिहत बंदू ों काे सांस मंे ले सकते ह।ंै • भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचंे * जहाँ लोग भीड़ मंे एक साथ आते ह,ंै आपके कोिवड-19 वाले िकसी व्यि� के िनकट संपक्र मंे आने क� अिधक सभं ावना है और 1 मीटर (3 फ�ट) क� शारी�रक दरू ी बनाए रखना अिधक किठन ह।ै • फे स-मास्क का अवश्य प्रयोग करंे * जब भी आप अपने घर से बाहर जाते ह,ैं अगर आपको कोरोना ट्रांसिमशन के जोिखम क� िकसी भी संभावना का संदहे ह,ै जैसे िक उन जगहों पर जहाँ संक्रमण फै लता ह,ै लोगों के साथ घिन� संपकर् क� सभं ावना आिद, तब हमशे ा मास्क पहनना चािहए। क्यों? मास्क एक उिचत दरू ी तक छोटी बंदू ों के संक्रमण को रोकते ह।ंै • अपनी आंखों, नाक और मुँह को न छू ने क� कोिशश करंे। क्यांे? * हाथ कई सतहों को छू ते हैं और वायरस ग्रहण कर सकते ह।ंै संक्रिमत हाथ वायरस को आपक� आखं ों, नाक या महँु मंे पह�चँ ा सकते ह।ैं वहाँ स,े वायरस आपके शरीर मंे प्रवशे कर सकता है और आपको संक्रिमत कर सकता ह।ै • �सन स्वच्छता का पालन करंे * यह सिु नि�त करें िक आप और आपके आस-पास के लोग इन अनदु श� ों का पालन करें। इसका मतलब है िक खांसी या छींक आने पर अपनी मड़ु ी ह�ई कोहनी या �माल से महँु और नाक को ढ़कना चिहए। * िफर अपने हाथों को तरु न्त धो लंे। * बंदू ों (Droplets) से वायरस फै लता ह।ै �सन स्वच्छता का पालन करके , आप अपने आस-पास के लोगों को सद�, फ्लू और कोिवड-19 जसै े वायरस से बचाते ह।ैं • िजतना हो सके , घर पर रहें * खांसी, िसरदद,्र हल्का बखु ार आिद जैसे मामलू ी ल�ण होने पर घर पर रहंे और जब तक आप ठीक नहीं हो जाते हैं तब तक अलग-थलग रह।ें क्या कोई आपके आवश्यक घरेलू सामान क� आपिू त्र कर रहा ह?ै * यिद आपको अपने घर से बाहर जाने क� आवश्यकता ह,ै तो दसू रों को सकं ्रिमत करने से बचने के िलए मास्क अवश्य पहनें। * कोिवड-19 और अन्य वायरस से सरु ि�त रहने के िलए दसू रों के सम्पक्र मंे आने से बच।ंे * िचिकत्सक�य सावधानी बरतें। * यिद आपको बखु ार, खांसी और सांस लेने में किठनाई ह,ै तो िचिकत्सा पर ध्यान द,ें लेिकन यिद संभव हो तो टेलीफोन पर सपं क्र करंे और अपने स्थानीय स्वास्थ्य प्रािधकरण के िनदश� ों का पालन करंे। 30 जीवन लम्बा होने के बजाय महान होना चािहए ।

कोिवड-19 मानिसक स्वास्थ्य टेली-परामशर् के िलए िचिकत्सक�य तथ्य सचू ी * आपके �ते ्र क� िस्थित क� जानकारी के िलए राष्ट्रीय और स्थानीय अिधका�रयों के पास सबसे अिधक जानकारी होगी। कालॅ करने से आपका स्वास्थ्य दखे भाल प्रदाता आपको जल्दी से सही स्वास्थ्य सिु वधा के िलए िनदि� शत कर सके गा। * यह आपक� र�ा भी करेगा और वायरस तथा अन्य संक्रमणों को फै लने से रोकने मंे मदद करेगा। • नवीनतम जानकारी से अवगत रहें * यह के वल िव�सनीय स्रोतों से ही िकया जाना चािहए, जैसे िक डब्ल्यएू चओ या आपके स्थानीय और राष्ट्रीय स्वास्थ्य अिधकारी। साबुन और पानी / सैिनटाइजर से हाथ धोनाः छ 2- साबुन और पानी / सैिनटाइजर से हाथ धोने से हम वायरस से कै से बचते हैं? • प्रत्येक साबनु के अणु में एक हाइड्रोिफिलक भाग और एक िलपोिफिलक भाग होता ह।ै साबनु के अणु के िलपोिफिलक िहस्से मंे वायरल आवरण क� िलिपड परत के प्रित आकषण्र होता ह।ै साबनु -अणु का यह िहस्सा वायरल आवरण में एक सईु क� तरह चभु ता है और यह वायरल आवरण फू ले ह�ए गबु ्बारे क� तरह फू टता ह।ै इस प्रकार, यह लगभग 100% सरु �ा प्रदान करता ह।ै अल्कोहल य�ु सिै नटाइजर भी वायरस पर समान काय्रवाही करता ह।ै छ 3- प्रभावी तरीके से साबुन और पानी से हाथ कै से धोए?ं • यह सलाह दी जाती है िक हम हर बार लगभग 20 सेकं ड तक अपने हाथ धोए।ं सवरश् ्र�े प�रणामों के िलए हडंै वाॅश के िनम्निलिखत चरणों का उल्लेख िकया गया ह।ै यह इस प्रकार हःै जो भी हो जब आपको सोचना ही है तो बड़ा सोिचये । 31

िकरण: मानिसक स्वास्थ्य पुनवार्स हेल्पलाइन- ससं ाधन पुिस्तका मास्कः छ 4- क्या कोिवड -19 से बचाव के िलए फे स-मास्क प्रभावी है? • हाँ! फे स-मास्क एक संक्रिमत व्यि� के महँु /नाक द्वारा छोड़ी गई बंदू ों को अव�द्ध करके मास्क का उपयोग करने वाले व्यि�यों मंे बंदू ों के सचं रण के जोिखम को कम करने मंे मदद करता ह।ै यह अन्य व्यि�यांे क� नाक द्वारा सकं ्रिमत बंदू ों के प्रवशे को रोकने में भी सहायता करता ह।ै • मास्क हमंे अनावश्यक �प से हमारी नाक और महँु को न छू ने मंे भी मदद करता ह।ै इस प्रकार रोग संक्रमण के जोिखम को कम करता ह।ै • लेिकन, यह भी ध्यान मंे रखा जाना चािहए िक सव��म प�रणाम के िलए मास्क के उिचत उपयोग क� आवश्यकता होती ह।ै अन्यथा प�रणाम िवपरीत हो सकते ह।ंै छ 5- मास्क कै से लगाए,ं इस्तेमाल कै से करें, उतारंे कै से और िनपटान कै से करंे? • मास्क लगाने से पहले साबनु और पानी से हाथ साफ करंे या अल्कोहल य�ु सिे नटाइजर हाथ पर रगड़ंे। • महँु और नाक को मास्क से ढकें और सिु नि�त करंे िक आपके चहे रे और मास्क के बीच कोई अतं र न हो। • इसका उपयोग करते समय मास्क को छू ने से बच।ें यिद आप एसे ा करते ह,ैं तो अपने हाथों को अल्कोहल य�ु सिै नटाइजर से रगड़ें या साबनु और पानी से हाथ साफ करें। • परु ाने फे स-मास्क को त्यागकर नया फे स-मास्क बदलंे। यिद यह नम हो तो एकल-उपयोग मास्क का िफर से उपयोग न करें। • फे स-मास्क हटाने के िलए इसे सावधानी से िनकालंे (फे स-मास्क को सामने से ना छु ए)ँ िफर इसे बंद डस्टिबन में तरु न्त डाल दें तथा अपने हाथों को अल्कोहल य�ु सिै नटाइजर से रगड़ंे या साबनु और पानी से हाथ साफ करंे। • एकल उपयोग सिज्रकल मास्क का पनु ः उपयोग नहीं िकया जाना चािहए। एकल उपयोग के बाद इसे बंद कू ड़ेदान मंे ठीक से डाल दंे और यह सिु नि�त करंे िक इसे बाद में ठीक से जला िदया जाए। • सतू ी कपड़े से बने पनु ः प्रयोज्य मास्क को प्रत्येक उपयोग के बाद क�टाणरु िहत िकया जाना चािहए। इसे सावधानी से िनकालंे, क�टाणनु ाशक मंे डुबोयंे / साबनु और पानी से अच्छी तरह से धो लें। अच्छी तरह से सखु ायंे और यिद सभं व हो तो उपयोग से पहले इ�ी करंे। छ 6- मास्क के प्रकार • एन-95 / एन-80 मास्क आिद। • एन मानक एक मास्क क� वायु के छानने क� द�ता को दशा्रता ह।ै • एन-95 �ास उपकरण एक �सन सरु �ात्मक उपकरण है िजसे इस प्रकार िनिमतर् िकया गया है िक वह चहे रे पर इस प्रकार सटीक बैठे िक वह स्वास के प्रवाह का कु शलता पवू क्र िनष्पादन कर सके व वायरस को मास्क से बाहर अथवा भीतर प्रवेश करने से रोक सके । ‘एन-95’ शब्द का अथर् है िक जब सावधानी पवू क्र परी�ण िकया जाता ह,ै तो �ास उपकरण बह�त छोटे (0.3 माइक्रोन) परी�ण कणों के कम से कम 95 प्रितशत प्रवेश को अव�द्ध करता ह।ै • सिजर्कल मास्क का एन मानक 80 प्रितशत के आसपास ह।ै • सतू ी कपड़े का उपयोग करने वाले मास्क का मानक लगभग 30 ह।ै • क्यांिे क ट्रांसिमशन मखु ्य �प से �सन ड्राॅपलेट ट्रांसिमशन के माध्यम से होता ह,ै जहाँ छोटी बंदू य़ा कण 5-10 32 मन स्वस्थ है, तो तन स्वस्थ हैं ।

कोिवड-19 मानिसक स्वास्थ्य टेली-परामश्र के िलए िचिकत्सक�य तथ्य सचू ी माइक्रोन व्यास में होते ह,ैं जो सिज्कर ल मास्क और कपड़े के मास्क द्वारा अिधकतम स्तर तक िफल्टर िकए जा सकते ह।ैं • एन-95 मास्क के वल उन व्यि�यों के िलए सझु ाए गए ह,ंै जो स्वास्थ्य कमचर् ारी कोिवड-19 रोिगयों के सीधे संपक्र में आते ह,ंै जहाँ िविश� प�रिस्थितयों और वातावरण में एयरबोन्र ट्रांसिमशन सभं व हो सकता ह,ै िजसमें एयरोसोल उत्पन्न करने वाली प्रिक्रया या सहायक उपचार िकए जाते हैं यानी, एडं ोट्रैिकयल इटं ुबैशन, ब्रोन्कोस्कोपी आिद। सावधािनयाँ: छ 7- यिद हम नहीं जानते िक कौन सकं ्रिमत है, तो हम दूसरों क� और खुद क� र�ा कै से कर सकते हैं? • हाथ और �सन स्वच्छता का अभ्यास करना हर समय महत्वपणू ्र है तथा दसू रों और अपने आप को बचाने का सबसे अच्छा तरीका ह।ै • जब सभं व हो तो अपने और दसू रों के बीच कम से कम 1 मीटर (3 फ�ट) क� दरू ी बनाए रख।ंे यह िवशषे �प से महत्वपणू ्र ह,ै यिद आप िकसी ऐसे व्यि� के पास खड़े हैं जो खांस रहा है या छींक रहा ह।ै • चिंू क कु छ सकं ्रिमत व्यि�यों मंे ल�ण कु छ समय तक प्रदिशत्र नहीं ह�ए हंै या उनके ल�ण हल्के ह,ंै के साथ शारी�रक दरू ी बनाए रखना एक अच्छा िवचार ह।ै यिद आप ऐसे �ेत्र में हैं जहाँ कोिवड-19 का प्रसार हो रहा ह।ै छ 8- यिद मुझे सामुदाियक प्रसारण पर सदं ेह हो रहा है तो मुझे क्या सावधािनयाँ बरतनी चािहए? • स्थानीय या सामदु ाियक कोिवड-19 प्रसारण के �ते ्रों में जाने वाले याित्रयों को सख्त स्वच्छता उपायों का पालन करना चािहए। िनयिमत �प से साबनु और पानी से हाथ धोना चािहए या अल्कोहल पर आधा�रत हडैं सिै नटाइजर का उपयोग करना चािहए। चहे रे को िबना धलु े हाथों से छू ने से बचना चािहए। • याित्रयों को बीमार व्यि�यों के सपं कर् में आने से बचना चािहए, िवशषे �प से �सन ल�णों और बखु ार वाले लोगों को। इस बात पर जोर िदया जाना चािहए िक वदृ ्ध लोगों और अतं िनर्िहत स्वास्थ्य िस्थितयों वाले लोगों को इन एहितयाती उपायों को बह�त गंभीरता से लेना चािहए और िजतना संभव हो यात्रा से बचना चािहए। छ 9- क्या होगा यिद मैं हाल ही में स्थानीय या सामुदाियक सकं ्रमण के �ेत्र मंे रहा ह�?ँ • सामदु ाियक संक्रमण से ग्रिसत �ेत्रों से लौटने वाले याित्रयों को 14 िदनों के िलए अपने स्वास्थ्य क� िनगरानी करनी चािहए। रोग के ल�णों वाले लोगों को पहले अपने स्वास्थ्य िवशषे � से टेलीफोन के माध्यम से ही संपक्र अगर आप बेस्ट होना चाहते है तो तुम्हे वो चीज़ें करनी चािहए जो और लोग नहीं करना चाहते है । 33

िकरण: मानिसक स्वास्थ्य पुनवा्रस हेल्पलाइन- ससं ाधन पुिस्तका करना चािहए, और व्यि�गत �प से िचिकत्सा क� मांग करने से पहले अपने ल�ण और यात्रा के इितहास को इिं गत करना चािहए। • रोगिनवारक लोगों को तब तक दसू रों के संपक्र से बचना चािहए जब तक िक वे एक स्वास्थ्य िवशषे � को नहीं दखे लेते। छ 10- प्रभािवत �ेत्रों से आयाितत खाद्य उत्पादों से कोिवड -19 सकं ्रमण का खतरा कौन-सा है? • भोजन के माध्यम से कोिवड -19 के संक्रमण क� कोई �रपोटर् नहीं िमली है और इसिलए कोई प्रमाण नहीं है िक पशु और सावरज् िनक स्वास्थ्य िनयमों के अनसु ार भारत मंे आयाितत खाद्य पदाथ्र कोिवड-19 के संबंध मंे भारतीय नाग�रकों के स्वास्थ्य के िलए जोिखम पदै ा करते ह।ैं संचरण का मखु ्य कारण व्यि� से दसू रे व्यि� में ह।ै ज- कोिवड-19 के दौरान पालतु एवं जंगली जानवरों का प्रभाव ज 1- कोिवड-19 और जानवरों के बीच क्या सबं ंध है? • कोिवड-19 मानव-स-े मानव संक्रमण के माध्यम से फै लता ह।ै • हम पहले से ही कोरोनोवायरस प�रवार के अन्य वायरस के बारे मंे बह�त कु छ जानते हंै और इस प्रकार के अिधकांश वायरस जानवरों में मलू �प से पाये जाते ह।ंै कोिवड-19 वायरस (SARS & CoV-2 भी कहा जाता ह)ै मनषु ्यों में एक नया वायरस ह।ै कोिवड-19 के सभं ािवत पशु स्रोत क� अभी तक पिु � नहीं ह�ई ह,ै लेिकन अनसु ंधान जारी ह।ै ज 2- एच 2- क्या मुझे अपने पालतु जानवर से कोिवड-19 हो सकता है? • संक्रिमत मनषु ्यों के संपक्र में आए कु �ों और िबिल्लयों का कोिवड-19 के िलए परी�ण सकारात्मक पाया गया ह।ै इसके अलावा िबलाव में भी सकं ्रमण के िलए अितसंवेदनशील होने के ल�ण िदखाई दते े ह।ैं प्रायोिगक प�रिस्थितयों म,ें िबिल्लयांे क� कई प्रजाित के अन्य जानवर संक्रमण फै लाने मंे स�म थे, लेिकन इस बात का कोई सबतू नहीं है िक ये जानवर इस बीमारी को मानव तक पह�चँ ा सकते हंै और कोिवड -19 को फै लाने मंे भिू मका िनभा सकते ह।ैं कोिवड-19 मखु ्य �प से एक सकं ्रिमत व्यि� के खांसने, छींकने या बोलने पर उत्सिज्रत होने वाली बंदू ों से फै लता ह।ै • यह भी परामश्र िदया जाता है िक जो लोग कोिवड-19 से बीमार हैं और ऐसे लोग जो जानवरों के संपक्र में ह,ैं अपने जानवरों क� दखे भाल करते समय, बिु नयादी स्वच्छता उपायों को हमशे ा लागू करंे। इस प्रिक्रया मंे जानवरों के भोजन के साथ-साथ उनको चमू ने से परहजे करना तथा भोजन साझा करने के बाद हाथ धोना भी शािमल ह।ै झ- नवीन कोरोना वायरस द्वारा जोिखमों का िववरणः झ 1- कोरोना वायरस रोग िकतना खतरनाक है? • हालांिक अिधकांश लोगों के िलए कोिवड-19 के वल हल्क� बीमारी का कारण बनता ह।ै यह कु छ लोगों को बह�त बीमार बना सकता है और कु छ अन्य लोगों म,ें यह बीमारी घातक हो सकती ह।ै वदृ ्ध लोगों, और पहले से मौजदू िचिकत्सा िस्थितयों (जैसे उच्च र�चाप, �दय क� समस्याए,ं मधमु हे आिद) के साथ वे अिधक असरु ि�त िदखाई दते े ह।ंै • इस नवीन कोरोना वायरस द्वारा उत्पन्न जोिखम के प�रणाम का आकलन करने के िलए तीन परै ामीटर हःंै * ट्रांसिमशन दर- एक ही मामले से नए सकं ्रिमत लोगों क� संख्या * मृत्यु दर- ऐसे मामलों का प्रितशत जो मतृ ्यु के प�रणामस्व�प होता है 34 हसँ े और िखलिखलायंे, मानिसक बीमारी को दूर भगायें।

कोिवड-19 मानिसक स्वास्थ्य टेली-परामश्र के िलए िचिकत्सक�य तथ्य सचू ी * िनधा्र�रत करें, िक क्या स्पश�न्मखु सचं रण सभं व ह।ै • वायरस के फै लने क� दर या सकं ्रमण (बीमारी िकतनी तेज़ी से फै लती ह)ै का संके त इसक� प्रजनन संख्या से िमलता ह,ै जो औसतन एक व्यि� द्वारा फै लाये जाने वाले संक्रिमत व्यि�यों क� सखं ्या पर िनभरर् करता ह।ै • डब्लएू चओ क� अनमु ािनत दर (जनवरी 2020 म)ंे 1.4 और 2.5 के बीच होनी चािहए। • अन्य अध्ययनों ने 3.6 और 4.0 के बीच और 2.24 से 3.58 के बीच एक संक्रमण दर का अनमु ान लगाया ह।ै प्रारंिभक अध्ययन ने अनमु ान लगाया था िक यह दर 1.5 और 3.5 के बीच होगी। • एक से नीचे क� प्रजनन सखं ्या के साथ प्रकोप धीरे-धीरे गायब हो जाएगा। • तलु ना के िलए, आम फ्लू के िलए सकं ्रमण दर 1.3 है और सास्र वायरस के िलए यह 2.0 थी। • प्रारंिभक चरण में डब्लएू चओ द्वारा नवीन कोरोना वायरस के मामले क� मतृ ्यु दर लगभग 2% आकं � गई ह।ै एक पवू ्र अनमु ान ने उस संख्या को 3% रखा था। सीएफआर दशे क� स्वास्थ्य दखे भाल प्रणाली क� द�ता और लाकॅ डाउन, संगरोध, अलगाव, नाग�रक िजम्मदे ारी जैसे नाग�रक दाियत्व, मास्क का उपयोग, सामािजक दरू ी आिद जसै े प्रभावी िनवारक उपायों को लागू करने के आधार पर सभी दशे ों में िभन्न होते ह।ैं • यह भी पाया गया है िक कोिवड में स्पश�न्मखु संक्रमण सभं व ह।ै • तदानसु ार, हालांिक अिधकांश लोगों के िलए कोिवड -19 के वल हल्क� बीमारी का कारण बनता ह।ै एक महामारी के अनपु ात मंे कोरोना संक्रमण के प्रसार के िलए जोिखम क� मात्रा बह�त अिधक ह।ै कभी-कभी जीवन में, आपको बस गले लगाने क� आवश्यकता होती है। कोई शब्द नहीं, कोई सलाह नहीं, 35 बस गले लगाने के बाद आप बेहतर महससू करते हैं।

िकरण: मानिसक स्वास्थ्य पुनवार्स हेल्पलाइन- ससं ाधन पुिस्तका 36 अपनी बातों और व्यवहार से िकसी को मानिसक �प से क� न दे, खुश रहें और ख़ुशी बांटंे।

मानिसक स्वास्थ्य सम्बंधी प्राय: पूछे जाने वाले प्र� भाग: 2 अ मानिसक स्वास्थ्य सम्बंधी प्राय: पूछे जाने वाले प्र� भीड़ हमेशा उस रास्ते पर चलती है जो रास्ता आसान लगता है, लेिकन इसका मतलब यह नहीं िक भीड़ हमेशा सही 37 रास्ते पर चलती है | हमंे अपने रास्ते खुद चुनने चािहए क्योंिक हमें हमसे बेहतर और कोई नहीं जानता

िकरण: मानिसक स्वास्थ्य पुनवा्रस हेल्पलाइन- ससं ाधन पुिस्तका 38 दुिनया में कु छ भी असभं व नहीं है | क्योिक हम वो सब कर सकते हंै जो हम सोच सकते हंै और हम वो सब सोच सकते है जो हमने आज तक नहीं िकया ।

मानिसक स्वास्थ्य सम्बंधी प्राय: पूछे जाने वाले प्र� िवषय सचू ी क्रमांक प्र� प�ृ स.ं 1 क्या कोिवड-19 के बारे में िचिं तत होना सामान्य ह?ै 41 2 मैं अपने िप्रयजन क� मदद कै से कर सकता/सकती ह�?ँ यिद वह कोिवड-19 महामारी से बह�त िचिं तत ह।ै 41 3 मरे ा एक िमत्र कोिवड-19 के बारे में बात करना बन्द नहीं कर सकता और लोगों के साथ घिटत खराब 41 घटनाओं को बताता ह।ै इसे मैं कै से रोक सकता/सकती ह�?ँ 4 मैं अपने कोिवड-19 के परी�ण प�रणामों का इतं जार करते समय, अपने तनाव एवं िचतं ा को कै से कम 41 कर सकता/सकती ह�?ँ 5 मंै िचिं तत महससू कर रहा ह�,ँ क्योंिक मैं कोिवड-19 पॉिजि़ टव पाया गया ह�।ँ ऐसे में मैं क्या कर सकता 42 / सकती ह�?ँ 6 कोिवड-19 महामारी के दौरान बच्चों क� मदद कै से करंे? 42 7 मझु े अच्छी नींद नहीं आ रही है या मैं आठ घण्टे क� नींद के बाद भी तरोताज़ा महससू नहीं कर रहा/ 42 रही ह�?ँ 8 इस अविध में पारस्प�रक सबं ंधों को कै से सधु ारें? 42 9 मैं इस महामारी के दौरान कायर् �ेत्र और व्यि�गत जीवन में समन्वय नहीं कर पा रहा ह�,ँ इसके िलए 42 मंै क्या उपाय कर सकता/सकती ह�?ँ 10 ‘कै िबन िफवर मटंै ेिलटी’ (घटु न भरे कायर् �ते ्र क� मानिसकता) क्या ह,ै और इससे कै से बचा जा 42 सकता/सकती ह?ै 11 इस दौरान कोई कै से मदद ले सकता ह?ै 43 12 इस दौरान कोई स्वस्थ समायोजन कौशल कै से िवकिसत कर सकता ह?ै 43 13 व्यि�यों के जीवन क� महत्वपणू ्र घटनाएं स्थिगत हो गई ह,ंै तो िनराशा जनक घटनाओंसे व्यि� कै से 43 िनपटें? 14 मंै इस िस्थित क� अिनि�तता का सामना कै से क�ँ ? 43 15 क्या मझु े समाचार दखे ने चािहए? 43 16 यह िस्थित मरे े िनयंत्रण से बाहर ह,ै इसमंे मंै क्या कर सकता/सकती ह�?ँ 44 17 मंै घर पर अके ला रह रहा/रही ह�ँ एवं अलग- थलग महससू कर रहा/रही ह�,ँ मझु े क्या करना चािहए? 44 18 मैं िचतं ा करना बन्द नहीं कर पा रहा/रही ह�,ँ अत: मझु े क्या करना चािहए? 44 19 मझु े कै से पता चलेगा िक मैं कोिवड-19 बीमारी के बारे मंे िचिन्तत ह�?ँ 44 20 अपनी कोिवड-19 क� िचन्ताओं का समाधान करने के िलये मंै अभी क्या कर सकता/सकती ह�?ँ 44 हर चीज का सजृ न दो बार होता है, पहली बार िदमाग मंे और दूसरी बार वास्तिवकता में। 39

िकरण: मानिसक स्वास्थ्य पुनवा्रस हेल्पलाइन- ससं ाधन पुिस्तका 45 45 21 क्या मझु े कोिवड-19 क� िचतं ा करने के बारे में िकसी िचिकत्सक से बात करनी चािहए? 22 क्वारंटाइन होने के कारण, बच्चों के स्कू ल तथा मरे े काया्रलय ना जा पाने क� िस्थित मंे अपनी 45 िचतं ाओं को कै से कम कर सकता/सकती ह�?ँ 45 23 यिद मझु े दरू संचार माध्यमों से काय्र करने के िलए िनदश� िदए गये हैं या मैं अिधका�रक �प से 45 क्वारंटाइन ह�ँ तो मैं अपने अके लेपन एवं तनाव को कै से िनंयित्रत कर सकता/सकती ह�?ँ 24 मंै घर से काम कर रहा/रही ह�,ँ मरे े बच्चे भी स्कू ल न जाने के कारण परू ा िदन घर पर रहने के िलए बाध्य 46 ह,ैं इस तनाव को मैं कै से कम कर सकता/सकती ह�?ँ 46 25 यिद मरे ा पित/पत्नी, प�रवार का कोई सदस्य या कोई करीबी दोस्त कोिवड-19 वायरस को लेकर 46 िचतं ा का अनभु व कर रहा/रही ह,ै तो मंै कै से मदद कर सकता/सकती ह�?ँ 26 यिद मझु े लगता है िक कोिवड-19 के बारें में मरे ी िचतं ा मरे े बच्चों को प्रभािवत कर रही है तो मझु े ऐसे 46 46 में क्या करना चािहए? 47 27 मंै पहले से ही कु छ रोगों से ग्रिसत ह�ँ जो मझु े कोिवड-19 के िलए अिधक संवदे नशील बनाते ह।ैं मंै 47 47 अपनी िचतं ा कै से कम कर सकता/सकती ह�?ँ 28 मैं पहले से ही मानिसक �प से अस्वस्थ ह�,ँ मैं ऐसा क्या क�ँ िक कोिवड-19 क� िचतं ा मरे ी इस िस्थित 47 को और अिधक गम्भीर न बनाए? 47 29 इस महामारी के दौरान सामािजक दरू ी से कै से िनपटंे? 30 मानिसक स्वास्थ्य सबं ंधी समस्याओं को कै से पहचानंे? 47 31 मनोवै�ािनक समस्याओं से सबसे अिधक प्रभािवत कौन लोग होते ह?ैं 48 32 इस अविध के दौरान गभवर् ती मिहलाओं के स्वास्थ्य क� दखे भाल कै से करें? 48 33 मंै एक पिु लस अिधकारी ह�,ँ जो िक हाॅटस्पाट इलाके मंे िपछले तीन हफ्तों से ड्यटू ी कर रहा/रही ह�।ँ मैं 48 मानिसक �प से थकावट महससू कर रहा/रही ह�।ँ मैं क्या उपाय कर सकता/सकती ह�?ँ 34 मरे े पित को शराब पीने क� आदत थी। वह इसका िनयिमत इलाज भी करवा रहे थे, लेिकन अब उन्हांने े पनु ः शराब पीना श�ु कर िदया ह।ै इसे कै से रोका जाए? 35 मरे े प�रवार के लोग कहते हंै िक इन िदनों मझु े ज़्यादा गसु ्सा आने लगा ह।ै कृ पया इससे िनपटने के सझु ाव द?ंे 36 क्या ‘योग और ध्यान’ मरे ी मनोवै�ािनक समस्याओं से िनपटने मंे मरे ी मदद कर सकते ह?ै 37 कोिवड-19 महामारी में बजु गु र् लोगों क� मदद कै से करंे? 38 कोिवड-19 महामारी के दौरान िदव्यांगजनों क� मदद कै से करें? 39 मरे ी 15 साल क� बेटी में बौिद्धक अ�मता ह।ै वह िवशषे स्कू ल में नहीं जा पा रही है िजसके कारण वह बह�त जल्दी गसु ्सा करती ह।ै कृ पया सलाह दें िक इस समस्या का िनराकरण कै से हो? 40 महानता कभी न िगरने में नहीं बिल्क िगरकर उठ जाने में है |


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