Important Announcement
PubHTML5 Scheduled Server Maintenance on (GMT) Sunday, June 26th, 2:00 am - 8:00 am.
PubHTML5 site will be inoperative during the times indicated!

Home Explore HINDI BOOK-NAZ

HINDI BOOK-NAZ

Published by pratik gandhi, 2016-10-19 09:09:29

Description: HINDI BOOK-NAZ

Keywords: HINDI BOOK-NAZ

Search

Read the Text Version

Compulsions not an accident, but ignorance अकस्भात एक भजफयु ी नही,ॊ ककन्तु अऻानता हैग्म ® Live Life without Fear & Tear ® NAZ – No Accident Zone © – सयु ऺा झोन NAZ [1]

Book High LightsNAZ - No Accident Zone ® (Absolutely New) ०१. बम भकु ्त ओय योग भकु ्त जीदॊ गी जीने के लरमे ०२. सयु क्क्ित ड्राइवीगॊ की ऩावयपु र तकनीक ०३. सबी प्रकायके अकस्भात से सयु क्िा ०४. जीदॊ गी बय ऩसै ो की ओय सभम की फचत ०५. तन्दयु स्त ओय सयु क्क्ित जीवन का यहस्म ०६. सखु ी जीवन जीने की चावी ०७. भनकी िक्क्त की तकनीक ओय कु दयत के ननमभो ०८. ड्राइवीगॊ के डय को दयु कय के आत्भ ववश्वास फढाए ०९. इच्छा प्राक्तत के लरमे ध्मेम ननधाायण १०. अच्छे चारयत्र्म ननभाणा के लरमे ११. स्व-ननबया फनने के लरमे १२. योग प्रनतकायक िक्क्त भे वकृ ्ध्ध कये १३. भनकी िानॊ त के लरमे १४. हॊभिे ा मवु ान यहेने के लरमे १५. ननणमा िक्क्त भे वकृ ्ध्ध कये १६. सपर जीॊदगी जीने के लरमे १७. गरत आदतो से भकु ्क्त ऩाने के लरमे १८. फडा सोचो ओय ज्मादा कभाओ १९. आऩके ववश्वास ओय धीयजसे १०० % ऩयीणाभ २०. भहान ववचायके साथ स्भार्ा जीवन NAZ [2]

How to read Book Suggestion for maximum benefits एक सार तक अभ्मास / कोर्ा कये १०० से ज्मादा दपा ऩढो ओय अथा सभजो हयेक ननमभोको अरग अरग सभस्मासे तरु ना कयंे ओय सभजे NAZ भडे ीर्ेिन, NAZ प्राणामाभ ओय NAZ एक्सयसाइझ की आदत डारे अववश्वास / िक को दयू कयो सम्ऩणु ा ववश्वासके साथ इसका ऩारन कयें श्रध्धा ओय धीयज जरूयी है आऩको इसके पामदे का अनबु व होगा ओय होता यहेगा इस ऩसु ्तकके ननमभो बफरकु र सयर ओय ऩरयचीत है रके ीन वह आऩके सऩु य भनभंे पीर् होना जरुयी है भनकी िक्क्तकी तकनीक ओय कु दयतके ननमभो एक दसु येके साथ भीरकय कामा कयते है आऩके अनबु व आऩके लभत्रोभे िये कये, राइक कये ओय हभंे येर्ीॊग कयें NAZ [3]

® NAZ – No Accident zone © - सयु ऺा जॉन-------------------------------------------------------------------- कोसप्रभे बेंट,मह ऩुस्तक आऩके अदॊ य छिऩी हुई भन की शक्ततमोंका ऩरयचमकयाती है, एवॊ आऩके अऻात भन भे जो गरत भान्मतामे फनगई है उसे सधु ायकय सही भान्मतामे स्थापऩत कयने की भहत्वऩणू ण बूमभका छनबाती है । औय मही ऩॉक्िटटव भान्मतामे आऩकेजीवन भे सयु ऺा, स्वास््म, सयरता एवॊ खमु शमाॉ बय देता है ।मह ऩुस्तक आऩके जीवन को खमु शमों से बय दे ऐसीशुबकाभना के साथ ,------------------------------------------टदनाॊक :-स्थर :-NAZ [4]

@ 2014, Author – Self PublishingALL RIGHTS RESERVED. This book contains material protected underCopyright Act 1957 & Copyright Rule 1958 & Copyright Treaties. Anyunauthorized reprint or use of this material is prohibited. No part of thisbook may be reproduced or transmitted in any form or by any means,electronic or mechanical, including photocopying, recording, or by anyinformation storage and retrieval system without express writtenpermission from the author / publisher.Price @ Rs. 375=00®This book is available for Just Life Club member only.You get free advise for any question of this book OR other life problem onthis web site.Author :- Rajendra ParmarPublisherNAZ AcademyWeb :- www.nazpower.com [email protected] :- NAZ [5]

सूचकाॊक 71. उद्दशे ्म ........................................................................... 112. धन्मवाद ........................................................... 123. जीवन का यहस्म ............................................... 214. कु दयत के ननमभ .................................. .............. 555. जीने की करा - तकनीक .................................. 816. भन की िक्क्तमों का ऩरयचम .............................. 937. ड्राइववगॊ पॉभूरा ा - 44 ....................................... 1318. नए ववचायधाया ............................. ....................... 1359. ननजी बगवान ........................................................... 14110. दघु रा ्ना के कायणों ............................................... 14711.सुयऺा झोन के लरमे प्राथना ा ................................. 16212. सयु ऺा झोन के रक्ष्म की स्थाऩना...................... 20913. सकायात्भक ववचाय के लरमे स्व सुचन ....................NAZ [6]

ऩसु ्तक लरखने का उद्देश्मभे भानता हूॉ की, इस दछु नमाभे कु ि बी ना-भभु ककन नहीॊ है । जेसेकी Impossible हभे कहेता है की, I M Possible.रके कन फचऩनभे भजु े मे ऻान नहीॊ था, औय ना ही भन की शक्ततमोंऩय फािाय भे कोई ककताफ मभरती थी । फचऩन भे फहुत डयता था,कोई बी अकस्भात मा हादसा, कु दयती प्रकोऩ जसै े की फाढ़ आना,तपू ान, आॉधी मा बकू ॊ ऩ के सभाचाय, योड अकस्भात, खूनी वायदात,मदु ्ध के सभाचाय आटद भये े भन ऩय कई टदनो तक कब्जा कय रते े थे। औय भन भे सोचता था, कु दयत ने हभे इतना कभजोय तमू फनामाहै, की हभ इनसे अऩनी यऺा ना कय सके । औय भन भे मह बीपवचाय आता था की, कु दयत के ऩास इतनी शक्ततमाॉ है, तो हभे बीऐसी कोई शक्तत मभर जामे की, हभ हभायी यऺा स्वमॊ कय सके ।रके कन जेसे जेसे भै फड़ा हुआ औय भनसे मे डय धीये धीये छनकरनेरगे । रेककन भेये भनभे वो इच्िा दफी हुई थी की, कु दयत की वोशक्तत हभे मभर जाम,े औय हभ हभायी इच्िा के अनसु ाय अऩनीक्जॊदगी जी सके ।भजु े 1985 भे याक्रिमकृ त फकैं भे नौकयी मभर गई, औय भनैं े भये ीकै रयमय की शरु ुआत की । रके कन भये े भन भे एक सवार हॊभेशा घभु ड़यहा था की, भजु े ऐसा कोई कामण कयना है की, भै ककसी को काभ आसकु , औय रोग अऩनी क्जदॊ गी खशु ीसे औय आयाभसे जी सके , औय NAZ [7]

अऩनी क्जॊदगी सयु क्षऺत फना सके । औय क्जॊदगी भे सभम औय धन कीफचत कयके तयतकी कय सके ।भनंै े 2002 भे प्रभोशन मरमा, औय प्रभोशन के फाद भेयी क्जदॊ गीभेएक नमा भोड आमा । प्रभोशन के फाद नई क्जम्भदे ारयमा साभने आईऔय नई चनु ोतीमा साभने आई । बफना कोई अनबु व औय बफना कोईतामरभ के , उस सभदॊ य भे, भै तयै ने की कोमशश कय यहा था । रके कनएक टदन जफ भै फस भे सपय कय यहा था, तफ एक ककताफ भेयेहाथभे रगी, औय उसने भेये जीवन को एक नमा भोड टदमा, एक नमाजोश औय एक ऐसा आत्भपवश्वास जगामा की अफ भे कोई बीचुनोछतमों का आसानी से साभना कय सकता हूॉ । मह ककताफका नाभहै “ Spring of Inspiration”, औय उसके रेखक है, भा. डॉ क्जतंेद्रअटढ़मा । इस ककताफभे भन की शक्ततमों का कै से उऩमोग ककमा जाम,ेउसका ऻान टदमा है ।फस इस ककताफसे भजु े भेये फचऩनके इयादे को टदशा मभर गई । औयभनंै े एक एसी ककताफ मरखनेके फायेभे पवचाय ककमा की, रोग अऩनीक्जॊदगीभे सफसे ज्मादा डयता है, वो मह है की अकस्भात /अछनक्श्चतताए । हभाये जीवनभे कु ि आकक्स्भक घटनाए हो जाती हैऔय ऩयू ा जीवन अस्थव्मस्त हो जाता है । औय भनंै े देखा की महभनकी शक्ततमों का प्रमोग, कोई नई खोज नहीॊ है, मह तो फयसोऩयु ानी, एकदभ सचोट है, भनकी शततीमों का प्रमोग, हभाये ऋपष-भछु नमाॉ ककमा कयते थे । औय जफ भनैं े भये े फचऩन की औय देखा तफ NAZ [8]

भनंै े ऩामा की हभ इन शक्ततमों का प्रमोग अऩने जीवन भे बी कय यहेहै, रेककन हभे उसका ऻान नहीॊ है । कपय भनैं े इस भनकी शक्ततमोंकेपवषम भे औय गहन जानकायी अक्जतण की, उसभे फहुत ज्मादा खचण बीककमा, औय फहुत सभम इस ऻान को ऩाने के मरमे रगामा । रेककनभजु े सतॊ ोष था, की भजु े भये ी भकॊ ्िर मभर गई है । औय भे उसी यास्तेऩय आगे फढ़ यहा था ।मह ककताफ मरखनभे े भजु े कापी वतत रगा, तमोकक भे अऩनी फकैं कीजवाफदायी ऩणू ण नोकयी, फड़ी छनरठासे कय यहा था, औय भजु े सभमकाअबाव भेहससू हो यहा था । रेककन उसका भागण बी इन शक्ततमों केद्वाया भजु े मभर गमा । भनंै े नवफॊ य, 2013 भे फकंै से इस्तीपा देटदमा । कपय ऩयू ा सभम इस ऩसु ्तक को ऩयू ा कयने भे रगा टदमा ।इस ऩसु ्तक भे एसी कोई गयै ॊटी नहीॊ दी गई है, की आऩ इस ऩसु ्तकको एक फाय ऩढ़ रो, औय आऩको वही सफ शततीमाॊ मभर जामेगी जोइस ऩसु ्तक भे मरखी है । मह ऩसु ्तकभे आऩकी भान्मताओ औयकामण ऩद्धछत भे सधु ाय राने हेतु उऩाम फताए गए है । इस ऩसु ्तककीसपरता, आऩकी सोच, आदते औय आऩका अऩनी क्जॊदगी के प्रछततमा यवमै ा है, उस ऩय छनबयण कयती है । इस ऩसु ्तकभे कु दयतकेछनमभो/भन की शक्ततमों के अधीन हभायी इच्िा ऩछू तण के फायेभे फतामागमा है । आऩसे अनयु ोध है की, आऩ पववके ऩणू ण होकय, कु दयतकेछनमभोके अनसु ाय, अऩने जीवनभे अच्िी आदते अऩनाकय, जीवनभे NAZ [9]

हययोज उसका प्रमोग कयके , आऩके जीवनको स्वस्थ, सयु क्षऺत औयआनदॊ भम फना सकते है।भजु कों, इन भनकी शक्ततमोंसे कापी पामदे मभर चुके है, जो इसककताफभे फतामा है, मसपण आऩको अऩने जीवनको सयर, भधयु एवॊउन्नत फनाने हेतु अऩने आऩको फदरना होगा । भनकी शक्ततमों ऩयपवश्वास यखखम,े आऩको बी इस ऩसु ्तकसे जरूय पामदा होगा, एसीभेयी शबु काभना है ।शबु काभना के साथ,याजंेद्र ऩयभायभाइडॊ ऩावय िेनय NAZ [10]

धन्मवादइस ऩुस्तकको ऩणू ण कयने हेतु, भे सफसे ऩहरे कु दयतका आबायी हूॉ, की भुजेमह ऩसु ्तक मरखनकी प्रेयणा दी । फचऩनकी भेयी इच्िाओको एक यास्तामभरा, भॊक्िर तक ऩहुचनेका, भन की शक्ततमों द्वाया । सवण प्रथभ भनकीशक्ततमों का ऻान उऩरब्ध कयवाने के मरमे भे भा. श्री डॉ. क्जतने ्द्र अटढ़मा,MPT का आबायी हूॉ । भनैं े 2005 की सार भे Mind Power Trainer फननके ासऩना देखा, औय उसको ऩयू ा कयने हेतु, भे तन, भन औय धन से जुड़ गमा ।भेये इयादो को तजे औय धायदाय फनाने के मरमे, औय भेये ध्मेम को अॊछतभरूऩ देने के मरमे, भे भा. श्री डॉ. स्नेह देसाई, MPT का खूफ आबायी हूॉ । भनंै ेऔय बी कई ककताफों से भन की शक्ततमों का ऻान प्राप्त ककमा, उसकाबी भेधन्मवाद अदा कयता हूॉ । भजु कों भेये ध्मेम तक ऩहुचनेके मरमे भेयी ऩत्नीश्रीभछत अनीता, भेयी फेटी कु ॰ बूमभका एवॊ भेया फेटा मभ. मभतुर का बीमोगदान यहा है, भे उनका बी आबायी हूॉ । भेये ध्मेम को ऩणू ण कयने के मरमे,प्रत्मऺ एवॊ ऩयोऺ क्जसका बी मोगदान यहा है, भे उन सफका बी टदर सेधन्मवाद अदा कयता हूॉ।इस ऩुस्तकको जनता के साभने राने के मरमे भनंै े फहुत ऩरयश्रभ ककमा, औयअफ भे खुश हूॉ, की भे जनता के साभने इस ऩुस्तकको सहषण प्रस्ततु कय यहाहूॉ । औय रोगोके जीवन भे, इस ऩुस्तकसे सखु , सभदृ ी, सुयऺा औय शाॊछतमभरे एसी शबु काभनाए देता हूॉ ।शबु काभना के साथ,याजेंद्र ऩयभायभाइडॊ ऩावय िेनय NAZ [11]

®NAZ - No Accident Zone© -नो एक्सीडंेर् ज़ोन-सयु ऺा ज़ोनजन्भ औय भतृ ्मु दो ऐसे शब्द है, क्जसकोहय कोई ने सहज रूऩ से स्वीकाय कयमरमा है । जन्भ औय भतृ ्मु इॊसानकीकल्ऩना से ऩये है । जन्भ औय भतृ ्मु ऩयभनरु मका कोई छनमॊत्रण नहीॊ है । रोग योतेहुए इस दछु नमाभंे जन्भ रेते है । सायीक्जदॊ गी मशकामत कयते यहते है । औय अॊतभंे करटसे भय जाते है ।“ दोस्तो, इस दछु नमाभंे कफ आना औय इसदछु नमाको कफ अरपवदा कहना, वह शामदहभाये हाथ भें नहीॊ है, मानी जन्भ औयभतृ ्मु हभाये हाथ भंे नहीॊ है, रेककन इनदोनों के फीच की क्जदॊ गी तो हभाये हाथ भें NAZ [12]

है, औय इसे हभ अऩनी भजी से जी सकतेहै ।”इस दछु नमाभंे भनुरम अवताय ही श्रेरठअवताय है, कपय बी मसपण भनुरम ही जन्भरेते वतत योता है । औय जन्भ रेते हीइन ऩय सायी क्िम्भेदायी आ जाती है ।भाता – पऩता, दादा – दादी, नाना – नानी,रयश्तेदाय उसे फड़ा आदभी जैसे वकीर,डॉतटय, इॊजीछनमय, सीए आटद फनाने कीक्िम्भेदायी थोऩ देते है । औय ऩूयी क्जदॊ गीएक येस की तयह फन जाती है । जो रुकगमा सभजो वो गमा । ऩूयी क्जदॊ गी ऩढ़ना,नोकयी धधॊ ा कयना, शादी कयना, फच्चोकोऩढ़ाना, ऩसै े कभाना, ऩाटीभें जाना, भीटटगॊ ेकयना, टागेट ऩयू े कयना, साभाक्जक NAZ [13]

क्िम्भेदायी छनबाना, सायी बागदोड़भंे शयीयरूऩी भशीनको फीभायीका एक अड्डा फनादेते है, औय पऩिरी क्जदॊ गी फीभायी,असहामता औय ऩारयवारयक जगड़ेकी वजहसे फुढ़ाऩा करट दामक फन जाता है । मह,ऩूयी क्जदॊ गी अस्तव्मस्त औय प्राछनगॊ बफनाक्जदॊ गी जीनेका ऩरयणाभ है । हभाये शास्त्रोंभें जीवनभंे सॊतमु रत क्जदॊ गी जीनेका भहत्वफतामा गमा है । सतॊ मु रत क्जदॊ गीके मरमेसुयऺा, स्वास््म, सॊऩछत, साभाक्जकप्रछतरठा औय आत्भ सतॊ रु ठी जरूयी है ।Teen Age = Power (Health) + Time + No Money(फचऩन)Young Age = Power + No Time + Money(जवानी)Old Age = No Power (Health) + Time + Money(फढ़ु ाऩा) NAZ [14]

हभे क्जॊदगी भें, सतॊ ुलरत जीवन जीने के लरमेSecurity Management = सयु ऺा मोजनाPower (Health) Management = स्वास््म मोजनाTime Management = सभम मोजनाMoney Management = धन की मोजनाRelationship Management = आऩसी सफॊ धॊको सूद्रढ फनाना चाटहमे, तफ जीवनभंेसपरता खदु चरकय आऩके साभनेआएगी। SUCCESS IS SURESUCCESS (सपरता) तमा है ? सपरतामाछन हभाये जीवनभे, हभायी इच्िा अनुसायकामण हो, एवॊ हभे सुख, सभकृ ्ध्ध, शाॊछतऔय सुयऺा प्राप्त हो । रेककन मे सफसयु ऺा, स्वास्थ, सभम, धन औय आऩसीसॊफॊधकी मोजना बफना नाभुभककन है ।NAZ [15]

औय मे सफ ऩाने के मरमे एक सदु ढ़मोजना होना जरूयी है । औय एसी सटीकमोजना, भनकी शक्ततमों के द्वायाभुभककन हो सकती है। ------------------------------------एक ऩर के मरमे सोचचमे, आऩका जन्भइस धयती ऩय तमों हुआ है ?आऩको कु दयतनें महा ककस मरमे बेजा है ?आऩ इस दछु नमा भंे नहीॊ आते तो महदछु नमा नहीॊ चरती ? अऩनी क्जदॊ गीभें कु दयतको इस जन्भके मरमे तमा तोहपा देते है ? तमा कु दयत आऩसे हवाका ऩैसा वसरू कयता है ? NAZ [16]

 तमा आऩ कु दयतको ऩानी के मरमे ऩैसा चुकाते हो ? तमा आऩ जहाॉ यहते हो, उसका ककयामा कु दयत को देते हो ? तमा आऩ कु दयतको खाने के मरमे ऩसै े चुकाते हो ? तमा सयू जको योशनी के मरमे बफर चुकाते हो ? तमा आऩ कु दयतके छनमभोंका ऩारन कयते हो ? ? ? ? ?कु दयत ने हभें मह सबी चीजे बफरकु रभुफ्तभंे औय पवऩरु भात्राभें उऩरब्ध कयवाईहै । कपय बी हभ असतॊ रु ठ है । तमो ? NAZ [17]

तमोकक हभे कु दयत ऩय औय अऩने आऩ ऩयपवश्वास नहीॊ है ।कबी कबी हभ सोचते है की सफकु िहभायी इच्िाके अनुसाय हो जामे, मा होतायहे तो ककतना अच्िा होता । रेककन इसकेआगे आऩने कबी सोचा है ? नहीॊ सोचा !!! तमा ऐसा हो सकता है ??हाॉ ऐसा हो सकता है ।इस दछु नमाभें सफकु ि भभु ककन है । There is Nothing Impossible. Every thing is Possible. Impossible means, I M Possible. NAZ [18]

“ कबी इस हाथ की रकीयों ऩय ववश्वास भत कीक्जमे, नसीफ उनके बी होते है, क्जनके हाथ नहीॊ होते । “एक ऩर के मरमे सोचचए, आऩ क्जस धयतीऩय यहते हो वह ऩ्ृ वी है, औय मह ऩ्ृ वीककसके आधाय ऩय है ? कोई आधाय नहीॊहै । वसै े ही इस ब्रहभाडॊ भे कयोड़ो अफजोग्रहें, तायें अवकाशभें बफना आधायके ,छनममभत रूऩसे कयोड़ों वषोसे घुभ यहें है ।आऩ कोईबी चीज दसवीॊ भकॊ ्िरसे बफना NAZ [19]

आधाय के िोड़ दे तो उसका तमा हारहोगा ? “ मह सफ कु दयत के अदबतू िक्क्त सचॊ ारन के फगयै औय कु दयत के ननमभों के फगयै एक ऩर बी नहीॊ टर्क सकता । ”इसका अथण मह हुआ की, कु दयत हय ऩरहभायें साथ जड़ु ी हुई है । LAW OFUNIVERSE माछन कु दयतके सबी छनमभोंबतू कारभे बी कामयण त थे, वतभण ान भे बीकामयण त है, औय बपवरम भे बी कामयण तयहेंगे । माछन हभ जो सतमुगकी फातकयते हे, उस सतमगु भे बी कु दयत के महीछनमभों कामयण त थे, औय वही छनमभों आजइस कमरमगु भे बी कामयण त है । NAZ [20]

रेककन हभ रोग उसे जाननके ी कोमशषनहीॊ कयते है, उसे भेहससू नहीॊ कयते है ।औय हभाया फड़ा दबु ागण ्म है की हभकु दयतके छनमभों का ऩारन नहीॊ कयते है । 01 LARGE QUANTITYपवऩुर भात्राका छनमभ । कु दयत ने हभेसबी चचजे पवऩरु भात्राभे औय भुफ्तभेउऩरब्ध कयवाई है । जसै े की हवा, ऩानी,खुयाक, योशनी, ऩेड़ ऩोधों, गेस, कु दयतीसॊऩती आटद । औय क्जदॊ गी जीने के मरमेपवऩरु अवसय प्रदान कयती है । NAZ [21]

कु दयत हभे कहता है, हे भनुरम तू ककसीकी मरटट को िोटी भत कय, अऩनी मरटटको फड़ी कय ।कु दयत ऩय औय अऩने आऩ ऩय बयोषा कय,इस दछु नमाभे आऩको जीने के मरमे औयआगे फढ्ने के मरमे फहुत साये अवसयउऩरब्ध है । अवसय को ऩहचान, अऩनीशक्ततमोंका प्रमोग कय औय आगे फढ़, कबीछनयाश ना हो । Sky is the Limit 02 Right Decisionधभण का छनमभ । सबी रोग जानते है,धभण तमा है । धभण औय अधभण का हभायेजीवन ऩे फहुत गहया असय ऩड़ता है । धभण NAZ [22]

का यास्ता हभे उन्नछतकी तयप रे जाता है। कोई बी छनणमण धभण के आधाय से रोगेतो वह सही छनणमण होगा ।हभे जीवनभे आध्माक्त्भक फनना चाटहमे ।धामभकण होना जरूयी नहीॊ है । धामभकणहोना मसपण फाहयी टदखावा है। अऩने स्वाथणके मरमे प्रबुबजन कयना एवॊ टदखावा कयना औय कपयअन्माम कयना, घोखा घड़ी कयना,पवश्वासघात कयना, चगु री कयना, फेईभानीकयना, अऩने आऩको घोखा देना है, इससेअऩने भनको कबी बी शाछॊ त नहीॊ मभरेगी।इॊसाछनमत, ईभानदायी, ककसीकी सेवाकयना, आश्वासन देना, भधयु वाणीका NAZ [23]

प्रमोग, सफको भान-सन्भान देना, दमा,जरूयतभॊदों को सहाम कयना, ककसीके काभभे भदद कयना, कय सेवा, कु दयत ऩय औयअऩने आऩ ऩय बयोषा यखना हीआध्मामभकता है । 03 Divine Power (टदव्म िक्क्त)मह ब्रहभाडॊ भे एक शक्तत कामयण त है, जोइस ब्रहभाडॊ की सायी मसस्टभ को चराताहै, एवॊ सबी चचजे इस शक्ततसे चरती है ।आऩ खुद बी शदु ्ध शक्ततका एक बाग हो ।औय आऩ बी इस ब्रहभाॊड की शक्ततसे जड़ु ेहुए हो ।हभ सफ कम्प्मुटयकी तयह, भनै सवयण(ऩयभात्भा) से जड़ु े हुए है । औय भनै NAZ [24]

सवयण भे सबी कम्प्मुटयका डाटा यहता है,ठीक उसी तयह से हभ सबी, सजीव औयछनजीव सबीका डाटा (चचत्र गुप्त की ऩोथी)हभाये भनै सवयण (ऩयभात्भा) के ऩास है । 04 Law of Mind Magnetआकषणण का छनमभ । जो इस ऩसु ्तक कीभहत्वऩणू ण तकनीक है । आऩ जो कु ि बीअऩने जीवन भे ऩाना चाहते हो, उसे फड़ीमसद्दतसे (टदरोजान) से चाहो औय उसेअऩने भन के चचत्रऩट ऩय, ऩूणण पवश्वास से,ऩयू ी रगन से, औय उसभे खदु कों शामभरकयके देखो, उसे आऩके जीवनभे आना हीहै । ब्रहभाॊड की सायी शक्ततमा एवॊ घटनाएएक दसु येसे जड़ु ी हुई है तफ हभ हभायीभनकी शक्तत, आकषणण के छनमभ द्वाया NAZ [25]

हभाया इक्च्ित ऩरयणाभ, हभायी औयआकपषतण कय सकते है ।एक कपल्भी डामरोग है,“इतनी मसद्दत से तुजे ऩानेकी कोमशश की है,की हय सयये ने तुजसे मभरानेकी साक्जस की है” 05 Accept OR Try to Changeआऩके जीवनभे दो ऑप्शन है, कोई बीऩरयणाभको स्वीकाय कयरों अथवा उसेफदरनेका प्रमत्न कयो । आऩको जोऩरयणाभ मभरा है, वह आऩके बतू कारकेप्रमत्नो का पर है, उसे प्रेभसे स्वीकाय कयरो । औय बपवरम को सधु ायने का प्रमत्नकये । NAZ [26]

1 आऩके साभने जो बी ऩरयक्स्थछत उऩक्स्थत होती है तफ देखखमे की, मे ऩरयक्स्थछत आऩकी इच्िा अनसु ाय है, अगय है, तो अक्च्ि फात है, स्वीकाय कयरों ।2 अगय मह ऩरयक्स्थछत आऩकी इच्िा अनुसाय नहीॊ है, तफ तमा कयंेगे ? सोचचए की तमा आऩ इसे तत्कार फदर सकते हो, अगय हाॉ है, तो फदर ने की कोमशश कयो ... अगय आऩ इसे फदर नहीॊ सकते, तो स्वीकाय कय रो।3 औय आऩकी इच्िा के अनुसाय ऩरयक्स्थछत फनाने के मरमे प्राछनगॊ कये, औय प्रमास शरु ू कय दे । NAZ [27]

4 आऩकी इच्िाओ, दसू यों को भनवाने ऩय भजफूय ना कयो। 5 हय फाय ऩरयक्स्थछत आऩकी अके रे के मरमे नहीॊ होती है, अगय ऩरयक्स्थछत ऩरयवाय की, सभाज की, सॊस्था की मा अन्म ककसी की बी हो, तफ छनणमण भे बी उसे शामभर कयना चाटहमे । 06 Free Habit Dangerious to Lifesइस दछु नमाभे कोई बी चीज भफु ्त नहीॊ है ।इस मरमे जीवन भे कबी भुफ्तकी चीजऩाने की कोमशश नहीॊ कयनी चाटहमे ।भफु ्त की चीज ऩाने के चतकयभे, आऩकोफहुत फड़ा नकु सान हो सकता है । आऩ NAZ [28]

ककसी की सेवा का उऩमोग कयते है, माकोई आऩसे कु ि ऩाने के मरमे आऩकोखशु कयने का प्रमास कयता है, तफ उसनेतो भेहनत कय दी है, औय आऩ कु िचुकाते नहीॊ हो, तफ वह आऩके मरमे कजणफन जाता है, औय कबी ना कबी आऩकोवह कजण चुकाना ही ऩड़ता है, औय वह बीव्माज के साथ, औय कोई बी रूऩ भे,आऩको चुकाना ऩड़ता है । इसमरमे आऩउसी वतत कु ि ना कु ि देकय उस कजण सेभतु त हो जाओ। कु दयत अऩना सतॊ ुरनहॊभेशा फनाए यखता है, वह एक जगहसेरेकय, दसू यी जगह उसकी बयऩाई कयताहै। NAZ [29]

07 You Get as What You Do (जसै ी कयनी, वैसी बयनी)जहय, औय जहय ऩेदा कयता है । इसकाअथण मह है की, आऩ जसै ा व्मवहाय कयोगे,वैसा ही आऩ ऩाओगे । अगय आऩ ककमसकेसाथ फुया व्मवहाय कयते हो, औय कपय आऩआशा कयोगे की वह आऩके साथ अच्िाव्मवहाय कये । मह भुभकीन नहीॊ है ।इसमरमे आऩ चाहते हो आऩके साथ अच्िाव्मवहाय हो, तफ आऩ सफके साथ अच्िाव्मवहाय कयना शरु ू कयदों । भधुय वाणीका प्रमोग कयना शरु ू कयदों, कपय देखोआऩके जीवन भे के सा अदबतु ऩरयवतनणआता है ? NAZ [30]

08 Art of Giving & Receivingकु ि ऩाने के मरमे कु ि देने का छनमभ ।आऩ भानते हो की, अबी आऩ जो कु ि बीअच्िा जीवन जी यहे हो । आऩका घधॊ ा /कायोफाय अच्िा चर यहा है । आऩ कोअच्िी आभदानी हो यही है। आऩ उच्चसयकायी ऩद ऩय छनमतु त है। आऩ सुखी है,सभदृ ्ध है, अच्िी क्जदॊ गी जी यहे हो, वहआऩके ऩवू ा जन्भ मा इस जन्भका अच्छेकभो पर है।रेककन आऩ अऩने अगरे जन्भके मरमेकु ि एसा कामण कय यहे हो, की आऩकाअगरा जन्भ बी, इसी जन्भकी तयहसछु नक्श्चत हो सके ? NAZ [31]

इसके लरमे आऩको क्मा कयना चाटहमे ???आऩ अबी जो बी ऩा यहे यहे, उसका ऩयू ाबगु तान कयो, तफ आऩकी पऩिरी क्रे डडटआऩके खातेभे आगे चरती जामेगी । जल्दीसे सभज भे नहीॊ आएगा, कु ि औयउदाहयण से सभजते है ।आऩको अबी जो बी आभदनी हो यही है,उसके मरमे ऩयू ी रगन से साथ, ऩयू ीईभानदायी से उसका कामण कयो । अऩनीआभदनी के मरमे, आऩको जो कामण मभराहै, अगय वह ठीक से नहीॊ कयोगे, कभकामण कयोगे, तफ कु दयत आऩके पऩिरेजन्भ से उसकी बयऩाई कयेगी, औयआऩका जभा फरै ेन्स कभ हो जामेगा, औय NAZ [32]

आऩका अगरे जन्भ के मरमे कु ि नहीॊफचेगा ।औय सभजदायी तो इसी भे है की आऩअऩनी आभदनी से बी ज्मादा कामा कयो,इससे आऩके जन्भ के खातो की जभायामश भे वदृ ्धी होगी ।उसके अरावा, आऩ एसा बी कय सकते हो,की आऩकी आभदनी का कु ि टहस्सा एसीजगह खचण कयो की आऩको आत्भसतॊ ोषमभरे । जेसे की ककसी गयीफ फच्चो कोऩढ़ाई भे सहाम कयो । ककसी जरूयत भॊदको वस्त्र का दान कयो । छन;सहाम अफोरप्राणी को हययोज खाना दो। ककसी के दखु ;भे उसकी सहाम कयो । ककसी को छन;शलु ्कसेवा दो। आटद, रेककन मह कामण आऩ खुद NAZ [33]

कयने का प्रमास कयो। आऩ बफना अवेजके ,जो बी दोगे, वह आऩको बपवरमभे शदु केसाथ, कई गुना होकय वाऩस मभरेगा ।औय आऩ जो बी बफना अवेज ऩाओगे, वहआऩको शदु सभेत, कई गुना, बपवरम भेरोटाना ऩड़गे ा । 09 Don’t Worry – Be Happyकु दयत का मह छनमभ हभे कहेता है की,आऩ इस दछु नमा भे तमा रेकय आमे थे,औय तमा रेकय जाओगे ? आऩका तमाथा, जो आऩने गवामा है? आज जो आऩकाहै, वो कोई दसू ये का था, औय कर औयककसी का हो जामेगा । इसमरमे तू चचतॊ ा NAZ [34]

ना कय, औय खुश होकय अऩना कभण कयऔय चचतॊ ा भुतत क्जदॊ गी जी । कु दयत हॊभेिा हभे कहेता है, तू कयता वही है, जो तू चाहता है, रेककन होता वहीॊ है, जो भै चाहता हुॊ, इसलरमे अफ कयना िरु ू कय वो, जो भै चाहता हुॊ, तफ होगा वही, जो तू चाहता है । 10 All is Wellकु दयतके छनमभो से सफ कु ि सही हो यहाहै । जो हो गमा, अच्िा हुआ है, जो होयहा है, अच्िा हो यहा है, औय जो होगा,वह अच्िा ही होगा । माछन बूतकारकेमरमे अपसोस ना कये, बपवरम की चचतॊ ाए NAZ [35]

कु दयत ऩय िोड़ दो औय वतभण ान कीऩरयक्स्थछत के अनसु ाय क्जदॊ गी क्जमे ।एक फारक अऩने पऩता के साथ दकु ानभेमभठाई रेने के मरमे गमा, फारक देख यहाथा, की पऩताजी ने काउॊ टय वारे को ऩसै ेटदमे, औय काउॊ टय वारे ने एक ऩची दी ।पऩताजी ऩची रेकय दसू ये काउॊ टय ऩे गमे,तफ दसू येने ऩची रेकय, पऩताजी को मभठाईदी । ना-सभज फारक ने सोचा की ऩहेरेकाउॊ टय वारे बाई अच्िे नहीॊ है, पऩताजी नेऩैसे टदमे, रेककन उसने कागज का टु कड़ाटदमा । दसू ये बाईसाफ अच्िे है, उसनेकागज के टु कड़े देने ऩय बी, पऩताजी कोमभठाई दी । रेककन पऩताजी जानते है, जो NAZ [36]

हुआ सही हुआ । इसी तयह हभ ना-सभजफारक की तयह कु दयत को कहते है कीकु दयत ने ठीक नहीॊ ककमा, रेककन पऩतासभान कु दयत मह जानता है, जो हो यहाहै, अच्िा ही हो यहा है । हभे कु दयत केछनणमण को हॊभेशा खुशी से स्वीकाय कयरेना चाटहमे । 11 You are Specialआऩ एक एकदभ पवमशरट व्मक्तत है, दसू योंसे आऩकी तरु ना ना कयें। कु दयत ने सबीको एक सभान शक्ततमाॉ दी है । जसै े कीसफको 100 सारकी क्जदॊ गी, सफके मरमे24 घॊटेका एक टदन, सबी को जन्भ औयभतृ ्मु । सबी के मरमे जर, वामु, प्रकाश, NAZ [37]

आटद । रेककन सबी व्मक्तत सपर नहीॊहोती औय सबी अभीय नहीॊ फनते है। महसबी उस व्मक्तत की सोच एवॊ अऩनीक्जदॊ गी के प्रछत उसका तमा यवमै ा है, उसऩय छनबयण कयता है । इस मरमे अऩनेआऩको एक पवमशरट व्मक्तत सभजे, अऩनेऩय बयोषा यखें, एवॊ कु दयत की शक्ततमोंकाबयऩूय उऩमोग कये । 12. Change – ( ऩरयवतना )ऩरयवतनण की मे दछु नमा है । इस दछु नमा भेना कोई अतॊ है, औय ना कोई शरु ुआत है,मह एक दछु नमाका अपवयत चरने वाराचक्र है । क्जसभे हय ऩर कोई ना कोईआता-जाता यहता है । आज कर हय कोईव्मक्तत भतृ ्मुसे डयता है । औय क्जदॊ गी NAZ [38]

सघॊ णण ऩणू ण तयीके से जीता है । रेककनसफसे बमानक रूऩ तो क्जदॊ गीका है,क्जदॊ गी तो हय ऩर खतयो से बयी हुई है,क्जदॊ गीभे कफ, कहाॉ औय के से, तमा होगाउसकी ककमसकों खफय नहीॊ है, औय हभायीसायी शक्ततओ, अनबु वो, औय सभजदायीफेकाय हो जाती है । औय भतृ ्मु से तो महसबी झॊझट से भुक्तत मभरती है । माछनजीवनभे कबी भतृ ्मु से ना डयो, वह कबीना कबी तो आएगी । रेककन डयना है तोक्जदॊ गी से डयो, औय क्जदॊ गी का हय ऩरभु़ाफरा कयना मशखों । क्जदॊ गी भेप्राछनगॊ का भहत्व सभजो, उसके मरमेअच्िी ककताफे ऩढ़ो, औय एसे अच्िे वकण NAZ [39]

शॉऩ भे बाग रो, जो हभायी क्जदॊ गी केभहत्व को सभजाते है ।एक कपल्भी गीत फहुत प्रख्मात है, “ क्जॊदगी तो फेवपा है, एक टदन ठु कयाएगग भोत भहफूफा है अऩनी, साथ रेकय जामेगी” 13 – Redumption of Act Dept – कभा परकभो के पर का मह मसद्धाॊत है । आऩजेसा सोचते हो, औय उस भुताबफक कामणकयते हो, उस टहसाफसे आऩको पर प्राप्तहोता है । औय आऩने कभण ककमा है तोआऩको ही वह कभण का पर बुगतनाऩड़गे ा । आऩने ककमसकों ऩीड़ा दी है, तफआऩको ऩीड़ा बुगतनी ऩड़गे ी। आऩने ककसी NAZ [40]

की फयु ाई की है तफ आऩको फुयाई प्राप्तहोगी । आऩने ककमसकों नकु शान ककमा हैतफ आऩको नकु शान सहन कयना ऩड़गे ा ।मह सफ आऩको आऩके जीवन कार भेकबी बी बगु तना ऩड़ता है, औय फाकी फचगमा तो अगरे जन्भ भे टहसाफ चुकताकयना ऩड़ता है।रेककन आऩ सोचते है की आऩने कबीककमसका फुया नहीॊ चाहा, ककमसकों ऩीड़ानहीॊ ऩहुचाई है, कपय बी आऩके जीवन भेअनचाही औय ऩीड़ादामक घटनाए तमोफनती है ? तफ आऩ अवश्म भाछनमे कीआऩ पऩिरे जन्भका टहसाफ चुका यहे हो।औय इस जन्भ भे कजण से भुतत हो यहेहो। NAZ [41]

14 You are Alone – अके रे आना औय जानाइस दछु नमा भे हभ अके रे आमे थे, औयअके रे ही जाना है । इस दछु नमा भे कोईहभाया साथी नहीॊ है। हय ककसी का महीहार है । इस मरमे इस दछु नमाभे जफ तकआऩ है, तफ तक क्जदॊ गी को ऩूयी तयह सेजी रो । औय हयदभ स्वस्थ यहो, खशु यहो। जफ तक आऩ खशु नहीॊ होंगे, दसु यो कोखशु नहीॊ कय ऩाओगे । 15 Matching Conceptकु दयत का मह सभन्वम का ननमभ है ।कु दयत के मह छनमभ का तयीका एकदभअदबतू है । वह सबी सभान गणु ो वारे, NAZ [42]

सभान इच्िा वारे, ऩुयाने मा नमे अधूयेकामो को, ऻात मा अऻात कामो को,आकषणण के छनमभ द्वाया एक दसू ये सेमभराने का प्रमत्न कयती है । जफ इसब्रहभाॊड भे ऐसी दो मा दो से अगधकसभान गुणो मा इच्िाओ उऩरब्ध होती है,औय एक दसू ये की ऩयू क फनती है, तफ वहऩरयणाभ फनकय प्रगट होती है । महऩरयणाभ अच्िा बी हो सकता है, मा फयु ाबी हो सकता है ।उदाहयण के तौय ऩय कहे तो, जफआऩ सोचते हो मा ऐसे ही पवचाय आता है,की आऩ कही जा यहे हो औय आऩकाअकस्भात हो गमा, औय उस अकस्भातभेआऩके दोनों ऩयै कट गए मा कपय आऩ NAZ [43]

उस अकस्भात भे भय गमे, औय आऩ डयजाते हो । रेककन आऩका मह मसपण पवचायथा, औय कपय आऩ उस पवचाय को िोड़देते हो । दसू यी औय एक िक चारकसोचता है, मा उसे पवचाय आता है कीउसकी िक से ककसीका अकस्भात हुआऔय उसके दोनों ऩैय कट गमे, मा कपय वहभय गमा, औय कपय वह िक वारा डयजाता है । रेककन उस िक वारा, मसपणएक पवचाय है, सभजकय उसे िोड़ देता है। मह दोनों पवचाय एक ही टदन हुआ हो,जरूयी नहीॊ है । तमोकक आऩ जो पवचायकयते हो औय कपय उसे िोड़ देते हो, वहइस ब्रहभाडॊ भे (सुषपु ्त अवस्था) अधयू े रूऩभे घभू ते यहते है । जफ आऩके पवचाय से NAZ [44]

मभरने वारा दसू या पवचाय इस ब्रहभाडॊ भेघूभने रगता है, औय आऩके पवचाय से भेरखाता है, तफ वह ऩरयणाभ भे फदरने केमरमे (active) जागतृ हो जाते है, औय वहऩरयक्स्थछतका छनभाणण होता है, जसै ा आऩनेऔय उस िक वारे ने सोचा था । औयकपय कोई एक टदन वह अकस्भात होता हीहै ।दसू या उदाहयण है, टेरीऩथी, जैसे की आऩसफु ह सुफह जफ सोचते हो की आज आऩकेघय कोई भेहभान आने वारा है, औय कु िही ऺणो भे कोई भेहभान आऩके घय आजाता है, वह भेहभान ने ऩहरे ही सोचमरमा था की आज वह ककसी के घयभेहभान के रूऩ भे जामेगा । NAZ [45]

इसका इराज मह है की, आऩ अऩने भनभे कोई शकॊ ा कु शकॊ ा के वाईयस को आनेना दे । अगय कोई शकॊ ा उत्ऩन होती हैऔय नकायात्भक पवचाय आते है तफ उसपवचाय को भन भे ही कटहमे; के न्सर.............के न्सर............... औय कपय अऩना ऩॉक्ज़टर्व (हकायात्भक) बाव उत्ऩन कीक्जमे की मह ववचाय व्मथा है, मह ववचाय भेये लरमे नहीॊ फना है, भें इस ववचाय से सहभत नहीॊ हूॉ, भंे इस ववचाय का खॊडन कयता हूॉ । भें सुयक्षऺत हूॉ, स्वस्थ हूॉ औय खुि हूॉ, भुज ऩय कु दयत की ऩयभ कृ ऩा है । NAZ [46]

जफ जफ इस तयह के नेगेटटव पवचाय भनभे आए तफ तफ मही टेकनीक का प्रमोगकयें ।महाॉ भैं आऩको इस मगु का उदाहयण देताहूॉ, जो आऩको इसे सभजने भे आसानीहोगी । हभ सफ रोग कम्प्मटु यसे अच्िीतयह से ऩरयचचत है ।कम्प्मटु य भे हाडवण ेय, सॉफ्टवेय प्रोग्राभ,बफजरी औय कम्प्मुटय ऑऩयेटय कीजरूयत होती है । कम्प्मुटयभे हाडवण ेयभेफेजीक सॉफ्टवेय इन्स्टार होते है । जोकम्प्मटु य के ऩरयचारन को सयर फनातीहै। NAZ [47]

इस तयह भनरु म भे कु दयत द्वाया भूरबतूसॉफ्टवेय कपट ककमे होते है। जो भनरु म कीभरु बतू प्राथमभक जरूयीमातों का सचॊ ारनकयती है । जैसे की खाना, ऩीना, सोना,योना, सोचना, फेठना, फोरना, सुनना,देखना आटद । इसके अनसु ाय फच्चे सेरेकय फढ़ू े तक स्त्री, ऩुरूष औय ऩागरव्मक्तत, सबी एक प्रकाय से कामण कयते है।बायत से रेकय अभेरयका, यमशमा, चीन,आकिका, औस्िेमरमा, जाऩान भे बी फेमसकप्रोग्राभ एक प्रकाय से है।अफ जरूयत के भतु ाबफक कम्प्मटु यभे, क्जसप्रकाय के कामण की जरूयत है, उस प्रकायअरग अरग सॉफ्टवेय फनाकय कम्प्मुटयभेइन्स्टार ककमे जाते है । औय कम्प्मुटय, NAZ [48]

उस प्रोग्राभके अनसु ाय, आऩ जो बीऩरयणाभ चाहते है, वह आऩके साभनेप्रस्तुत कयता है ।अफ कु दयतने हभे आिादी दी है की, अऩनेसुऩय भाइॊड (अधजण ागतृ भन) का हभ खुदप्रोग्रामभगॊ कय सके । औय अऩने इच्िाकेअनुसाय ऩरयणाभ प्राप्त कय सके ।“कु दयत से मह हभे अदबूत वयदान लभरा है ।”रेककन हभाये ऩास इसका ठीक तयहकाऻान नहीॊ है, औय नाटह इस तयह का ऻानइस जभानेभे कोई स्कू र मा कोरेज भेमशखामा जाता है ।रेककन सफसे बमानक औय खतयेवारी फातमह है की हभ ऐसे कई फना-फनामा औय NAZ [49]


Like this book? You can publish your book online for free in a few minutes!
Create your own flipbook