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HINDI BOOK-NAZ

Published by pratik gandhi, 2016-10-19 09:09:29

Description: HINDI BOOK-NAZ

Keywords: HINDI BOOK-NAZ

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सुववचाय – कभा का लसद्ान्त – टहसाफों की रेनदेन“ अबी आऩ जो बी ऩा यहे हो , वहआऩके बूतकारभे ककमे गमे पवचाय एवॊप्रमासो का ऩरयणाभ है । माछन जफ आऩकोऩरयणाभ प्राप्त होता है, तफ आऩको, उसेसहषण स्वीकाय कयना होगा, औय कोईअछनक्च्ित ऩरयणाभ प्राप्त हो, तफ बी आऩमह भानकय स्वीकाय कयंे की आऩनेबूतकारभंे कोई एसा कामण ककमा होगा,उसकी बयऩाई कय यहा हूॉ। औय आऩ उसकामा के फधॊ न से भुक्त हो यहे हो ।क्मोकक उस ऩरयणाभ को आऩ फदर नहीॊसकते हो । जेसा कभा कयोगे ऐसा परआऩको लभरेगा । NAZ [200]

“ माछन आऩको अऩना बपवरम सयु क्षऺतकयना है तो, वतभण ानभें अच्िे पवचाय,अच्िी प्राछनगॊ औय सक्न्नरट प्रमास कयनेहोगे । ”“ इस दछु नमा से आऩ जो बी ऩा यहे हो,आऩके साथ जो कु ि बी हो यहा है, उसकेलरमे लसपा औय लसपा आऩ ही क्जम्भेदायहो । तमोकक जो आऩ सोच यहे हो, औयभान यहे हो, ऐसा ही आऩका कामण होगा,औय जसै ा आऩका कामण होगा, वसै े हीआऩको ऩरयणाभ मभरंेगे । ”तफ आऩकी सोच औय कामा के ऩरयणाभ केमरमे दसू ये को दोषी कै से ठहया सकते हो ?मह फात आऩके सभजभे आ जाती है, औयआऩ इस मसद्धातॊ को भान रेते हो, तफ NAZ [201]

आऩका जीवन धन्म हो जामेगा, औयआऩके जीवन भे खमु शओकी ब्मोिायआएगी, मे भेया वादा है ।इसमरमे अऩने बपवरमको सयु क्षऺत कयनेकेमरमे औय NAZ सुयक्षऺत जॉन काराइसन्स रेने के मरमे अबी से आऩकीसोच फदरनी ऩड़गे ी।एक कपल्भी डामरोग भे कहा गमा है की,मे क्जदॊ गी मसपण दो तयह से जी जाती है ।एक वह है, जो होता है, होने दो, सहते यहोऔय सॊतरु ट यहो । मा कपय प्रोएक्तटव फनो,क्िम्भेदायी रो, अऩने आऩको फदरो,दछु नमा अऩने आऩ फदर जामेगी ।” ***** NAZ [202]

हभाये SUPER MIND अधण जाग्रत भन कोअसय कयने वारे त्मो की जानकायी जरूयी है ।अधण जाग्रत भन को असय कयने वारे त्म इसप्रकाय से है ।  बावना  भनोचचत्रण  वतनण  सोच  डय  आदत  भान्मता  फोरी – वाणी  आशाए  तीव्र इच्िा – धुन  भिाक  श्रद्धा – पवश्वास  शक – शकॊ ामह सबी अधण जाग्रत भन को असय कयने वारेत्म है, उसके मरमे हभे सोच सभजकय,व्मावहारयक होकय, हकायात्भक यवमै ा अऩनानाहोगा। NAZ [203]

अधण जाग्रत भन का प्राछनगॊ इन कायणो सेछनरपर हो सकता है,  जफ हभ अधण जाग्रत भन की शक्ततमों ऩय पवश्वास नहीॊ यखते है ओय पर ऩाने हेतु धैमण नहीॊ यखते है ।  जफ हभ अऩने ध्मेम के अनरु ूऩ काम,ण वतनण औय वाणी नहीॊ यखते है तफ,  जफ हभ हभाये अधण जाग्रत भन को सभम नहीॊ देते है, औय तुयॊत हभाये टहसाफसे ध्मेम के मरमे कामण कयने रगते है । अधण जाग्रत भन को सभम मभरेगा औय हभाये मरमे नई तको का सजनण कयेगा, तफ हभे वह हभाये ध्मेम के अनुरूऩ पर दे सके गा । NAZ [204]

 अधण जाग्रत भन को ध्मेम की सभम भमादण ा का ऩता नहीॊ हो। अधण जाग्रत भन को ध्मेम का सभऩणण कय देने के फाद, वह कामण उसे कै से कयना है, उसकी सराह देना जरूयी नहीॊ है, औय नाही उसे कोई भागदण शनण की आवश्मकता है, वह तो बत्रकार ऻानी है । एसा कयने ऩय हभे उसकी कामऺण भताका ऩयू ा पामदा नहीॊ मभरता है । ध्मेम को अधण जाग्रत भन को देने के फाद, हभे नकायात्भक बावनाओसे दयू यहना है, नकायात्भक बावना, अधण जाग्रत भन के कामण भे फाधा उत्ऩन कयता है । -------------------------------- NAZ [205]

जसै े जसै े आऩ NAZ के छनमभो औयभान्मताओको अऩनाते जाओगे औय NAZकी भान्मतामे आऩके सुऩय भनभे फयाफयकपट हो जामेगी, कपय NAZ की प्राथनण ाकीअसय शरु ू हो जामेगी औय आऩको दो तयहसे ऩरयणाभ मभरना शरु ू हो जामेगा ।एक कोई अनचाही घर्ना जो आऩ नहीॊचाहते है, उसे आऩके ऩास आने से योके गाअथवा आऩको उस घर्ना के ऩास जाने सेयोक देगा ।रेककन मह सफ अऩने आऩ नहीॊ होगा, हयफाय आऩको कु ि न कु ि सकॊ े त के अरटणमभरते यहेंगे औय आऩको उस अरटण कोजानकय, सभजकय अभर भे राना है ।उसके मरमे आऩको ऩणू :ण तमा फ्रेक्तसफर NAZ [206]

फनना ऩड़गे ा। ऩरयक्स्थछत के अनसु ाय मोग्मछनणमण रेना आवश्मक है ।इस दछु नमा भे ऐसा कोई कामण नहीॊ है, कीहभाये बफना रुक जामे । इस मरमे क्जदॊ गीभेकोई कामण िोड़ना ऩड़े मा कपय कोई कामणहभायी भजी के वीरुध कयना ऩड़े तो हभेउसके अनुरूऩ एडजस्ट होना ऩड़गे ा। अफजफ आऩको अऩना ऩरयणाभ प्राप्त होनेरगेगा, तफ आऩकी खशु ी औय फढ्ने रगेगी। आऩ अऩने आऩको ज्मादा प्रसन्न होतेऩाओगे । आऩको हय ऩर एक नमाएहसास होगा की, औय आऩ भहसूस कयोगेकी आऩ के ऩास जो बी है, वह दसू यों केऩास नहीॊ है, मा उससे फेहतय है । NAZ [207]

आऩ NAZ सयु ऺा जॉन के ऩरयणाभो का बयऩयू आनॊदरे ऩाओगे । औय इस NAZ का याज जान ऩाओगे ।आऩको NAZ की तकनीक हय ऩर माद यखनी है,औय एक SLOGAN नाया फना देना है । “Jay NAZ”आऩ ककसीसे दयू होकय कही जा यहे हो, कटहमे “JayNAZ” । औय भन भे कटहमे की “I am in NAZ” सयु ऺा झोन ।औय कु दयत का आबाय भाछनमे की आऩको NAZ काऻान प्राप्त हुआ। औय हय ऩर, हय जगह, मह भहससूकीक्जमे की आऩ NAZ के सयु ऺा जॉन भे है ।जफ आऩ भनभे कहते है की“I am in NAZ” सयु ऺा झोन ।छनम्न चाय ऩकॊ ्तत तयु ॊत माद कीजीमे१. भे वतभण ानभे हूॊ औय पवचाय भतु त एवभॊ टेन्शन िी हूॊ२. भे ओफजवेशन भोड ऩय हूॊ ओय ड्राइपवगॊ की भजा रे यहा हूॊ३. भे िे श हूॊ ओय तयोताजा हूॊ४. भे ईश्वयके अदबुत सयु ऺा कवच भे हूॊ NAZ [208]

Positive Thinking & Self suggestion for Life भे अऩने आऩको ऩहरे से ज्मादा तॊदयू स्त औय अच्िा भेहससू कय यहा हूॉ । भये ी क्जॊदगी भे, भनंै े जो कु ि बी चाहा है, वह अवश्म ऩामा है। भै हॊभेशा अऩनी सयु ऺा एवॊ स्वास््म को प्राथमभकता देता हूॉ । भै हॊभशे ा स्वाटदस्ट औय अच्िा बोजन ही कयता हूॉ। भै अफ ड्राइपवगॊ भे भाटहय हूॉ, औय भै भये ी हय सपय का आनॊद रेता हूॉ । भै कोई बी ऩरयक्स्थछत भे खशु यहने की तयकीफ जानता हूॉ । औय भे हॊभशे ा खुश यहता हूॉ । भै सबी छनणमण भन औय टदर से रेता हूॉ । भै हॊभेशा सभाधान कायी भागण अऩनाता हूॉ । भै हॊभेशा ऻान ऩाने के मरमे तत्ऩय हूॉ । भेयी माद शक्तत तजे है, औय भजु े आसानी से सफ कु ि माद यहता है । NAZ [209]

 भजु े कु दयत ऩय औय भये ी शक्ततमों ऩय ऩयू ा बयोषा है । भे सभम का भहत्व जानता हूॉ, औय हॊभेशा सभम का सदऩु मोग कयता हूॉ । भै हॊभेशा अच्िी आदते अऩनाता हूॉ । भे भेयी गरतीओ को दोहयाता नहीॊ हूॉ । भै कु दयतके छनमभो का ऩारन कयता हूॉ । हे कु दयत, भे फहुत खुश हूॉ, भेया ऩरयवाय फहुत खशु है। भे औय भये ा ऩरयवाय, भये े दोस्त, भेयेरयस्तेदाय, भेये स्नेटहजन औय सबी रोगोको,औय हभ सफके टहतोकों हय तयीको से, हयजगह ऩय, हय सभम औय हय ऩरयक्स्थती भंेसदा सयु क्षऺत यखने के लरमे, सदा स्वस्थयखने लरमे तथा सदा खुि यखने लरमे भेआऩका आबायी हूॉ, औय टदर से आऩका,धन्मवाद अदा कयता हूॉ।NAZ [210]

 भजु े सखु , सभधृ ्धी औय िानॊ त देने के मरमे, भे आऩका आबायी हूॉ । हे कु दयत भजु े हॊभशे ा भागदण शनण देने के मरमे, औय हॊभेशा नए आइडडमा देने के मरमे भे आऩका आबायी हूॉ । हे कु दयत, भजॊु ऩय हॊभेशा धन-दोरत वषाण कयने मरमे भे टदर से आऩका का आबायी हूॉ । आऩ अऩने जीवन भे ऩसै ो की ब्मोिाय हो यही है औय आऩने फहुत धन-दोरत अक्जतण कय री है, एसा भेहससू कीजीमे । हे कु दयत, भजॊु ऩय हॊभेशा ऻान की वषाण कयने केमरमे भे टदर से आऩका आबायी हूॉ ।अऩने जीवन भे आऩने खफू ऻान अक्जतण ककमाहै, आऩने फहुत डडग्रीमा प्राप्त की है, एसाभेहससू ककक्जमे ।NAZ [211]

 हे कु दयत, भॊजु ऩय हॊभशे ा बोजन की तकृ ्प्त देने के मरमे भे टदर से आऩका आबायी हूॉ । आऩने जो बी खाने की इच्िा की है, वह आऩको, आऩकी इच्िा अनसु ाय, सही वतत औय सही जगह ऩय, प्राप्त होती है, एसा भेहससू कीक्जमे । हे कु दयत, भझॊु े हॊभशे ा सयु ऺा की गायॊटी देने केमरमे भे टदर से आऩका आबायी हूॉ ।आऩ अऩने जीवन भे सबी तयह से सम्ऩणू णसयु क्षऺत है, औय इस ब्रहभाडॊ की सायीशक्ततमा, आऩकी सयु ऺा के मरमे तनै ात है,एसा भेहससू कीक्जमे । इस जीवन के मरमे, सबी जरूयी चचजे जेसे कीधन - दोरत, ऻान, बोजन औय सयु ऺाकी गायॊटी के मरमे भे कु दयत का खफू आबायीहूॉ ।NAZ [212]

 भे देख सकता हूॉ, की भये े जीवनकार तक भै तॊदयू स्त हूॉ, औय चरता-कपयता हूॉ । भेयी आखॊ े तॊदयू स्त है, औय भे भेये जीवनकारतक कु दयत की सायी रीरामे, आसानी सेदेख सकता हूॉ । भये े कान बी तदॊ यू स्त है, औय भे भेयेजीवनकार तक सबीआवाि सनु सकता हूॉ, औय ऩहचानसकता हूॉ । भये ा भॊहु औय दाॊत, भये े जीवनकार तक साथ देते है, ताकक भे आसानी स,े फोर सकता हूॉ औय बोजन कय सकता हूॉ । भये े जीवनकार तक, भे आसानी से सासॉ रेसकता हूॉ, औय भेये भन ऩय भये ा ऩणू णछनमॊत्रण है ।NAZ [213]

 भेये जीवनकार तक, भये ा ऩयू ा शयीय अखॊडडत है, सम्ऩणू ण है, औय भे ऩयू े जोश औय होश के साथ ऩयू ा जीवन, आनॊद औय योभाॊच के साथ ऩसाय कय यहा हूॉ । भंे कु दयत का आबायी हूॉ की, भजु े मे टदन देखने का भोका मभरा । अफ तक भेयी क्जॊदगी भे जो कु छ बी हुआ उसे भे बरु ा चकु ा हूॉ। भें अऩने आऩ भे खशु यहना चाहता हूॉ, औय अऩने बपवरम के मरमे सोचता हूॉ । भये ी क्जॊदगी भे सबी अच्छी एवॊ ऩॉक्ज़टर्व गचजे आकपषतण होकय आ यही है । भे इस दछु नमा के , साये योगो से सयु क्षऺत हूॉ, औय साये योगो से रड़ने की शक्तत भजु भे है ।NAZ [214]

 भें कु दयत का आबायी हूॉ, की भे एक तॊदयू स्त औय सयु क्षऺत क्जॊदगी जी यहा हूॉ । भंे अऩने आस-ऩास, जो कु दयत की सॊदु यता है, औय कु दयत की जो रीरा है, उसे देख यहा हूॉ, औय उसका आनॊद रे यहा हूॉ । भंे अऩनी क्जॊदगी, ऩयू े जोश औय आत्भपवश्वासके साथ जी यहा हूॉ । भेयी क्जॊदगी का जो गोर है, जो उद्दशे ्म है, उसकी औय भे टदन-प्रछतटदन फढ़ यहा हूॉ । क्जसने भजु े, जान-े अनजाने भे दखु ऩहुचामा, भये ा अऩभान ककमा, मा भजु े नकु सान ककमा है, भें उन सफको, बफना ककसी शतण के , टदर से भाप कयता हूॉ ।NAZ [215]

 भे हॊभेशा, सभाधान कायी भागण अऩनाता हूॉ, औय इस ससॊ ाय के सबी रोगो से भये े सॊफधॊ हॊभेशा अच्िे यहे है । कु दयत की सदॊु यता देखकय, जफ भंे हसता हूॉ, नाचता हूॉ, गाता हूॉ, औय खेरता हूॉ, भंे शक्तत से बयऩयू हो जाता हूॉ । टदन प्रछतटदन, भये े जीवन भे सखु , सभधृ ्धी, शाछॊ त औय सयु ऺा फढ़ यही है । भंे कु दयत का आबायी हूॉ, की भँे औय भये ा ऩरयवाय सबी तयह से सम्ऩणू ण सयु क्षऺत है, सम्ऩणू ण स्वस्थ है औय सम्ऩणू ण खशु है । भंे क्जॊदगी भे हयेक ऩरयक्स्थनत का साभना कयने के लरमे हॊभेशा तैमाय हूॉ । NAZ [216]

 भये ी क्जॊदगीभे जो कु ि बी हो यहा है, उसे भेजानता हूॉ, औय भें अऩने आऩभे बफरकु रशातॊ हूॉ । भंे भेहससू कय सकता हूॉ, अऩनी क्जॊदगी भे,प्माय, खशु ी, सभधृ ्धी औय सयु ऺा । भें सबी फधॊ नो से आिाद हूॉ, औय खुरकय क्जॊदगी जी यहा हूॉ । भंे जानता हूॉ की बगवान, अल्राह औय जीजस, वो जो बी है सम्ऩणू ण है। औय भंे उसीका एक बाग हूॉ । इसमरमे भंे बी सम्ऩणू ण हूॉ । भें जेसा बी हूॉ, सम्ऩणू ण हूॉ औय अऩने आऩसेप्माय कयता हूॉ, औय उसके मरमे भे कु दयतका आबायी हूॉ ।NAZ [217]

 भे स्भाटण हूॉ, औय भे कभ सभम भे ज्मादा काभ, सपर तयीके से कयने की ऺभता यखता हूॉ । भे हॊभेशा अरटण यहता हूॉ, औय कोई भये े साथघोखा-घड़ी नहीॊ कय शकता, औय भजु से चीटटगॊनहीॊ कय शकता । भेये भन ऩय, भये ा ऩणू ण छनमतॊ ्रन है, औय जफ भैड्राइपवगॊ कयता हूॉ, तफ भजु े नीदॊ नहीॊ आती है, औय भै अऩनी नीॊद का प्राछनगॊ कय रेता हूॉ । भजु े भनरु म अवताय मभरा है, इसके मरमे भेकु दयत का आबायी हूॉ। औय हभ सबी जीवोको, जीने के मरमे, औय खशु यहने के मरमेकु दयत ने ककतनी सॊदु य यचना की है, उसे भेदेख यहा हूॉ। जन्भ औय भतृ ्म,ु बरे ही हभाये हाथ भे ना हो,रेककन इस दोनों के फीच भे, कै से जीनावो तो हभाये हाथ भे है । मे भेयी क्जॊदगी है।भे अऩनी क्जॊदगी अऩनी भजी से जीऊॉ गा ।NAZ [218]

 भये ी क्जॊदगी का एक गोर है, औय भे ककसबी साक्जस का टहस्सा, कबी नहीॊ फनॉगू ा, औय कोई भजु े उसके कामण के मरमे भजफयू नहीॊ कय सकता। भै ककसी बी व्मक्तत के प्रबाव भे कबी नहीॊ पसगॊू ा, सबी व्मक्तत भे गुण/अवगणु दोनों होते है । भंे मसपण अच्िी फातों का स्वीकाय करुॊ गा । कोई बी ऩरयक्स्थती भे छनणमण रते े वतत भझु े अच्िा नहीॊ रगता ओय भेये मरमे एवॊ भये े ऩरयवाय / सगॊ ठन के मरमे सही नहीॊ है, तो भंे टहभॊ त ऩवु कण औय सयरता से भना कय दॊगु ा । अहभ ब्रहभाक्स्भ, भे ही ब्रहभा हूॉ, औय भे ही अऩनी क्जॊदगी का पवधाता हूॉ । ---- सभाप्त ---- ......... आगे ऩटढमे NAZ [219]

वऻै ानीक तयीके से औय मोगा-प्राणामाभके ननमभ भजु फ तमै ाय ककमा गमाNAZ सयर मोगा – िदु ्ीकयण ववगध से होने वारे राब०१॰ गसे , एलसडडर्ी, कक्जजमात से हॊभिे ा आयाभ०२॰ चऩे ी योगोसे यऺा कयता है, जसै े के र्ीफी, िदी आटद०३॰ प्रदसू न के योगोसे यऺा कयता है०४॰ एरक्जका योगोसे यऺा कयता है०५॰ स्रैस औय र्ेंसन दयू कयता है०६॰ ियीय तदॊ यू स्त फनाता है०७॰ ियीय भे से अवयोधो (Blockages ) दयू कयता है०८॰ िदी, उधयस औय जकु ाभ से यऺा कयता है०९॰ श्वास औय दभ जसै ी फीभायी दयू कयता है१०॰ सयददा, साइनस औय आधािीिी जैसे फीभायीसे यऺा कयता है११॰ कभजोयी औय अिक्क्त दयू कयता है१२॰ एनजी औय स्पू नता फढ़ाता है१३॰ फदन ददा दयू कये औय थकान लभर्ामे१४. ियीयसे फीन जरूयी गयभी को दयू कयता है ओय चभडीके योगो को कभ कयता है१५॰ स्नामओु की ताकत फढ़ती है औय िक्क्त फढ़ती है१६॰ गचकन गनु नमा जैसे योग भे पामदेभदॊ१७. स्वाइन फ्र,ु इफोरा जसै े योगोसे यऺा कयता है१८. भधपु ्रभेह कॊ रोर कये१९॰ भगज के कटठन योगोको दयू कये२०॰ ऩोलरमो औय रकवा जैसे फीभायी को योकता है NAZ [220]

२१॰ तनाव (टहस्र्ीरयमा) को कन्रोर कयता है२२॰ जरड सक्मरूा से न ननमलभत कयता है२३॰ हाई जरड प्रेसय, रॉ जरड प्रेसय को कॊ रोर कयता है२४॰ स्र्ेन्र्, फरनू औय ओऩन हार्ा सजया ी से फचाता है२५॰ ददा औय दवा से भकु ्त कयवाता है औय हॉक्स्ऩर्र के फ े खचे कभ कयके फचत कयवाता है२६॰ भन औय टदर ऩय कॊ रोर से सभस्मा कभ होती है२७॰ गसु ्सा औय बावना ऩय कॊ रोर से सफॊ धॊ भे सधु ाय होता है२८॰ डय को दयू कयके आत्भववश्वास फढ़ाता है२९॰ ननणमा िक्क्त भे सधु ाय होता है३०॰ भालसक धभा की िायीरयक औय भानलसक अडचने दयू कयता है३१॰ लरवय की तकरीफ़ों से याहत टदराता है३२॰ फयु ी आदतो को छो ने भे सहामक३३॰ हॊभेिा जवान यहने भे राबदामी३४॰ श्रवन िक्क्त को सधु ायता है औय फहे याि कभ कयता है३५॰ गरे की तकरीपोसे याहत औय आवाज को भधयु फनाता है३६॰ वााः औय जो ो के ददा को दयू कयता है३७॰ योग प्रनतकायक िक्क्त फढ़ाता है३८॰ सेक्समु र ऩावय फढ़ाता है३९॰ एकाग्रता फढ़ाता है (ववध्माथी / मवु ा रोगो के लरमे खास)४०॰ मादिकती फढ़ाता है - do -४१॰ अच्छी नीॊद आती है - do -४२॰ चहेये से दाग दयू कये औय चहेये ऩे चभक रामे - do –४३॰ आत्भववश्वास फढ़ाके कोम्मनू नके सन ऩावय फढ़ाए - do -NAZ [221]

४४॰ नेगेटर्ववर्ी दयू कये औय ऩोजीर्ीवीर्ी फढ़ाए - do –४५॰ क्रीएटर्ववटर् फढ़ाता है - do –४६॰ ऩस्नाला रर्ी फढ़ाता है - do –४७॰ ऩसै ा औय सभमकी फचतसे भहॊगाइभे अच्छा जीवन जीनके े लरमे४८. खयाार्े की आदत धीये धीये छु र्ती है४९. श्वास की दगु ना ्ध दयु होती है५०. ऩसीने की दगु ना ्ध दयु होती है५१. औय कइ योगोभे पामदेभदॊ है (300 से ज्मादा योगोभ)े५२. फीभाय ऩडने की घर्ना कभ होती है ओय फीभायीभे जरदीसे ठीक हो जाते हैNAZ [222]

NAZ सयर व्मामाभ से होने वारे राब 01 इस व्मामाभसे ियीय सदु ्रढ होगा औय सदॊु य आकाय लभरेगा 02 इस व्मामाभसे आऩके दोनों हाथ औय ऩैयो के स्नामु एवॊ भासऩेलिमा भजफूत होंगे । 03 इस व्मामाभसे आऩकी आॊखे तॊदयू स्त यहेगी । 04 इस व्मामाभसे आऩका ियीय एकदभ स्पू नतरा ा यहेगा औय आऩका ियीय एकदभ स्भूद औय रचीरा यहेगा । 05 इस व्मामाभसे आऩके चहे ये ऩय योनक आने रगेगी । 06 इस व्मामाभसे आऩका चहे या चभकदाय ओय रयकॊ र फ्री यहेगा । 07 मह व्मामाभ आऩके ियीयके सबी जो ो को भजफतु ओय बयावदाय फनाती है । 08 इस व्मामाभसे ियीय की जक न दयू हो जाती है । 09 इस व्मामाभसे आऩकी गदान स्भदू यहती है । 10 इस व्मामाभसे गरे की सुदॊ यता फढ़ती है 11 इस व्मामाभसे थकान कभ होगी ओय स्पु ती फढेगी 12 इस व्मामाभसे आऩकी कामऺा भता फढ़ती है 13 इस व्मामाभसे भगज के स्नामुओको व्मामाभ लभरता है औय भगज कामऺा भ फनता है 14 इस व्मामाभसे एक्मपु ्रेसय के कइ राब भीरते हैइस व्मामाभसे ENT योगोभे याहत भीरेगी NAZ [223]

NAZ (राइप सवे य) भेडडर्ेसन से होने वारे राब1. स्रैस औय र्ंेसन कभ कयता है2. ियीय रयरकै ्स होता है3. भन को िातॊ कयता है4. ऩॉक्ज़टर्व ववचाय फढ़ते है5. भन की एकाग्रता फढ़ती है6. माद िक्क्तभे फढ़ोतयी होती है7. जीवनभे सखु , सभवृ द्, िानॊ त ओय सयु ऺा फढ़ती है8. एनक्जा रवै र फढ़ता है9. आत्भववश्वास भे फढ़ोतयी होती है10. ऩयु ाने औय क्जद्दी योगो के दयू कयता है11. क्जदॊ गी को सयु क्क्ित औय तदॊ यू स्त फनाता है12. डय औय िक दयू कयता है13. आदिा जीवन जीने के लरमे14. ऩनै कॊ रोर कयने के लरमे15. जीवनभे ध्ममे प्राक्तत के लरमे16. जीवनकी सभस्मा के हर ढूॉढने के लरमे17. अधॊ श्रद्धा दयू कयने के लरमे18. भन को कॊ रोर कयता है19. सऩु य भन की िक्क्तमोंका उऩमोग कयने के लरमे20. नेगेटर्व ववचाय दयू कयने के लरमेNAZ [224]

टर्तस गोर सेटर्गॊ प्रोसेस आऩ जीॊदगी भे कोइ बी घ्मेम तम कय सकते हो, ओय इस ऩसु ्तकभे दी दीमे गमे गोर सेटर्गॊ प्रोसेससे उसे हासॊ ीर कय सकते हो । जसै े की कोइ बी एके डभे ीक के यीमय मा प्रोपे िनर के यीमय फनाने के लरमे, ज्मादा भाक्सका े साथ र्ोऩय फननेके लरमे, स्ऩोर्ाभेन की के यीमय फनाने लरमे, सी.ए., एन्जीनीमय, ऩी.आइ, वऻै ानीक, इन्डस्रीमारीस्र्, फीजनेसभेन, सीगॊ य, ऩस्नारा ीर्ी ऩसना फनने लरमे, एॊकय फनने के लरमे आदी । जीॊदगी कीस तयीके से जीना चाहते हो उसका बी तरानीगॊ कय सकते हो । आऩ जीदॊ गीभे जो ऩाना चाहते हो, जैसे की फगॊ रा, काय, ज्वेरयी, धन दोरत वगेये का तरानीगॊ इस प्रोससे से कय सकते हो । अगय आऩकी कोइ कभजोयी को ऩावयपु र फनाने लरमे बी ध्मेम तम कय सकते हो ।कोइ बी ध्मेम को साकाय होने की एक सभम भमादा ा होती है, वहकु दयत द्वाया सजॊ ोगो के अनरु ूऩ तम होती है, जो हभे ऩता नहीॊ होताहै, इस लरमे हभे सभम भमादा ा तम कयनी होगी । कीन्तु हभायीसभम भमादा ा ओय कु दयत की सभम भमादा ा भे तपावत हो सकता है,इस लरमे मह दो सभम भमादा ा के फीच के सभम भे हभे ऩयु ी श्रध्धाओय धैमा फनामे यखना जरूयी है । NAZ [225]


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