केवल जीवन जी लेना, जीवन नहीं है। जीवन में कोई ऊँचा लक्ष्य प्राप्त करने का ध्येय होना चाहिए। ‘मैं कौन हूँ’, इस सवाल का जवाब प्राप्त करना ही जीवन का असली लक्ष्य है। ज्ञानीपुरुष परम पूज्य दादाश्री ने मूल प्रश्न “मैं कौन हूँ?” का सहजता से हल बताया है।
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