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202110259-TRIUMPH-STUDENT-WORKBOOK-HINDI_SL-G08-FY

Published by CLASSKLAP, 2020-04-15 08:32:55

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इकाई-2 5. धरती की आँखें अर्थग्राह्यता प्रचतचिया प्रश्न- 1. चित्र मंे क्या-क्या चिखाई िे रहा है? उ. चित्र मंे रात का समय ह।ै आसमान में िादाँ , तारे चदखाई दे रहे ह।ंै 2. चिमचिमाना, िमकना जैसे शब्िों का सबं धं चकससे है? उ. चिमचिमाना हमें तारों में चदखाई दते ा ह।ै इसीचिए हम कहते हैं तारे चिमचिमा रहे ह।ैं िमकना हम िादँा या सरू ज के चिए कहते ह।ैं जब तेज़ धपू या िाँादनी आती ह,ै तब हम कहते ह-ैं आज सरू ज, िादाँ ज्यादा िमक रहा ह।ै 3. इन्हंे िेखकर हम क्या सोिते हैं? उ. चित्र में िमकता गोि िाँदा और चिमचिमाते तारे देखकर हम अिग ही दचु नया के बारे मंे कल्पना करते ह।ैं यह िााँद, तारे आकाश पर कै से िंगे रहते होंग?े नीिे क्यों नहीं चगरते? 1. सपना = स्वप्न, a dream 2. प्रयास = कोचशश, effort 3. यश = कीचत,ि Fame 4. फै िना = िारों ओर चबखरना, to spread 5. सिू ना = जानकारी, an information 6. चविंब = दरे , delay 7. काश = अगर, Oh God! 8. तफू ान = समदु ्र में हििि, typhoon 9. आयोजन = तयै ारी, arrangement 57

10. दरबार = राजा की सभा, a royal court 11. चविचित = अचस्िर, agitated 12. िक्कर कािना = घमू ना, revolve 13. जाससू = गपु ्तिर, spy 14. सावधान = िते ाना, alert 15. पिक झपकते ही = कु छ ही दरे म,ें The eye lid एक राजा िा। वह चनत्य नये सपने दखे ता और उन सपनों को दरबार के बचु िमान िोगों को सनु ाता। उन्हंे परू ा करने में उनकी सहायता िेता। चकसी तरह की असफिता पर चनराश न होकर सब में उत्साह बढाता। कचमयों को परू ा करके दोबारा प्रयत्न करने को प्रेररत करता। राजा के व्यवहार से सभी खशु ि।े राजा की नावंे समदु ्र में हज़ारों मीि दरू जाती और उसका यश फै िाती। नयी बचस्तयााँ बसाते तिा व्यापार करत।े इस प्रकार राज्य दरू -दरू तक फै ि गया। इसी के साि राजा की कचिनाइयाँा भी बढ गयी। कभी राजा की नाव डूब जाती या हमिे का चशकार हो जाती, तो उसे तरु ंत सिू ना नहीं चमि पाती। कहीं भी खतरा या उत्सव हो, वहााँ सहायता भजे ने मंे या खदु जाने में दरे ी हो जाती। एक चदन राजा िादँा नी रात मंे सो रहा िा। उसने एक चवचित्र सपना दखे ा। िााँद अपनी बडी-बडी आखँा ों से दखे रहा है और राजा को सावधान कर रहा ह।ै जसै े - तमु ्हारे राज्य पर चकसी ने हमिा चकया ह,ै शीघ्र ही सहायता के चिए सने ा भजे ो। वह दखे ो, तमु ्हारे राज्य के पवू ि मंे उत्सव मनाया जा रहा ह।ै राजा ने सपने मंे ही िादाँ को धन्यवाद चकया। दसू रे चदन राजा ने अपना सपना दरबाररयों को सनु ाया। चफर हसँा ते हएु कहा- सपना शायद सपना ही रहगे ा। एक विृ दरबारी ने राजा की हसाँ ी के पीछे चछपी चनराशा को समझकर कहा- महाराज चनराश न हों। आपका यह सपना अवश्य सि होगा। धीरे-धीरे समय बीतता गया। अब न राजा रहा, न विृ दरबारी। आचखर वह चदन आ ही गया। जब राजा का सपना सि हो गया। आज सकै डों कृ चत्रम उपग्रह प्ृ वी की परर्रममा कर रहे ह।ैं आज के वि िादँा ही नहीं बचल्क अनेक कृ चत्रम उपग्रह धरती की आखाँ ों के समान ह।ैं कृ चत्रम उपग्रह सब दखे िते े ह।ैं समदु ्र में उिते तफू ान, धरती पर होने वािे तरह-तरह के चवस्फोि, यहााँ-वहााँ ििने वािे भयानक यिु , मौसम की जानकारी और खतरों से सावधान कर दते े ह।ंै ये पिक झपकते सदं शे ों को, चित्रों को, िेिीचवजन कायि्रममों को हज़ारों मीि दरू पहिुँा ाते ह।ैं इन उपग्रहों की नज़र बडी तेज़ होती ह।ै इनसे कोई बात चछपी नहीं रहती। इसचिए इनसे बचढया जाससू भिा कौन हो सकता ह।ै अब वे हमारे चिए चशक्षक का भी कायि कर रहे ह।ैं काश! आज वह राजा होता तो अपना सपना सि होता दखे चकतना खशु होता।  1. पाठ में चिए गए चित्रों के बारे में बातिीत करो। 58

उ. पाि के चित्रों में िादाँ को दखे ता हुआ राजा ह।ै नदी में बहती नाव ह,ै कृ चत्रम उपग्रह है तिा चडश एन्िीना द्वारा िेिीचवजन पर च्रमके ि मिै चदखाया जा रहा ह।ै चकसी मचं दर तिा बस का दृश्य ह।ै 2. इस पाठ का नाम ‘धरती की आखँ ंे’ क्यों रखा गया होगा? उ. हम अपनी आखाँ ों से सब कु छ दखे ते ह।ंै उपग्रह आसमान में घमू ते हंै और धरती के बारे में बहतु कु छ जानकारी दते े रहते ह।ंै इसचिए इस पाि का नाम धरती की आखँा ंे रखा गया होगा। अचतररक्त प्रश्न 1. राजा की तरह क्या आप भी सपने दखे ते हो? 2. अपना ऐसा कोई सपना बताइए चजसे आप परू ा करना िाहते हों, िचे कन असभं व िगता ह।ै 3. इस पाि से आपको क्या चशक्षा चमिती है? अ) पाठ पढो। कारण बताओ। 1. राजा के व्यवहार से सभी खशु िे, क्योंचक .................................................................. 2. उपग्रह सिमिु धरती की आखाँ ें ह,ंै क्योंचक .................................................................. उ. 1. राजा के व्यवहार से सभी खशु िे, क्योंचक वह काम करने वािों का उत्साह बढाता। 2. उपग्रह सिमिु धरती की आखँा ें ह,ंै क्योंचक धरती से संबचं धत सारी बातों की जानकारी रखते ह।ंै आ) पाठ पढो। इसचिए शब्ि का प्रयोग करते हुए वाक्य चिर से चिचखए। जैसे- 1. राजा के व्यवहार से सभी खशु िे। 2. वे राजा के चिए सब कु छ करने को तयै ार ि।े राजा के व्यवहार से सभी खशु र्े इसचिए वे राजा के चिए सब कु छ करने को तैयार र्े। 1. िाँाद ने राजा की सहायता की इसचिए राजा ने धन्यवाद चदया। 2. इन उपग्रहों की नज़र तजे ़ है इसचिए इनसे कोई बात चछपी नहीं रहती। अचतररक्त प्रश्न 1. बचल्क शब्द का प्रयोग करते हुए दो वाक्य बनाइए। उदा- असफिता पर चनराश नहीं होता बचल्क उनका उत्साह बढाता। ....................................................................................... ....................................................................................... 2. राजा के सपनों मंे िादाँ कै सा िा? 3. प्रयास, बचु िमान, सम्माचनत, उन्नचत, चशकार - पाि मंे आए इन शब्दों को पचढए। इनसे नए वाक्य बनाइए। अध्यापन संके त - कहानी को पढकर छात्रों से उपग्रह और अतं ररक्ष के सबं धं मंे प्रश्न पछू ें। उनके उत्तर की सराहना करते हुए चजज्ञासा का समाधान करंे। सनु ो-बोिो, पढो मंे चदए गए अचतररक्त प्रश्न छात्रों के ज्ञान को उजागर करने हते ु चदए गए ह।ैं 59

अचभव्यचक्त सृजनात्मकता अ) नीिे चिये गये प्रश्नों के उत्तर चिखो। 1. राजा की जगह यचि तुम होते तो क्या करते? उ. राजा की जगह यचद मंै होता तो अपने चमत्रों से सपनों के बारे में ििाि करता और उन्हें साकार करने मंे उनकी सहायता िते ा। 2. उपग्रहों के बारे मंे तुम क्या जानते हो? उ. जो ग्रह चकसी दसू रे ग्रह का ि्रम कािता ह,ै उसे उपग्रह कहते ह।ंै िन्द्रमा धरती का उपग्रह ह।ै उपग्रह कृ चत्रम भी होते ह।ंै मानव द्वारा बनाए गए ग्रहों को कृ चत्रम उपग्रह कहते ह।ैं राके िों द्वारा इन्हें अतं ररक्ष मंे भजे ते ह।ंै उनसे अनुसधं ान करके बहुत सारी जानकारी प्राप्त करते ह।ंै उपग्रह चकसी भी दशे की प्रगचत मंे सहायक होते ह।ंै आ) इस पाठ का सारांश अपने शब्िों मंे चिखो। (इस प्रश्न का उत्तर कृ पया चपछिे पषृ ्ठ पर दचे खए।) भाषा की बात अ) चनम्न चिचखत शब्िों के अर्थ चिखकर वाक्यों मंे प्रयोग करो। 1. प्रयास - कोचशश - मैं अच्छे अकं िाने का प्रयास करँा गा। 2. यश - कीचति - अच्छे काम करके राम ने यश कमाया। 3. उत्सव - त्योहार - भारत मंे िोग कई उत्सव मनाते ह।ंै 4. िादाँ - िन्द्रमा - रात मंे िााँद चदखाई दते ा ह।ै आ) कृ चत्रम उपग्रह हमारी सहायता करते हंै। वे हमारी क्या-क्या सहायता करते हैं? बताओ। जसै े - मौसम : हमें मौसम की जानकारी दते े ह।ैं सिू ना : हमें तफ़ू ान की सिू ना पवू ि ही दते े ह।ंै खचनज : भचू मगत खचनज पदािों की जानकारी दते े ह।ैं समािार : हमें चकसी भी चवषय मंे समािार दते े ह।ैं 60














































































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