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202110251-APEX-STUDENT-WORKBOOK-HINDI_SL-G08-FY

Published by CLASSKLAP, 2020-04-13 02:51:14

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उ. पाि के चित्रों मंे िाादँ को दखे ता हुआ राजा ह।ै नदी मंे बहती नाव ह,ै कृ चत्रम उपग्रह है तिा चडश एन्िीना द्वारा िेिीचवजन पर च्रमके ि मिै चदखाया जा रहा ह।ै चकसी मचं दर तिा बस का दृश्य ह।ै 2. इस पाठ का नाम ‘धरती की आखँ ंे’ क्यों रखा गया होगा? उ. हम अपनी आखँा ों से सब कु छ दखे ते ह।ंै उपग्रह आसमान मंे घमू ते हैं और धरती के बारे मंे बहुत कु छ जानकारी दते े रहते ह।ैं इसचिए इस पाि का नाम धरती की आखाँ ें रखा गया होगा। 3. िरबारी की जगह पर तुम होते तो राजा को क्या सझु ाव िेते? उ. विृ दरबारी की जगह मैं होता तो भी राजा को उत्साचहत करता और आगे बढने की प्ररे णा दते ा। सपने दखे ना अिग बात है और उसे साकार करना अिग बात ह।ै सपने साकार करने के चिए प्रयत्न करने िाचहए। जब मन िगाकर कोचशश करते ह,ंै तब सपने अवश्य ही सि होते ह।ंै 4. उपग्रहों को जाससू क्यों कहा गया होगा? उ. कृ चत्रम उपग्रह सब दखे िते े ह।ंै समदु ्र में उिते तफू ान, धरती पर होने वािे तरह-तरह के चवस्फोि, यहाँा-वहाँा ििने वािे भयानक यिु आचद से सबं ंचधत रहस्यों की जानकारी दते े ह।ैं इतना ही नहीं शत्रु की सैचनक तयै ाररयों के बारे में भी जानकारी दते े ह।ैं इसचिए (कृ चत्रम) उपग्रहों को जाससू कहा गया होगा। 5. ‘धरती की आखँ ंे’ पाठ का सारांश अपने शब्िों मंे बताओ। एक राजा िा। वह चनत्य नये सपने दखे ता और उन सपनों को दरबार के बचु िमान िोगों को सनु ाता। उन्हंे परू ा करने मंे उन की सहायता िेता। चकसी तरह की असफिता पर चनराश न होकर सब में उत्साह बढाता। कचमयों को परू ा करके दोबारा प्रयत्न करने को प्ररे रत करता। राजा के व्यवहार से सभी खशु िे। राजा के नाव समदु ्र मंे हजारों मीि दरू जाते और उसका यश फै िाते। नयी बचस्तयाँा बसाते। व्यापार करत।े इस प्रकार राज्य दरू -दरू तक फै ि गया। इसी के साि राजा की कचिनाइयाँा भी बढगयी। कभी राजा का नाव या जहाज डूब जाता या हमिे का चशकार हो जाता तो उसे तरु ंत सिू ना नहीं चमि पाती। कहीं भी खतरा हो या कहीं भी उत्सव हो वहाँा सहायता भजे ने में या खदु जाने में चविंब हो जाता। एक चदन राजा िाँादनी रात में सो रहा िा। उसने एक चवचित्र सपना दखे ा। िादँा अपनी बडी-बडी आँाखों से दखे रहा है और राजा को सावधान कर रहा ह।ै जसै े - तमु ्हारे राज्य पर चकसी ने हमिा चकया ह,ै शीघ्र ही सहायता के चिए सने ा भजे ो। वह दखे ो, तमु ्हारे राज्य के पवू ि में उत्सव मनाया जा रहा ह।ै राजा ने सपने मंे ही िादाँ को धन्यवाद चकया। दसू रे चदन राजा ने अपना सपना दरबाररयों को सनु ाया। चफर हसाँ ते हुए कहा- सपना शायद सपना ही रहगे ा। एक विृ दरबारी ने राजा की हसँा ी के पीछे चछपी चनराशा को समझकर कहा- महाराज चनराश न हो। आपका यह सपना अवश्य सि होगा। धीरे-धीरे समय बीतता गया। अब न राजा रहा, न विृ दरबारी। आचखर वह चदन आ ही गया। जब राजा का सपना सि-मिु सि हो गया। आज सैकडों कृ चत्रम उपग्रह प्ृ वी की परर्रममा कर रहे ह।ंै आज के वि िाँाद ही नहीं बचल्क अनके कृ चत्रम उपग्रह धरती की आखाँ ों के समान ह।ैं कृ चत्रम उपग्रह सब दखे िेते ह।ंै समदु ्र में उिते तफू ान, धरती पर होने वािे तरह-तरह के चवस्फोि यहााँ-वहााँ ििने वािे भयानक यिु में भी वे मौसम की जानकारी भी दते े हैं और खतरों से सावधान कर दते े ह।ैं ये पिक झपकते संदशे ों को, चित्रों को, िेिीचवजन कायि्रममों को हजारों मीि दरू पहिुँा ाते ह।ैं इन उपग्रहों की नज़र बडी तेज़ ह।ै इनसे कोई बात चछपी नहीं रहती। 67

इसचिए इनसे बचढया जाससू भिा कौन हो सकता ह।ै अब वे हमारे चिए चशक्षक का भी कायि कर रहे ह।ंै काश! आज वह राजा होता तो अपना सपना सि होता दखे चकतना खशु होता। अचतररक्त प्रश्न 1. राजा की तरह क्या आप भी सपने दखे ते हो? 2. अपना ऐसा कोई सपना बताइए चजसे आप परू ा करना िाहते हों, िेचकन असंभव िगता ह।ै 3. इस पाि से आपको क्या चशक्षा चमिती है? अ) पाठ पढो। कारण बताओ। 1. राजा के व्यवहार से सभी खशु ि,े क्योंचक .................................................................. 2. उपग्रह सिमिु धरती की आखँा ंे ह,ैं क्योंचक .................................................................. 3. काश! आज वह राजा होता तो खशु होता, क्योंचक .................................................................. उ. 1. राजा के व्यवहार से सभी खशु िे, क्योंचक वह काम करने वािों का उत्साह बढाता। 2. उपग्रह सिमिु धरती की आखाँ ें ह,ैं क्योंचक धरती से सबं ंचधत सारी बातों की जानकारी रखते ह।ंै 3. काश! आज वह राजा होता तो खशु होता, क्योंचक उसका सपना सि हो जाता। आ) पाठ पढो। इसचिए शब्ि का प्रयोग करते हुए वाक्य चिर से चिचखए। जैसे- 1. राजा के व्यवहार से सभी खशु ि।े 2. वे राजा के चिए सब कु छ करने को तयै ार िे। राजा के व्यवहार से सभी खशु र्े इसचिए वे राजा के चिए सब कु छ करने को तैयार र्े। 1. िााँद ने राजा की सहायता की। राजा ने धन्यवाद चदया। 2. इन उपग्रहों की नज़र तेज़ ह।ै इनसे कोई बात चछपी नहीं रहती। 3. वे मौसम को बहुत पहिे जान िेते ह।ैं आने वािे खतरों से सावधान कर दते े ह।ंै उ.1. िााँद ने राजा की सहायता की इसचिए राजा ने धन्यवाद चदया। 2. इन उपग्रहों की नज़र तजे ़ है इसचिए इनसे कोई बात चछपी नहीं रहती। 3. वे मौसम को बहुत पहिे जान िते े हैं इसचिए आने वािे खतरों से सावधान कर दते े ह।ैं इ) नीिे चिया गया चित्र िेखो। प्रश्न के उत्तर िो। 1. बच्िे चकस पर िढकर आसमान मंे जा रहे हंै? उ. बच्िे रॉके ि पर बैिकर आसमान में जा रहे ह।ंै 2. िंद्रमा को पृथ्वी का उपग्रह क्यों कहते हैं? उ. उपग्रह समदु ्र में उिते तफू ानों, धरती पर होने वािे चवचभन्न चवस्फोिों, यिु ों आचद की जानकारी दते े ह।ैं मौसम से आने वािे खतरों से सावधान कर दते े हंै। अतं ररक्ष और 68






























































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