संस्करण—28 जनवरी 2021 संपादकीय :सरु ुचि गााधँ ी (प्रधानािायाा ), अमतृ ा मल्होत्रा (मुख्याध्यापपका ) समग्र समन्वय : अनुराधा पवषय वस्तु : सपना सक्सेना , मदृ लु ा , अनुराधा रूप सज्जा : राजेश डबास
मन की बात .... अशििावकों की प्रततकक्रयाएँा बाल िारती पस्ब्लक स्कू ल द्वारका की ऑनलाइन कक्षाओं का अनिु व अत्यतं पवस्मयकारी रहा ह।ै इन कक्षाओं के माध्यम से हमें अपने बच्िों की सीखने की कु शलता का पता िलता ह।ै पवद्यालय पररवार के शशक्षकों की मेहनत और योगदान सराहनीय है।मैं सिी शशक्षकों का आिार व्यक्त करना िाहता हूाँ स्जन्होंने इस कोपवड-19 के कहठन दौर मंे इस माध्यम को अपनाया और बच्िों की शशक्षा में बाधा नहीं आने दी और उनका सही हदशा मंे मागदा शना ककया। मुकु ल शमाा (अशििावक) मन्नत शमाा कक्षा 3ब ऑनलाइन कक्षाएं लेने के इस कदम से हम खशु और सतं षु ्ि हैं। हमारी बिे ी अचिता ा ऑनलाइन कक्षाओं का बहुत आनदं ले रही है। शुरू मंे हम सोि रहे िे कक हमारा बच्िा ऑनलाइन कक्षाओं के माध्यम से कु छ नहीं समझगे ा, लेककन शशक्षकों ने इसे संिव बना हदया। उन शशक्षकों के शलए पवशषे धन्यवाद स्जन्होंने उसे पढ़ाई में अपनी रुचि बढ़ाने में मदद की। प्रधानािाया महोदया और उन सिी शशक्षकों को धन्यवाद, जो इन ऑनलाइन कक्षाओं को सिल बनाने के शलए अपना सवशा ्रेष्ठ प्रयास कर रहे ह।ंै तनस्संदेह स्कू ल एक महान काम कर रहा ह।ंै स्कू ल ने न के वल कक्षा शशक्षा को ऑनलाइन पवतररत ककया, साि ही सािी छात्रों और शशक्षकों के बीि िावनात्मक और सामास्जक संबधं बनाए रखा। इससे उसे नतै तक रूप से बढ़ावा देने और सामास्जक अलगाव से तनपिने मंे मदद शमली है । इसका श्रेय आप सिी को जाता ह।ै (अशििावक) अचिाता बोरा 5स
हदल्ली से शसस्क्कम तक का सफ़र “सीखने के तरीके ये िी हंै ।”
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