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HINDI BOOK-NAZ

Published by pratik gandhi, 2016-10-19 09:09:29

Description: HINDI BOOK-NAZ

Keywords: HINDI BOOK-NAZ

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*** जादईु नीदॊ की तकनीक *** इस तकनीकभें आऩ दो घॊटे की फटढ़मा नीदॊ की भजा मसपण 10 मभछनट भे ही रे सकते हो । इसभे आऩको अऩने अधण जागतृ भनको स्व-छनदेश देने है । अऩनी सीट ऩय सीधा एवॊ ढीरे फेठकय, तीन रफॊ ी औय गहयी साॉस रे औय अऩनी आखॊ ोको धीये से फॊध कयरे । कपय स्वमॊ को छनदेश दे की, भै पऩिरी 1 मभछनट से फटढ़मा नीदॊ रे यहा हूॉ । कपय एक रफॊ ी एवॊ गहयी साॉस रे, औय भन भे कटहमे की भै पऩिरी 2 मभछनट से भजेदाय नीॊद रे यहा हूॉ । कपय एक रॊफी एवॊ गहयी साॉस रे, औय भन से कटहमेNAZ [100]

की, भै पऩिरी 4 मभछनट से फटढ़मा नीदॊ रे यहा हूॉ । इस तयह हय फाय एक रफॊ ी औय गहयी साॉस रे एवॊ अऩने भन से कटहमे, 8 मभछनट, 15 मभछनट, 30 मभछनट, 1 घटॊ ा औय 2 घॊटेसे एकदभ गहयी औय भजेदाय नीॊद रे यहा हूॉ । अफ 8 से 10 मभछनट तक मे कक्रमा कये फादभे एक रॊफी साॉस रेकय, अऩने दोनो हाथोकी हथेरीको थोड़ी देय तक अऩनी आखॊ ो ऩय यखखमे औय धीये से अऩनी आखॊ े खोर सकते हो। आऩको भेहससू होगा की आऩ 2 घटॊ े की गहयी नीदॊ से जागे हो ।NAZ [101]

रफॊ े सपय भे मे जादईु नीॊद का प्रमोग दो फाय से ज्मादा ना कये, तीसयी फाय आऩको एक घॊटे का ऩूणण पवश्राभ रेना चाटहमे ।13 ज्मादा रॊफी ड्राइपवगॊ भे सात-आठ घॊटे के फाद आधे घॊटे मा एक घटॊ ेका ऩूणण पवयाभ अवश्म कये । इस दोयान आऩ कोई ऩरगॊ मा ठीक जगह ऩय ऩूयी तयह से रेटकय आयाभ कये, इससे आऩकी शयीयकी अकड़न ढीरी ऩड़गे ी औय आऩ रयरेतस हो जाएगॊ े । कपय उठकय िे श होकय आगेकी सपय शरु ू कये । औय हो सके तो रॊफी सपयभंे अके रे ना NAZ [102]

छनकरंे, ककसी (ऩरयचचत व्मक्तत) को बी साथ रेकय सपय कयंे ।14 क्व्हकर भे रयवसण म्मकू ्जक, साइड राइट म्मूक्जक अवश्म रगामे, कई रोग इसे व्मथण सभजते है । रेककन इसे व्मथण ना सभजे । रयवसण म्मूक्जकसे जोखखभ कभ हो जाता है, एवॊ हभाया कामण एकदभ सयर हो जाता है ।15 ड्राइपवगॊ कयते सभम मह ध्मान यहे की ड्राइपवगॊ एकदभ सयर (Smooth) तयीके से कये। इससे आऩको थकान कभ होगी, औय आऩ रॉन्ग ड्राइव कय सकें गे औय उसका भिा रे सकें गे । औय आऩका भूड रॊफे सभम NAZ [103]

तक िे श यहेगा । ज्मादा तजे चराकय एकदभ ब्रेक भायना मा ज्मादा पऩकअऩ देकय जल्दी से गाड़ी को स्ऩीड भे राना, खतयो को फढ़ावा देता है । रूप & टफ़ ड्राइपवगॊ ना कये । इससे सभमका कोई अतॊ य नहीॊ ऩड़ता । आऩ जल्दी से थक जाओगॊ े औय आऩका भडू बी जल्दी से खयाफ हो जामे गा । हॊभेशा स्भूद, सयर एवॊ आनदॊ दामक ड्राइपवगॊ की आदत डामरमे ।16 ड्राइपवगॊ के सभम भोफाइर का उऩमोग ना कये अन्मथा मे आदत कबी बमानक ऩरयणाभ दे सकता है । इभजनण ्सीभे ब्र-ू टु थ का उऩमोग NAZ [104]

कये मा कपय गड्डी को साइड भें कयके फात कये ।17 जफ आऩ कोई फड़ी भुसीफतभंे हो मा आऩके ऩरयवायकी कोई तकरीप हो, औय आऩको क्व्हकर रेकय जाना ऩड़ता है तफ खुद ड्राइपवगॊ ना कये ककसी ड्राईवयको साथ रे जामे। इस सभम आऩका ध्मान ऩयू ी तयहसे आऩके भुसीफतों ऩय के क्न्द्रत होता है।18 क्व्हकरभे ईंधन की भात्रा ऩमापण ्त यखें, यास्ते भंे कही रुकावट ना आमे। औय प्राछनगॊ के साथ ऩेिोर/डीजर खतभ होनेसे ऩहरे औय आगेकी सपय को ध्मान भें यखते हुए, गड्डी NAZ [105]

भे ऩेिोर/डीजर ऩमापण ्त भात्रा भें बयवा रे।19 आऩ कही प्रवासका आमोजन कयके पे मभरीके साथ छनकरे हो तफ सकू े नास्ते औय खाने-ऩीनेकी आवश्मक चीज वस्तएु एवॊ जरूयी भडै डमसन अवश्म साथ यखें । प्रवासभें जरूयत ऩड़नेवारी सबी आवश्मक चीजोका फायीकी संे अवरोकन कये एवॊ उसका ऩणू ण आमोजन कयके सबी चीजों को साथ यखे। एवॊ प्रवास भें ऩरयवायजनो की ऩसदॊ -नाऩसॊद एवॊ कभजोयी को नजय-अदॊ ाि ना कयंे, उसका ऩणू तण ् आमोजन कये । प्रवास भंे फाहयी चीजों को खाने-ऩीने से NAZ [106]

ऩहरे ऩूयी सावधानी फयते । शधु ्ध, ताजा एवॊ सेहतभदॊ बोजन ही ग्रहण कयें ।20 गड्डी भे फेठकय औय स्टाटण कयते सभम इस सपयके मरमे सम्ऩूणण सयु ऺा, सयरता एवॊ आनॊददाछमताकी प्राथनण ा कये एवॊ NAZ के छनमभोको माद कयके सम्ऩणू ण पवश्वास के साथ ड्राइपवगॊ स्टाटण कये । इस प्राथनण ाको एक से अचधक व्मक्ततके एक साथ कयने ऩय, इस प्राथनण ा की शक्तत औय फढ़ जाती है । औय आऩ क्जस उद्दशे ्म से जा यहे हो, उसे माद कयो, औय भन भे देखो को आऩ ननक्श्चॊत सभम ऩय सहीसराभत वहाॉ ऩहुॉच गए हो, NAZ [107]

औय वहाॉ ऩहुचने के फाद आऩ अऩना कामण कय यहे हो, उसे भनोचचत्रण कयो।21 औय यास्ते भे कबी बी कही बी कु ि िोटा मा फड़ा हादसा होनेसे फच जाते है तफ भनभंे ही कु दयतका आबाय व्मतत कये, औय NAZ को माद कये । औय कु ि बी अघटटत होता है तफ बी कु दयतका आबाय व्मतत कीक्जमे आऩको उससे बी फड़े हादसेसे फचा मरमा, जसै े की िोय का झटका धीयेसे रगा । औय कु दयत के यीडम्ऩसन लसद्ाॊत का एहसास कीक्जमे । जसै े की हभायी आगेकी कोई कयनी होगी उसका पर हभ NAZ [108]

महाॉ चकु ा यहे है । उसको कोई नहीॊ टार सकता है । औय आगेकी अऩनी मात्रा जायी यखंे।22 ड्राइपवगॊ के सभम भनको एकदभ प्रपु क्ल्रत यखंे, अगय कोई स्िैस मा टेंशन है, तफ कु दयतको माद कयो औय सफ उसके हवारे िोड़ दे औय भन को टंेशन से भतु त कयके वतभण ानभे यहें ओय ड्राइपवगॊ कये ।23 अगय ड्राइपवगॊ के सभम कोई शायीरयक तकरीप भहसूस होती है, मा नैसचगकण प्रकक्रमा प्रेसय (नेचय कॉमरगॊ ) होती है तफ क्व्हकरको साइड ऩय रगाकय उसका छनयाकयन NAZ [109]

कीक्जमे, उसे ज्मादा सभम तक योककमे भत ।24 अगय कहीॊ आऩको रुकना है तफ अऩना क्व्हकर ठीक एवॊ सयु क्षऺत जगह ऩय ऩाकण कये, ताकक आऩका क्व्हकर सयु क्षऺत यहे औय ककसीको कोई ऩयेसानी ना हो।25 सबी गाडडमोंकक अऩने वाहन चारकके आदतके अनसु ाय सेटटगॊ हो जाती है । मदपऩ ककसी औय का क्व्हकर अऩनी आदतों से चरानेकी कोमशश ना कये । क्व्हकर चारकसे उसके सेटटगॊ का ऩता कयरे औय सुयक्षऺत ड्राइव कयें । NAZ [110]

26 क्व्हकरके साथ अऩनी बावनात्भक एनजी जोडड़मे, जो आऩको हयऩर सुयऺा, सयरता औय आनदॊ भम सवायी कयाता है । क्व्हकर ऩय सवाय होकय गड्डी स्टाटण कयके , क्स्टमरयगॊ ऩय दोनों हाथ यखकय आखॊ े फधॊ कयके एक मभछनट के मरमे भन भे कटहमे की, भेया मह क्व्हकर भुजे हॊभेशा सुयक्षऺत, सयर एवॊ आनदॊ दामी सपय कयवाता है । मह क्व्हकर भेये जीवनभे भेयी प्रगछत के मरमे सहामरूऩ है । भें भेये मह क्व्हकरको टदर से चाहता हूॉ ।27 गड्डी के भेइॊटेनन्स (सभायकाभ) के प्रछत कबी उदासीन ना यहे, उसे तयु ॊत NAZ [111]

ठीक कयवारे, मा उसके स्ऩयै -ऩार्टणसफदरवाके , अऩनी सुयऺाकोप्राथमभकता दे । खचोको चचन्ता काकायण ना फनामे ।28 गड्डी के एवॊ थडण ऩाटीका फीभाकवचको खतभ ना होने दे, ड्मू डटेके ऩहरे इसे यीन्मू कयवारे । इससेआऩ बपवरमभंे फड़े खचे से फचसकते है । औय भानमसक टेंशन बीखतभ हो जाता है ।29 गड्डीकी आमु खतभ होनेसे ऩूवण उसेफेच दे । अऩनी सयु ऺा को देखखमे,गड्डी औय अऩनी बावनात्भक यवमै ोंको िोड़ दे । गड्डी हभायी सपु वधा केNAZ [112]

मरमे है, उसे स्टेटस मा खचो का घय भत फनाइमे ।30 गड्डी चराते वतत, गड्डी हभे कु ि कहती है, उसे भेहसूस कीक्जमे, उसे नजय अदॊ ाि ना कीक्जमे, वो गड्डी अऩनी तकरीफ़ों के प्रछत आऩका ध्मान आकपषतण कयना चाहती है। उसका तुयॊत इराज कीक्जमे, आऩकी सुयऺा हेतु ।31 इस दछु नमाभंे िाकपक सेन्स होना जरूयी है । रेककन जफ आऩ ड्राइव कयते हो, तफ आऩको कई तयहके रोग िाकपक मसस्टभभें मभरेंगे औय आऩको हय ऩर एसा भेहससू होगा, की साभने वारेभें िाकपक सेन्स नहीॊ NAZ [113]

है, औय आऩको फहुत गसु ्सा आ जाता है, औय आऩका भन फेचेन हो जाता है, औय आऩ कु ि सभम तक उसी पवचायको रेकय गड्डी चरा यहे होते हो, रेककन उस पवचायको तयु ॊत ही भनसे छनकारके ऩहरे की तयह शाॊछतसे ड्राइव कयना चाटहमे । मह एक भहत्वऩूणण फात है, औय इसे आऩको आदत भे राना है । इस मरमे आऩको हययोज 40 मभछनट के मरमे NAZ भेडडर्ेसन एवॊ NAZ सयर प्राणामाभ औय NAZ व्मामाभ की आदत डारनी होगी ।32 गड्डीभें इभयजन्सी (आऩातकारीन) हचथमाय एवॊ प्राथमभक आवश्मक NAZ [114]

दवाइमा अवश्म यखें तमोकक आऩातकारीन क्स्थछतभंे गड्डीभें कही आऩ पॊ स जाते हो तो फाहय छनकरेभें भदद मभरें, औय प्राथमभक सायवाय अऩने आऩ कय सकें ।33 गड्डीभें ऩेसजंे य मा भार-साभान, गड्डीके के ऩेमसटी के अनुसाय बरयमे, ताकक गड्डी की आमु कभ ना हो एवॊ कोई आकक्स्भक घटना ना हो।34 गड्डी चराते वतत अऩने आऩको एकदभ स्वस्थ यखें एवॊ अऩना आनटॊ दत भडू फनामे यखे । इस भूड को फनामे यखनेका आधाय है, अऩना स्वास््म । अगय अऩना स्वास््म NAZ [115]

एकदभ चसु ्त एवॊ तदॊ यू स्त होगा, तफ अऩने आऩ अऩना भूड ठीक यहेगा । इसलरमे इस ककताफभे स्वस्थ यहनेके लरमे फताई गई र्ेकनीक का हय टदन प्रमोग कये । औय भूड ठीक होनेका दसू या आधाय है, सभम, हारात एवॊ आऩका स्वबाव। भूड का आधाय प्रकृ छत ऩय ज्मादा छनबयण कयता है । इस ब्रहभाडॊ की सबी चचजे कु दयत ऩय छनबयण कयती है । औय कु दयतके क्रभ के अनुसाय वह अऩने आऩको ढार रेते है । जेसे की सबी प्राणी जगत, वनस्ऩछत आटद, वह कु दयतNAZ [116]

के आधीन हो जाते है औय ऩरयक्स्थछत को सह रेते है । रेककन भनुरम ही एक एसा अऩवाद रूऩ जीव है की वह कु दयत द्वाया प्राप्त अनभोर बंेट, (फधु ्धी) द्वाया अऩने आऩको कोईबी भौसभभे कोई बी ऩरयक्स्थछत भे अऩना धैमण फनामे हुए अऩने भडू को सधु ाय सकता है । कु दयतने इॊसान को अनभोर वयदान टदमा है की, वह अऩनी फुध्धीका इस्तभे ार कय सके । औय कोई बी ऩरयक्स्थछत से वह अऩने आऩको फाहय छनकार सके । अऩनी फुध्धी औय कौशल्मका सदऩु मोग कयके वह अऩनी कोईबीNAZ [117]

भॊक्िर हाॊसीर कय सकता है, रेककनफुध्धीका दरु ुऩमोग कयके अऩनेकोस्वमॊ औय दसू योंको हानी ऩहुॊचासकता है, अऩना सवनण ाश कय सकताहै ।35 हॊभेशा ड्राइपवगॊ के सभमAttention भे यहें ताकक Tensionआऩके ऩास ना आ सके । भतरफकी ड्राइपवगॊ के सभम ऩयू ा ध्मान /पोकस ड्राइपवगॊ ऩय यहे औय िाकपकमसस्टभकी भवू भेंटको छनयीऺण कयतेयटहमे । आगे जा यहे क्व्हकरकीभवू भंेटसे अऩना जजभेंट रे औयऩमापण ्त दयू ी फनामे हुए ड्राइपवगॊ कयंे ।ड्राईवय की सीट के आस-ऩास कीNAZ [118]

गछतपवचध ऩय ध्मान ना दंे, जेसे गड्डीभे फैठे अन्म व्मककतके प्रछत आऩका फाय-फाय ध्मान जाना, औय यास्ते ऩय से फाय-फाय निय हटाना, औय रॊफी देय तक यास्ते ऩय से निय हटाना अच्िी फात नहीॊ है ।36 फड़े आवािभे गाना फजाना बी अच्िा नहीॊ है । भीडडमभ औय भधुय आवािभे गाना फजाना चाटहमे । औय गाने बी एसे मसरैतट कये क्जससे आऩको नीॊद ना आमे, औय डडस्को टाइऩ का गाना बी सपयभें ना सुने, एसे गाने से गड्डी स्ऩीड अऩने आऩ फढ़ सकती है । डडस्को NAZ [119]

थकै जेसे गानो भन को जल्दी से प्रबापवत कयता है ।37 जफ आऩ ड्राइपवगॊ कय हये हो, तफ कबी ककसी औय क्व्हकर से येस ना कयो । कबी कबी दोस्तो के कहने ऩय एवॊ कबी कबी फच्चोके कहने ऩय एसा जोखखभ कबी ना कयें । सभजदायी सें ड्राइपवगॊ कये ।38 आऩ रयतशा मा टेकसी ड्राईवय है, तफ आऩकी क्िम्भेदायी औय बी फढ़ जाती है, आऩको ऩेसजंे य ढूॉढनेके मरमे फाय फाय क्व्हकर योकना ऩड़ता है, एवॊ फाय-फाय आऩको िाकपक मसस्टभसे अदॊ य आना ऩड़ता एवॊ िाकपक NAZ [120]

मसस्टभसे फाहय जाना ऩड़ता है, इसी मरमे आऩ कबी शॉटण ब्रेक ना रगामे, एवॊ दो क्व्हकर के फीच भाक्जनण यखे।39 जफ आऩ स्ऩीड से ड्राइपवगॊ कयते हो तफ शॉटण ब्रेक का इस्तभे ार ना कये, इससे आऩकी गड्डीका सॊतुरन नहीॊ यहता एवॊ ऩीिे से आ यहे क्व्हकरका ड्राईवय, जल्दी से जजभेंट रे नहीॊ ऩाते है औय अकस्भात कय देते है । आऩ हॊभेशा आगे वारे क्व्हकरसे दयू ी फनामे यखें औय ताकक शॉटण ब्रेक की जरूयत ना ऩड़े ।40 जफ आऩ आगेकी गड्डीसे ओवयटेक कयना चाहते है, तफ उसके आगे जा NAZ [121]

यहे क्व्हकरकी दयू ी अथवा साभने आ यहे क्व्हकर एवॊ आऩके क्व्हकरभें ऩमापण ्त भाक्जनण यहना चाटहमे, एकदभ तरोि भाक्जनण ऩय ओवयटेक कबी ना कयंे ।41 जफ आऩ कही गॊतव्म स्थर ऩय जाना चाहते हो, औय उस स्थर, एवॊ वहा तक ऩहुचनेका यास्ता भन भें तम कयरें, औय उसका ऩयू ा नतशा आऩके भन भें तमै ाय कय रंे । वहा तक ऩहुचनेके औय बी यास्तेकी जानकायी यखखमे, ताकक आऩ उस स्थर तक आसानीसे ऩहुॉच सको, एवॊ ईभयजन्सीभंे औय यास्ते का उऩमोग कय सको । NAZ [122]

42 जफ जफ आऩ ड्राइपवगॊ स्टाटण कयते हो, तफ तफ अऩने आऩसे कटहमे की, ड्राइपवगॊ के सभम एकदभ िे श यहेता हुॊ, भजु े नीदॊ नहीॊ आती है, औय भें नीदॊ का प्राछनगॊ कय रेता हूॉ। औय इसे आऩकी भान्मता फना रीक्जमे । कपय बी अगय रफॊ े सपयभे नीदॊ भेहससू होती है, तफ जादईु नीॊद तकनीकका प्रमोग कयंे ।43 अऩने भनको हॊभेशा शाॊत औय छनभरण फनानेके मरमे मह टेकनीक का प्रमोग कये । हययोज सुफहभें जफ कु दयत के साभने प्राथनण ा कयते वतत भन भे ही कटहमे की ; NAZ [123]

क्जसने भजु े जाने-अनजाने भे दखु ऩहुॊचामा है, भेया अऩभान ककमा है मा भुजे नु़सान ककमा है, भंे उन सफको बफना ककसी ितो के साथ टदर से भाप कयता हूॉ । इससे आऩके भनभंे ककसी व्मक्तत के प्रछत धणृ ा है, औय जफ उस व्मक्तत के आऩके साभने आते ही आऩका भन व्मचथत हो जाता है, औय आऩको गुस्सा आ जाता है, वह शातॊ हो जामेगा औय आऩका भन छनभरण हो जामेगा । अफ एसी जो बी व्मक्तत है, उसका चेहया आऩके भनभे रामे, औय एक एक कयके सफको भाप कयते यटहमे,NAZ [124]

ऐसा तफ तक करयमे, जफ कपय कबी वह व्मक्तत आऩके साभने आने ऩय बी आऩका भन शाॊत यहे ।44 अकस्भात होने की भुख्म वजह भे शायीरयक सभस्मा एक है। हभे हैल्थ को अच्िी फनाने के मरमे, कोई बी सयर प्राणामाभ एवॊ व्मामाभ कयना है। अकस्भात की वजह भे कभजोय द्रक्रट भखु ्म वजह है । द्रक्रटको सफर फनानेके मरमे व्मामाभ इस सीडी भे फतामा गमा है जो इस वेफ साइट ऩय िी भे उऩरब्ध है । इसके अरावा द्रक्रटको ऩावय पू र फनानेके मरमे एक औय तकनीक महा दी गई है, उसका हययोज अभ्मास NAZ [125]

कयंे, औय अऩनी आखॊ ोकी द्रक्रट को सफर फनामे । आऩ सीधे औय आयाभसे फेटठमे । अऩने दोनों हाथ की ऩहरी उॊ गरी दोनों आखॊ ोके साभने सभान अतॊ य ऩय यखखमे । अफ आऩकी नजय को दोनों उॊ गरी के फीच, दयू की कोई चीज ऩय क्स्थय कयें । औय नजय हटामे बफना दोनों उॊ गरीको देखंे । दोनों उॊ गरी नजय हटामे बफना आऩको स्ऩस्ट टदखेगी। तमोकक दोनों उॊ गरीओ का प्रछतबफफॊ , निय हटामे बफना, आऩका भन देखता है । अफ नजय हटामे बफना, दोनों उॊ गरी केNAZ [126]

फीच का अतॊ य फढ़ामे । कपय निय हटामे बफना, दोनों उॊ गरी देखनेका प्रमास कये । आऩको दोनों उॊ गरी स्ऩस्ट टदखनी चाटहमे । जफ तक दोनों उॊ गरी स्ऩस्ट टदखती है, उस उॉ गमरमो के फीच का अतॊ य धीये धीये फढ़ाते जाइमे । जफ दोनों उॊ गरी स्ऩस्ट रूऩसे टदखना फॊध हो जामे, वहाॉ रुककमे। जफ दोनों उॊ गरी नजय हटामे बफना स्ऩस्ट नहीॊ टदखती, तफ उस उॉ गमरमो को ऊऩय-नीचे टहरामे । धीये धीये वह उॊ गरी स्ऩस्ट टदखने रगेगी । उस तयह उॉ गमरमो के फीच का अतॊ य फढ़ाते जाइमे ।NAZ [127]

औय अतॊ भे दोनों उॉ गमरमो को औय दोनों आखॊ ो को एक सीधी राइन भे यखखमे, माछन दोनों उॉ गमरमो औय दोनों आखॊ े 180 डडग्री की राइन ऩय यखखमे । अफ नजय सीधी यखकय, दोनों उॊ गरीको देखनेका प्रमास कये । जफ दोनों उॊ गरी स्ऩस्ट ना टदखे तफ दोनों उॊ गरीको टहराकय देखने का प्रमास कये । जफ 180 डडग्री की राइन ऩय यखी दोनों उॊ गरी स्ऩस्ट टदखने रगे तफ आऩकी आखॊ ोका द्रक्रट ऩावय धीये धीये फढ़ने रगेगा । इस तकनीक का अभ्मास कयनेकी आदत डारे, औय आऩकी आखॊ ो की द्रक्रटको तेज फनामे । आखॊ ो काNAZ [128]

द्रक्रट ऩावय ड्राइपवगॊ भंे कोई बी जजभंेट रेने भंे सहामक होता है ।45 आऩकी उॊ चाइ, वजन ओय के ऩेमसटी के अनुसाय क्व्हकरकी ऩसदॊ गी कयनी चाटहमे । क्व्हकरकी उॊ चाइ ओय वजनके अनुसाय क्व्हकरकी ऩसदॊ गी कयें ताकक आऩका कन्िोर क्व्हकर ऩय फना यहंे ।46 हॊभेशा सभमसे ऩहरे ऩहुॊचने का प्राछनगॊ कयें । िावेमरगॊ सभम, यास्ते की रुकावट ओय अन्म त्मोको ध्मानभंे यखते हुए ऩमापण ्त सभम भाक्जनण यखके मात्राका आमोजन कयें।47 जफ हभ ऩरयवायके साथ मा मभत्रोके साथ प्रवासका आमोजन कयते है, तफ NAZ [129]

हभ ककयामें का क्व्हकर ओय अन्म ड्राइवय को साथ रे जाते है । तफ ऩहरे जाचॊ कयरे की ड्राइवय के ऩास ऩतका ड्राइवीगॊ राइसन्स है की नही ओय वह अनबु वी व सभजदाय है के नहीॊ ? इस वतत हभायी क्जदॊ गी ऩुयी तयहसे ड्राइवयके बयोषे होती है, तफ हभायी जवाफदायी फनती है की हभ ऩुयी तयहसे ड्राइवय को सहमोग दें । ओय उससे ऩरयवायके सभ्मकी तयह वतावण कयंे । ***********************NAZ [130]

नई सोचअकस्भात (पवस्ततृ अथ)ण कोईआकक्स्भक घटना नहीॊ है । वो कही नाकही हभायी सोच औय भान्मताओॊ काऩरयणाभ है । तमोकक कोई बी पवचायमा घटना सफसे ऩहरे टदभागकी भशीनभे फनती है, फाद भंे वह हकीकत कारूऩ धायण कयती है । क्मोकक ऐसी कईभान्मतामे फयसो से चरी आती है, औयउन्हे हभने बफना जाॉचे अक्सय भान रीहै । कोई एक की भान्मतामे दसू यों ऩयरागू नहीॊ होती । क्मोकक हयेक घर्नामा अकस्भातभें अरग अरग ऩहरू कामाकयते है ।NAZ [131]

हभायी सोचभे सफसे कभजोय कड़ी है,अधॊ श्रद्धा । हभने कई एसी अधॊ श्रद्धाकोअऩने जीवनकी प्रणारी फना री है ।जसै े की शकु न अऩशकु न । शबु औयअशबु भहु रुत । दोस्तो जीवन की दोफड़ी घटनामे जसै े की जीवन औय भतृ ्मुके मरमे कोई शबु औय अशबु भुहरुतनहीॊ होता । सबी सजीव कु दयतका एकसजनण है, औय भनरु मके अरावा कोईसजीव शकु न-अऩशकु न, शबु -अशबु भेनहीॊ भानता, रेककन कु दयत केछनमभोका ऩारन कयता है, औय अऩनीक्जदॊ गीका छनवाणह कयता है । दोस्तो हभबतू कारकी औय वतभण ानभे हुई कईघटनाओको ऩुनयावतनण कयके , जानेNAZ [132]

अनजाने भे उन्हे हभाये जीवन भेंआकपषतण कयते है, औय आकषणण काछनमभ उसी घटनाओको आऩके जीवनभे राने का कामण कयता है ।हभाये सोचकी दसू यी कभजोय कड़ी है,दसू येने कहा तो ठीक ही होगा । हभज्मादा सोचने ऩय फर नहीॊ डारते ।औय हभ दसू ये की सोच को अऩनीभान्मतामे फना रेते है । जो अकस्भात हभाये जीवन भंेहुआ नहीॊ है, औय होने की सॊबावना बीफहुत कभ है, उसे फाय फाय माद कयकेहभ उसे हभाये जीवन भंे आने कान्मोता देते है ।NAZ [133]

हभने हभाये जीवनको फहुत साये फॊधनोसे फाधॊमरमा है, मे कयना चाटहमे मे नहीॊ कयनाचाटहमे ।दोस्तो मे क्जदॊ गी एकदभ सयर है, औय उसेउरजन बयी व्मवस्थाभे भत डारो । मसपणअऩनी कोभन सेंस का उऩमोग कयो ।दोस्तो हभ भनुरम 99 % फपु द्धका प्रमोगकयते है, रेककन संेसका प्रमोग 1 % कयतेहै।अन्म सजीव 1 % फपु द्धका प्रमोग कयते है,औय 99 % ससें का प्रमोग कयते है ।दोस्तो हभे हभाये जीवनकी सोच को फदरनीऩड़गे ी । हभ कु दयत के छनमभो के अधीनअऩनी क्जदॊ गी को स्वस्थ, सुयक्षऺत, सयरऔय आनॊटदत फना सकते है ।NAZ [134]

ननजी बगवान ( Personal God )जफ आऩ कोई भन्नत भानते हो माव्रत–ऩजू ा कयते हो मा ककसी शक्तत ऩयआस्था यखकय उस की ऩूजा कयते होओय उसे अऩना सफ कु ि भानते हो तफतमा प्रोसेस होती है ।उऩय दी गई ऩरयक्स्थतीमों भें जफ आऩऩयु ी श्रध्धा औय रगनी से उसे ऩजू ते होतफ आऩकी मह भान्मता आऩके सुऩयभनभंे एकदभ पीट हो जाती है ओयआऩका सऩु य भन आऩकी भान्मताओॊ केअनुसाय कामण कयना शरु ु कय देता है,औय आऩको इस के भुताफीक ऩरयणाभNAZ [135]

प्राप्त होते है । रेककन महाॊ आऩ भाननेरगते हो की आऩको उऩय भुजफ कीव्रत – ऩजू ा मा पवचध की वजह से राबहुआ है औय आऩ उस व्रत – ऩजू ा मापवचध के मरमे फहुत खचण कय देते हो,औय कबी-कबी व्रत – ऩूजा मा पवचध भंेआऩ इतना पॊ स जाते है की आऩको माआऩकी पे मभरी को आचथकण नुकसान माशारययीक मातना का मशकाय फननाऩडता है। कोई आऩकी मा क्स्थती कागेय राब उठाता है ।रेककन आऩको जो ऩरयणाभ लभरा है वह तोआऩकी अॊदरुनी िक्क्त की वजह से प्राततहुआ है, आऩने जो भाना औय आऩके सुऩयभनने वसै ा कामा आमोजन ककमा औय आऩकोआऩकी इच्छा अनुसाय पर प्रातत हुआ ।NAZ [136]

आऩ अऩने आऩ, अऩनी भयजी से औयअऩने आत्भसॊतोषके मरमे व्रत, ऩजू ा,पवचध, उऩवास मा प्राथनण ा कयते हो तोकयो, रेकीन कोई कहे की मह पवचधकयनी ऩडगे ी, ओय उससे आऩके द:ु खदयु होंगे ओय आऩ सखु ी होंगे तफ आऩएरटण हो जाईमे औय उससे दयु यटहमे।तमों कक कोई बी इच्िाके भुताफीक परऩाने की शक्तत आऩके अदॊ य िु ऩी हुईहै, आऩका सुऩय – भन आऩ का खुदका छनजी बगवान है, औय वह आऩकीसायी ईच्िामे कोई बी व्रत, ऩजू ा,उऩवास मा पवचध के बफना ऩुयी कयसकता है । आऩके भनकी शक्ततमोंकोऩहेचानीमे औय बफरकु र भफु ्त भें आऩकेNAZ [137]

सुऩय भनकी शक्ततमोंका उऩमोग कयकेआऩकी ईच्िाओको ऩुणण कयंे।जफ आऩ कीसी सभस्मा का साभनाकयते हो मा आऩके छनधायण ीत ककमे हुएकामभण े रुकावट आती है तो अतॊ भेआऩको रगता है की कोइ ग्रह कीभनोदशा मा कोइ अधुयी आत्भा कीवजह से आऩके कामभण े रुकावट आ यहीहै। तफ आऩकी सायी सभजशक्ततफीरकु र खतभ हो जाती है । ओय आऩउस हर के फाये भे सोचते है जो पवचधपवधान द्राया ऩणु ण होता है, ओय आऩअधॊ श्रध्धा के भागण ऩय चरे जाते हो ।NAZ [138]

रेकीन आऩ के कामण की रुकावट आऩनेऩहेरे ककमे हुए कामण के वजहसे हो यहीहै अथवा आऩ अमब जो कामण कय यहे हैवह बफना प्राछनगॊ ओय दीशा हीन हो माअन्म कोइ बी कायण हो सकता है ।इसमरमे आऩको आऩके अधुये कामोकाअवरोकन कयना चाटहमे ओय उसके भरुतक ऩहुॊचनेका प्रमास कयना चाटहमे कीवह कौन सी वजह है जीससे आऩकेकामण अधयु े यहते है ।मदी आऩ कीसीमब अधुये कामण ऩुणण नहीॊहोनेके भरु तक ऩहोंचनेकी ऺभता ग्रहण कयरोगें तफ आऩ हॊभेशा वह सबी कायण अऩनेआऩ जान सकोगें, जीससे की आऩके कामणअधयु े यहते है । जो आऩको अधयु े कामण ऩणु णकयनेभे भदद कयंेगें ।NAZ [139]

Goal Setting For Life Time Be Healthy, Safe, Easy And Cheerful.NAZ [140]

दोस्तो अकस्भात की क्मा वजह हो सकती है ?01 नजय की कभजोयी02 शायीरयक सभस्मा03 टेन्सन, गसु ्सा, आरस, फदरे की बावना04 पवचायों की श्रखुॊ रा / गरत भान्मतामें05 गरती औय फेदयकायी06 अधॊ श्रद्धा07 आदत08 डय09 शक / सशॊ म10 आत्भपवश्वास की कभी11 अव्मवस्था12 साभने वारा अकस्भात कयता है- भान्मता13 वेटहकर का प्रोब्रेभ14 दॊगा - पसाद (फचना है)**15 कु दयती घटनाए (फचना है)**दोस्तो, एक फात अऩने भन भे ऩक्की कयरों, कीक्जसकी कोई वजह होती है, उसका हर जरूय होता है । Solution is shadow of Problemऊऩय की सबी वजह भे लसपा हभे उसका हर ढूॉढना है,औय उस सबीका हर इस ऩसु ्तक भंे टदमा गमा है । NAZ [141]

अफ आजसे कु दयतसे भागॊ ने का ऩुयानाअदॊ ाि फदरना होगा । आज तक हभकु दयतसे मह कहते थे, हे प्रबु, भुजे धन-दोरत दे दे, भेयी यऺा कयना, भुजे भापकयना, भजु े ऩयीऺाभे ऩास कय देना, भेयामह काभ होगा तफ भे तुम्हंे नारयमरचड़ाऊॊ गा, 250 ग्राभ प्रसाद करूॊ गा, भन्नतकयते है ।“ कु दयत हभे कहेता है की इस दनु नमा भें तये ाक्मा है, जो तू भजु े दंे यहा है, भेयी फनाई हुईचीज तू भुजे दंे यहा है। भेया फनामा हुआ इॊसानआज भुजे फना यहा है । अगय देना है तो, तये ाववश्वास भुजे दंे, तये ी बक्क्त भुजे दंे, ककसी कोऩयेिान ना कय औय तू सदा प्रसन्न यहे मे हीभेयी गजु ारयि है । ” NAZ [142]

“आजसे कु दयतसे हभ नमे अदॊ ािसे प्राथनाकीशरुआत कयेंगें ।”कहते है, खुशाभत तो खुदाको बी प्मायी है।प्रसॊशा प्रबुकी प्मायी है । अफ हभे, हभायेऩास जो नहीॊ है, उसके मरमे हाथ पै रानानहीॊ है । रेककन हभाये ऩास जो है, उसकेमरमे कु दयत का आबाय भानना है ।है कु दयत, भे टदरसे आबाय व्मक्त कयताहूॉ, की तूने भुजे यहने को अच्िा घय टदमा,सॊस्कायी ऩरयवाय टदमा, अच्िे फार-गोऩारटदमा, अच्िी आभदनी दी, अच्िी नौकयीदी, अच्िी मशऺा दी , अच्िा स्वास््मटदमा, हय ऩर सुयऺा दी, सखु , सभदृ ीऔय शाॊछत दी, औय क्जदॊ गी जीनेका सहीअदॊ ाि मशखामा । NAZ [143]

हे प्रब,ु भे सफसे ज्मादा खिु हूॉ की भुजेभनषु ्म अवताय लभरा है, औय भनुष्म कोफवु द् का वयदान लभरा है। औय फुवद् काउऩमोग कयने की स्वतन्त्रता लभरी है ।औय भनुष्म को गभ बरु ाकय खिु यहने केलरमे हॊसने का उऩहाय लभरा है, जो ककसीअन्म जीव के ऩास नहीॊ है । इस प्रकायकु दयतकी प्रसॊशा कयनेसे कु दयत की कृ ऩाहभाये ऩय फढ़ जामेगी । हभाया अऻात भनफहुत प्रसन्न होगा, हभाया अऻात भन(SUPER MIND) जफ प्रसन्न होगा, तफवह इन सबी इच्िाओ को वास्तपवकताभेंफदरने की कोमशश कयेगा औय जो हभायेऩास है, उसका अनेक गुना होने रगेगा । औय मही तो हे इस NAZ का याज । NAZ [144]

हभ जफ स्वास््म, सयु ऺा, सुख औयशाछॊ तके मरमे कु दयतकी प्रसॊशा कयंेगे तोअऻात भन, उसे वास्तपवकताभंे फदरने कीकोमशश कयेगा औय हभे कई गुना अचधककयके देगा । क्जसके फायेभे हभ सोचंेगेऔय हभायी क्जदॊ गीभंे आकपषतण कयंेगे, वहहभायी क्जदॊ गी भे फढ़ता जामेगा । इसप्रकक्रमा को हभे फाय-फाय, हय फाय दोहयानाहै, क्जससे मह प्रकक्रमा हभाये अऻात भनभेफयाफय कपट हो जामे । अफ जफ हभ कहीऩय बी भटॊ दय, भक्स्जद, चचण मागुरुद्वायाभें, मा अऩने घयभंे कु दयतसेप्राथनण ा कयेंगे, तफ इसी तयह से कयंेगे ।औय सदा प्रसन्न यहने की आदत डारंेगे । NAZ [145]

“ हे कु दयत, भे आऩका आबायी हूॉ, औयटदर से आऩका धन्मवाद अदा कयता हूॉ,की भे औय भेया ऩरयवाय, यीस्तदे ाय, लभत्रोओय सलब रोग एवॊ हभाये टहतो की हयतयहसे, हय जगह ऩय, हय सभम ऩय ओयहयेक ऩरयक्स्थती भे, सम्ऩूणा सयु क्षऺत यखनेके लरमे, सम्ऩूणा स्वस्थ यखने के लरमे,सम्ऩणू ा खुि यखने के लरमे औय भेयी हयसपय सयु क्षऺत, सयर औय आनॊदभमफनानेके लरमे भे आऩका सुक्रगजु ाय हूॉ । ” NAZ [146]

इस प्राथनण ा को आऩकी हययोज की आदतफनाइमे । हययोज सफु ह कु दयत को प्राथनण ा के सभम । इस प्राथनण ा के सभम भन को पवचायो से भुतत कयके एकदभ छनभरण फना दे, औय कपय मे प्राथनण ा कीक्जमे, आऩको आऩके टदर की ध कन सनु ाई देगी, तफ इसका असय होना शरु ू हो जामेगा। जफ सुफह की शरु ुआत कयते सभम क्व्हकर स्टाटण कयते सभम। यास्ते भे जफ कोई बी िोटा – फड़ा हादसा होने से फचे तफ इसे माद कये मा, NAZ [147]

 यास्ते भे जफ बी कोई बी िोटा – फड़ा हादसा देखंे मा सुने तफ इसे माद कये । जफ कबी ऐसे ही फठै े हो औय NAZ की माद आए तफ उसे दोहयाओ । हयेक सपय ऩूणण होने के फाद औय सही जगह ऩय सही सराभत ऩहूॊचने के फाद मह प्राथनण ा कयंे । हययोज यात को सोने से ऩूवण मह प्राथनण ा कयंे । भन भे हययोज, एक एहसास का अनुबव कीक्जमे की एॊजर/कु दयत हॊभेशा आऩकी साथ है, औय हय ऩरयक्स्थछत भे आऩकी हय तयह से यऺा कयते है। आऩकी 24 घॊटे, 365 टदन, आऩकी क्जदॊ गी के हय ऩर भे आऩका ख्मार यखता है । औय NAZ [148]

इस एहसास कयते वतत भन को एकदभ शाॊत कयरे एवॊ कु दयत ऩय बयोषा यखंे । भन भे कोई शकॊ ा कु शकॊ ा के वाईयस को आने ना दे । अगय कोई शकॊ ा उत्ऩन होती है औय नकायात्भक पवचाय आते है तफ उस पवचाय को भन भे ही कटहमे; के न्सर.............के न्सर...............औय कपय अऩना ऩॉक्ज़टर्व (हकायात्भक)बाव उत्ऩन कीक्जए की मह ववचाय व्मथाहै, मह ववचाय भेये लरमे नहीॊ फना है, भंेइस ववचाय से सहभत नहीॊ हूॉ, भंे इसववचाय का खॊडन कयता हूॉ । भें सुयक्षऺत हूॉ,स्वस्थ हूॉ औय खुि हूॉ, भजु ऩय कु दयत कीऩयभ कृ ऩा है । NAZ [149]


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